Saturday, May 30, 2009

नवनियुक्त केन्द्रीय संचार व आई टी राज्य मंत्री गुरूदास कामथ का मुंबई पहुंचने पर भव्य स्वागत

नवनियुक्त केन्द्रीय संचार व आई टी राज्य मंत्री गुरूदास कामथ का मुंबई पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया , वे जैसे ही सांताक्रुज हवाई अड्डे पर पहुंचे, उनके स्वागत केलिए कांग्रेस अध्यक्ष कृपाशंसिंह, सहित अन्य नेताओं ने विशाल जनसमूहों के रूप में पुश्प-मालाओं से उनका स्वागत किया, बिशेष रूप से बनाए गए रथ में उन्हे बैठाकर मुंबईकरों ने उन्हें अंगीकार किया । इस मौके पर म्हाडा अध्यक्ष अमरसिंह मनहास, कबीना मंत्री चंद्रकांत हंडोरे, नगरसेवक धर्मेश व्यास, शिवासिंह, स्लमबोर्ड अध्यक्ष वेलुस्वामी नायडू, चरणजसिंह सप्रा, मुंबई कांग्रेस महासचिव जाकिर अहमद, गणेश कांबले, सैनिक कांग्रेस के डॉ अश्विनी कुमार, सुनील गंगवानी, विधायक जगन्नाथ शेट्टी, पूर्व महापौर आर सिंह, एडवोकेट विसिंह, मुंबई कांग्रेस महासचिव चित्रससिंह, डॉ। उमाकान्त बाजपेई सहित अनेकानेक उनके समर्थकों ने उनका भव्य स्वागत किया । डॉ राजेन्द्र कुमार गुप्ता ने उनकी इस जीत को आम मुंबईकरों की जीत तथा आई टी मंत्रालय को मुंबई के भविष्य को जोडकर देखते हुए उनका आभार व्यक्त किया है ।

उद्धव ठाकरे ने मुंबई में आतंकी हमले के आरोपी कसाब और अफजल को तुरंत फांसी देने की मांग की।

शिव सेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मुंबई में आतंकी हमले के आरोपी कसाब और अफजल को तुरंत फांसी देने की मांग की। उन्होंने कहा है कि हमले की जांच के लिए गठित राम प्रधान समिति की रिपोर्ट और कसाब के मामले की सुनवाई मूल मुद्दे से जनता का ध्यान हटाने की साजिश है। कसाब ने करकरे, काम्टे,ओंबले, सालसकर शिन्दे जैसे काबिल अफसरों की हत्या की है। लेकिन प्रधान ने अपनी रिपोर्ट में इसके लिए किसी को जिम्मेदार नहीं बताया। क्या वह यह कहना चाहते हैं कि इस अफसरों ने आत्महत्या की है? उद्धव ने कहा कि जिसे फांसी पर लटकाया जाना है, उसकी सुरक्षा पर लाखों रुपये खर्च क्यों किए जा रहे हैं। मीडिया में उसके बारे में ऐसी खबरें छप रही हैं मानो वह हीरो हो। वह क्या खाता है, क्या पीता है, कैसे हंसता है, बोलता है आदि बातें छापने की होड़ लगी हुई है। उन्होंने कहा कि कसाब और अफजल गुरु को तुरंत फांसी देने की मांग को लेकर शिव सेना का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही राष्ट्रपति से मिलेगा।

