Sunday, December 27, 2009

मुंबई पुलिस ने वर्सोवा में रहने वाले दो लोगों को ब्लू फिल्म में ऐक्टिंग करने के आरोप में गिरफ्तार

मुंबई पुलिस ने वर्सोवा में रहने वाले दो लोगों को ब्लू फिल्म में ऐक्टिंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह फिल्म कुछ साल पहले एक एनआरआई ने बनाई थी। इस ब्लू फिल्म की सीडी कई इलाकों में पकड़ी गई थी। अधिकारियों के मुताबिक, तीन महिलाओं और एक पुरुष ने इस ब्लू फिल्म में काम किया था। इसके लिए उन्हें कुछ हजार रुपए भी दिए गए थे। पुलिस ने ब्लू फिल्म की सीडी फुटपाथ पर रहने वाले एक शख्स से बरामद की। ब्लू फिल्म में काम करने वाली प्रमुख महिला को पहचानने में पुलिस को ज्यादा वक्त नहीं लगा। दरअसल यह महिला एक स्थानीय हिस्ट्रीशीटर की बीवी है और जब भी पुलिस उसके पति को पकड़ती थी तो वह अपने पति से मिलने थाने आती थी। पूछताछ में इस महिला ने बताया कि यह फिल्म करीब पांच साल पहले मीरा रोड के एक फ्लैट में शूट की गई थी। उसने यह भी बताया कि फिल्म में नजर आने वाली एक महिला की पहले ही मौत हो चुकी है। फिल्म में दिखने वाले पुरुष को भी पुलिस ने खोज लिया है लेकिन तीसरी महिला का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। क्या यह ब्लू फिल्म किसी बड़े रैकेट का हिस्सा थी? पूछताछ में पता चला कि कि उस एनआरआई ने अपने भाई के जरिए उन लोगों से सपंर्क किया और उन्हें फोटो खिंचवाने के लिए राजी किया। गिरफ्तार किए गए 'ऐक्टरों' को यह नहीं पता था कि उनकी ब्लू फिल्म बनाई जा रही है। अधिकारी अब इस बात की जांच में जुटे हैं कि कहीं यह ब्लू फिल्म किसी बड़े रैकेट का हिस्सा तो नहीं थी। जोनल डीसीपी निकेत कौशिक ने कहा, 'यह फिल्म कुछ साल पहले बनी थी। हमें इसके बारे में हाल ही में पता लगा है।' वर्सोवा थाने के सीनियर इंस्पेक्टर सुरेश नलवड़े ने बताया कि इन लोगों के खिलाफ अश्लीलता का मामला दर्ज किया गया है और यह पता लगा है कि फिल्म बनाने वाला एआरआई अमेरिका में रहता है।

नवी मुम्बई के लिए प्रस्तावित 18 किलोमीटर लंबी मेट्रो रेल का काम जल्द शुरू होगा।

नवी मुम्बई के लिए प्रस्तावित 18 किलोमीटर लंबी मेट्रो रेल का काम जल्द शुरू होगा। यह जानकारी कोंकण रेल के निर्माता और दिल्ली मेट्रो रेल कार्पोरेशन (डीएमआरसी)के प्रबंध निदेशक ई. श्रीधरन ने यहां आयोजित एक विशेष समारोह में दी। मेट्रो इस क्षेत्र में बिछी मौजूदा पटरियों के लंबवत चलेगी, इसपर ढाई सौ करोड़ का खर्च आने का अनुमान है। श्रीधरन ने इस परियोजना का कार्यकारी संक्षिप्त विवरण (एक्ज्क्यूटिव समरी)हमने (डीएमआरसी) सिडको को सौंप दिया है। विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) 15 जनवरी तक सौंप दी जाएगी। श्रीधरन ने बताया कि हमने सिडको को (जो इस क्षेत्र के विकास के लिए अधिकृत है) सुझाव दिया है कि इस परियोजना को 'टर्न-की' आधार पर डीएमआरसी को सौंप दे।' सिडको ने इसपर विचार करने का संकेत दिया है। उन्होंने कहा कि अगर हमें 'हरी झंडी' मिल जाती है, तो अगले मार्च-अप्रैल में काम शुरू हो जाएगा और साढ़े तीन साल में यह पूरा हो जाएगा।' मुम्बई मेट्रो के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि 'मुम्बई में इस पूरी परियोजना पर एमएमआरडीए काम कर रही है। हमने उनके लिए सिर्फ इसकी प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की है, इसके आगे हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं है। उन्होंने बताया कि राजधानी दिल्ली में हवाई अड्डे को विभिन्न स्थानों से जोड़ने वाली दिल्ली मेट्रो के दूसरे चरण के तहत 125 किलोमीटर का विस्तार और निर्माणाधीन परियोजना अगले साल होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों से पहले सितंबर महीने तक पूरी हो जाएगी।

Sunday, December 20, 2009

हर घटना या बात को राजनीतिक चश्मे से देखने की उन्हें आदत नहीं।

राजनीतिक तिकड़म उन्हें न भाती है, न आती है। घंटे भर बात करो तो नितिन गडकरी की बात में या तो महाराष्ट्र सरकार के विविध घोटालों का जिक्र होता है या विकास के प्लान! हिंदुत्व का जिक्र भी बहुत कम होता है। हर घटना या बात को राजनीतिक चश्मे से देखने की उन्हें आदत नहीं। इसीलिए दिल्ली के राजनीतिक हलकों में यह आशंका व्यक्त की जा रही है कि बीजेपी के नए अध्यक्ष बने नितिन गडकरी बीजेपी का बिखरा घर शायद ही संवार पाएं! कद में भले हैवी हों, राजनीतिक लिहाज से गडकरी को कद्दावर नहीं माना जाता। पर उनकी इसी कोरी छवि ने गडकरी को उस पद पर बिठाया है जिसकी खुद उन्होंने कल्पना नहीं की थी। गडकरी की इमेज विकास से जुड़ी है और ताजा राजनीतिक माहौल में यही उनका यूएसपी साबित हुआ है। यंग और विकास की बातें करने वाले गडकरी बीजेपी को नई धारा में ले जा सकते हैं, क्योंकि वे हिंदुत्व के एजेंडा से कतई जुड़े नहीं हैं। गडकरी की विकास की धुन यंग जनरेशन को पार्टी से जोड़ सकती हैं। परंपरागत मानक के अनुसार, गडकरी जन नेता नहीं हैं। उन्होंने कभी चुनाव नहीं लड़ा। 27 साल से वे विधानपरिषद के सदस्य है। जब प्रमोद महाजन जीवित थे, तब महाराष्ट्र बीजेपी पर उन्हीं का नियंत्रण था। उनके निधन के बाद गोपीनाथ मुंडे सर्वेसर्वा रहे हैं हालांकि गडकरी प्रदेशाध्यक्ष थे। यदि महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना की सत्ता आती तो उपमुख्यमंत्री गडकरी नहीं मुंडे ही हो सकते थे। अब गडकरी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन जाने से मुंडे का पार्टी में वजन कम हो गया है। बहरहाल कुछ दिन पहले एनबीटी कार्यालय को भेंट देने आए गडकरी ने कहा था 'मैंने तय किया है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष बन जाने के बाद लोकसभा का चुनाव लडूंगा।' पर चुनाव अभी पांच साल दूर है। पत्रकारों से घंटे भर के संवाद में उन्होंने बिजली का उत्पादन बढ़ाने, किसानों की उपज के लिए सही दाम दिलाने और दलितों की उन्नति के रोड मैप की चर्चा की। उन्होंने इस बात पर अफसोस जाहिर किया कि बीजेपी की इमेज और वास्तविकता में बड़ा फर्क है। मीडिया में उसके बारे में कई तरह की भ्रांतियां फैली हुई हैं। उसे गलत परिपेक्ष्य में देखा जाता है। गडकरी के सामने सबसे बड़ी चुनौती बीजेपी की इमेज बदलना है। खाने पीने के शौकीन गडकरी बिल्कुल सीधे और खरे शख्स हैं। जो मन में है वही बात जबान पर होती है, इसीलिए कई बार मुश्किल में आ गए हैं। किसी भी प्लान या घोटाले की बारीकी से जांच करके लंबा चौड़ा प्रेजेंटेशन करने में माहिर है।

Wednesday, December 16, 2009

धनंजय जायसवाल के मर्डर की पृष्ठभूमि म्हाडा की जमीन पर बनने वाले अवैध निर्माण से जुड़ी है।

गोरेगांव में सोमवार को हुए धनंजय जायसवाल के मर्डर की पृष्ठभूमि म्हाडा की जमीन पर बनने वाले अवैध निर्माण से जुड़ी है। सीनियर इंस्पेक्टर फिरोज पटेल, महेश तावडे और रवींद्र पाटील की टीम ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच सूत्रों के अनुसार मोहम्मद सईद उर्फ सोनू व माजिद अली शेख नामक आरोपियों की पृष्ठभूमि तो आपराधिक है ही, मारे गए जायसवाल के खिलाफ भी कई मामले दर्ज हैं। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपी म्हाडा की जमीन पर अवैध निर्माण करते थे। यही काम जायसवाल भी करता था। तीनों लोगों के बीच अवैध निर्माण से मिलने वाले रुपयों की हिस्सेदारी को लेकर जब-तब झगड़ा होता रहता था। करीब छह महीने पहले आरोप है कि जायसवाल ने गिरफ्तार दोनों आरोपियों पर इसी विवाद को लेकर रात में हमला भी किया था। तब से ही मोहम्मद सईद और माजिद अली नामक आरोपियों ने फैसला कर रखा था कि वे जायसवाल पर रात में नहीं, बल्कि दिन में हमला करेंगे। सोमवार को अपनी इस रंजिश को उन्होंने अंजाम पर पहुंचा दिया।

Sunday, December 13, 2009

उलेमा मुसलमानों की समस्याओं पर विमर्श करेंगे

ऑल इंडिया इत्तेहाद-ए-मिल्लत कन्वेंशन में आज मुंबई के होटल बल्वास इंटरनैशनल में होने वाले जलसे में देश भर के उलेमा और बुद्धिजीवी जुटेंगे। सभी उलेमा मुसलमानों की समस्याओं पर विमर्श करेंगे और इस राय पर एकमत होंगे कि मुसलमान अपने-अपने फिरकों में रहते हुए एक दूसरे की समस्याओं को निबटाने की दिशा में आगे बढ़ें। इत्तेहाद-ए-मिल्लत कन्वेंशन हिन्दुस्तानी मुसलमानों में एकता स्थापित करने के लिए देश भर में जलसों का आयोजन कर उलेमा और बुद्धिजीवियों को एक प्लेटफॉर्म पर लाने का काम कर रहा है। इत्तेहाद-ए-मिल्लत कन्वेंशन के अध्यक्ष सिराज मेंहदी ने बताया कि लखनऊ में दो कामयाब जलसों के बाद मुंबई में जलसा करने का फैसला किया गया है। 13 दिसम्बर को मुंबई में होने वाले जलसे में नदवतुल उलेमा के प्रिंसिपल मौलाना डॉ. सईदुर्रहमान आजमी नदवी, लखनऊ के इमामे जुमा मौलाना कल्बे जवाद, जामा मस्जिद दिल्ली के शाही इमाम मौलाना अहमद बुखारी, ऐशबाग ईदगाह लखनऊ के नायब इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगीमहली, हैदराबाद के अल्लामा एजाज फर्रुख, जौनपुर के इमाम-ए-जुभा मौलाना महनूदुत हसन, बाबरी मस्जिद ऐक्शन कमिटी के संयोजक और वरिष्ठ वकील जफरयाब जीलानी, अन्तरराष्ट्रीय शायर और वरिष्ठ पत्रकार हसन कमाल आदि शिरकत करेंगे।

Tuesday, December 8, 2009

दुनिया भर के दर्शकों का दिल जीतने के बाद ऑस्कर लाइब्रेरी में जगह बनायी

मुन्नाभाई ने दुनिया भर के दर्शकों का दिल जीतने के बाद ऑस्कर लाइब्रेरी में जगह बनायी और फिर 'लगे रहो मुन्नाभाई' डॉयलॉग की लोकप्रियता का क्या कहना । इंतजार तो था सिर्फ एक किताब का । निर्देशक राज कुमार हीरानी , निर्माता विधु विनोद चोपड़ा और मुन्नाभाई की पूरी टीम के लिए सोमवार शाम को एक खास मौका था जब इसकी पटकथा को ओम बुक्स इंटरनेशनल की मदद से एक किताब की शक्ल में पेश किया गया । इस मौके पर फिल्म के कलाकार संजय दत्त , विद्या बालन , अरशद वारसी , बोमन ईरानी भी मौजूद थे ।

सब्जियां सस्ती हो गई हैं।

हरी सब्जियों की आसमान छूती कीमतों से पिछले दो महीनों से सामान्य नागरिकों का बुरा हाल था। पर अब नई फसल के आगमन से महंगाई को विदा करते हुए सब्जियां सस्ती हो गई हैं। वाशी थोक मंडी में कई दिनों बाद चार सौ का आंकड़ा पार करते हुए पिछले शुक्रवार को 439 गाड़ियों में हरी सब्जियों की आवक हुई थी। उसके बाद लगातार अच्छी आवक से सब्जियों के भाव घटते गये। अब फूल गोभी 20 से 25 रुपये से घटकर 5 से 7 रुपये प्रति किलो थोक भाव पर आ गई है। पत्ता गोभी 15 से 20 रुपये से घटकर 4 से छह प्रति रुपये प्रति किलो, टमाटर 35 रुपये से घटकर अब दो से तीन रुपये प्रति किलो थोक भाव से बिक रहा है। हरी मटर 70 से 80 रुपये प्रति किलो से उतरकर 30 से 35 रुपये प्रति किलो, शेवगा 70 से 100 रुपये से घटकर 38 से 46 रुपये, फरसबी 50 से 60 रुपये से घटकर 20 से 38 रुपये प्रति किलो थोक भाव से बिक रही है। नींबू 60 से 80 रुपये प्रति 100 नग बिक रहा है। थोक व्यापारियों ने बताया कि ठंडी बढ़ते ही और फसलों की आवक बढ़ेगी और सब्जियां और सस्ती होंगी। पर इतना भाव गिरने के बाद भी खुदरा सब्जी विक्रेता अपने मनमानी भाव पर सब्जियों को बेचते हैं और ग्राहकों को इसका पूरा फायदा नहीं मिल पाता।

Monday, December 7, 2009

'लाई डिटेक्टर टेस्ट' के दौरान कई सवालों का झूठा जवाब देते हुए पाया गया

अभिनेता कुणाल सिंह की हत्या के आरोप में गिरफ्तार बॉलिवुड अदाकारा लवीना भाटिया पर इस हत्या के बारे में किए गए 'लाई डिटेक्टर टेस्ट' के दौरान कई सवालों का झूठा जवाब देते हुए पाया गया है। पुलिस के मुताबिक लवीना को 24 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था। टेस्ट के दौरान कुणाल की हत्या की जांच को पटरी से उतारने की कोशिश करने को लेकर उसे गिरफ्तार किया गया। वर्सोवा पुलिस थाने के निरीक्षक कल्पना गाडकर ने बताया कि जांच रिपोर्ट ने उस पर शिकंजा कसने के लिए हमें ठोस सबूत दिए। कई भोजपुरी फिल्मों और बॉलिवुड के एक फिल्म में भूमिका निभाने वाले कुणाल को पिछले साल फरवरी महीने में उपनगरीय वर्सोवा इलाके में स्थित किराए के प्रथम मंजिल के अपार्टमेंट में पंखे से फंदा लगाकर लटका हुआ पाया गया था। उसकी मित्र और सहायक अदाकारा लवीना उस वक्त इस मकान में थी, जब यह घटना हुई थी। गाडकर ने बताया कि उस दिन जो कुछ भी हुआ, उस बारे में वह अभी भी कुछ नहीं बता रही है। पुलिस के मुताबिक टेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक घटना के बारे में पूछे गए लगभग सभी सवालों का उसने गलत जवाब दिया।

Friday, December 4, 2009

पुलिस की लाठियों से कई लोग जख्मी हुए।

मुंबई महानगरपालिका (मनपा)के सामने पानी कटौती के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। विरोध प्रदर्शन का आयोजन कांग्रेस नेता नारायण राणे के बेटे नीतीश राणे ने एनजीओ स्वाभिमान के बैनर तले किया था। मुंबई के विभिन्न उपनगरों से दोपहर से ही प्रदर्शनकारी आकर मुंबई मनपा के सामने इकट्ठा होने लगे। वे मुंबई मनपा द्वारा पानी सप्लाई में 15 फीसदी कटौती करने की घोषणा का विरोध कर रहे थे।
लाल झंडे हाथों में लिए और मनपा के खिलाफ नारे लगाते लोगों ने पुलिस का घेरा तोड़ दिया और मनपा भवन के अंदर घुसने लगे। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज किया। पुलिस की लाठियों से कई लोग जख्मी हुए। एक युवक ढोलकिया की हालत गंभीर थी। उसे तुरंत जीटी हॉस्पिटल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

Wednesday, December 2, 2009

अलर्ट से पता चलता है होना था हमला

26/11 हमलों की जांच करने वाले राम प्रधान ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि शहर में हमलों की आशंका जताने वाले केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के अलर्ट पर कार्रवाई को लेकर महाराष्ट्र सरकार में टोटल कन्फ्यूजन था। मुंबई पुलिस के आला अफसरों ने ऐसी स्थिति से निपटने की तय प्रक्रिया ( एसओपी ) में बहुत ही लापरवाही दिखाई। इस पर रिपोर्ट ने नाराजगी जताते हुए कहा है कि ऐसे में एसओपी का क्या मतलब है , जब 166 लोग मारे गए। अलर्ट से पता चलता है होना था हमला : रिपोर्ट कहती है कि इंटेलिजेंस अलर्ट के कुल मिलाकर असेसमेंट से यही पता चलता है कि आतंकवादी मुंबई में किसी बड़े हमले की तैयारी में थे। ऐसी परिस्थिति से निपटने का मौजूदा सिस्टम नाकाफी था। रिपोर्ट के मुताबिक , डीजीपी , एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड या राज्य के गृह विभाग की ओर से सभी इंटेलिजेंस अर्लट्स संबंधित ऑपरेशनल यूनिटों को भेजे जाते हैं। लेकिन रिपोर्ट में पाया गया कि ऐसे अलर्ट से निपटने में राज्य सरकार के बीच पूरी तरह भ्रम की स्थिति थी। महाराष्ट्र के डीजीपी को 26/11 से पहले आईबी और रॉ से आतंकवादी हमले के सुराग मिले थे। लेकिन हैरत की बात यह है कि उन्होंने यह जानकारी राज्य के इंटेलिजेंस चीफ को दी ही नहीं।

पूरी रिपोर्ट पढ़ें : रामप्रधान रिपोर्ट (एक्सक्लूसिव)
अगर नहीं मानना तो क्यों है एसओपी : रिपोर्ट कहती है कि मुंबई पुलिस कमिश्नर को कमांड पोजिशन में रहना चाहिए था। इससे सुरक्षाबलों को बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता था और विभिन्न पुलिस यूनिटों के कामों में दोहराव नहीं होता। लेकिन तत्कालीन कमिश्नर हसन गफूर ने जॉइंट कमिश्नर राकेश मारिया को कंट्रोल रूम का इनचार्ज बनाकर पहले से तय स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रैक्टिस ( एसओपी ) का माखौल उड़ाया है। एसओपी के तहत ऐसी हालत में जॉइंट कमिश्नर ( कानून - व्यवस्था ) क्राइसिस मैनेजमेंट कमांड , जॉइंट कमिश्नर ( क्राइम ) उस दौरान एटीएस के जॉइंट कमिश्नर के साथ मिलकर काम करेंगे। लेकिन 26/11 की रात ये इंस्ट्रक्शन नहीं माने गए। होटलों ने सुरक्षा सलाहों को नहीं माना : जॉइंट कमिश्नर क्राइम राकेश मारिया को कंट्रोल रूम की कमान सौंपी गई। जबकि एसओपी के तहत उन्हें एटीएस चीफ हेमंत करकरे के साथ ग्राउंड पर होना चाहिए था। मारिया की जगह अगर जॉइंट कमिश्नर लॉऐंड ऑर्डर होते तो वह बेहतर तरीके से सुरक्षाबलों का इस्तेमाल कर सकते थे , क्योंकि वह सभी पुलिस स्टेशनों के इनचार्ज भी होते हैं और उन्हें फोर्स के बंटवारे के बारे में गहराई से पता होता है। हालांकि रिपोर्ट में मारिया को सराहा गया। राम प्रधान कमिटी यह भी कहती है कि ओबेरॉय और ताज होटलों के मैनेजमेंट हमलों से पहले मुंबई पुलिस से मिली सुरक्षा सलाहों को लागू करने में नाकाम रहा , जो दुखद साबित हुआ।
एटीएस में स्टाफ की कमी :
रिपोर्ट ने सिफारिश की है कि एटीएस को महाराष्ट्र के अलावा मुंबई की सभी आतंकवादी गतिविधियों की पड़ताल करनी चाहिए , लेकिन इसके बावजूद यह फोर्स अब भी स्टाफ की कमी से जूझ रहा है। इस बल में फिलहाल 300 कमीर् हैं। आईबी ने यहूदी पूजाघरों पर हमले की तीन बार चेतावनी दी थी लेकिन कोई भी उस अलर्ट को समझ नहीं पाया और नरीमन हाउस पर हमला हुआ।

Monday, November 30, 2009

स्मिता ठाकरे ने कहा , ' मैं सोनिया गांधी और राहुल गांधी की बड़ी प्रशंसक बन गई

यह किसी की सोच से भी परे होगा कि ठाकरे परिवार का कोई सदस्य शिवसेना छोड़कर धुर विरोधी कांग्रेस में शामिल हो सकता है। लेकिन ऐसा हो रहा है। बाल ठाकरे की बहू स्मिता ठाकरे ने भगवा कैंप छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने का फैसला कर लिया है।
बाल ठाकरे की बहू स्मिता ठाकरे ने कहा , ' मैं सोनिया गांधी और राहुल गांधी की बड़ी प्रशंसक बन गई हूं और चाहती हूं कि देश के लिए जो अच्छा काम वे कर रहे हैं , मैं उसका हिस्सा बनूं। ' स्मिता के इस चौंकाने वाले फैसले के पीछे दो कारण हैं। पहला , स्मिता ठाकरे को लगता है कि शिवसेना अपनी संकुचित नीतियों के जरिए महाराष्ट्र के लोगों का अहित कर रही है। दूसरा , परिवार के भीतर वह खुद को अलग - थलग महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा , ' मैं यह घुटन अब और बर्दाश्त नहीं कर सकती और इसलिए कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया है। कांग्रेस के पास राष्ट्रीय और वैश्विक सोच है और मैं इस पार्टी की विचारधारा से सहमत हूं। '
स्मिता ने आरोप लगाया कि उन्हें राज्यसभा में भेजने का वादा किया गया था लेकिन यह पूरा नहीं हुआ और पेशे से पत्रकार भरत कुमार राउत को राज्यसभा में भेजा गया। उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट देने का वादा किया गया था लेकिन यह भी नहीं निभाया गया। और तो और सामना के लिए लिखे उनके लेख को , अखबार के संपादक बाल ठाकरे ने अस्वीकार कर दिया , जबकि उनका एक लेख पहले ही सामना में छप चुका था। स्मिता ने कहा , ' मुझे संदेश मिल गया था कि अब यहां मेरी कोई जगह नहीं है और मैंने वह आर्टिकल वहीं पर फाड़ कर फेंके दिया। मेरे लिए शिवसेना से अलग होना आसान नहीं है लेकिन अब मेरे पास कोई विकल्प नहीं बचा है। ' स्मिता ठाकरे ने सोनिया और राहुल की जमकर तारीफ की और कहा कि , ' व्यक्तिगत रूप से मैं सोनिया जी और जिस तरह से उन्होंने पार्टी और नेतृत्व किया है की प्रशंसक हूं। राहुल लो प्रोफाइल बनाकर रखते हैं लेकिन वह देश के लिए काफी काम कर रहे हैं। ' स्मिता ठाकरे ने बताया कि वह राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस नेताओं के संपर्क में हैं और पार्टी में औपचारिक रूप से शामिल होना बस एक औपचारिकता रह गई है। इस सिलसिले में वह जल्दी ही सोनिया और राहुल गांधी से मुलाकात कर सकती हैं। सूत्रों के मुताबिक , कांग्रेस के लिए ठाकरे परिवार के किसी सदस्य का पार्टी में शामिल होना , बड़ा अचीवमेंट होगा। ऐसा कहा जा रहा है कि स्मिता ठाकरे को पार्टी में कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। शिवसेना - बीजेपी शासन के दौरान स्मिता ठाकरे अहम पावर सेंटर थीं और आला अधिकारियों से लेकर व्यापार से जुड़े लोग उनके आगे - पीछे घूमते रहते थे। उस समय यह कहा जाता था कि स्मिता अपने ससुर बाल ठाकरे के सबसे करीब हैं। उन्होंने बाल ठाकरे के दूसरे करीबी लोगों पर खुद को हाशिये पर भेजने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा , ' उन लोगों ने एक सामाजिक कार्यकर्ता और फिल्म प्रड्यूसर की मेरी पहचान को बिगाड़ने की कोशिश की। उन्होंने बॉलिवुड में लोगों को फोन पर धमकियां दीं और मुझसे कोई संबंध न रखने को कहा। ' स्मिता बाल ठाकरे के बड़े बेटे जयदेव की पत्नी हैं। उन्होंने कहा कि वह राज ठाकरे की नीतियों का समर्थन नहीं करतीं और इसलिए एमएनएस में जाने का उन्हें ख्याल भी नहीं आया। उन्होंने कहा , ' मुझे गर्व है कि मैं मराठी हूं और घर पर मराठी में ही बात करती हूं लेकिन मैं यह भी चाहती हूं कि समय के साथ मराठी भी बदलें। आज के जमाने में अंग्रेजी को कोई नजरअंदाज नहीं कर सकता। चीन के लोग भी यह बात जानते हैं। मैं चाहती हूं कि मराठी सिर्फ पी . एल . देशपांडे का साहित्य न पढ़ें बल्कि प्रेमचंद और दूसरी भाषाओं के साहित्यकारों को भी पढ़ें। ' उद्धव ठाकरे के बारे में स्मिता ने कहा कि , ' मुझे लगता है कि बालासाहब ने उन्हें बहुत जल्दी , बहुत बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी। यह जिम्मेदारी देने से पहले उन्हें राजनीति में और ट्रेनिंग देनी चाहिए थी।

Friday, November 27, 2009

अजमल आमिर कसाब के वकील अब्बास काजमी ने हमलों के मामले की सुनवाई कर रही ट्रायल कोर्ट से माफी मांगी।

मुंबई हमले में जिंदा गिरफ्तार किए गए पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल आमिर कसाब के वकील अब्बास काजमी ने हमलों के मामले की सुनवाई कर रही ट्रायल कोर्ट से माफी मांगी। उन्होंने अपनी इस टिप्पणी के लिए शुक्रवार को बिना शर्त माफी मांग ली कि वह अभियोजन पक्ष की ओर से पेश गवाहों के हलफनामों की परवाह नहीं करते। जज एम. एल. तहलियानी ने भी काजमी की माफी को मंजूर करते हुए अपनी यह टिप्पणी वापस ले ली कि काजमी झूठे हैं। काजमी ने इस बात से इनकार किया था कि विशेष सरकारी वकील उज्ज्वल निकम ने 8 मई को अपने शुरुआती संबोधन में कहा था कि वह गवाहों के हलफनामे दाखिल करेंगे। इस पर जज ने गुरुवार को उन्हें झूठा कहा था। कसाब के वकील ने शुक्रवार को कहा कि यह एक ऐतिहासिक मुकदमा है और मैं आरोपित का बचाव करने के लिए अपनी ओर से बेहतरीन कोशिश कर रहा हूं। गुरुवार को जो कुछ हुआ, वह जज्बात में बहकर हुआ और मैं बिना शर्त माफी मांगता हूं। तहलियानी ने कहा कि मैं भी काजमी के बारे में अपनी टिप्पणियां वापस लेता हूं, क्योंकि मैं चाहता हूं कि यह मुद्दा सौहार्दपूर्ण ढंग से हल कर लिया जाए।

Wednesday, November 25, 2009

शिवसेना के पूर्व सांसद मोहन रावले ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर गावस्कर को नहीं, तेंडुलकर को भारत रत्न देने की मांग की थी।

इन दिनों जब शिवसेना भारत के दो महान क्रिकेटरों सचिन तेंडुलकर और सुनील गावस्कर को केवल मराठी पहचान तक सीमित करके उनके बीच बदमजा तुलना कर रही है, तब यह जानना दिलचस्प होगा कि कुछ दिनों पहले ही शिवसेना के पूर्व सांसद मोहन रावले ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर गावस्कर को नहीं, तेंडुलकर को भारत रत्न देने की मांग की थी। 6 नवंबर 2009 को रावले ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा था कि क्रिकेट में सचिन के महान योगदान के देखते हुए इस शीतकालीन सत्र के दौरान संसद के सेंट्रल हॉल में सचिन को आमंत्रित करके उन्हें सम्मानित किया जाना चाहिए। सचिन के रेकॉर्डों का विस्तार से वर्णन करते हुए उन्हें भारतरत्न देने की भी मांग की। सचिन द्वारा खुद को मराठी से पहले भारतीय बताने पर शिवसेना ने जब उन पर आरोपों की बौछार शुरू कर दी, तो रावले खामोश हो गए। वह शिवसेना से सबसे ज्यादा पांचबार लोकसभा पहुंचे हैं। वह पहली बार 2009 में ही हारे हैं। शिवसेना के पूर्व सांसद ने जिसके लिए भारत रत्न की मांग की, उसी का खुद को भारतीय बताना अब शिवसेना को रास नहीं आ रहा। सचिन पर शिवसेना में मतभेद : सचिन को लेकर शिवसेना में अंदर ही अंदर मतभेद उभर रहे हैं। मंगलवार को शिवसेना सांसद संजय राउत के निवास पर शिवसेना सांसदों का डिनर था। वहां कुछ सांसदों ने कहा कि सचिन को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए। वह महाराष्ट्र के युवाओं का आदर्श हैं। यह भी कहा जा रहा है कि गावस्कर के लिए शिवसेना का यह कहना कि उन्होंने महाराष्ट्र के खिलाड़ियों को तरजीह दी, उत्तर भारत के उन क्रिकेटरों के आरोपों की पुष्टि है जो यह कहते रहे हैं कि उनके साथ क्षेत्रीय आधार पर भेदभाव हुआ। एक क्रिकेटर सांसद ने कहा कि बिशन सिंह बेदी और कपिल देव के कप्तान बनने के बाद मुंबई के बाहर के क्रिकेटरों को मौका मिलना शुरू हुआ। गावस्कर के समय में भारतीय टीम में 8-8 महाराष्ट्रीय खिलाड़ी खेले।

Monday, November 23, 2009

मराठी के बाद हिंदी का स्थान आना चाहिए,

मराठी में शपथ नहीं लेने को लेकर महाराष्ट्र विधानसभा में एमएनएस के हमले का सामना करने वाले समाज वादी पार्टी विधायक अबू आसिम आजमी अगले साल टीवी पर एक डिबेट में राज ठाकरे का मराठी में सामना कर सकते हैं। आजमी ने मराठी सीखने के लिए एक टीचर रखा हुआ है। उन्होंने कहा, 'मैंने पांच साल पहले भी मराठी सीखने के लिए एक टीचर रखा था। लेकिन उस वक्त मैं संसद सदस्य था और मराठी की जरूरत नहीं थी।' उन्होंने कहा, 'अब राज्य विधानसभा का सदस्य बनने के बाद मुझे लगता है कि मराठी अवश्य सीखनी चाहिए। मैं इसे रोजाना लगभग एक घंटे सीखता हूं।' आजमी ने कहा, 'महाराष्ट्र के विधायक को मराठी जानना जरूरी है। लेकिन राज्य में मराठी के बाद हिंदी का स्थान आना चाहिए, क्योंकि यहां बड़े पैमाने पर यह भाषा भी बोली जाती है।'

Sunday, November 22, 2009

बीएसई मराठी में वेबसाइट बनाने के लिए तो राजी हो गया

अपने 'मराठी फैलाओ' अभियान में राज ठाकरे और उनकी पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को दो बड़ी स
फलताएं मिलीं। एक तो बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज उनकी मांग के आगे झुक गया। दूसरे, महाराष्ट्र के सीएम अशोक चव्हाण ने भी उनकी एक बड़ी मांग का समर्थन कर दिया है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को चिट्ठी लिखकर कहा था कि वह अपनी वेबसाइट मराठी में बनाए। इस बात के लिए बीएसई राजी हो गया है। एमएनएस ने धमकी भरे अंदाज में कहा था कि शुक्रवार तक मराठी में वेबसाइट बना ली जानी चाहिए। बीएसई मराठी में वेबसाइट बनाने के लिए तो राजी हो गया है, लेकिन वह शुक्रवार तक वेबसाइट तैयार कर पाएगा या नहीं, इस बारे में अभी कुछ नहीं बताया गया है। बीएसई मैनेजमेंट ने एमएनएस से वादा किया है कि जल्दी ही मराठी में वेबसाइट लॉन्च की जाएगी। उधर, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने शनिवार को रेलवे से कहा कि ज्यादा से ज्यादा मराठियों की भर्ती करे। चव्हाण ने रेल मंत्री ममता बनर्जी से यह अपील की है कि और ज्यादा स्थानीय लोगों को रेलवे में नौकरियां दी जाएं। ऐसा लगता है कि मराठी राग अलापते हुए चव्हाण राज ठाकरे की राह पर चल पड़े हैं।

Monday, November 16, 2009

सचिन और बाल ठाकरे के बोल

मैं मराठी हूं और मुझे इस पर गर्व है। लेकिन मैं पहले भारतीय हूं और मुंबई सभी भारतीयों की है।(शनिवार को मीडिया से बातचीत में सचिन तेंडुलकर ने यह बयान दिया था।) ऐसा बयान देकर सचिन ने एक फालतू रन ले लिया, लेकिन मराठी मानूस के दिलोदिमाग की पिच से वह रन आउट हो गए। जब मराठी मानूस को मुंबई मिली, तब तुम पैदा भी नहीं हुए थे। इसे पाने के लिए 105 मराठी लोगों ने बलिदान दिया। तुम्हारे क्रीज छोड़कर पॉलिटिक्स की पिच में घुसने से मराठियों का दिल दुखा है। -बाल ठाकरे (सचिन के बयान का जवाब शिव सेना के मुखपत्र 'सामना' में दिया) यह वही भाषा है, जो मोहम्मद अली जिन्ना बोलते थे। शिव सेना के नेता और राज ठाकरे की पाटीर् के नेताओं को छोड़कर पूरा भारत और सारे मराठी तेंडुलकर के साथ हैं।

पुलिस ने इस मामले में 12 शिवसैनिकों को हिरासत में लिया है।

भोजपुरी गायक और स्टार मनोज तिवारी के वर्सोवा स्थित दफ्तर पर कुछ अज्ञात लोगों ने सोमवार को हमला किया और तोड़फोड़ की। तोड़फोड़ की इस कार्रवाई को मुंबई में शिवसेना और एमएनएस के उत्तर भारतीयों के खिलाफ जारी अभियान से जोड़कर देखा जा रहा है। पुलिस ने इस मामले में 12 शिवसैनिकों को हिरासत में लिया है। मनोज तिवारी ने इस पर हैरानी जताई है। उधर, पुलिस मामले की जांच कर रही है। गौरतलब है कि मनोज तिवारी यूपी के गोरखपुर से समाजवादी पार्टी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़े थे। वह पहले भी राज ठाकरे की एमएनएस और शिवसेना के निशाने पर रहे हैं।

Sunday, November 15, 2009

सचिन सरीखा बनें नेक नैनों का तारा

राज ठाकरे जैसे कट्टरपंथी नेता जब मराठी मानुष के नाम पर राजनीति करते हैं , तो अक्सर प्रसिद्ध मराठी हस्तियों की राय पूछी जाती है। ज्यादातर हस्तियां इस बात से कन्नी काटती रही हैं। लेकिन सचिन तेंडुलकर ने इस मुद्दे पर बोलने की हिम्मत दिखाई है। हालांकि , सेफ खेलते हुए उन्होंने बीच का रास्ता अपनाया है। सचिन तेंडुलकर ने कहा है कि मुंबई भारत की है। उन्होंने कहा कि मैं मराठी हूं , मुझे मराठी होने पर गर्व है लेकिन मुंबई पूरे भारत की है और मैं भारत के लिए खेलता हूं। तेंडुलकर 15 नवंबर को क्रिकेट में अपने 20 साल पूरे कर रहे हैं। इसके लिए आजकल वह कई कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं। ऐसे ही एक कार्यक्रम में जब उनसे मराठी मानुष के मुद्दे पर पूछा गया तो उन्होंने यह बात कही। सचिन ने कहा कि मैं मराठी हूं और इस पर मुझे गर्व है , लेकिन मैं भारतीय भी हूं। मुंबई में शुक्रवार को मीडिया से मुखातिब सचिन तेंडुलकर ने बहुत की खूबसूरती से पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए। वे हिंदी , मराठी और अंग्रेजी में सवालों के जवाब ठीक उसी तरह दे रहे थे जैसे क्रिकेट के मैदान में शॉट खेलते हैं। करीब दो दशक पहले कराची के नैशनल स्टेडियम में सर्दियों की एक सुबह सचिन ने अपने सपनों सरीखे क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी।
कवि की चुटकी : सचिन सरीखा बनें नेक नैनों का तारा बकौल सचिन वह लम्हा उनके क्रिकेट जीवन का सबसे खुशगवार क्षण था। सचिन तेंडुलकर कहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण ( डेब्यू ) उनके लिए एक सपने जैसा था , जिसे आज भी वह जी रहे हैं। सचिन यहीं नहीं रुकते। जब बात क्रिकेट और देश की हो रही हो तो सचिन चुप भी कैसे रहें। उन्होंने कहा , '' भारतीय क्रिकेट टीम की कैप पहनने के बाद मैंने जो कुछ भी हासिल किया वह सब देश के लिए था। क्रिकेट को पसंद करने वालों का प्यार मेरे लिए सबसे अहम है। आप को अपनी कामयाबी की खुशी बांटने के लिए लोगों की जरूरत महसूस होती है और मेरे पास एक अरब से ज़्यादा लोग हैं और ये मेरे लिए काफी है। '' कामयाबी का मंत्र क्या है ? सचिन ने इस सवाल का जवाब दिया कि घर में एक अलिखित नियम था : लोगों को भूत ( जो बीत गया ) के बारे में बात करने दो , आप सिर्फ आगे की सोचो। सचिन ने इस मौके पर पूरे धीरज के साथ मीडिया के सवालों का घंटों सामना किया। जितनी देर वह मीडिया से मुखातिब रहे , आमतौर पर , उतनी देर में वह क्रिकेट मैदान पर सैकड़ा ठोक देते हैं। लेकिन मास्टर ब्लास्टर घबराए नहीं और सवालों के सटीक जवाब दिए।

Thursday, November 12, 2009

एमएनएस की आधिकारिक वेबसाइट तो यही कहती है।

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के प्रमुख राज ठाकरे हिटलर और महात्मा गांधी, दोनों से कैसे प्रेरित हैं, इसका जवाब यह है कि दोनों नेताओं ने समाज को हिलाकर रख दिया और एक तरह से नया हल्लाबोल पैदा किया। एमएनएस की आधिकारिक वेबसाइट तो यही कहती है। हालांकि सोमवार को महाराष्ट्र असेंबली में जो दिखा वह फ्यूरर की प्रेरणा से था। गौरतलब है कि हिटलर जब जर्मनी का नेता चुना गया तो उसे फ्यूरर कहा जाने लगा था। वेबसाइट में कई सारे रोचक सवाल-जवाबों का मिश्रण है। जैसे कि सवाल पूछा गया है कि जब आप अहिंसा के पुजारी गांधी को मानते हैं, तो आपके अनुयायी हिंसक क्यों होते हैं? इसके जवाब में कहा गया कि आपको अपने विपक्षियों से उसी भाषा में बात करने की जरूरत होती है, जो वह महसूस करते हैं। राज यह जवाब देकर अपने लोगों को यही बताना चाहते हैं कि आजमी हिंसा की भाषा ही समझते हैं। हिटलर के लोगों ने यहूदियों और उन लोगों का दमन किया जिन्होंने हिटलर का विरोध किया। एमएनएस ने जबसे उत्तर-भारतीयों के खिलाफ हल्ला बोला, तबसे ही राज और आजमी एक-दूसरे के कट्टर विरोधी हैं। 2005 में एक इंटरव्यू में राज ने कहा था कि यहूदियो के दमन को छोड़ दें तो हिटलर में कई ऐसी खासियत रही हैं, जिन्हें किसी भी नेता को अपनाना चाहिए।