Monday, May 25, 2009

मुम्बई से दूर बोइसर में सस्ते घरों के प्रोजेक्ट 'शुभ गृह' लांच

मुम्बई से दूर बोइसर में सस्ते घरों के प्रोजेक्ट 'शुभ गृह' लांच कर जबर्दस्त वाहवाही बटोर रही टाटा हाउसिंग कंपनी ने कहा है कि वो ऐसी स्कीम को मुम्बई के नजदीक लाएगी। ज्यादा संभव है कि यह प्रोजेक्ट पनवेल और कलंबोली के आसपास आए। टाटा हाउसिंग के सीईओ ब्रोतिन बनर्जी ने इस लोकेशन की सही जानकारी देने से इनकार करते हुए कहा कि अभी जमीन को लेकर हमारी बातचीत शुरुआती स्टेज में है, मगर इतना मैं कह सकता हूं कि दीवाली के आसपास हम 1,500 से 2,000 घरों को हम आम जनता के लिए लेकर जरूर आएंगे। उन्होंने कहा कि हमारी बिजनेस डिवेलपमेंट की टीम मुम्बई के नजदीकी इलाकों में लोगों को सस्ते घरों को लाने के लिए प्रयासरत है। बकौल बनर्जी हमारा इरादा समाज के कमजोर आय वर्ग वाले ज्यादा से ज्यादा लोगों को 'शुभ गृह' के प्रोजेक्ट से जोड़ना है। बोइसर के 'शुभ गृह प्रोजक्ट' के बारे में बनर्जी ने बताया कि इसके लिए हमारे पास उम्मीद से कहीं ज्यादा रिस्पांस आ रहे हैं और हम अपनी लॉटरी की प्रक्रिया को जून के अंत तक समाप्त कर देंगे। उन्होंने कहा कि हमारे फ्लैटों को खरीदने में किसी को किसी किस्म की परेशानी नहीं आए, इसके लिए हमने माइक्रो-हाउसिंग फाइनांस कंपनी (एमएचएफसी) से समझौता किया है। उन्होंने कहा कि बहुत से ऐसे लोग होते हैं जिनकी घर लेने की क्षमता तो होती है, मगर उनके पास इनकम का कोई प्रूफ नहीं होता है। अत: इस सिलसिले में एमएचएफसी हमारा काम आसान कर देगी। बनर्जी के मुताबिक बोइसर में हम दूसरे फेज में ऐसे घरों का भी निर्माण करने वाले हैं सेल के लिए फ्री होंगे, और उनके लिए लॉटरी नहीं निकाली जाएगी।

Saturday, May 23, 2009

'राज, बकवास बंद कर।'

राज ठाकरे के बड़े-बड़े दावों और फिल्मी डायलॉगों से नाराज शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने आखिर उन पर खुला हमला बोल दिया है। अब तक वह राज का नाम लेने से बचते रहे थे। मगर, शनिवार को उन्होंने राज ठाकरे का नाम लेते हुए कहा,'राज, बकवास बंद कर।' शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' की तरफ से शनिवार को जारी बयान में उद्धव ठाकरे ने व्यंग्य करते हुए कहा है कि 'राज बहुत बड़े हो गए हैं। वह महाराष्ट्र का सीएम तय करना चाहते हैं। लेकिन सीएम पद उनके लिए बहुत छोटी बात है। वह तो इतने बड़े हो गए हैं कि अमेरिका का राष्ट्रपति कौन होगा और इंगलैंड का राजकुमार कौन होगा यह भी तय कर सकते हैं।'
उद्धव ने राज पर गद्दारी का आरोप लगाते हुए कहा कि जिस बाला साहेब और मां साहेब की प्यार भरी देखरेख में बड़े हुए, उन्हीं की पीठ में छुरा भोंकने का काम राज ने किया है। उन्होंने कहा है कि एक तरफ तो राज अमिताभ की फिल्मों पर पाबंदी की बात करते हैं, दूसरी तरफ उन्हीं की फिल्मों के डायलॉग मारते हैं। उन्होंने कहा कि राज ठाकरे जिस तरह की निराधार बातें कर रहे हैं उससे मराठी जनता का मजाक बनता है। इसलिए अच्छा हो कि वह बकवास बंद कर दें।