Friday, November 6, 2009

आजमी ने भिवंडी सीट खाली करने का फैसला किया

महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी(एसपी) से 2 सीटों पर जीत हासिल करने वाले अबु आ

सिम आजमी ने भिवंडी सीट खाली करने का फैसला किया है। आजमी मानखुर्द से एसपी विधायक बने रहेंगे। प्रेस कॉन्फ्रंस आयोजित कर आजमी ने कहा कि मैं किसी दबाव की परवाह किए बगैर महाराष्ट्र विधानसभा में राष्ट्रभाषा हिंदी में ही शपथ ग्रहण करूंगा। वह मेरा अधिकार है, जो संविधान द्वारा मुझे प्राप्त है। एमएनएस प्रमुख पर पलटवार करते हुए आजमी ने कहा कि राज ठाकरे की विधिमंडल में अंग्रेजी चलती है, लेकिन राष्ट्रभाषा हिंदी से उनका विरोध है। उनके मुताबिक यदि राज ठाकरे मराठी भाषा को लेकर वास्तव में गंभीर हैं, तो महाराष्ट्र के ही गोंदिया जिले में नगरपरिषद का कामकाज मराठी में कराएं, जहां सारा कामकाज हिंदी में होता है। गोंदिया ही नहीं, बल्कि मराठवाडा और विदर्भ के कई शहरों में लोग हिंदी में ही एक-दूसरे से संवाद करते हैं। आजमी ने यह भी कहा कि मराठी भाषा के प्रति मुझमें अति आदर व सम्मान है। अब मैं मराठी सीख भी रहा हूं और जल्द ही विधानसभा में मराठी में भाषण करूंगा।

Tuesday, November 3, 2009

अंधेरी के मल्टीप्लेक्स फन रिपब्लिक में मामी मंगलवार की सुबह मराठी फिल्म 'विहिर'

अंधेरी के मल्टीप्लेक्स फन रिपब्लिक में मामी (मुम्बई एकेडमी ऑफ मूविंग इमेज) द्वारा आयोजित 11वें मुम्बई फिल्म महोत्सव के दौरान मंगलवार की सुबह मराठी फिल्म 'विहिर' (कुआं) देखने के लिए उमड़े दर्शकों में से ज्यादातर के मन में कहीं न कहीं उत्सुकता जरूर थी कि अमिताभ बच्चन की प्रोडक्शन कम्पनी ए.बी.कॉर्प्स ने आखिर क्या सोचकर इस फिल्म में पैसे लगाए हैं! क्या रह-रह कर क्षेत्रीयतावादी तत्वों के निशाने पर रहे बिग बी ने विवादों का मुंह बंद करने के लिए मराठी फिल्म का निर्माण किया है? 'नहीं', कहना है 'विहिर' के युवा निर्देशक उमेश विनायक कुलकर्णी का, 'इस फिल्म की योजना काफी पहले बनी थी। स्क्रिप्ट पूरी होने के बाद पिछले साल सितम्बर में शूटिंग शुरू हुई थी।' पुणे फिल्म संस्थान से प्रशिक्षित उमेश कुलकर्णी की डिप्लोमा फिल्म 'गिरणी' ने राष्ट्रपति का गोल्ड मेडल जीता था। कठिन संघर्ष के बाद मित्रों के सहयोग से बनी उनकी पहली फीचर फिल्म 'वळू' (सांड) ने अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में खूब प्रशंसा पाई। पुणे फिल्म संस्थान के पूर्व छात्रों के एक मिलन समारोह में उमेश जब जया बच्चन से मिले तो जया ने उन्हें वहीं फिल्म बनाने का ऑफर दे डाला। उमेश ने अपने बचपन की घटनाओं से प्रेरित 'विहिर' की आउटलाइन जया को सुनाई, जो उन्हें पसंद आई और गिरीश कुलकणीर् तथा सती भावे ने पटकथा लेखन शुरू कर दिया। जया और अमिताभ बच्चन इससे पहले अपने मेकअप मैन दीपक सावंत की मराठी फिल्म 'अक्का' में अतिथि भूमिका कर चुके हैं। फिल्म निर्माण में ए.बी.कॉर्प्स के दुबारा सक्रिय होने के बाद 'विहिर' उनकी पहली प्रदर्शित फिल्म है। 'विहिर' दरअसल बचपन और जवानी के दोराहे पर खड़े दो नौजवानों समीर और नचिकेत के भावनात्मक रिश्तों पर आधारित संवेदनशील फिल्म है। गांव के जिस कुएं में समीर तैराक बनने की प्रैक्टिस किया करता था, उसी कुएं में उसके सबसे घनिष्ट मित्र नचिकेत की डूबने से मौत हो जाती है। जीवन में किसी अंतरंग की मौत का पहला-पहला अनुभव समीर को विचलित कर देता है। उसकी भटकी मनोदशा उसके घर के लोग नहीं समझ पाते लेकिन उसे जीवन का मर्म समझाने में सफल रहता है सुदूर गांव का एक गरेड़िया। 'विहिर' को पुसान और लंदन के फिल्म समारोहों में भी अच्छी सराहना मिली है। मामी के मेले में 'विहिर' के अलावा और भी कई मराठी फिल्में दर्शकों के मन को छूने में कामयाब रहीं। 'इंडियन फ्रेम' खंड में शामिल रेणुका शहाणे निर्देशित 'रीता', सचिन कुंडालकर निर्देशित 'गंधा', सुमित्रा भावे एवं सुनील सुखठणकर निर्देशित 'एक कप च्या' को सबने पसंद किया। विश्व सिनेमा के पटल पर मराठी फिल्मों के बढ़ते कदम मराठी सिनेमा के लिए शुभ एवं सकारात्मक संकेत हैं।

Sunday, November 1, 2009

राज ठाकरे ने अमिताभ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।


बॉलिवुड के मेगास्टार अमिताभ बच्चन पर कभी महाराष्ट्र के बजाय उत्तर प्रदेश पर अधिक ध्यान देने का आरोप लगाने वाली राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) अब उनकी तारीफ करते नहीं थक रही है। ऑस्कर के लिए भारत की ओर से नॉमिनेट की गई मराठी फिल्म के प्रचार में अमिताभ द्वार मदद की पेशकश करने के बाद से एमनएस उनसे काफी खुश है। एमएनएस के महासचिव शिरीष पारकर ने बताया कि यह अच्छी बात है कि अमिताभ ऑस्कर के लिए इस फिल्म को सहयोग देंगे। हम उनके इस प्रयास की सराहना करते हैं। गौरतलब है कि पिछले साल सितंबर में राज ठाकरे ने अमिताभ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।
उन्होंने कहा था वह मुंबई में स्टार बने लेकिन उनकी दिलचस्पी उत्तर प्रदेश में है। इसीलिए वह महाराष्ट्र के बजाय उत्तर प्रदेश का ऐंबैसडर बनने की कोशिश करते हैं। एमएनएस कार्यकर्ताओं ने उन दिनों रिलीज हुई अमिताभ की फिल्म 'लास्ट लीयर' के पोस्टर भी फाड़ दिए थे। अमिताभ ने एमएनएस कार्यकर्ताओं को शांत करने के लिए एक संवाददाता सम्मेलन में और अपने ब्लॉग पर माफी मांगी थी। तब कहीं जा कर एमएनएस ने अपना अभियान बंद किया था। हालांकि यह पहला अवसर नहीं है जब बिग बी ने किसी मराठी फिल्म की मदद की पेशकश की है। नवंबर 2004 में अमिताभ ने ऑस्कर में भारत की ओर से नॉमिनेट मराठी फिल्म के निर्माताओं को एक लाख रुपये की मदद दी थी। अमिताभ की कंपनी एबी कॉरपोरेशन ने एक मराठी फिल्म भी बनाई है, जो रिलीज के लिए तैयार है।

Wednesday, October 21, 2009

महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी 131

महाराष्ट्र, हरियाणा और अरुणाचल प्रदेश में 13 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनावों के अधिकतर रुझान आ गए हैं। महाराष्ट्र और हरियाणा में कांग्रेस बढ़त बनाए हुए है। वोटों की गिनती लाइव@10.20 am महाराष्ट्र और हरियाणा के लगभग सभी सीटों के रुझान आ गए हैं। दोनों राज्यों में कांग्रेस को अच्छी-खासी बढ़त मिली है, लेकिन उसे बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी 131, बीजेपी-शिवसेना 107, एमएनएस 12 और अन्य 34 सीटों पर आगे है। वहीं हरियाणा में कांग्रेस 42, आईएनएलडी 22, बीजेपी 5 और हरियाणा जन कांग्रेस व अन्य 18 सीटों पर आगे हैं। अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस 21 सीटों पर आगे है। वोटों की गिनती लाइव@9.30 am अब तक मिले रुझानों के मुताबिक महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन शिवसेना और बीजेपी के गठबंधन से आगे है। हरियाणा में भी कांग्रेस, बीजेपी से आगे चल रही है। लेकिन दोनों जगह किसी को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। महाराष्ट्रः कांग्रेस एनसीपी 125, बीजेपी-शिवसेना 81 और एमएनएस 13 सीटों पर आगे। अरुणाचल प्रदेशः अरुणाचल में कांग्रेस के उम्मीदवार दो विधानसभा सीटों पर अपने प्रतिद्वंद्वी एनसीपी उम्मीदवारों पर बढ़त बनाए हुए हैं। सागली विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार और राज्य कांग्रेस प्रमुख नाबम तुकी एनसीपी के उम्मीदवार पडा ताना से 1992 वोटों से आगे चल रहे हैं। नामसंग सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार एम लोवांग अपने प्रतिद्वंद्वी एनसीपी के डब्ल्यू राजकुमार से आगे चल रहे हैं। हरियाणाः हरियाणा में कांग्रेस 33, बीजेपी 5, आईएनएलडी 21और अन्य 14 सीटों पर आगे। मुलाना विधानसभा सीट से हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष फूलचंद मुलाना आईएनएलडी के राजबीर सिंह बरार से 546 मतों से पीछे। वोटों की गिनती लाइव@9.00 am महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी 92, बीजेपी-शिवसेना 61 और एमएनएस 8 सीटों पर आगे। मुंबई की धारावी विधानसभा सीट पर शिवेसना उम्मीदवार केदारी रायबागे कांग्रेस की वर्षा गायकवाड़ से आगे। शहादा (धुले जिला) और सोलापुर में कांग्रेस उम्मीदवार आगे। नारायण राणे (कुडाल) और केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे की बेटी प्रणीति (सोलापुर) आगे। हरियाणाः हरियाणा में कांग्रेस 22, बीजेपी 4 और आईएनएलडी 13 सीटों पर आगे। कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व मंत्री विनोद शर्मा हरियाणा विधानसभा की अंबाला सिटी सीट पर अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी शिरोमणि अकाली दल ( एसएडी ) की चरणजीत कौर से 5, 437 मतों से आगे। वोटों की गिनती लाइव@8.30 am शुरुआती रुझानों में महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी और बीजेपी-शिवसेना के बीच कांटे की टक्कर चल रही है। वहीं राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस भी अपनी मौजूदगी दिखा रही है। महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी 33 और बीजेपी-शिवसेना 21 सीटों पर आगे। एमएनएस 2 सीटों पर आगे। हरियाणा में कांग्रेस 3 और बीजेपी 2 सीटों पर आगे। गौरतलब है कि इन तीनों ही राज्यों में ईवीएम के जरिए वोटिंग हुई थी। उम्मीद है कि दोपहर तक पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी। तीनों राज्यों में सबसे बड़ा राज्य महाराष्ट्र है। यहां विधानसभा की 288 सीटें हैं। हरियाणा में विधानसभा की 90 सीटें हैं। अरुणाचल प्रदेश में भी 57 सीटों का फैसला होगा। यहां से तीन उम्मीदवार पहले ही निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं।

Saturday, October 17, 2009

मुम्बई महानगरपालिका का कमिश्नर

देश की सबसे बड़ी महानगरपालिका और करीब 20 हजार करोड़ रुपये बजट वाली मुम्बई महानगरपालिका का कमिश्नर बनने वालों की चर्चाएं जोर पकड़ चुकी हैं, जिसमें कई नाम सामने आ रहे हैं। चर्चा में सबसे सबसे ऊपर मुख्यमंत्री के विशेष सचिव स्वाधीन क्षत्रिय का नाम हैं। हालांकि, नई सरकार ही नए कमिश्नर का नाम तय करेगी। बीएमसी के कमिश्नर डॉ. जयराज फाटक का चयन केंद्रीय ग्रामीण और पंचायती राज में एडिशनल सेक्रटरी के तौर हो गया है और उन्हें तबादले का पत्र भी मिल गया है, परंतु राज्य सरकार की ओर से इसकी पुष्टि नहीं हुई है। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव हो गया है लेकिन नतीजे अभी तक सामने नहीं आए हैं। नतीजे आने के बाद 3 नवम्बर से पहले नई सरकार बन सकेगी, तब तक डॉ. फाटक का मुम्बई से जाना मुश्किल होगा। इसकी पुष्टि डॉ. फाटक करते हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, नई सरकार के गठन के बाद ही डॉ. फाटक को महाराष्ट्र कैडर से दिल्ली ज्वाइन करने के लिए छोड़ा जा सकेगा। इस बीच बीएमसी कमिश्नर के तौर पर कई और नामों की चर्चाएं निकल पड़ी है, जिसमें मुख्यमंत्री के विशेष सचिव स्वाधीन क्षत्रिय का नाम प्रमुख है। इनके अतिरिक्त शहरी विकास विभाग के टी.सी. बेंजामिन और बेस्ट के जेनरल मैनेजर उत्तम खोब्रागडे, नाबार्ड के अध्यक्ष उमेश सारंगी, एमएमआरडीए के कमिश्नर रत्नाकर गायकवाड़ का नाम भी चर्चा में हैं। बताया जा रहा है गायकवाड़ की नजर बीएमसी कमिश्नर पद पर नहीं, बल्कि राज्य के मुख्य सचित की कुर्सी पर है। फिलहाल तो फैसला नई सरकार के सत्तासीन होने बाद ही हो पाएगा।

Wednesday, October 14, 2009

शिवसेना-बीजेपी गठबंधन ने मंगलवार को हुए विधानसभा चुनाव में बहुमत की उम्मीद जाहिर की

बीते दस सालों से महाराष्ट्र की सत्ता से दूर शिवसेना-बीजेपी गठबंधन ने मंगलवार को हुए विधानसभा चुनाव में बहुमत की उम्मीद जाहिर की है। वोटिंग फीसदी पर संतोष जाहिर करते हुए महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने राज्य में शिवसेना-बीजेपी युति को 140 से ज्यादा सीटें मिलने का दावा किया है। गडकरी ने कहा कि लोकसभा चुनाव की अपेक्षा राज्य विधानसभा चुनाव में मतदान का वोटिंग पर्सेंटेज बढ़ना यह संकेत दे रहा है कि महाराष्ट्र की जनता कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन सरकार से उकता गई है।

Monday, October 12, 2009

अमिताभ ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि उनका पूरा दिन इंटरव्यू और असंख्य केक काटने के नाम रहा।

अपने जन्मदिन से एक दिन पहले बॉलिवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन के सामने ऐसा मौका भी आया, जब उन्हें अपने 20 रूप देखने को मिले। अमिताभ ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि उनका पूरा दिन इंटरव्यू और असंख्य केक काटने के नाम रहा। शाम को फिल्म का पीवीआर थिअटर में प्रदर्शन हुआ। उन्होंने लिखा कि इसके बाद हम मीडिया से बात करने के लिए नीचे उतरे। इस दौरान मुझे बड़ा आश्चर्यजनक तोहफा मिला। अमिताभ ने लिखा है केक लाने वाले 20 लोग मेरे सामने थे। उन्होंने विभिन्न फिल्मों में मेरी भूमिका वाली पोशाक पहन रखी थी। खास बात यह थी कि सभी ने मेरे चेहरे का मास्क लगा रखा था। उन्होंने लिखा जन्मदिन, बिग बॉस 3 और फिल्म इंडस्ट्री में 40 साल पूरे करने का मौसम है। साक्षात्कारों के इस मौसम में यह ठीक नहीं होता कि मीडिया को मैं मौका न दूं। अमिताभ ने लिखा चैनल वाले कल अपना अलग केक, मोमबत्तियां और जन्मदिन गीत लेकर आए थे। हर इंटरव्यू के लिए मैंने अपनी ड्रेस और जगह बदली, ताकि हर मीडिया के लिए अलग जगह हो।

Friday, October 9, 2009

सत्ता किसके हाथ आएगी

महाराष्ट्र और हरियाणा में सत्ता किसके हाथ आएगी? महाराष्ट्र में शिवसेना-बीजेपी गठबंधन को कुर्सी मिलेगी या कांग्रेस-एनसीपी बाजी मार ले जाएगी। ...और हां राज ठाकरे का क्या होगा? क्या वह बीजेपी-शिवसेना का खेल बिगाड़ने तक ही सीमित रहेंगे या अपना खाता भी खोलेंगे? यह सबकुछ वोटर्स 13 अक्टूबर को तय करेंगे। लेकिन एक चैनल के ओपिनियन पोल के मुताबिक महाराष्ट्र में किसी को बहुमत नहीं मिलने जा रहा। कांग्रेस-एनसीपी सबसे बड़े गठबंधन के रूप में उभरेगा। ऐसे में राज ठाकरे 'किंग मेकर' हो सकते हैं। उधर, हरियाणा में कांग्रेस एक बार फिर सत्ता में आती दिख रही है। टीवी चैनल स्टार न्यूज और नेल्सन के इस सर्वे के मुताबिक 288 की विधानसभा वाले महाराष्ट्र में कांग्रेस को 88 सीटें मिल सकती हैं। जबकि, उसके साझीदार नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी को 52 सीटें मिलने की बात कही गई है। यानी एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन के खाते में कुल 140 सीटें आ सकती हैं। उधर, शिवसेना को 63 और उसके साझीदार बीजेपी को 55 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। इस तरह इस गठबंधन के खाते में कुल 118 सीटें आएंगी। और रही राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की बात तो विधानसभा चुनावों में 12 सीटों के साथ वह अपनी मौजूदगी दर्ज करवाएंगे। ऐसे में बहुमत के गणित में राज बेहद खास हो सकते हैं। उधर, हरियाणा में कांग्रेस एक बार फिर सत्ता में आती दिख रही है। ओपिनियन पोल के मुताबिक 90 सदस्यों की विधानसभा में कांग्रेस 65 सीटों के साथ बहुमत पा लेगी। इंडियन नेशनल लोकदल 8 और हरियाणा जन कांग्रेस को भी इतनी ही सीटें मिलने की उम्मीद है। बीएसपी को 5 और बीजेपी बस 2 सीटों पर सिमट सकती है।

Tuesday, October 6, 2009

दो क्लर्कों को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अधिकारियों ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया

मेडिकल बिल पास करने के नाम पर पड़घा के एक शिक्षक से ढाई हजार रिश्वत मांगने वाले ठाणे के वेतन व भविष्य निर्वाह निधि (पे यूनिट) के दो क्लर्कों को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अधिकारियों ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। उल्लेखनीय है कि पड़घा के शिक्षक रतनकुमार रणभरे बीमार थे, जिसके कारण उन्होंने तीन महीने की मेडिकल बिल की फाइल शिक्षा विभाग में जमा किया था। इस बिल को पास करने के लिए ठाणे पे यूनिट के क्लर्क रामदास माली एवं शाम खैरनार ने शिक्षक रणभरे से ढाई हजार रुपये की मांग की थी। ढाई हजार रुपये न देने पर उन्हें बार-बार परेशान किया जा रहा था, जिसके कारण उन्होंने ठाणे के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से सम्पर्क करके शिकायत की। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अधिकारियों ने शिक्षक रणभरे की शिकायत पर छापा मारकर पे यूनिट के इन दोनों क्लर्कों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।

Sunday, October 4, 2009

कांग्रेस किसी की मदद लेकर मराठी लोगों को बांटने की कोशिश कर रही है।

अपने भतीजे राज ठाकरे पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने कहा है कि कांग्रेस किसी की मदद लेकर मराठी लोगों को बांटने की कोशिश कर रही है। महाराष्ट्र में आगामी 13 अक्तूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए शिवसेना के टिकट बेचे जाने संबंधी आरोपों के संबंध में पूछे जाने पर ठाकरे ने कहा, कौन यह आरोप लगा रहा है? इस तरह की बातें कम से कम शिवेसना में नहीं होंगी। अगर किसी ने टिकट बेचा है और लोगों को पता चला है तो वे उन्हें नहीं चुनेंगे।
शिवसेना के मुखपत्र सामना में छपे इंटरव्यू में बाल ठाकरे ने राज का नाम नहीं लिया, लेकिन उन्होंने कहा- कांग्रेस किसी की मदद लेकर मराठी जनता को बांटने की कोशिश कर रही है। क्यों आप उनपर विश्वास करते हैं। कांग्रेस नीत सरकार को बार-बार चुनने के लिए लोगों को जिम्मेदार ठहराते हुए ठाकरे ने कहा- आप जानते हैं कि कांग्रेस बुरी है, लेकिन आप तब भी उस पार्टी को वोट देते हैं। ठाकरे ने अपने अंदाज में राज्य के कांग्रेसी नेताओं पर एक विदेशी महिला के आगे झुकने का आरोप लगाया। निश्चित तौर पर यह इशारा सोनिया गांधी की तरफ था। मुंबई में प्रवासियों के आगमन पर रोक के लिए ठाकरे ने परमिट प्रणाली को लागू करने की अपनी पुरानी मांग को एकबार फिर दोहराया। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि इस तरह की प्रणाली रूस में लागू है।

Thursday, September 24, 2009

कुत्ते के साथ बलात्कार के दोषी टेक्सी ड्राइवर को नहीं मिली जमानत

यह अपने आप में अनोखा होने के साथ-साथ भारतीय कानून-कायदे के इतिहास में इस तरह का शायद पहला मामला है। कुत्ते का बलात्कार करने के आरोप में 30 अगस्त से जेल में बंद मुंबई के टैक्सी ड्राइवर की जमानत याचिका सेशन कोर्ट ने खारिज हो गई है। आरोपी ड्राइवर का तर्क है कि उसे बेल दे दी जानी चाहिए क्योंकि पुलिस पीड़ित का बयान रेकॉर्ड नहीं कर सकी है। एक महिला द्वारा अपने पालतू कुत्ते से बलात्कार की शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद मुंबई पुलिस ने काफी पसोपेश के बाद ताड़देव से आरोपी टैक्स ड्राइव महेश कामत को गिरफ्तार कर लिया था। कुत्ते का मेडिकल कराने के बाद पुलिस ने पुलिस ने कामत के खिलाफ धारा-377( अप्राकृतिक सेक्स का मामला)और जानवरों के खिलाफ क्रूरता रोकने के कानून के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। इस मामले लगभग पिछले एक महीने से जेल में बंद कामत का तर्क है कि उन पर जानवरों के खिलाफ क्रूरता का मामला नहीं बनता है क्योंकि जस कुत्ते के बलात्कार का आरोप है वह पालतू नहीं है। कामत का यह भी कहना है कि पूरे मामले में उन्हें गलत तरीके से फंसाया गया है। कोर्ट ने कामत की याचिका को खारिज करते हुए कहा कि उसके खिलाफ काफी सबूत हैं। कोर्ट ने यह भी कहा कि कामत के ऊपर जिस अपराध का आरोप है वह इलाके के लोगों को व्यथिक करने वाला है और यह जानवरों के खिलाफ क्रूरता भी है। इस मामले में सबूत के तौर पर पुलिस के पास कुत्ते की मेडिकल रिपोर्ट और कुत्ते की मालकिन होने का दावा करने वाली एकमात्र गवाह का बयान है। इस मामले में पीड़ित का बयान दर्ज करना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर है। पुलिस और कानून विशेषज्ञों का मानना है कि केवल सबूतों के आधार पर मामला चलाने का यह शायद पहला उदाहरण होगा। इसलिए पुलिस ने इस मामले में कामत को कोर्ट में घेरने के लिए डीएनए और फॉरेन्सिक सबूत भी जुटाए हैं।

Tuesday, September 22, 2009

अपेक्षा के अनुरूप मच्छी न मिलने से बाजारों में इसकी कीमतें दुगुनी हो गई

मछली के शौकीनों के लिये यह बुरी खबर है। नारली पुर्णिमा के दिन से अपनी नावों को लेकर समुद्र में गए मच्छीमारों को बेहद कम मात्रा में मछलियां मिल रही हैं। इससे वे घोर निराशा में हैं। मच्छीमारी शुरू हुए करीब डेढ़ महीने हो चुके है, पर अभी तक अपेक्षा के अनुरूप मच्छी न मिलने से बाजारों में इसकी कीमतें दुगुनी हो गई हैं। नवी मुम्बई स्थित हमार निज संवाददाता के मुताबिक उरण, रायगढ़ व नवी मुम्बई के मच्छीमारों के संगठन के अनुसार वर्ष में बरसात के चार महीनों को छोड़कर मछली की कीमतें चिकन व मटन से कम ही रहती है। मुम्बई, ठाणे व रायगढ के विभिन्न ठिकानों से मारकर लाई गई मछली की थोक बिक्री मुम्बई के भाऊच्या धक्का पर होलसेल भाव से होती है। पर महंगी हो जाने से मछली का कम उठाव यानी बिक्री में कमी होने से मच्छीमार खासे परेशान हैं। उनकी लागत तक नहीं निकल रही है। इन दिनों खुले बाजार में पामफलेट 300 से 400 रुपए, जिताड़ा 300 से 350 रुपए, हलवा 300 रुपए, सुरमई 300 से 400 रुपए, रोमच्छी 90 रुपए कतला 100 से 150 रुपए कि तथा केकड़ा 250 रुपए दर्जन बिक रहे हैं जबकि बकरे का गोश्त 200 रुपए, ब्रायलर चिकन 70 से 80 रुपए तथा देशी मुर्गी 125 से 150 रुपए किलो दर से बिक रही है।

एम एन एस महाराष्ट्र में फिर भाजपा-शिवसेना के लिए घातक होगी

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) विधान सभा चुनाव के मद्देनजर सोमवार को अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करने वाली है। माना जा रहा है कि मुंबई की 36 सीटों में से 25 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा एमएनएस कर सकती है। इसमें लोक सभा चुनाव लड़ने वाले सभी नेता भी दौड़ में है। जिन उम्मीदवारों के नाम तय माने जा रहे हैं, उनमें शिवड़ी से बाला नांदगांवकर, मागाठाणे से एमएनएस के महासचिव प्रवीण दरेकर, बोरिवली से नयन कदम, डिंडोशी से शालिनी ठाकरे और भांडुप से शिशिर शिंदे हैं। काबिल-ए-गौर है कि लोकसभा चुनाव में एमएनएस को दिंडोशी विधान सभा सीट से 27,000 और मागाठाणे सीट से 41,000 वोट मिले थे, इसलिए पार्टी को बाला नांदगांवकर के अलावा इन दोनों सीटों से काफी अपेक्षाएं हैं। सूत्र बताते हैं कि पार्टी उपाध्यक्ष और उत्तर भारतीय नेता अखिलेश चौबे को कांदिवली से उतारना चाहती थी। उन्होंने कांग्रेस के उत्तर भारतीय उम्मीदवार रमेश सिंह से मुकाबले उम्मीदवार बनने से मना कर दिया। हालांकि इस मामले में चौबे ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। उधर, लोकसभा उम्मीदवार रह चुके शिरीष पारकर विले पार्ले से लड़ सकते हैं, मगर सूत्र बताते हैं कि यहां से पूर्व महापौर रमेश प्रभु भी तगड़ी दावेदारी पेश कर रहे हैं। यही हाल लोक सभा उम्मीदवार शिल्पा सरपोतदार का है, जिन्होंने कालीना से सीट मांगी है। विभाग प्रमुख चंद्रकांत मोरे भी इस सीट से दावेदार हैं। जहां तक पूरे महाराष्ट्र का सवाल है, सूत्र के मुताबिक हाल ही में 12 लोक सभा सीटों पर चुनाव लड़ने वाली एमएनएस 100 से 120 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बना रही है। पार्टी उन सीटों पर अवश्य अपने उम्मीदवार उतारेगी जहां इसके उम्मीदवारों का नंबर लोकसभा चुनावों में दूसरे और तीसरे स्थान पर रहा था। पार्टी चौथे स्थान पर भी उम्मीदवार उतार सकती है, बशर्ते कैंडिडेट अच्छा हो। इस बीच शिव सेना बदलापुर शहर के इकाई प्रमुख वामन म्हात्रे अपने करीब 200 समर्थकों के साथ राज ठाकरे के समक्ष एमएनएस में शामिल हो गए। एमएनएस में शामिल होने का काम उन्होंने राज ठाकरे के निवास 'कृष्ण कुंज' में किया। म्हात्रे ने कहा कि मुरबाड की सीट बीजेपी को दे दिए जाने से वहां के स्थानीय शिवसैनिकों में खासी नाराजगी है।

Sunday, September 20, 2009

निजी तस्वीरों को उनके लैपटॉप से हैक कर ब्लैकमेल करने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया

पंडित रविशंकर की बेटी और कंपोजर अनुष्का शंकर की निजी तस्वीरों को उनके लैपटॉप से हैक कर ब्लैकमेल करने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कोर्ट ने जुनैद को 14 दिनों के लिए जुडिशल कस्टडी में भेज दिया है। मुंबई से गिरफ्तार इस शख्स का नाम जुनैद अहमद बताया जा रहा है। इससे पहले मीडिया और टीवी चैनलों में खबरें आईं कि किसी ने मशहूर सितारवादक पंडित रविशंकर की बेटी अनुष्का शंकर के लैपटॉप से निजी फोटो चुरा लिए हैं। इन तस्वीरों के जरिए अनुष्का को ब्लैकमेल करने की कोशिश की जा रही है। दिल्ली पुलिस ने आईपीसी की धारा 386 के तहत अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली थी और इस मामले की जांच कर रही थी। बताया जाता है कि अनुष्का का लैपटॉप मरम्मत के लिए दक्षिणी दिल्ली के ऐपल सर्विस सेंटर में भेजा गया था। पुलिस को शक है कि सर्विस सेंटर में ही किसी ने अनुष्का की तस्वीरें चुरा लीं। खबरों के मुताबिक , अनुष्का शंकर , अमेरिका के कैलिफोर्निया में रहती हैं और उनका एक घर दिल्ली में भी है। इस साल फरवरी में उन्होंने अपना लैपटॉप मरम्मत के लिए सर्विस सेंटर भेजा था। अगस्त में पंडित रवि शंकर ने इस मामले की शिकायत दिल्ली पुलिस से की जिसके बाद पुलिस ने तहकीकात शुरू कर दी। इस मामले में जांचकर्ताओं का शक मुंबई में रहने वाले एक शख्स पर है।
ग्लैमरस अंदाज में अनुष्का शंकर कहा जा रहा है कि तथाकथित ब्लैकमेलर ने अनुष्का को कई ईमेल भेजे हैं जिनमें से कुछ भारत के बाहर से भी भेजे गए। ऐसे ही एक ईमेल में तस्वीरें के बदले एक लाख डॉलर की मांग भी की गई। लेकिन जांचकर्ताओं का कहना है कि आईपी अड्रेस और जीपीआरएस कनेक्शन के डीटेल से पता चला है कि यह ईमेल भारत से ही भेजे गए हैं।

Tuesday, September 15, 2009

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सभी चुनाव क्षेत्रों में 'रेलवे इंजन' के रूप में एक ही चुनाव चिह्न दिया जाए।

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को चुनाव आयोग को निर्देश दिया कि राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) को आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सभी चुनाव क्षेत्रों में 'रेलवे इंजन' के रूप में एक ही चुनाव चिह्न दिया जाए। पर साथ ही अदालत ने कहा कि यह उसी सूरत में होना चाहिए जब इस चिह्न पर बीते चुनाव में किसी और कैंडिडेट ने जीत दर्ज न की हो। एमएनएस की याचिका पर यह आदेश चीफ जस्टिस के. जी. बालाकृष्णन वाली बेंच ने दिया। एमएनएस ने याचिका दायर कर विधानसभा चुनाव में करीब 150 सीटों पर लड़ने के लिए एक ही चुनाव चिह्न देने का आग्रह किया था। बेंच ने जन सूर्य शक्ति पार्टी को भी 'नारियल' के रूप में एक ही चुनाव चिह्न आवंटित करने का निर्देश दिया। यह पार्टी करीब 100 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है। कोर्ट ने करीब 100 सीटों पर लड़ रही बहुजन विकास अघाड़ी को एक ही चुनाव चिह्न दिए जाने का आदेश दिया। ये तीनों पार्टियां गैर मान्यता प्राप्त दलों के रूप में पंजीकृत हैं, जिन्होंने सभी चुनाव क्षेत्रों में एक ही चुनाव चिह्न दिए जाने की मांग है। 13 अक्टूबर को होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए 18 सितंबर से नामांकन शुरू होना है। एमएनएस की ओर से पेश हुए सीनियर एडवोकेट के. के. वेणुगोपाल ने कहा कि अगर एक ही चुनाव चिह्न नहीं मिला तो इससे मतदाता, खासकर निरक्षर मतदाता भ्रमित होंगे। उन्होंने याद दिलाया कि हाल के आम चुनावों में प्रजा राज्यम व एमडीएमके जैसे गैर मान्यता प्राप्त दलों को विशिष्ट चुनाव चिह्न दिए जाने का निर्देश दिया गया था। चुनाव आयोग के अनुसार सिर्फ मान्यता प्राप्त दल ही सभी निर्वाचन क्षेत्रों में एक चुनाव चिह्न पाने के हकदार होते हैं, जबकि अन्य को आयोग द्वारा संबंधित निर्वाचन क्षेत्र में दिए गए चुनाव चिह्न को स्वीकार करना होता है। हालांकि बेंच ने यह भी कहा कि गैर मान्यता प्राप्त पार्टियां लंबे-चौड़े वादों के साथ एक ही चिह्न अलॉट करने की मांग करती हैं पर वे कुल वोटों का 6 पर्सेंट या कम से कम दो सीटें भी नहीं जीत पातीं, जिससे कि उन्हें मान्यता प्राप्त पार्टी का दर्जा मिल सके।

Sunday, September 13, 2009

सरकारी एजेंसियों की ओर से मुक्त कराए गए, चार बाल श्रमिकों की मौजूदा स्थिति पर रिपोर्ट मांगी।

बंबई हाई कोर्ट ने शुक्रवार को, हाल ही के समय में सरकारी एजेंसियों की ओर से मुक्त कराए गए, चार बाल श्रमिकों की मौजूदा स्थिति पर रिपोर्ट मांगी। अदालत बाल श्रमिकों के मुद्दे पर एक स्वत: संज्ञान जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी। जस्टिस बिलाल नाजकी और जस्टिस ए. आर जोशी की खंडपीठ ने इस मामले में अदालत की मदद कर रहे दो वकीलों से मुक्त कराए गए मुम्बई निवासी चार बच्चों के घर का दौरा करने तथा यह रिपोर्ट तैयार करने को कहा कि क्या वे स्कूल जा रहे हैं, क्या उन्हें किसी सरकारी एजेंसी या गैर-सरकारी संगठन से कोई मदद मिल रही है और उनकी आमदनी का जरिया क्या है। इस मामले में सुनवाई की अगली तारीख 15 सितंबर तय की गई है। इससे पहले सुनवाई के दौरान अतिरिक्त लोक अभियोजक अरुणा पई कामत ने अदालत से कहा कि मुक्त कराए गए बच्चों को आर्थिक मदद नहीं मिल रही है। न्यायाधीशों ने पूछा, 'तो फिर वे स्कूल कैसे जाएंगे।' अदालत ने गुरुवार को टिप्पणी की थी कि बिना शैक्षणिक अवसर मुहैया कराए महज बच्चों को मुक्त कराना एक निरर्थक कवायद है। आधिकारिक आंकड़े के अनुसार बाल श्रमिकों को मुक्त कराने के लिए राज्य सरकार की ओर से गठित एक विशेष कार्यबल ने गत 30 जून तक शहर में 810 बच्चों को मुक्त कराया है। इसके अलावा अन्य सरकारी एजेंसियों ने भी ऐसे 672 बच्चे मुक्त कराए हैं।

Thursday, September 10, 2009

नेता बंद कमरों में बैठकर उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा कर रहे हैं।

सीटों के बंटवारे के मामले में शिवसेना-बीजेपी खेमे में खामोशी छाई हुई है। उनके खेमे में न तनाव है न इच्छुक उम्मीदवारों का मेला। नेता बंद कमरों में बैठकर उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा कर रहे हैं। गठबंधन का ऐलान नहीं किया जा रहा है, लेकिन सीटों का बंटवारा हो चुका है। मुंबई में शिवसेना को 21 और बीजेपी को 15 सीटें मिली हैं। सूत्रों ने बताया कि शिवसेना ने लगभग 20 जगहों के लिए प्रत्याशी तय भी कर लिए हैं। पर बगावत होने के डर से ये नाम तब घोषित किए जाने वाले है जब एमएनएस में उनके चले जाने की गुंजाइश कम से कम हो। जिन नामों की चर्चा है उनमें रविंद्र वायकर, सनील प्रभु, सुभाष देसाई, शैलेष फणसे, विनायक राऊत, जितेंद्र जानावले, दिनंबर कांडरकर, दगडू सकपाल, रमेश कोरगांवकर, दत्ता दलवी तथा मेयर शुभा राऊल प्रमुख हैं। शिवसेना के 21 संभावित उम्मीदवारों में महिलाएं बहुत कम हैं। शिवसेना में शामिल हुए इंडियन आइडल अभिजीत सावन्त को धारावी से वर्षा गायकवाड के खिलाफ उतारने का प्रस्ताव है। मलबार हील सीट के बारे में अभी बीजेपी-शिवसेना में विवाद है। पर बीजेपी सूत्रों का दावा है कि वह उसे ही मिलेगी। इस क्षेत्र से बीजेपी के जिन दो नामों की चर्चा है, उनमें मौजूदा विधायक मंगलप्रभात लोढ़ा और शायना एनसी शामिल है। जिन पांच विधानसभा क्षेत्रों में गत लोकसभा में एनएनएस को बढ़त मिली है उनमें से शिवडी, घाटकोपर (प),बीजेपी के कोटे में गई है और मागाठणे,विक्रोली,भांडूप (प) शिवसेना ने अपने पास रखी है। मलबार हिल में एनएनएस को 10 हजार135 मत मिले।

Tuesday, September 8, 2009

तीसरे मोर्चे 'रिपब्लिकन लेफ्ट डिमॉक्रैटिक फ्रंट' ने सोमवार को सीटों का बंटवारा कर दिया।


महाराष्ट्र के आगामी विधान सभा चुनाव में बने तीसरे मोर्चे 'रिपब्लिकन लेफ्ट डिमॉक्रैटिक फ्रंट' ने सोमवार को सीटों का बंटवारा कर दिया। सोमवार को इस गठबंधन ने राज्य की 200 सीटों का वितरण पूरा कर लिया। इस फ्रंट के नेता और प्रमुख निमंत्रक रामदास आठवले ने बताया कि जल्द ही शेष 88 सीटों के लिए भी हम अपने सीटों का बंटवारा कर लेंगे। उन्होंने भरोसा जताया कि उनका यह फ्रंट सरकार के गठन में अपना अहम रोल निभाएगा। फ्रंट को जयललिता का भी समर्थन हासिल है। जहां तक पार्टियों के लिहाज से मिले सीटों का प्रश्न है तो इसमें सबसे ज्यादा सीटें आरपीआई को ही मिली हैं। पार्टी 200 में 85 सीटों पर लड़ेगी। इसके अलावा एसपी 21, जेडीएस 14, सीपीआई 10, सीपीएम 13, शेतकरी कामगार पक्ष और स्वाभिमानी शेतकरी संगठना को 13-13 सीटें मिली हैं। राष्ट्रीय समाज पक्ष को 19, लोक भारती को 5 सीटें दी गई हैं।