Thursday, May 21, 2009

निरुपम के किसी विरोधी की सोची-समझी साजिश

उत्तर मुम्बई लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से नवनिर्वाचित कांग्रेस सांसद संजय निरुपम के लोखंडवाला, अंधेरी स्थित फ्लैट पर विदेशी मुद्रा पहुंचाने आए एक व्यक्ति को ओशिवरा पुलिस के हवाले कर दिया गया। उसके पास से कथित रूप से 5000 डॉलर बरामद हुए। निरुपम के परिवार वालों ने आशंका जताई है कि डॉलरों के पैकिट की इस डिलेवरी के पीछे निरुपम के किसी विरोधी की सोची-समझी साजिश हो सकती है। मिली जानकारी के मुताबिक, बाद में इस मामले को यह कहते हुए रफा-दफा कर दिया गया कि पुलिस की हिरासत में लिए गए अब्दुल सत्तार नामक उक्त व्यक्ति को दरअसल ऊपर की मंजिल पर रहने वाले निरुपम के पड़ोसी के घर वह पैकिट पहुंचाना था लेकिन वह गलती से निरुपम के घर चला गया था। उधर, निरुपम के परिवार वालों ने विरोधियों की साजिश की आशंका जाहिर करते हुए बताया कि पैकिट लेकर आए व्यक्ति ने पहले अपना नाम राजा बताया था और बिल्डिंग के वाचमैन से निरुपम के घर जाने और उनकी पत्नी को पैकिट सौंपने की बात कही थी। निरुपम की पत्नी से जब उसने कहा कि यह पैकिट निरुपम जी ने भिजवाया है, तो उन्होंने दिल्ली फोन करके इस बाबत पूछा, लेकिन निरुपम ने कहा कि उन्होंने किसी के हाथ कुछ नहीं भेजा है। उन्होंने पत्नी को निर्देश दिया कि फौरन पुलिस को खबर करो। निरुपम की पत्नी ने ओशिवरा पुलिस से सम्पर्क किया और उक्त व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया। वहां पूछताछ के दौरान उसने अपना नाम अब्दुल सत्तार बताया। जोन-9 के पुलिस उपायुक्त निकेत कौशिक के अनुसार,'अब्दुल सत्तार कल रात निरुपम के निवास पर गया था और दावा किया था कि वह कुछ नकदी सौंपना चाहता है। पुलिस को इसके बारे में सूचना दी गई। उसे पूछताछ के लिए पकड़ा गया है।'

Monday, May 18, 2009

टाटा अस्पताल में घोटाला

टाटा मेमोरियल अस्पताल की सौ करोड़ रुपए कीमत की दवाओं के अवैध रूप से खुले बाजार में बेचने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। सीबीआई ने इस मामले में छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इनमें डिप्टी मेडिकल सूपरिंटेंडंट डॉक्टर रेखा बतूरा का नाम प्रमुख है। अन्य आरोपियों में आफिस इंचार्ज और फार्मासिस्ट वाई दीक्षित, पी बी ढाके, चेतना पवार, नीना नाकरे और नीलिमा देशपांडे के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हुई है। एनबीटी ने 6 नवंबर, 2008 को इस घोटाले की सबसे पहले खबर प्रकाशित की थी। सीबीआई अधिकारियों ने इस केस में कई बड़े डॉक्टरों के भी शामिल होने की संभावना से इनकार नहीं किया है। सीबीआई के एंटी करेप्शन ब्यूरो के जॉइंट डाइरेक्टर आर.आर.सिंह ने शुक्रवार को मीडिया को बताया कि उन्हें लगता है कि दवाओं से जुड़ा यह घोटाला सौ करोड़ रुपए से भी ज्यादा का है। सीबीआई अधिकारियों के अनुसार इस रैकेट से जुड़े लोग कई तरह से टाटा मेमोरियल अस्पताल की दवाएं खुले बाजार में निकालते थे। मसलन यदि किसी मरीज को एक गोली चाहिए होती थी, तो अस्पताल के रजिस्टर में उस मरीज के नाम पर कई गोलियां दिखाई जाती थीं। ये शेष गोलियां बाद में बाजार में बेच दी जाती थीं। यही नहीं, जिन मरीजों की कई साल पहले मौत हो चुकी है, उन मरीजों के नाम पर भी अस्पताल के रजिस्टर में दवाएं लिखी पाई गईं। ये दवाएं भी खुले बाजार में बेची गईं। जिन कैंसर मरीजों के बचने की संभावनाएं न के बराबर होती थी, ऐसे मरीजों को टाटा मेमोरियल अस्पताल की तरफ से टेस्ट के लिए कुछ दवाएं दी जाती थीं। ऐसी दवाओं को टाटा में खुद बनाया जाता था और इन्हें कभी भी बाजार में बेचने की किसी को इजाजत नहीं थी, पर इस रैकेट से जुड़े लोगों ने इन दवाओं को भी बेचकर करोड़ों रुपए कमाए थे। सीबीआई की जांच में पता चला है कि इस रैकेट से जुड़े लोगों ने दवा कंपनियों द्वारा निशुल्क और एनजीओ द्वारा निशुल्क दी गई दवाओं में भी हेराफेरी की थी। इस बीच टाटा मेमोरियल सेंटर के डाइरेक्टर आर. बडवे द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि अस्पताल इस मामले में सीबीआई को पूरा सहयोग दे रहा है। बयान के मुताबिक जिन छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, अस्पताल ने उन्हें पिछले साल ही निलंबित कर दिया था।