Thursday, September 3, 2009

महाराष्ट्र में उत्तर भारतीय कांग्रेस के साथ


बीजेपी के नाराज उत्तर भारतीय नेताओं ने पार्टी पर दबाव बनाते हुए पार्टी से सामूहिक इस्तीफा देने का मन बना लिया है। बीजेपी नेतृत्व आगामी विधानसभा चुनाव में उत्तर भारतीयों कार्यकर्ताओं के हितों की रक्षा में असफल रहा है, ऐसा उनका आरोप है। शिवसेना के साथ समझौते में उत्तर भारतीय बहुल सीटें बीजेपी ने छीनी जाने को लेकर नाराजगी है। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को दिल्ली में इन नेताओं ने अल्टिमेटम दिया था। प्रदेश बीजेपी के प्रभारी बनाये गए कप्तान सिंह सोलंकी भी उन्हें मनाने में सफल रहे। पार्टी सूत्रों के अनुसार, नाराज नेताओं ने अपने सामूहिक इस्तीफे पार्टी आलाकमान को पहुंचाने के लिए पार्टी के उत्तर भारतीय मोर्चा के अध्यक्ष शमशेर सिंह के हवाले कर दिए हैं। बुधवार को दादर के वसंत स्मृति पार्टी कार्यालय में मुम्बई भर के प्रमुख उत्तर भारतीय नेताओं की बैठक हुई। बैठक में मुम्बई अध्यक्ष जयप्रकाश ठाकुर व आर.यू. सिंह, महामंत्री व पूर्व उपमहापौर राजेश शर्मा, महाराष्ट्र उत्तर भारतीय मोर्चा महामंत्री सुरेन्द्र दुबे, नगरसेवक व जिला महामंत्री सीताराम तिवारी, संजय उपाध्याय, श्रीनिवास तिवारी, आर.डी. यादव, बाबा यादव समेत मुम्बई और महाराष्ट्र के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया।

Tuesday, September 1, 2009

ए-1 कोच के उस केबिन में कोई यात्री ही नहीं था।

हजरत निजामुद्दीन (दिल्ली) से बांद्रा टर्मिनल (मुंबई) के बीच चलने वाली महाराष्ट्र संपर्क क्रांति के एसी कोच ए-1 में लड़की की लाश मिलने से सनसनी फैल गई है। लाश एक कपड़े के बैग में रखी थी। लाश का पता चलने पर गाड़ी मथुरा स्टेशन पर रुकवाई गई। रात 9 बज कर 35 मिनट पर चलने वाली इस गाड़ी का दिल्ली से कोटा के बीच कोई स्टॉपेज नहीं है। इसके चलते यह साफ है कि लाश को दिल्ली में ही चढ़ाया गया। लड़की की उम्र करीब 14-15 साल बताई गई है। उसकी गर्दन टूटी हुई है। बताया जा रहा है कि ए-1 कोच के उस केबिन में कोई यात्री ही नहीं था। बर्थ नंबर 1 से 4 तक खाली थे। मथुरा स्टेशन से पहले किसी की नजर बर्थ नंबर-1 के नीचे रखे बैग पर पड़ी, तो उसने गार्ड को उसकी जानकारी दी। गार्ड ने मौके पर पहुंच कर बैग खोल कर देखा तो उसमें टीनएजर की लाश मिली। उसने तुरंत मथुरा स्टेशन को इसकी जानकारी दी। स्टेशन पर जीआरपी ने लाश को अपने कब्जे में ले लिया। आगरा डिवीजन के डीएससी पंकज गंगवार ने बताया कि हत्या की वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगी। लेकिन देखने से ऐसा लग रहा जैसे उसकी गर्दन तोड़ी गई है। उन्होंने बताया कि हो सकता है कि बैग में रखने के चलते ऐसा हो गया हो। उन्होंने बताया कि इस बात का पता लगाया जा रहा है कि केबिन के चारों बर्थ किसके नाम पर बुक थे। निजामुद्दीन जीआरपी को इसकी सूचना दे दी गई है।

Monday, August 31, 2009

अभियान अभी जारी

पुलिस ने एक अज्ञात कॉल प्राप्त किया, जिसमें दावा किया गया कि अंधेरी और मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशनों पर विस्फोटक लगाए गए हैं। पुलिस ने बताया कि बम निरोधक दस्ते को तलाशी के काम में लगा दिया गया है और यह अभियान अभी जारी है।

दोनों स्टेशनों की तलाशी

मुंबई के 2 उपनगरीय रेलवे स्टेशनों पर बम लगाए जाने के संबंध में एक धमकी भरा काल आया, जिसके बाद इन दोनों स्टेशनों की तलाशी ली जा रही है।

Saturday, August 29, 2009

और उसने मॉडल के साथ बदतमीजी शुरू कर दी।

एल्बम की लॉन्चिंग पार्टी में मॉडल से छेड़छाड़ करने के आरोप में प्रड्यूसर अशोक खुल्लर के खिलाफ
मामला दर्ज हुआ है। यह वाकया शुक्रवार की रात मुंबई में हुआ। मॉडल स्टेज पर परफॉर्मेंस दे रही थी। इस दौरान अशोक खुल्लर स्टेज पर चढ़ गया और उसने मॉडल के साथ बदतमीजी शुरू कर दी। जब काफी देर तक इस शख्स ने मॉडल का हाथ नहीं छोड़ा तो उसने लोगों से मदद की गुहार लगाई।किसी तरह मॉडल को उसके चंगुल से आजाद कराया गया। मडॉल ने अंबोली पुलिस थाने में खुल्लर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने आईपीसी के सेक्शन 504 और 506 के तहत मामला दर्ज करके खुल्लर से पूछताछ शुरू कर दी है।

Thursday, August 27, 2009

अरुण शौरी का पार्टी के खिलाफ टिप्पणी करना 'पूर्ण अनुशासनहीनता' है।


बीजेपी के वरिष्ठ नेता राम नाइक ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता अरुण शौरी का पार्टी के खिलाफ
टिप्पणी करना 'पूर्ण अनुशासनहीनता' है। बीजेपी के अनुशासनात्मक पेनल के प्रमुख नाइक ने कहा, 'शौरी ने जो कुछ किया, वह पूर्ण अनुशासनहीनता है।' शौरी के खिलाफ क्या कार्रवाई की जानी चाहिए, यह पूछने पर उन्होंने कहा, 'पार्टी का संसदीय बोर्ड यह फैसला करेगा।' नाइक ने हालांकि पार्टी के निष्कासित नेता जसवंत सिंह के बारे में टिप्पणी करने से यह कहकर इनकार कर दिया कि 'यह एक खत्म हो चुका अध्याय है।' गौरतलब है कि पत्रकार से नेता बने शौरी (68) ने बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह पर प्रहार करते हुए उन्हें 'एलिस इन ब्लंडरलैंड' करार दिया था और पार्टी को 'कटी पतंग' कहा था।

Tuesday, August 25, 2009

कब होंगी मुंबई की इमारतें सुरक्षित

मुंबई के लैमिंगटन रोड पर मौजूद एक इमारत का एक बड़ा हिस्सा मंगलवार शाम धंस गया। इमारत के धंसने से पांच लोग घायल हो गए। फायर ब्रिगेड के अफसरों ने बताया तक पांच लोगों को बाहर निकाला जा चुका है। उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया है। बचाव कार्य देर रात तक जारी था। अभी तक यह नहीं पता चला सका है कि रिहायशी इमारत में कितने लोग थे और मलबे में कितने लोग अभी फंसे हुए हैं। बीएमसी कमिश्नर जयराज फाटक ने बताया कि घायलों में एक महिला को गंभीर हालत में नायर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अन्य को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी मिल गई। अधिकारियों ने बताया कि इमारत में रहने वालों के अलावा आसपास से गुजर रहे लोग भी मलबे में फंसे हो सकते हैं। प्राथमिक जानकारी के अनुसार इमारत के भूतल पर स्थित एक दुकान में निर्माण कार्य होने से इसका एक खंभा कमजोर हो गया था, जिसके चलते इमारत का एक बड़ा हिस्सा ढह गया।

Sunday, August 23, 2009

पहला दर्शन पाने के लिए भक्त कतार में खड़े हो गए हैं।

लालबाग के राजा का दरबार सज गया है। पहला दर्शन पाने के लिए भक्त कतार में खड़े हो गए हैं। इस साल लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल ने सजावट के बजाय राजा का दर्शन भक्तगण आराम से प्राप्त कर सकें इसी पर ही पूरा ध्यान केंद्रित किया है। मन्नत और दर्शन के लिए अलग-अलग लाइन लगाने की व्यवस्था की है। भक्तगणों को डॉ. बी.ए.आम्बेडर मार्ग की बजाय अम्बावाडी की ओर से लाइन लगाने की व्यवस्था की है। इस तरफ ओम शांति डेवलपर ने 10,000 भक्तगणों को कतार में खड़े होने के लिए जगह उपलब्ध कराई है तथा ग्राउंड प्लस एक मंजिला रैम्प भी बनाया है। पंडाल के अंदर ही बड़े-बड़े दो स्क्रीन लगाए गए हैं, ताकि राजा का दर्शन लोग ले सकें। कुछ भक्तगणों की मांग है कि, इस तरह के बड़े-बड़े स्क्रीन पंडाल के चारों ओर लगा दिया जाय, तो निश्चित ही बहुत सारे लोग बाहर से ही दर्शन कर चले जाएंगे। लालबाग के राजा का दर्शन प्राप्त करने के लिए पिछले साल तक लोग घंटों भूखे प्यारे कतार में खड़े रहते हैं, लेकिन इस साल मंडल ने ऐसी व्यवस्था की है कि ताकि कतार में खड़े भक्त को प्यास लगे तो उन्हें चाय-पानी दी जा सके। शौचालय की भी व्यवस्था की गई है। मंडल का इरादा साफ है कि भक्तगणों को किसी तरह की कठिनाई नहीं होने पाए। इस मंडल की स्थापना 1934 में तब की गई थी जब देश अंग्रेजी हुक्मरानों से आजादी की लड़ाई लड़ रहा था। पिछले साल मंडल ने अपने स्थापना के 75 साल पूरे किए। मंडल के अध्यक्ष सतीश अनंत खणकर कहते हैं कि पिछले साल सजावट पर ध्यान दिया गया था, लेकिन इस साल ज्यादा से ज्यादा सुविधा भक्तगणों को देने की योजना पर काम किया है। सुरक्षा की दृष्टि से 50 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे, डोर फ्रेम, डिटेक्टर मशीन, वॉकी टॉकी का प्रबंध किया है। यही नहीं इस साल दो करोड़ भक्तगणों पर और दो करोड़ रुपए का बीमा कराया है।

रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया अकेले चुनाव लडेगी

रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष रामदास अठावले ने आज कहा कि आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ेगी। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पार्टी ने किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करने का फैसला किया है। अठावले ने यह भी कहा कि आरपीआई के विभिन्न धड़ों को एक साथ आना चाहिए और दलित समुदाय की उन्नति और सशक्तिकरण के लिए काम करना चाहिए।

Thursday, August 20, 2009

24 अगस्त तक बूटा सिंह से पूछताछ

राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष बूटा सिंह से उनके पुत्र के खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के मामले के सिलसिले में सीबीआई जल्द ही पूछताछ करेगी। सीबीआई के संयुक्त निदेशक (पश्चिमी क्षेत्र)रिषिराज सिंह ने गुरुवार को यहां बताया 24 अगस्त तक बूटा सिंह से पूछताछ करनी है। उनका बयान आरोपी के तौर पर नहीं बल्कि गवाह के तौर पर दर्ज किया जाएगा। बूटा के पुत्र सरबजीत सिंह को एजंसी ने 31 जुलाई को गिरफ्तार किया था। सरबजीत पर नासिक के एक ठेकेदार रामाराव पाटिल से तीन करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप है। यह राशि अधिकारी को प्रभावित करने लिए मांगी गयी थी ताकि उसके खिलाफ न मामला दर्ज किया जा सके और न ही मामले को जांच के लिए एजंसी के पास भेजा जा सके। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि बूटा सिंह से कहां पूछताछ की जाएगी। लेकिन सूत्रों का कहना है कि उनसे पूछताछ दिल्ली में की जा सकती है। बूटा सिंह ने पूर्व में दिल्ली में कहा था हमला (सीबीआई का)मेरे पूरे राजनीतिक जीवन और राजनीतिक भविष्य को खत्म करने का प्रयास है। पाटिल ने दलित समुदाय के सौ से अधिक व्यक्तियों की ओर से एक सहकारी समिति से करीब 10 करोड़ रुपये का ऋण लिया था। इस धन राशि की कथित तौर पर हेराफेरी करने के आरोप में उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया।

Wednesday, August 19, 2009

आगामी विधानसभा चुनाव अपने बलबूते पर लड़ेंगे।

पिछले 19 सालों से कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के साथ जारी गठबंधन तोड़ते हुए रामदास आठवले, डॉ. राजेंद्र गवई और जोगेंद्र कवाडे ने मंगलवार को घोषणा कर दी कि रिपब्लिकन एकता में शामिल सभी दल और संगठन आगामी विधानसभा चुनाव अपने बलबूते पर लड़ेंगे। संभव है कि इस निर्णय का जबरदस्त खामियाजा आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस को भुगतना पड़े। वरिष्ठ रिपब्लिकन नेता श्री आठवले, डॉ. गवई और प्रा. कवाडे ने मंगलवार को पत्रकारों को बताया कि अब हम किसी भी स्थिति में कांग्रेस आघाड़ी और शिवसेना-बीजेपी युति से नहीं जुड़ेंगे और हमारी कोशिश रहेगी कि हम तीसरे मोर्चे को अधिक मजबूत करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि श्री गवई के नेतृत्व वाली रिपब्लिकन पार्टी रजिस्टर्ड दल होने के कारण इसी पार्टी के टिकट पर सभी रिपब्लिकन उम्मीदवार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। पर, इस समय एक और वरिष्ठ नेता टी.एम. काम्बले ने चुनाव के संदर्भ में तमाम विकल्प अब भी खुले रखने का प्रस्ताव रखा। पर वह अन्य नेताओं द्वारा मंजूर न किये जाने के कारण वे उसी समय इस 'एकजुट' से बाहर हो गये। आठवले और गवई ने यह भी कहा कि हमारी इच्छा थी कि प्रकाश आम्बेडकर भी इस एकजुट में शामिल हों पर उनकी जिद्दी स्वभाव के कारण हमने निर्णय उनके विवेक पर छोड़ दिया है। अब उनका भविष्य आम्बेडकरी जनता ही तय करेगी। श्री आठवले ने कहा कि हमने डॉ. बाबा साहेब आम्बेडकर के विचारों को मानने वाली दलित जनता की संतप्त भावना के मद्देनजर और उनकी अस्मिता और स्वाभिमान को कायम रखने के लिए 19 वर्ष से जारी कांग्रेस और हमारा गठबंधन हमने तोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि आगामी 22 अगस्त से राज्य में विभिन्न स्थानों पर सभाओं का आयोजन कर वे आम्बेडकर के अनुयायी दलित जनता, आदिवासी, अल्पसंख्यक और बहुजन समाज से संवाद स्थापित करेंगे।

Tuesday, August 18, 2009

सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं ने राष्ट्रपति से देव आनंद को 'भारत रत्न' देने की मांग की

सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं ने राष्ट्रपति से देव आनंद को 'भारत रत्न' देने की मांग की है। फिल्म इंडस्ट्री के अलावा उद्योग जगत के भी कई लोगों ने प्रधानमंत्री को इस संबंध में पत्र लिखा है। ऑल इंडिया असोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज ने पीएम मनमोहन सिंह को लिखे पत्र में कहा है कि कला एवं समाज सेवा के क्षेत्र में देव आनंद के योगदान को देखते हुए उन्हें सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' के खिताब से नवाजा जाना चाहिए। गौरतलब है कि देव आनंद पद्मविभूषण तथा 'दादा साहेब फाल्के पुरस्कार' पा चुके हैं। इस बीच, भारत सरकार ने देव आनंद की फिल्मों का एक उत्सव दिल्ली में आयोजित किया है। यह 4 सितम्बर से सिरी फोर्ट ऑडिटोरियम में चार दिनों तक चलेगा। उत्सव का उद्घाटन समारोह में सूचना-प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी देव आनंद को सम्मानित कर करेंगी। इस अवसर पर उनकी फिल्म 'गाइड' का विशेष प्रदर्शन होगा, जिसके लिए पिछले साल कान फिल्म फेस्टिवल में देव आनंद ने खूब तालियां बटोरी थीं। उत्सव में 'गाइड' के अलावा उनकी चार अन्य फिल्में जूअल थीफ', 'हम दोनों', 'बाज़ी' तथा 'टैक्सी ड्राइवर' भी दिखाई जाएंगी।

Monday, August 17, 2009

ऐक्ट्रिस ऐश्वर्या राय बच्चन में फ्लू जैसे लक्षण पाए गए

ऐक्ट्रिस ऐश्वर्या राय बच्चन में फ्लू जैसे लक्षण पाए गए हैं। उन्हें चेस्ट इन्फेक्शन है। इस बात से उनके ससुर अमिताभ बच्चन काफी चिंतित हैं। ऐश्वर्या अपने पति अभिषेक बच्चन के साथ ऊटी में अपनी आने वाली फिल्म रावण की शूटिंग कर रही हैं। लेकिन वहीं उनकी तबीयत बिगड़ गई। यह जानकारी अमिताभ बच्चन ने अपने ब्लॉग पर दी है। अमिताभ फिलहाल सिंगापुर में हैं,जहां वह समाजवादी पार्टी नेता अमर सिंह से मिलने गए हैं। अमिर सिंह सिंगापुर में इलाज करा रहे हैं। बिग बी ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि ऐश्वर्या को चेस्ट इन्फेक्शन है। उन्हें शनिवार को तेज बुखार था, लेकिन आज उन्हें कुछ हैं। बिग बी लिखते हैं कि बच्चों से दूर रहना और उनकी देखभाल न कर पाना काफी परेशान कर देता है। ठीक है कि वे शादीशुदा और जिम्मेदार हैं, लेकिन बच्चे हमेशा बच्चे रहते हैं। अमिताभ ने लिखा है कि वह खुद भी कमर दर्द से परेशान हैं। उनके मुताबिक जया बच्चन मुंबई के लिए निकल गई हैं। उन्होंने एक महीने से ज्यादा अमर सिंह के साथ बिताया। मैं यहां तब तक रहूंगा, जब तक कि अमर सिंह पूरी तरह ठीक होकर वापस आने लायक नहीं हो जाते।

Friday, August 14, 2009

सब फर्जी काम का केन्द्र है काशीमीरा

फर्जी नोट केस में अरेस्ट एक आरोपी ठाणे सिविल अस्पताल से रफूचक्कर हो गया। इस मामले में काशीमीरा पुलिस स्टेशन के दो कांस्टेबलों को सस्पेंड कर दिया गया है। सस्पेंड हेड कॉन्स्टेबल दिनकर पाटील और नाईक महापदी की उपस्थिति में ही मेडिकल चेकअप के लिए सिविल अस्पताल में आया अनिरुल मोमिन (32) मंगलवार को भाग खड़ा हुआ था। भागे हुए अनिरुल मोमिन का अभी तक कहीं पता नहीं चल पाया है। ठाणे शहर पुलिस एवं ग्रामीण पुलिस दोनों ही अनिरुल की तलाश में जुटी हैं। ठाणे ग्रामीण पुलिस के अधीक्षक मधुकर पांडे ने यह कार्रवाई की। अनिरुल मोमिन को उसके भाई अबू मोमिन के साथ पिछले महीने काशीमीरा पुलिस ने उस वक्त गिरफ्तार किया था, जब दोनों एक स्थानीय बीयर बार में पांच सौ के फर्जी नोटों को भुनाने की ताक में थे। बांग्लादेशी निवासी अनिरुल व अबू के पास से पुलिस ने पांच सौ के कई नोट बरामद किए थे।

Wednesday, August 12, 2009

फाटक ने कहा, स्कूल बंद करने से शहर में दहशत बढ़ेगी।

मंगलवार को बीएमसी के नगरसेवकों ने एक सुर में एक सप्ताह के लिए सभी स्कूल बंद करने की मांग की जिसे कमिश्नर डॉ. जयराज फाटक ने मानने से साफ इंकार कर दिया। इसके चलते सभी दलों के नगरसेवकों ने साधारण सभा की बैठक से वाकआउट किया। उधर, इस विषय को लेकर कमिश्नर ने जनता की दरबार में जाने का निर्णय लिया और एसएमएस के जरिये मुम्बईकरों से उनकी राय मांगी। बुधवार को कमिश्नर जनता की राय साधारण सभा की बैठक में रखेंगे। नगरसेवकों की शंकाओं और सवालों का जवाब देते हुए कमिश्नर डॉ. फाटक ने कहा, स्कूल बंद करने से शहर में दहशत बढ़ेगी। दूसरी बात, किसी एक स्कूल में किसी एक बच्चे को स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखाई दे तो इसका मतलब यह नहीं कि पूरे स्कूल को ही बंद कर दिया जाए। अगर किसी कक्षा में एक बच्चे को स्वाइन फ्लू हो जता है तो उस कक्षा को कुछ दिन के लिए बंद किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि दहिसर के किसी स्कूल में किसी एक छात्र को फ्लू हो जाता है तो इसका मतलब यह नहीं कि मानखुर्द के स्कूल को भी बंद कर दिया जाए। कमिश्नर ने कहा कि केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी यही सुझाव दिया है। ऐसे में बीएमसी के सभी स्कूलों को बंद करने का क्या तात्पर्य। पुणे में स्कूल बंद किया गया है, लेकिन उसके बाद क्या इस पर उनकी नजर है। स्कूल बंद करने के बाबत नगरसेवकों ने कई तर्क और स्वाइन फ्लू से निबटने के लिए 'मुफ्त' में उपाय भी सुझाए परंतु ज्यादातर नगरसेवकों का एक ही मत था कि कम से कम एक सप्ताह के लिए स्कूल बंद किए जाए। सभागृह नेता सुनील प्रभु ने यह मांग साधारण सभा की बैठक में रखी। इस पर विरोधी पक्ष राजहंस सिंह, बीजेपी के आशीष शेलार, एनसीपी के नियाज वनू, सपा की शाजिया असलम आजमी सहित ज्यादातर नगरसेवकों ने स्कूल बंद करने की मांग की, लेकिन कुछ ऐसे भी नगरसेवक थे जो स्कूल बंद करने के खिलाफ थे। इसमें से एक कांग्रेस की नगरसेविका डॉ. अवतार कौर सोखी है। सोखी ने कहा कि स्कूल, कॉलेज बंद करने से स्वाइन फ्लू खत्म नहीं हो जाएगा, बल्कि इससे तो शहर में डर का माहौल बनेगा और इससे दहशत फैलेगी। बेहतर यही होगा कि इस रोग के प्रति बीएमसी लोगों में जागरूकता पैदा करे जिससे इस रोग का सामना किया जा सके। दूसरे अन्य नगरसेवकों ने कई सारे सुझाव दिए। मुम्बई की तुलना पुणे से करते हुए उन्होंने तर्क दिया कि स्कूल बंद करने से स्वाइन फ्लू नहीं फैलेगा और इससे इस रोग पर आसानी से नियंत्रण पाया जा सकेगा।

Saturday, August 8, 2009

महाराष्ट्र में गुरुवार सुबह तक स्वाइन फ्लू के 30 नए मामले

महाराष्ट्र में गुरुवार सुबह तक स्वाइन फ्लू के 30 नए मामलों के सामने आने के साथ ही राज्य में इससे संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 172 हो गई है। यह जानकारी एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने दी। स्वाइन फ्लू नियंत्रण कक्ष के प्रमुख प्रदीप आवटे ने बताया, '9 नए मामले पुणे से और 4 मुंबई से सामने आए हैं। इनमें एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी है।' उन्होंने बताया कि राज्य के वरिष्ठ अधिकारी आई.एस. चहल में हाल ही में ब्रिटेन से लौटे थे। उनमें स्वाइन फ्लू के लक्षण पाए जाने के बाद बुधवार रात कस्तूरबा अस्पताल में उनकी जांच की गई और वे संक्रमित पाए गए। पुणे में सेंट ऐंस हाई स्कूल की 2 छात्राओं में इस बीमारी का संक्रमण पाया गया है जबकि एक अन्य को नायडू अस्पताल में अलग-थलग रखा गया है। रीदा शेख भी इसी स्कूल की विद्यार्थी थी और स्वाइन फ्लू से संक्रमित पाए जाने के बाद उसकी मौत हो गई थी। रीदा की मौत के बाद पुणे में दहशत फैल गई और सैंकड़ों लोग एहतियातन जांच कराने के लिए सरकारी अस्पतालों में जमा हो गए।
राज्य का स्वास्थ्य विभाग इस समय स्वाइन फ्लू के 172 मामलों की निगरानी कर रहा है। इनमें से 118 मामले पुणे, 26 मामले मुंबई, 25 मामले पंचगनी, 2 मामले ठाणे और एक मामला नासिक से सामने आया है। सतारा के जिलाधिकारी विकास देशमुख ने बुधवार को पंचगनी के कुछ प्रभावित स्कूलों का दौरा कर वहां के हालात को सामान्य बताया था। उन्होंने बताया, 'हम 16 छात्रावास वाले स्कूलों समेत 46 संदिग्ध मामलों वाले स्कूलों की जांच कर चुके हैं।'

Wednesday, August 5, 2009

इस वर्ष हज कमेटी से एक लाख 15 हजार हज यात्री हज के लिए

सेंट्रल हज कमेटी ने भारत सरकार के माध्यम से सऊदी अरब सरकार से हज के लिए 15 हजार अतिरिक्त यात्रियों का कोटा जारी करने की मांग की है। सेंट्रल हज कमेटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद ओवैस ने बताया कि इस वर्ष हज कमेटी से एक लाख 15 हजार हज यात्री हज के लिए जा रहे हैं जिसमें 11 हजार भारत सरकार के कोटे के तहत हैं। सरकार ने सऊदी सरकार से 15 हजार का अतिरिक्त कोटा जारी करने की मांग रखी है। इसके अलावा 45 हजार लोग निजी टूर आपरेटरों के माध्यम से हज यात्रा पर जा रहे हैं। हज कमेटी ने सभी हज यात्रियों से अपील की है कि अपने पासपोर्ट 31 अगस्त तक राज्य हज कमेटी के कार्यालय में कवर नंबर के साथ जमा करा दें। कमेटी के पास अब तक पासपोर्ट कार्यालय या हाजियों से 18 हजार पासपोर्ट आए हैं और लगभग 15 हजार राज्य हज कमेटी के पास जमा हुए हैं। हज की उड़ानें 20 अक्टूबर से शुरू होंगी। ओवैस ने यह भी स्पष्ट किया है कि हज कमेटी या सरकार ने हज यात्रियों पर आयु को लेकर कोई बंधन नहीं लगाया है। 12 साल से कम और 65 वर्ष से अधिक की आयु के नागरिक भी हज यात्रा पर जा सकते हैं।

Sunday, August 2, 2009

सरबजीत सिंह के परिजनों ने शनिवार को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे से मुलाकात की।

पाकिस्तान में जेल की सजा काट रहे सरबजीत सिंह के परिजनों ने शनिवार को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे से मुलाकात की। मध्य मुम्बई में राज के आवास पर उनसे मुलाकात करने वालों में सरबजीत की बहन दलबीर कौर, उनके पति बलदेव सिंह और सरबजीत की बेटी स्वपनदीप कौर शामिल थीं। राज के सामने अपना दुख बयान करते हुए दलबीर ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरबजीत की रिहाई के लिए वह जरूरी कदम नहीं उठा रही है। दलबीर ने राज ठाकरे के हाथ पर एक राखी भी बांधी। इसके बदले में राज ने सरबजीत के परिजनों को वित्तीय मदद का भरोसा दिलाया। सरबजीत के परिजनों ने कहा कि उन्होंने शिवसेना नेताओं से भी मुलाकात करने की कोशिश की लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।

Thursday, July 30, 2009

दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में स्थित मकान मुंबई की सामाजिक सेवक द्वारा खरीद

दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में स्थित मकान मुंबई की सामाजिक सेवक द्वारा खरीद
दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में स्थित जिस मकान में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तीन साल से अधिक समय तक रहे थे, मुम्बई के एक समाजसेवी ने उसे खरीदने की योजना बनाई है। इस समाजसेवी की योजना इसे खरीद कर भारत सरकार को सुपुर्द करने की है, ताकि उस मकान को एक स्मारक के रूप में स्थापित किया जा सके। शहर के प्रसिद्ध व्यापारी प्रदीप भावनानी ने राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील को पत्र लिख कर उस मकान के मालिक को रुपए हस्तांतरित करने की अनुमति मांगी है। पत्र में भावनानी ने इसकी अनुमति आधिकारिक चैनल से दिए जाने का अनुरोध राष्ट्रपति से किया है, ताकि सौदे को अंतिम रूप दिया जा सके। भावनानी ने पत्र में यह भी कहा है कि वह इस मकान को भारत सरकार को दान में दे देंगे, ताकि इसे एक संग्रहालय के रूप में स्थापित कर दिया जाए। उन्होंने बताया कि मकान मालिक ने उस मकान के लिए मेरे ढाई करोड़ रुपए के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। मुझे अब सरकार की ओर से आधिकारिक अनुमति मिलने का इंतजार है, ताकि मैं इस मकान को राष्ट्र को समर्पित कर सकूं। इस मकान की मालकिन नैंसी बॉल हैं। वह पिछले बीस साल से इसमें रह रहीं हैं। नैंसी ने इस घर को छोड़ने का निर्णय किया है, इसलिए यह बिकाऊ है। गौरतलब है कि महात्मा गांधी इस मकान में 1907 से तीन साल तक रहे थे।

Monday, July 27, 2009

एनसीपी की स्थिति मजबूत है वे सीटें एनसीपी को दी जाएंगी

प्रदेश कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि पार्टी अपने प्रभाववाली सीटें सहयोगी दल एनसीपी के लिए नहीं छोड़ेगी। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष माणिकराव ठाकरे ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि मुम्बई और राज्य में जिन सीटों पर कांग्रेस की स्थिति मजबूत है उन सीटों पर पार्टी अपना ही उम्मीदवार खड़ा करेगी, ऐसी सीटें एनसीपी के लिए नहीं छोड़ेगी। जहां एनसीपी की स्थिति मजबूत है वे सीटें एनसीपी को दी जाएंगी भले ही वहां सिटिंग विधायक कांग्रेस का ही क्यों न हो। गौरतलब है कि डीलिमिटेशन के बाद मुम्बई और प्रदेश में कुछ सिटिंग एमएलए की सीट समाप्त हो गई है। मुम्बई में एनसीपी विधायकों में बशीर पटेल की उमरखाड़ी, नवाब मलिक की नेहरू नगर सीट समाप्त हो गई है। जिन सीटों में ये सीटें विलीन हो गई हैं, वहां कांग्रेस का वोट बैंक मजबूत है। जैसे मुम्बादेवी और कालीना में समाहित सिटिंग विधायकों की सीट पर अब कांग्रेस का दावा मजबूत है। ठाकरे ने पत्रकारों को बताया कि पार्टी आलाकमान से हरी झंडी मिलते ही एनसीपी से गठबंधन और सीटों के बंटवारे पर चर्चा शुरू हो जाएगी। मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण इसी संबंध में दिल्ली गए हुए हैं और उनके लौटने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। ठाकरे ने कहा कि एनसीपी से गठबंधन को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं की मिश्रित राय है। संपर्क अभियान में कुछ लोगों ने गठबंधन के पक्ष में और कुछ ने अकेले लड़ने पर बल दिया।

Saturday, July 25, 2009

बड़े दूध मिलावटी गैंग का भंडाफोड़

चारकोप पुलिस ने एक बड़े दूध मिलावटी गैंग का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपियों के नाम हैं-साया मांडला, सैदू जाला, राजा जाला, लिंगाइया गोरयू, श्रीसैलम उकेडी, शंकर गोंडा और मल्लेश मलेपुल्ला। सभी आरोपियों को बाद में अदालत में पेश किया गया। इन सबकी गिरफ्तारी चारकोप में शुक्रवार देर रात पड़ी एक रेड के बाद हुई। यह रेड चारकोप पुलिस और एफडीआई ने मिलकर डाली थी। उस वक्त आरोपी दूध में पानी की मिलावट कर रहे थे। इन सबके पास से 15 सौ लीटर दूध जब्त किया गया। आरोपियों के पास से महानंदा, अमूल जैसे बड़े बड़े ब्रांड की थैलियां भी जब्त की गई हैं। पुलिस के अनुसार यह गैंग काफी दिनों से दूध में मिलावट कर रहा था और इस मिलावट से यह गैंग रोज हजारों रुपये की कमाई करता था। इस गैंग से पूछताछ में सबसे सनसनीखेज बात यह सामने आई कि गैंग के लोग दूध में शुद्घ नहीं, बल्कि जो पानी मिलता था, वह मिलाते थे, भले ही वह पानी गंदा क्यों न हो। मुम्बई में इस साल दूध में मिलावट के कई मामले सामने आ चुके हैं। कई लोगों की गिरफ्तारियां भी हुई हैं, पर दूध में मिलावट का धंधा रूक नहीं रहा है। कई लोग इसकी वजह यह बताते हैं, क्योंकि इस संबंध में बहुत सख्त कानून नहीं है। कमजोर धाराओं की वजह से आरोपियों को कुछ दिनों बाद ही जमानत मिल जाती है।

Tuesday, July 21, 2009

(सिमी) के तीन कथित कार्यकर्ताओं को पुलिस ने यहां गिरफ्तार किया

प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के तीन कथित कार्यकर्ताओं को पुलिस ने यहां गिरफ्तार किया है। उनके पास से संगठन से जुड़े कुछ दस्तावेज बरामद किए गए हैं। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों की पहचान सय्यद इब्राहिम सय्यद मूसा, अब्दुल रज्जाक अब्दुल करीम और मसूद खान महबूब खान के रूप में की गई है। पुलिस को इस बात की गुप्त सूचना मिली थी कि तीनों मुतिजापुर तालुका के माना गांव में एक मीटिंग में शिरकत करने के बाद कार से लौट रहे हैं। इसके बाद उन्हें राष्ट्रीय राजमार्ग 6 के पास गिरफ्तार कर लिया गया।

Saturday, July 18, 2009

उनके पास अब नैनो कार तो है, लेकिन उसकी चाबी गुम गई है।

नैनो कार मिलने के साथ ही आशीष बालाकृष्णन का सपना तो शुक्रवार को साकार हो गया, लेकिन शाम होने के साथ ही वह दु:स्वपन में बदल गया। उनके पास अब नैनो कार तो है, लेकिन उसकी चाबी गुम गई है। एक भव्य समारोह के तहत टाटा मोटर्स के चेयरमैन रतन टाटा ने 29 वर्षीय इस अविवाहित पेशेवर को दूसरी नैनो कार की चाबी सौंपी थी। उसके बाद बालाकृष्णन ने कहा था कि जीवन में हर व्यक्ति तीन कामनाएं करता है। एक घर बनाना, दूसरा एक कार खरीदना और तीसरा अपना परिवार शुरू करना। मेरे लिए दूसरा सपना पूरा हो रहा है। अब मैं उम्मीद करता हूं कि जल्द ही अपने एक परिवार के साथ व्यवस्थित हो जाऊंगा। उनके इस बयान के बाद उनकी कार की चाबी गायब हो गई।

Friday, July 17, 2009

सच शो की फुटिज के जरिए सामने आया वह कुछ और है।

विनोद कांबली का झूठ पकड़ा गया! 'सचिन बुरे दौर में मेरे साथ खड़े नहीं हुए, उन्होंने मेरा पूरा साथ नहीं दिया। अगर वह थोड़ा और साथ देते, मुझे मोटिवेशन मिलती और मेरा करिअर आगे बढ़ सकता था।' टीवी चैनल स्टार प्लस पर आ रहे रिऐलिटी शो 'सच का सामना' की फुटिज में कांबली यही कहते दिखाई दे रहे हैं। गौरतलब है कि जब यह खबर मीडिया में आई थी तो कांबली ने इसे सरासर गलत बताया था। उन्होंने यहां तक कहा था कि अगर मीडिया की खबरों से सचिन और उसके परिवार को तकलीफ हुई है तो यह जायज है। इन खबरों से मैं बी चौंका हूं। कांबली ने कहा था कि जब आप उस शो को देखेंगे तो समझ जाएंगे कि सच क्या है। उन्होंने कहा, 'सच यह है कि मैंने शो में सचिन के खिलाफ कुछ भी ऐसा-वैसा नहीं कहा है।'
मगर, जो सच शो की फुटिज के जरिए सामने आया वह कुछ और है। फुटिज में कांबली वही सब कहते दिख रहे हैं जो मीडिया की खबरों में बताया गया था। गौरतलब है कि इस शो का फॉर्मैट इस तरह से बनाया गया है कि पहले से तैयार सवाल प्रतियोगियों से कुछ चुनिंदा दर्शकों के सामने पूछे जाएंगे और अगर प्रतियोगी के जवाब सही जवाब से मैच करेंगे तो वह प्राइज मनी जीतता जाएगा। कांबली ने 1995 में आखिरी टेस्ट न्यू ज़ीलैंड के खिलाफ कटक में खेला था। उस वक्त उनकी उम्र महज 23 साल की थी। बेहद टैलेंटेड माने गए विनोद ने वनडे क्रिकेट में कुछ वापसी की,लेकिन 2000 में आखिरी वनडे खेलने के बाद वह कभी इंटरनैशनल क्रिकेट खेलते नहीं दिखे।

Tuesday, July 14, 2009

सचिन के खिलाफ कुछ नहीं बोला

पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली ने इस बात का खंडन किया है कि उन्होंने बचपन के दोस्त सचिन तेंडुलकर पर मदद नहीं करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इन खबरों से वह और उनका परिवार सकते में है। शारदाश्रम स्कूल में तेंडुलकर के साथ पढ़े कांबली ने कहा कि उन्होंने कभी रिऐलिटी टीवी शो में सचिन के खिलाफ कुछ नहीं बोला और यह रिपोर्ट पूरी तरह से बेबुनियाद है। उन्होंने कहा कि मैंने कभी तेंडुलकर के बारे में कुछ नहीं कहा। वह 26 साल से मेरा दोस्त है। लोगों को पता होना चाहिए कि अपने दोस्त के बारे में ऐसा मैं कभी नहीं कहूंगा। वह अभी लंदन में है और मैं उससे जल्दी मिलूंगा। कांबली ने इस रिपोर्ट से तेंडुलकर और उसके परिवार को हुई असुविधा के लिए माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि हमारे पारिवारिक संबंध बहुत अच्छे हैं, मैं और मेरे बहुत से दोस्त इस खबर से स्तब्ध हैं। यह पूछने पर कि ऐसी रिपोर्ट कहां से आई, कांबली बोले, 'मुझे नहीं पता लेकिन यह निराधार है। मैं इसकी निंदा करता हूं। मैं प्रचार के लिए कुछ नहीं करता। मुझे पता है कि लोग मुप्यार करते हैं। मैं सस्ती लोकप्रियता नहीं चाहता।' इससे पहले बीसीसीआई की फाइनैंस और मीडिया कमिटी के चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा कि सचिन पर कांबली के आरोप निराधार हैं और सचिन हमेशा नौजवान खिलाड़ियों की मदद करते हैं। शुक्ला ने कांबली की इस बात को भी बकवास करार दिया कि उन्हें टीम से बाहर उनके रंग और जाति की वजह से रखा गया। शुक्ला ने कहा कि बीसीसीआई हमेशा नस्लवाद के खिलाफ रही है और टीम सिर्फ परफॉर्मन्स के आधार पर चुनी जाती है।

Saturday, July 11, 2009

विस्फोट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा के वकील को भी अपने निशाने पर लिए हुए थे।

मुंबई पुलिस की मानें तो अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा शकील के शूटर भाजपा नेता वरुण गांधी के ही नहीं, मालेगांव विस्फोट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा के वकील को भी अपने निशाने पर लिए हुए थे। इसके जरिए उनका मकसद देश में सांप्रदायिक तनाव पैदा करना था। पलिस की अपराध शाखा के सूत्रों के मुताबिक छोटा शकील गैंग के शूटर प्रज्ञा ठाकुर के वकील को खत्म करना चाहते हैं। इस मामले में साध्वी की पैरवी वकील गणेश सोवानी और नवीन चोमल कर रहे हैं। चोमल से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने माना कि वह पुलिस अधिकारी राकेश मारिया से मिले थे। उन्होंने कहा कि चिंता करने की कोई बात नहीं है। हालांकि चोमल ने इस बारे में अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया। गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने हाल ही में शकील गिरोह के छह गुर्गों को गिरफ्तार करने के बाद दावा किया था कि वे वरुण गांधी के एक वकील को खत्म करने की योजना बना रहे थे। वरुण भड़काऊ भाषण देने के मामले में आरोपी हैं। राकेश मारिया ने बताया कि जांच जारी है और इस सिलसिले में जल्द ही कुछ और लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा।