Tuesday, May 12, 2009

अंगारिका के अवसर पर सिद्धिविनायक के दर्शन-पूजन का विशेष महत्व है

अंगारिका चतुर्थी के मौके पर मंगलवार को प्रभा देवी स्थित सिद्धिविनायक मंदिर में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। लग रहा था जैसे मुंबई की पूरी जनता सड़क पर उतर आई हो। अंगारिका के अवसर पर सिद्धिविनायक के दर्शन-पूजन का विशेष महत्व है इसलिए सोमवार की रात से ही श्रद्धालु मंदिर के समक्ष कतारबद्ध खड़े हो गए थे। जैसे-जैसे रात गहराती गई श्रद्धालुओं का रेला भी बढ़ता गया और सुबह तक मीलों लंबी कतार लग गई। भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने गणपति के दर्शन के लिए रात पौने दो बजे से ही श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के दरवाजे खोल दिए थे। थोड़ी देर के लिए मंदिर के पट बंद किए गए, मगर आधे घंटे के बाद दोबारा कपाट खुलने पर लोगों की लाइन लग गई। भीड़ को देखते हुए बसों के रूट को भी बदला गया। साथ ही दादर से मंदिर तक लगातार श्रद्धालुओं को लाने ले जाने का सिलसिला जारी रहा। कुछ रास्तों को वनवे में भी बदला गया। मुम्बई के अलावा बाहर से भी श्रद्धालु दर्शन के लिए आए थे। मंदिर सूत्रों के अनुसार 10 लाख से भी अधिक लोगों ने सिद्धिविनायक के दर्शन किए। मंदिर परिसर के आसपास पुलिस का भारी बंदोबस्त किया गया था। मंगलवार देर रात तक भक्तों द्वारा दर्शनों का सिलसिला जारी था।

मीरा-भयन्दर रोड पर लक्ष्मी पार्क के पास कई ऊंची-ऊंची इमारतें

मीरा-भयन्दर रोड पर लक्ष्मी पार्क के पास कई ऊंची-ऊंची इमारतें बन रही हैं। यहां की आबादी को देखते हुए सुविधा के नाम पर कुछ नहीं है। न सही सड़क है, न गटर, न बस की सुविधा। इस इलाके में मच्छरों से लोग इतने परेशान हैं कि कुछ कहा नहीं जा सकता। हमने इस बारे में कई बार लिखित और मौखिक कंप्लेंट भी की, पर कोई असर नहीं हुआ। यहां तक कि इन समस्याओं को टीवी पर भी दिखाया गया, लेकिन यहां के अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगते। प्रशासन से अनुरोध है कि जल्द से जल्द यहां की जनता की इन समस्याओं की ओर भी ध्यान दें।

Saturday, May 9, 2009

पाटिल राज के घर पहुंचे और राज के साथ करीब आधा घंटा रहे।

महाराष्ट्र के गृह मंत्री जयंत पाटिल ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकरे से
उनके मध्य मुंबई में मौजूद निवास पर मुलाकात की। पार्टी सूत्रों ने बताया कि पाटिल राज के घर पहुंचे और राज के साथ करीब आधा घंटा रहे। पाटिल और एमएनएस के प्रवक्ता ने मुलाकात का ब्योरा देने से इनकार कर दिया। एमएनएस ने 12 सीटों पर चुनाव लड़ा है। इनमें से कुछ सीटों पर अच्छा प्रदर्शन होने की संभावना के बाद इस मुलाकात का महत्व बढ़ गया है।

Friday, May 1, 2009

पुलिस यह समझने की कोशिश कर रही है कि वह विले पारले रेलवे क्रॉसिंग पर क्या करने गए थे।