Thursday, July 9, 2009

कसाब का कहना था कि वह जेल के जीवन से बोर हो गया है।

पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद अजमल कसाब मुंबई पर पिछले साल 26 नवंबर को हुए हमलों की सुनवाई कर रही विशेष अदालत से आग्रह किया कि उसे पढ़ने के लिए कुछ किताबें मुहैया कराई जाएं। कसाब का कहना था कि वह जेल के जीवन से बोर हो गया है।
\कवि की चुटकी :
कातिल है तो क्या हुआ आखिर है महमान कसाब ने जस्टिस टाहिलियानी से कहा कि मैं जेल में बोर हो गया हूं और पढ़ने के लिए मुझे किताबें चाहिए। हाई सिक्योरिटी वाली आर्थर रोड जेल में बंद कसाब ने कहा कि या तो अदालत उसे किताबें मुहैया कराए या गिरफ्तारी के समय पुलिस द्वारा उसके पास से जब्त पैसे से उसे किताबें खरीदने की इजाजत दे। इस पर अदालत ने कहा कि जब तक मुकदमे का फैसला नहीं हो जाता , वह पैसा कोर्ट की प्रॉपर्टी है। कसाब ने पहले भी उर्दू अखबार मांगे थे , लेकिन कोर्ट ने उसकी अपील नहीं मानी थी। तब उसके वकील अब्बास काजमी ने उसे कुछ किताबें दी थीं। कसाब का कहना था कि ये किताबें वह पढ़ चुका है और अब और किताबें चाहिए। काजमी ने कहा कि वह कसाब को कुछ और किताबें देंगे।

Saturday, July 4, 2009

मुंबई में भारी बारिश

मुंबई में जोरदार बारिश से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। महानगर के कई निचले इलाकों में पानी भरने से ट्रैफिक जाम हो गया है। रेलवे ट्रैफिक पर भी बारिश का असर पड़ा है। लंबी दूरी की गाड़ियों की आवाजाही पर विपरित प्रभाव पड़ा है। बीएमसी ने अगले 24 घंटों में तेज बारिश की आशंका व्यक्त की है लोगों से घरों से बाहर निकलने से मना किया है। अंधेरी, विले पार्ले, हिंगमाता, काला चौकी, डॉर्कयार्ड रोड, लाल बाग और परेल में पानी भरा है। ताजा जानकारी के मुताबिक इस बारिश से रेल, सड़क और हवाई यातायात पर बुरा असर पड़ रहा है। बीएमसी ने चेतावनी जारी की है कि लोग अपने घरों में ही रुकें।

Thursday, July 2, 2009

बांद्रा वर्ली सी-लिंक का नाम राजीव गांधी सेतु

बांद्रा वर्ली सी-लिंक का नाम राजीव गांधी सेतु रखे जाने के प्रस्ताव के कुछ ही घंटों बाद इसके नामकरण को लेकर राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया है। विपक्षी शिवसेना-बीजेपी गठबंधन ने इसकी आलोचना करते हुए इसका नाम स्वतंत्रता सेनानी सावरकर के नाम पर रखने पर जोर दिया। दोनों ही पार्टियों का संकेत है कि वे सी लिंक के नाम को अगले विधानसभा चुनाव में मुद्दा बनाने से परहेज नहीं करेंगे।
शिवसेना के कार्याध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने तो इस मुद्दे पर उग्र आंदोलन छेड़ने की भी मंशा व्यक्त कर दी है। सी लिंक को राजीव का नाम देने को उन्होंने 'गद्दारी' और शरद पवार की 'लाचारी' बताते हुए एनसीपी अध्यक्ष की तीखे शब्दों में आलोचना की है। वे यह पूछना भी नहीं भूले कि बात-बात पर महात्मा फुले और आंबेडकर का नाम लेने वाले कांग्रेस-एनसीपी नेताओं को इनके नाम याद क्यों नहीं आए? उन्होंने दावा किया कि सिर्फ मुम्बई में पैदा हो जाने से राजीव का नाम इससे नहीं जुड़ जाता! अगर मुम्बई के ही किसी व्यक्ति का नाम देना था तो अंग्रेजों की गाड़ी के सामने लेटकर जान देने वाले मिल मजदूर बाबू गेनू का नाम भी दिया जा सकता था। लगभग यही भावना व्यक्त करते हुए राज्य बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा कि शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे द्वारा समुद संपर्क की आधारशिला रखे जाने के समय यह घोषणा की गई थी कि इसका नाम सावरकर के नाम पर रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस-एनसीपी सरकार सावरकर को भूल गई। गडकरी ने कहा कि जब मैं सार्वजनिक निर्माण मंत्री था तो इस समुद संपर्क को 420 करोड़ रुपए की लागत से पूरा करने की योजना बनाई गई थी लेकिन इस सरकार के रवैये के चलते इसे पूरा करने में 1,680 करोड़ रुपए लग गए। बीजेपी के राज्य महासचिव मधु चव्हाण ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सावरकर की तरह महाराष्ट्र में जन्म लेने वाले एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने समुद संपर्क के लिए राजीव गांधी का नाम प्रस्तावित किया। वहीं, भारतीय कम्युनिस्ट पाटी (सीपीआई) ने सी-लिंक को 'दरिया सारंग कान्होजी आंग्रे' का नाम देने का प्रस्ताव किया है। मुम्बई सीपीएम सेक्रटरी प्रकाश रेड्डी ने कहा कि राजीव का नाम देने की पवार की सूचना चौंका देने वाली तो है ही, यह इस बात को भी प्रदशिर्त करती है कि वे कितने असहाय हो गए हैं! उन्होंने बसों को टोल से मुक्त रखनी की मांग की है और सीपीआई की ओर से इसके लिए आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है। इधर, उत्तर भारतीय विकास परिषद के मंगलेश्वर मुन्ना त्रिपाठी ने सी लिंक को राजीव नाम दिए जाने का स्वागत करते हुए इसे पूरी तरह टोल मुक्त करने की मांग की है। उनके अनुसार, हर कार के लिए 2500 रुपए प्रति महीने के पास की दर बहुत ज्यादा है।

इनके नाम देने का प्रस्ताव है:
विनायक दामोदर सावरकर- अंग्रेजी साम्राज्य के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले सावरकर को काला पानी की सजा हो गई। समुद्री रास्ते में ब्रिटिश पोत से कूदकर वे फ्रांस चले गए थे। 10 जुलाई को इस घटना के 100 साल पूरे हो रहे हैं।
बाबू गेनू- गांधीजी की पुकार पर विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार के दौरान ब्रिटिश कपड़ों का एक ट्रक रोकने के मिल मजदूर बाबू गेनू सड़क पर लेट गया। उसके बलिदान की याद में ही आजादी के बाद मुम्बई के सबसे प्रमुख चौराहे फ्लोरा फाउंटेन को उनका नाम दिया गया।
कान्होजी आंग्रे- शिवाजी महाराज के नौसेना नायक के इस पुत्र ने महाराष्ट्र की समुद्री सीमाएं सुरक्षित करने के लिए ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और पुर्तगाली जहाजों से मुकाबला किया। कहा जाता है कि तब के मुम्बई द्वीप को बचाने में उनकी बड़ी भूमिका रही।

Tuesday, June 30, 2009

सोनिया गांधी मंगलवार को बांद्रा-वर्ली सी लिंक का उद्घाटन करेंगी।

यूपीए की चेयरपर्सन और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी मंगलवार को बांद्रा-वर्ली सी लिंक का उद्घाटन करेंगी। गांधी इससे पहले मालेगांव में नवनिर्मित अस्पताल का उद्घाटन कर दोपहर बाद मुंबई आएंगी। बांद्रा साइड में शाम 4 बजे सी लिंक का उद्घाटन किया जाएगा। इस अवसर पर एक सार्वजनिक सभा भी होगी। सोनिया गांधी के अलावा एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी सभा को संबोधित करेंगे। लोकसभा चुनाव के बाद सोनिया और पवार की संयुक्त सभा को राजनीतिक नजरिये से भी देखा जा रहा है। कांग्रेस नेता विलासराव देशमुख और बालासाहेब विखेपाटील लगातार मांग कर रहे हैं कि कांग्रेस को विधानसभा का चुनाव अलग लड़ना चाहिए अर्थात एनसीपी से गठबंधन न किया जाए। इस मांग के मद्देनजर सोनिया और पवार के एक मंच से होने वाले भाषण से गठबंधन की दिशा में कुछ संकेत मिलने की उम्मीद पार्टी कार्यकर्ताओं को है। वैसे पावर कह चुके हैं कि उनकी पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन जारी रखना चाहती है लेकिन कांग्रेस यदि ऐसा नहीं चाहती है तो एनसीपी अकेले चुनाव लड़ने के लिए तैयार है। उद्घाटन के दौरान राज्यपाल एस सी जमीर, मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण, उपमुख्यमंत्री छगन भुजबल और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री उपस्थित रहेंगे।
कांग्रेस ने सी लिंक को जनता के लिए खोलने का स्वागत किया है और आम लोगों तथा पर्यटनों के आकर्षण का केंद्र बनने वाले सी लिंक पर से बेस्ट की बसें भी चलाई जा रही हैं। बेस्ट बसों को टोल मुक्त कराने की मांग कांग्रेस ने की है और संभावना है कि सरकार इसे मान्यता दे देगी। बेस्ट बसों को टोल फ्री करने से बेस्ट के यात्रियों पर किराया के अतिरिक्त भार नहीं आएगा। सी लिंक को जनता के लिए खोलने की पूर्व संख्या पर इस पर रोशनी की गई और सतरंगी आतिशबाजी की गई।

Sunday, June 28, 2009

राज ठाकरे सोमवार को कल्याण की अदालत के सामने सरेंडर करेंगे।

बंबई हाई कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के चीफ राज ठाकरे सोमवार को कल्याण की अदालत के सामने सरेंडर करेंगे। वह 2008 में हुए दंगों से जुड़े मामले में सरेंडर करेंगे, जिसमें रेलवे भर्ती बोर्ड की परीक्षा में शामिल होने आए उत्तर भारतीयों पर हमला किया गया था। राज के वकील सयाजी नागरे ने बताया कि अदालत के सामने खुद को पेश करने के बाद वह एक आवेदन देकर कहेंगे कि वह सरेंडर कर रहे हैं। अदालत द्वारा उन्हें हिरासत में देने के बाद ठाकरे तुरंत जमानत अर्जी देंगे। हाई कोर्ट ने गत 16 जून को इसी मामले में निचली अदालत द्वारा ठाकरे को दी गई अग्रिम जमानत को निरस्त कर दिया था। हाई कोर्ट ने उनसे जून तक संबद्ध अदालत के सामने सरेंडर करने को कहा था। राज को दी गई अंतरिम अग्रिम जमानत के खिलाफ राज्य सरकार ने हाई कोर्ट में अपील की थी। राज्य सरकार के उस दावे को हाई कोर्ट ने बरकरार रखा, जिसमें कहा गया था कि कल्याण की सत्र अदालत द्वारा राज को अग्रिम जमानत देना बेकार हो चुका है क्योंकि उन्हें रेलवे पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। हाई कोर्ट ने इसके बाद राज को निचली अदालत से मिली अंतरिम राहत को निरस्त कर दिया।

Tuesday, June 23, 2009

26 जून तक मॉनसून के जमकर बरसने की खबरें आने लगेंगी।

इस बरस मॉनसून का मिजाज कुछ बिगड़ता दिखा है, लेकिन अब उम्मीद बंधी है कि ज्यादा दिन नहीं, बस शुक्रवार यानी 26 जून तक मॉनसून के जमकर बरसने की खबरें आने लगेंगी। दिल्ली में यह जुलाई के पहले हफ्ते तक पहुंच जाएगा। गर्मी से बेहाल लोगों को यह उम्मीद दिलाई हैं मौसम विभाग ने। प्लानिंग कमिशन ने भी दिल को तसल्ली देने वाली बात कही है कि मॉनसून की देरी का असर देश की इकॉनमी पर ज्यादा नहीं पड़ने वाला। दरअसल, यूएन के मौसम विभाग ने अल नीनो की आशंका जताते हुए कहा है कि सामान्य से बेहद कम बारिश होने की वजह से खेती पर काफी असर पड़ सकता है। प्लानिंग कमिशन के डिप्टी चेयरमैन मोंटेक सिंह ने इसके जवाब में भरोसा दिलाया है कि मॉनसून के आने में कुछ हफ्तों की देरी से निपटने के पुख्ता उपाय किए जा रहे हैं, इसलिए इकॉनमी पर खास असर नहीं पड़ेगा। मौसम विभाग के पिछले हफ्ते के आंकड़े बताते हैं कि इस साल जून में सामान्य से 51 पर्सेंट बारिश कम हुई है। लेकिन अब इंडियन मेट डिपार्टमेंट के डायरेक्टर जनरल अजीत त्यागी का कहना है कि मॉनसून भले ही कुछ देर से आएगा लेकिन आते ही छा जाएगा। मुंबई में मॉनसून ने दस्तक दे दी है और शुक्रवार तक पूरे महाराष्ट्र, आंध्र और कर्नाटक में इसके जोर पकड़ने की उम्मीद है। त्यागी कहते हैं कि घबराने की बात इसलिए नहीं है, क्योंकि मॉनसून के आने में 10 दिन की देरी का अनुमान लगाकर ही सरकार ने प्लानिंग की हुई है। विभाग के डिप्टी डायरेक्टर जनरल ए. मजूमदार बताते हैं कि कई बार ऐसा हुआ है, जब जून में मॉनसून खराब रहा, लेकिन बाद में तेजी पकड़ने से सामान्य या इससे कहीं अच्छा हो गया। 1926 के जून में 48 पर्सेंट कम बारिश हुई, लेकिन बाद में कुल 107 पर्सेंट रेकॉर्ड रही जो सामान्य से ज्यादा है। गौरतलब है कि बारिश पर खरीफ की 65 पर्सेंट खेती निर्भर करती है, जिस पर अधिकतर किसान चावल, सोयाबीन और मूंगफली पैदा करते हैं। किसानों ने बीज बोने के लिए खेत तो तैयार कर लिए थे, लेकिन बारिश में देरी की वजह से कई इलाकों में बीज नहीं बोया गया है। पिछले साल इस वक्त तक 60 पर्सेंट इलाकों में बीज बोया जा चुका था, जबकि इस साल 6.5 पर्सेंट ही बीज बोया गया। अगर मॉनसून आने में और देरी हुई तो कुल पैदावार में असर पड़ सकता है। इस साल महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, यूपी, बिहार, झारखंड, आंध्र जैसे राज्यों में औसतन 80 पर्सेंट कम बारिश हुई है। भू विज्ञान मंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के मुताबिक पीएम ऑफिस मॉनसून पर नजर रखे हुए है। केंद्रीय कैबिनेट ने मॉनसून में देरी से होने वाले असर का जायजा लेने के लिए सचिवों की एक कमिटी बनाई है, जो शुक्रवार को उन राज्यों के कृषि सचिवों के साथ बैठक करेंगे, जहां बारिश नहीं हुई है या कम हुई है।

Sunday, June 21, 2009

राज्य सरकार लोगों को सस्ती कीमतों पर घर (अफोर्डेबल हाउसिंग) उपलब्ध कराने पर गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है,

एक तरफ जहां राज्य के शहरों में बसे 2000 तक के झोपड़ों को रेगुलराइज करने का फरमान जारी किया है , तो वहीं दूसरी तरफ राज्य सरकार लोगों को सस्ती कीमतों पर घर (अफोर्डेबल हाउसिंग) उपलब्ध कराने पर गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है, जिसके लिए बडे़ पैमाने पर हाउसिंग सर्वे कराने का काम शुरू है। सरकारी सूत्रों की माने तो राज्य के कई बड़े शहरों में ऐसे सर्वे के अमल में लाने के बाद काफी हद तक घरों की समस्या का समाधान हो जाएगा। हाउसिंग डिपार्टमेंट से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार इन बड़े शहरों में सबसे पहले यह पता लगाया जाएगा कि अमुक शहरों में वास्तव में कितने अफोर्डेबल घरों की जरूरत है और फिर उसी के अनुसार आगे का काम आगे बढ़ाया जाएगा। सर्वे का काम शुरू है और इसी साल दिसंबर तक इसकी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी जाएगी। इसके लिए मुम्बई के अलावा पुणे, नागपुर, नाशिक, औरंगाबाद और अमरावती जैसे हर शहरों के दो क्षेत्रों का चुनाव किया जाएगा। ऐसा अनुमान है कि सर्वे में पहले उन एरिया का चुनाव होगा जहां सस्ते घरों का निर्माण होगा और जहां पर सस्ते रेट पर लैंड उपलब्ध हो। इसके बाद इस सर्वे में इस तथ्य पर भी गंभीरतापूर्वक विचार होगा कि किन-किन जगहों पर स्थाई घर और किन-किन जगहों पर किराए वाले घर (रेंटल हाउसिंग) उपलब्ध कराए जा सकेंगे। रिपोर्ट के अंतिम हिस्से में घरों की कीमत, उनके एरिया जैसे महत्वपूर्ण विषयों का समावेश होगा।

Friday, June 19, 2009

पुलिस के अनुसार अब कार गडकरी की नहीं,

महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष नितिन गडकरी की कार में एक बच्ची की हत्या के केस में गुरुवार को

महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष नितिन गडकरी की कार में एक बच्ची की हत्या के केस में गुरुवार को पुलिस ने हाई कोर्ट को बताया कि कार किसी और की थी। जजों ने मामले की जांच में कोताही के लिए पुलिस की खिंचाई की। सरकारी वकील ने कोर्ट को बताया कि जिस कार में योगिता नामक बच्ची का शव पाया गया, उसके मालिक पूर्ति शुगर फैक्ट्री के मैनेजिंग डायरेक्टर सुधीर दीवे हैं, न कि नीतिन गडकरी। दीवे गडकरी के करीबी सहयोगी हैं। हाई कोर्ट ने पूछा कि इस बारे में कार के मालिक का बयान तुरंत क्यों नहीं दर्ज किया गया। इस पर सरकारी वकील ने कहा कि कार मालिक दिल्ली में थे। बेंच ने कहा, इसका मतलब यह नहीं कि उनका बयान दर्ज नहीं किया जा सकता था। जांच अधिकारी को दीवे को नोटिस जारी करना चाहिए था। लेकिन कोर्ट के निर्देश के बावजूद बयान दर्ज करने में यह देरी क्यों हुई? बेंच ने पुलिस से 29 जून तक जांच पूरी करने को कहा और अगली सुनवाई के लिए 1 जुलाई की तारीख मुकर्रर की।
बेंच ने कहा कि ड्राइवर मनोहर पनसे ने पहले कहा था कि कार का सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम काम नहीं कर रहा था। अगर सिस्टम काम नहीं कर रहा था तो इससे दरवाजा कैसे खुल या बंद हो सकता था। ऐसे में यह हाथों से ही संभव है। पीड़ित पक्ष के वकील ने कहा कि 20 मई को लड़की की मां ने एसयूवी गाड़ी और उसके नंबर की पहचान की थी, लेकिन बाद में जांच के दौरान गाड़ी का नंबर और उसका मेक बदल दिया गया।

Tuesday, June 16, 2009

महाराष्ट्र सरकार ने टीवी सीरियल में काम करने वाले बच्चों को बाल कलाकार मानने से साफ इंकार कर दिया था

महाराष्ट्र सरकार ने कथित तौर पर बाल कलाकारों से काम करवाने के सिलसिले में बाल श्रम कानून के तहत पांच टेलीविजन प्रोडक्शन हाउस के खिलाफ मामला दर्ज किया है। प्रदेश के श्रम मंत्री नवाब मलिक ने कहा, 'इस संबंध में अंधेरी मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में मामला दर्ज किया गया है।' जिन प्रॉडक्शन हाउस के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है उनमें मीनाक्षी सागर (धारावाहिक जय श्री कृष्ण), स्फेयर आरिजिन्स (बालिका वधू), हैट्स ऑफ (जस्सूबेन जोशी की जॉइंट फैमिली), फिल्म फार्म (उतरन), साई बाबा फिल्म्स (चक दे बच्चे) शामिल हैं। दोषी पाए जाने पर इन्हें 10,000 रुपए का जुर्माना या छह महीने की कैद हो सकती है या दोनों ही सजा हो सकती है। यह मामला जुडिशल मैजिस्ट्रेट के पास दर्ज कराया जाएगा। इन प्रॉडक्शन हाउस ने कथित तौर पर बाल श्रम (रोकथाम और नियमन) कानून 1986 का उल्लंघन किया है। श्रम मंत्रालय ने पिछले वर्ष दिसंबर में इन निर्माताओं को नोटिस भेज कर बाल कलाकारों की कार्य अवधि और काम करने की दशा के बारे में जानकारी मांगी थी। उल्लेखनीय है महाराष्ट्र सरकार ने टीवी सीरियल में काम करने वाले बच्चों को बाल कलाकार मानने से साफ इंकार कर दिया था और उन निर्माताओं के विरुद्ध बाल मजदूर अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने का आदेश दिया था। शीतकालीन अधिवेशन के समय ही महाराष्ट्र सरकार के कामगार मंत्रालय की ओर से टीवी सीरियलों के निर्माताओं को इस संबंध में नोटिस भेजी थी। तब किसी भी टीवी सीरियल निर्माता ने सरकार के नोटिस को गंभीरता से नहीं लिया था। ताजा सत्र में यह मुद्दा फिर गूंजा और सरकार ने मामला दर्ज करने के आदेश दिए।

Monday, June 15, 2009

शाइनी आहूजा को अपनी नौकरानी के साथ रेप के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।

दर्जन भर फिल्मों में काम कर चुके बॉलिवुड ऐक्टर शाइनी आहूजा को अपनी नौकरानी के साथ रेप के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने नौकरानी की शिकायत पर रविवार देर रात ही उन्हें हिरासत में लिया था , पर सुबह मेडिकल में रेप की पुष्टि होने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि बताया जा रहा है कि शाइनी ने नौकरानी के साथ सेक्स करने की बात कबूल की है , लेकिन उनका कहना है कि यह दोनों लोगों की सहमति से हुआ।

Thursday, June 11, 2009

कदम का कहना है कि आदिवासियों की जमीन नहीं बेची जा सकती,

बिग बी फिर जमीन खरीददारी को लेकर विवाद में फंस गए हैं। इस बार भी मामला महाराष्ट्र से जुड़ा है
। अमिताभ बच्चन, बहू ऐश्वर्या राय और समाजवादी पार्टी के महासचिव अमर सिंह पर आरोप है कि उन्होंने धुले और नंदूरबार जिलों में आदिवासियों की जमीन खरीदी है। यह मामला महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता राम दास कदम ने उठाया है। श्री कदम का कहना है कि खरीदी गई जमीन आदिवासियों को सरकार द्वारा दी गई उस जमीन का हिस्सा है जो पॉवर कंपनी सुजलॉन ने पवनचक्की लगाने के लिए खरीदी थी। सुजलॉन से जमीन खरीदने वालों में और भी कई लोग हैं। कदम का कहना है कि आदिवासियों की जमीन नहीं बेची जा सकती, लेकिन सुजलॉन ने जमीन बेच कर खासा मुनाफा कमाया है। कुल पांच हजार करोड़ रुपए का घोटाला बताया जा रहा है। विपक्ष के इस आरोप को सरकार ने गलत बताया है। फिर भी महाराष्ट्र सरकार ने जांच का आदेश दे दिया है। जांच सीआईडी से कराई जाएगी। अक्षय ऊर्जा मंत्री विनय कोरे ने सदन में कहा कि 8 दिन में इसकी जांच शुरू होगी और 2 महीने के भीतर रिपोर्ट पेश की जाएगी। अमिताभ इससे पहले महाराष्ट्र के ही पुणे के अलावा उत्तर प्रदेश में भी जमीन खरीदने के मामलों में फंसे थे।

Sunday, June 7, 2009

पाटिल ने इस हत्या में अपनी किसी प्रकार की भूमिका से इंकार

कांग्रेस नेता पवनराजे निंबालकर की हत्या के सिलसिले में सीबीआई द्वारा पूछताछ के लिए हिरासत में
लिए गए एनसीपी के सांसद पद्मसिंह पाटिल को सीने में दर्द की शिकायत के बाद सरकारी अस्पताल ले जाया गया। सीबीआई के एसपी अमिताभ ठाकुर ने बताया,' सीबीआई रात से पाटिल का बयान रिकॉर्ड कर रही है और आज उन्हें जे. जे. अस्पताल में ले जाया गया है। पाटिल ने सीने में दर्द और लो ब्लड प्रेश की शिकायत की थी।' केंद्रीय जांच एजेंसी ने हालंकि इस बात की पुष्टि नहीं की कि महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री को गिरफ्तार किया गया है अथवा नहीं। एजेंसी ने कहा कि हत्या के इस पुराने मामले में हुई प्रगति के बारे में लोकसभा अध्यक्ष को सूचित कर दिया गया है। संसदीय चुनाव में मराठवाड़ा क्षेत्र के उस्मानाबाद से पाटिल लोकसभा के लिए चुने गए हैं। नवी मुंबई के कलामबोली इलाके में तीन जून 2006 को निंबालकर और उनके ड्राइवर की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। निंबालकर की हत्या की जांच करने का जिम्मा सीबीआई को पिछले साल सौंपा गया था। ब्यूरो ने इस संबध में चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें पारसमल जैन, दिनेश तिवारी, मोहन शुक्ला ओर सतीश मनाडे शामिल हैं। गिरफ्तार चारों व्यक्ति 9 जून तक सीबीआई की हिरासत में हैं। जैन के बारे में कहा जा रहा है कि उसने मुंबई अपराध विभाग को यह बताया कि व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता के चलते निंबालकर को मारने की 30 लाख की सुपारी पाटिल ने उसे दी। जांच एजेंसी ने पिछले हफ्ते निंबालकर के बेटे ओमराजे और पत्नी आनंदी देवी के बयान भी दर्ज किए। पाटिल ने इस हत्या में अपनी किसी प्रकार की भूमिका से इंकार करते हुए कहा है कि यह आरोप छवि खराब करने के लिए गंदी राजनीति के तहत लगाया जा रहा है।

Tuesday, June 2, 2009

जब तक हमले बंद नहीं होते तब तक विरोध करना चाहिये

भारतीय छात्रों पर नस्ली हमले से नाराज शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने कहा है कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को तब तक आईपीएल क्रिकेट टीमों से हटा दिया जाना चाहिए जब तक हमले बंद नहीं होते। ठाकरे ने शिवसेना के मुखपत्र में लिखे अपने संपादकीय में कहा, 'यह बातें तत्काल की जानी चाहिए। भारत में निवेश करने वाली ऑस्ट्रेलियाई कंपनियों के प्रमुखों को बुलाकर कहा जाना चाहिए कि हमला बंद होने तक व्यापार के लिए माहौल सौहार्दपूर्ण नहीं रहेगा।' शिवसेना प्रमुख ने यह भी कहा कि, 'आईपीएल टीमों से ऑस्ट्रेलियाई खिलाडि़यों को हटाया जाना चाहिए। टीम मालिकों विजय माल्या, शाहरुख खान और प्रीति जिंटा को ऐसा करके अपने राष्ट्रवाद को दर्शाना चाहिए।' ठाकरे ने कहा, 'इस बात से कोई मतलब नहीं होना चाहिए कि आईपीएल टीम में कोई खिलाड़ी कितना बड़ा है। उसे हटाया जाना चाहिए और कहा जाना चाहिए कि उन्हें टीम में रखना तब तक असंभव है जब तक कि उनके देश की धरती पर निर्दोष भारतीयों का रक्त बहाना जारी रहेगा।' ठाकरे ने अभिनेता और मित्र अमिताभ बच्चन की भी सराहना की जिन्होंने इस मुद्दे पर अपना विरोध दर्ज कराते हुए क्वीन्सलैंड विश्वविद्यालय से डिग्री लेने से इनकार कर दिया था। ठाकरे ने कहा, 'अमिताभ ने जो कुछ भी किया वह सही था। उन्होंने सिर्फ शब्दों से ही विरोध दर्ज कराकर मामले को खत्म नहीं किया बल्कि क्वीन्सलैंड विश्वविद्यालय को जताया कि भारतीयों पर हमला हमारे देश के सभी नागरिकों का अपमान है।'

Saturday, May 30, 2009

नवनियुक्त केन्द्रीय संचार व आई टी राज्य मंत्री गुरूदास कामथ का मुंबई पहुंचने पर भव्य स्वागत

नवनियुक्त केन्द्रीय संचार व आई टी राज्य मंत्री गुरूदास कामथ का मुंबई पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया , वे जैसे ही सांताक्रुज हवाई अड्डे पर पहुंचे, उनके स्वागत केलिए कांग्रेस अध्यक्ष कृपाशंसिंह, सहित अन्य नेताओं ने विशाल जनसमूहों के रूप में पुश्प-मालाओं से उनका स्वागत किया, बिशेष रूप से बनाए गए रथ में उन्हे बैठाकर मुंबईकरों ने उन्हें अंगीकार किया । इस मौके पर म्हाडा अध्यक्ष अमरसिंह मनहास, कबीना मंत्री चंद्रकांत हंडोरे, नगरसेवक धर्मेश व्यास, शिवासिंह, स्लमबोर्ड अध्यक्ष वेलुस्वामी नायडू, चरणजसिंह सप्रा, मुंबई कांग्रेस महासचिव जाकिर अहमद, गणेश कांबले, सैनिक कांग्रेस के डॉ अश्विनी कुमार, सुनील गंगवानी, विधायक जगन्नाथ शेट्टी, पूर्व महापौर आर सिंह, एडवोकेट विसिंह, मुंबई कांग्रेस महासचिव चित्रससिंह, डॉ। उमाकान्त बाजपेई सहित अनेकानेक उनके समर्थकों ने उनका भव्य स्वागत किया । डॉ राजेन्द्र कुमार गुप्ता ने उनकी इस जीत को आम मुंबईकरों की जीत तथा आई टी मंत्रालय को मुंबई के भविष्य को जोडकर देखते हुए उनका आभार व्यक्त किया है ।

उद्धव ठाकरे ने मुंबई में आतंकी हमले के आरोपी कसाब और अफजल को तुरंत फांसी देने की मांग की।

शिव सेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मुंबई में आतंकी हमले के आरोपी कसाब और अफजल को तुरंत फांसी देने की मांग की। उन्होंने कहा है कि हमले की जांच के लिए गठित राम प्रधान समिति की रिपोर्ट और कसाब के मामले की सुनवाई मूल मुद्दे से जनता का ध्यान हटाने की साजिश है। कसाब ने करकरे, काम्टे,ओंबले, सालसकर शिन्दे जैसे काबिल अफसरों की हत्या की है। लेकिन प्रधान ने अपनी रिपोर्ट में इसके लिए किसी को जिम्मेदार नहीं बताया। क्या वह यह कहना चाहते हैं कि इस अफसरों ने आत्महत्या की है? उद्धव ने कहा कि जिसे फांसी पर लटकाया जाना है, उसकी सुरक्षा पर लाखों रुपये खर्च क्यों किए जा रहे हैं। मीडिया में उसके बारे में ऐसी खबरें छप रही हैं मानो वह हीरो हो। वह क्या खाता है, क्या पीता है, कैसे हंसता है, बोलता है आदि बातें छापने की होड़ लगी हुई है। उन्होंने कहा कि कसाब और अफजल गुरु को तुरंत फांसी देने की मांग को लेकर शिव सेना का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही राष्ट्रपति से मिलेगा।

Monday, May 25, 2009

मुम्बई से दूर बोइसर में सस्ते घरों के प्रोजेक्ट 'शुभ गृह' लांच

मुम्बई से दूर बोइसर में सस्ते घरों के प्रोजेक्ट 'शुभ गृह' लांच कर जबर्दस्त वाहवाही बटोर रही टाटा हाउसिंग कंपनी ने कहा है कि वो ऐसी स्कीम को मुम्बई के नजदीक लाएगी। ज्यादा संभव है कि यह प्रोजेक्ट पनवेल और कलंबोली के आसपास आए। टाटा हाउसिंग के सीईओ ब्रोतिन बनर्जी ने इस लोकेशन की सही जानकारी देने से इनकार करते हुए कहा कि अभी जमीन को लेकर हमारी बातचीत शुरुआती स्टेज में है, मगर इतना मैं कह सकता हूं कि दीवाली के आसपास हम 1,500 से 2,000 घरों को हम आम जनता के लिए लेकर जरूर आएंगे। उन्होंने कहा कि हमारी बिजनेस डिवेलपमेंट की टीम मुम्बई के नजदीकी इलाकों में लोगों को सस्ते घरों को लाने के लिए प्रयासरत है। बकौल बनर्जी हमारा इरादा समाज के कमजोर आय वर्ग वाले ज्यादा से ज्यादा लोगों को 'शुभ गृह' के प्रोजेक्ट से जोड़ना है। बोइसर के 'शुभ गृह प्रोजक्ट' के बारे में बनर्जी ने बताया कि इसके लिए हमारे पास उम्मीद से कहीं ज्यादा रिस्पांस आ रहे हैं और हम अपनी लॉटरी की प्रक्रिया को जून के अंत तक समाप्त कर देंगे। उन्होंने कहा कि हमारे फ्लैटों को खरीदने में किसी को किसी किस्म की परेशानी नहीं आए, इसके लिए हमने माइक्रो-हाउसिंग फाइनांस कंपनी (एमएचएफसी) से समझौता किया है। उन्होंने कहा कि बहुत से ऐसे लोग होते हैं जिनकी घर लेने की क्षमता तो होती है, मगर उनके पास इनकम का कोई प्रूफ नहीं होता है। अत: इस सिलसिले में एमएचएफसी हमारा काम आसान कर देगी। बनर्जी के मुताबिक बोइसर में हम दूसरे फेज में ऐसे घरों का भी निर्माण करने वाले हैं सेल के लिए फ्री होंगे, और उनके लिए लॉटरी नहीं निकाली जाएगी।

Saturday, May 23, 2009

'राज, बकवास बंद कर।'

राज ठाकरे के बड़े-बड़े दावों और फिल्मी डायलॉगों से नाराज शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने आखिर उन पर खुला हमला बोल दिया है। अब तक वह राज का नाम लेने से बचते रहे थे। मगर, शनिवार को उन्होंने राज ठाकरे का नाम लेते हुए कहा,'राज, बकवास बंद कर।' शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' की तरफ से शनिवार को जारी बयान में उद्धव ठाकरे ने व्यंग्य करते हुए कहा है कि 'राज बहुत बड़े हो गए हैं। वह महाराष्ट्र का सीएम तय करना चाहते हैं। लेकिन सीएम पद उनके लिए बहुत छोटी बात है। वह तो इतने बड़े हो गए हैं कि अमेरिका का राष्ट्रपति कौन होगा और इंगलैंड का राजकुमार कौन होगा यह भी तय कर सकते हैं।'
उद्धव ने राज पर गद्दारी का आरोप लगाते हुए कहा कि जिस बाला साहेब और मां साहेब की प्यार भरी देखरेख में बड़े हुए, उन्हीं की पीठ में छुरा भोंकने का काम राज ने किया है। उन्होंने कहा है कि एक तरफ तो राज अमिताभ की फिल्मों पर पाबंदी की बात करते हैं, दूसरी तरफ उन्हीं की फिल्मों के डायलॉग मारते हैं। उन्होंने कहा कि राज ठाकरे जिस तरह की निराधार बातें कर रहे हैं उससे मराठी जनता का मजाक बनता है। इसलिए अच्छा हो कि वह बकवास बंद कर दें।

Thursday, May 21, 2009

निरुपम के किसी विरोधी की सोची-समझी साजिश

उत्तर मुम्बई लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से नवनिर्वाचित कांग्रेस सांसद संजय निरुपम के लोखंडवाला, अंधेरी स्थित फ्लैट पर विदेशी मुद्रा पहुंचाने आए एक व्यक्ति को ओशिवरा पुलिस के हवाले कर दिया गया। उसके पास से कथित रूप से 5000 डॉलर बरामद हुए। निरुपम के परिवार वालों ने आशंका जताई है कि डॉलरों के पैकिट की इस डिलेवरी के पीछे निरुपम के किसी विरोधी की सोची-समझी साजिश हो सकती है। मिली जानकारी के मुताबिक, बाद में इस मामले को यह कहते हुए रफा-दफा कर दिया गया कि पुलिस की हिरासत में लिए गए अब्दुल सत्तार नामक उक्त व्यक्ति को दरअसल ऊपर की मंजिल पर रहने वाले निरुपम के पड़ोसी के घर वह पैकिट पहुंचाना था लेकिन वह गलती से निरुपम के घर चला गया था। उधर, निरुपम के परिवार वालों ने विरोधियों की साजिश की आशंका जाहिर करते हुए बताया कि पैकिट लेकर आए व्यक्ति ने पहले अपना नाम राजा बताया था और बिल्डिंग के वाचमैन से निरुपम के घर जाने और उनकी पत्नी को पैकिट सौंपने की बात कही थी। निरुपम की पत्नी से जब उसने कहा कि यह पैकिट निरुपम जी ने भिजवाया है, तो उन्होंने दिल्ली फोन करके इस बाबत पूछा, लेकिन निरुपम ने कहा कि उन्होंने किसी के हाथ कुछ नहीं भेजा है। उन्होंने पत्नी को निर्देश दिया कि फौरन पुलिस को खबर करो। निरुपम की पत्नी ने ओशिवरा पुलिस से सम्पर्क किया और उक्त व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया। वहां पूछताछ के दौरान उसने अपना नाम अब्दुल सत्तार बताया। जोन-9 के पुलिस उपायुक्त निकेत कौशिक के अनुसार,'अब्दुल सत्तार कल रात निरुपम के निवास पर गया था और दावा किया था कि वह कुछ नकदी सौंपना चाहता है। पुलिस को इसके बारे में सूचना दी गई। उसे पूछताछ के लिए पकड़ा गया है।'

Monday, May 18, 2009

टाटा अस्पताल में घोटाला

टाटा मेमोरियल अस्पताल की सौ करोड़ रुपए कीमत की दवाओं के अवैध रूप से खुले बाजार में बेचने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। सीबीआई ने इस मामले में छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इनमें डिप्टी मेडिकल सूपरिंटेंडंट डॉक्टर रेखा बतूरा का नाम प्रमुख है। अन्य आरोपियों में आफिस इंचार्ज और फार्मासिस्ट वाई दीक्षित, पी बी ढाके, चेतना पवार, नीना नाकरे और नीलिमा देशपांडे के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हुई है। एनबीटी ने 6 नवंबर, 2008 को इस घोटाले की सबसे पहले खबर प्रकाशित की थी। सीबीआई अधिकारियों ने इस केस में कई बड़े डॉक्टरों के भी शामिल होने की संभावना से इनकार नहीं किया है। सीबीआई के एंटी करेप्शन ब्यूरो के जॉइंट डाइरेक्टर आर.आर.सिंह ने शुक्रवार को मीडिया को बताया कि उन्हें लगता है कि दवाओं से जुड़ा यह घोटाला सौ करोड़ रुपए से भी ज्यादा का है। सीबीआई अधिकारियों के अनुसार इस रैकेट से जुड़े लोग कई तरह से टाटा मेमोरियल अस्पताल की दवाएं खुले बाजार में निकालते थे। मसलन यदि किसी मरीज को एक गोली चाहिए होती थी, तो अस्पताल के रजिस्टर में उस मरीज के नाम पर कई गोलियां दिखाई जाती थीं। ये शेष गोलियां बाद में बाजार में बेच दी जाती थीं। यही नहीं, जिन मरीजों की कई साल पहले मौत हो चुकी है, उन मरीजों के नाम पर भी अस्पताल के रजिस्टर में दवाएं लिखी पाई गईं। ये दवाएं भी खुले बाजार में बेची गईं। जिन कैंसर मरीजों के बचने की संभावनाएं न के बराबर होती थी, ऐसे मरीजों को टाटा मेमोरियल अस्पताल की तरफ से टेस्ट के लिए कुछ दवाएं दी जाती थीं। ऐसी दवाओं को टाटा में खुद बनाया जाता था और इन्हें कभी भी बाजार में बेचने की किसी को इजाजत नहीं थी, पर इस रैकेट से जुड़े लोगों ने इन दवाओं को भी बेचकर करोड़ों रुपए कमाए थे। सीबीआई की जांच में पता चला है कि इस रैकेट से जुड़े लोगों ने दवा कंपनियों द्वारा निशुल्क और एनजीओ द्वारा निशुल्क दी गई दवाओं में भी हेराफेरी की थी। इस बीच टाटा मेमोरियल सेंटर के डाइरेक्टर आर. बडवे द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि अस्पताल इस मामले में सीबीआई को पूरा सहयोग दे रहा है। बयान के मुताबिक जिन छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, अस्पताल ने उन्हें पिछले साल ही निलंबित कर दिया था।