पुलिस अनिल अंबानी के हेलिकॉप्टर से छेड़छाड़ के मामले के मुख्य गवाह भारत बोर्गे के फोन रिकॉर्ड्स की जांच कर रही है। पुलिस यह समझने की कोशिश कर रही है कि वह विले पारले रेलवे क्रॉसिंग पर क्या करने गए थे। एयरवर्क्स के साथ बतौर टेक्निशन काम कर रहे बोर्गे की मंगलवार को ट्रेन के नीचे कटकर मौत हो चुकी है। सरकारी रेलवे पुलिस कमिश्नर ए. के. शर्मा ने बताया कि अपने रोजमर्रा के रूटीन के मुताबिक बोर्गे भायंदर से ट्रेन लेते (जहां वह रहते थे) और सांताकूज उतरकर अपने ऑफिस जाते थे। पर घटना के दिन, लगता है कि बोर्गे विले पारले उतर गए और लेवल क्रॉसिंग की ओर पैदल ही चले गए। पुलिस अब उनके फोन रिकॉर्ड्स की जांच कर रही है कि वह कहां जा रहे थे और ट्रेन के नीचे कुचले जाने से पहले क्या किसी ने उनसे संपर्क किया था। एयरवर्क्स कंपनी अनिल अंबानी समूह के हेलिकॉप्टरों की देखरेख करती रही है और बोर्गे इसी कंपनी में टेक्निशन थे। उन्होंने ही सबसे पहले अनिल अंबानी के हेलिकॉप्टर के फ्यूल टैंक में पत्थर देखे थे। जीआरपी ने क्राइम ब्रांच के उन अफसरों से भी पूछताछ की है जिन्हें बोर्गे ने एक पत्र लिखा था और कहा था कि कथित तौर पर रिलायंस के कुछ अधिकारी उनसे मिले और उनका टेलिफोन नंबर लिया। शर्मा ने बताया कि हम जल्द ही क्राइम ब्रांच के अफसरों के भी बयान दर्ज करेंगे।

पुलिस यह समझने की कोशिश कर रही है कि वह विले पारले रेलवे क्रॉसिंग पर क्या करने गए थे।


पुलिस अनिल अंबानी के हेलिकॉप्टर से छेड़छाड़ के मामले के मुख्य गवाह भारत बोर्गे के फोन रिकॉर्ड्स की जांच कर रही है। पुलिस यह समझने की कोशिश कर रही है कि वह विले पारले रेलवे क्रॉसिंग पर क्या करने गए थे। एयरवर्क्स के साथ बतौर टेक्निशन काम कर रहे बोर्गे की मंगलवार को ट्रेन के नीचे कटकर मौत हो चुकी है। सरकारी रेलवे पुलिस कमिश्नर ए. के. शर्मा ने बताया कि अपने रोजमर्रा के रूटीन के मुताबिक बोर्गे भायंदर से ट्रेन लेते (जहां वह रहते थे) और सांताकूज उतरकर अपने ऑफिस जाते थे। पर घटना के दिन, लगता है कि बोर्गे विले पारले उतर गए और लेवल क्रॉसिंग की ओर पैदल ही चले गए। पुलिस अब उनके फोन रिकॉर्ड्स की जांच कर रही है कि वह कहां जा रहे थे और ट्रेन के नीचे कुचले जाने से पहले क्या किसी ने उनसे संपर्क किया था। एयरवर्क्स कंपनी अनिल अंबानी समूह के हेलिकॉप्टरों की देखरेख करती रही है और बोर्गे इसी कंपनी में टेक्निशन थे। उन्होंने ही सबसे पहले अनिल अंबानी के हेलिकॉप्टर के फ्यूल टैंक में पत्थर देखे थे। जीआरपी ने क्राइम ब्रांच के उन अफसरों से भी पूछताछ की है जिन्हें बोर्गे ने एक पत्र लिखा था और कहा था कि कथित तौर पर रिलायंस के कुछ अधिकारी उनसे मिले और उनका टेलिफोन नंबर लिया। शर्मा ने बताया कि हम जल्द ही क्राइम ब्रांच के अफसरों के भी बयान दर्ज करेंगे।