Thursday, July 30, 2009

दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में स्थित मकान मुंबई की सामाजिक सेवक द्वारा खरीद

दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में स्थित मकान मुंबई की सामाजिक सेवक द्वारा खरीद
दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में स्थित जिस मकान में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तीन साल से अधिक समय तक रहे थे, मुम्बई के एक समाजसेवी ने उसे खरीदने की योजना बनाई है। इस समाजसेवी की योजना इसे खरीद कर भारत सरकार को सुपुर्द करने की है, ताकि उस मकान को एक स्मारक के रूप में स्थापित किया जा सके। शहर के प्रसिद्ध व्यापारी प्रदीप भावनानी ने राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील को पत्र लिख कर उस मकान के मालिक को रुपए हस्तांतरित करने की अनुमति मांगी है। पत्र में भावनानी ने इसकी अनुमति आधिकारिक चैनल से दिए जाने का अनुरोध राष्ट्रपति से किया है, ताकि सौदे को अंतिम रूप दिया जा सके। भावनानी ने पत्र में यह भी कहा है कि वह इस मकान को भारत सरकार को दान में दे देंगे, ताकि इसे एक संग्रहालय के रूप में स्थापित कर दिया जाए। उन्होंने बताया कि मकान मालिक ने उस मकान के लिए मेरे ढाई करोड़ रुपए के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। मुझे अब सरकार की ओर से आधिकारिक अनुमति मिलने का इंतजार है, ताकि मैं इस मकान को राष्ट्र को समर्पित कर सकूं। इस मकान की मालकिन नैंसी बॉल हैं। वह पिछले बीस साल से इसमें रह रहीं हैं। नैंसी ने इस घर को छोड़ने का निर्णय किया है, इसलिए यह बिकाऊ है। गौरतलब है कि महात्मा गांधी इस मकान में 1907 से तीन साल तक रहे थे।

Monday, July 27, 2009

एनसीपी की स्थिति मजबूत है वे सीटें एनसीपी को दी जाएंगी

प्रदेश कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि पार्टी अपने प्रभाववाली सीटें सहयोगी दल एनसीपी के लिए नहीं छोड़ेगी। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष माणिकराव ठाकरे ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि मुम्बई और राज्य में जिन सीटों पर कांग्रेस की स्थिति मजबूत है उन सीटों पर पार्टी अपना ही उम्मीदवार खड़ा करेगी, ऐसी सीटें एनसीपी के लिए नहीं छोड़ेगी। जहां एनसीपी की स्थिति मजबूत है वे सीटें एनसीपी को दी जाएंगी भले ही वहां सिटिंग विधायक कांग्रेस का ही क्यों न हो। गौरतलब है कि डीलिमिटेशन के बाद मुम्बई और प्रदेश में कुछ सिटिंग एमएलए की सीट समाप्त हो गई है। मुम्बई में एनसीपी विधायकों में बशीर पटेल की उमरखाड़ी, नवाब मलिक की नेहरू नगर सीट समाप्त हो गई है। जिन सीटों में ये सीटें विलीन हो गई हैं, वहां कांग्रेस का वोट बैंक मजबूत है। जैसे मुम्बादेवी और कालीना में समाहित सिटिंग विधायकों की सीट पर अब कांग्रेस का दावा मजबूत है। ठाकरे ने पत्रकारों को बताया कि पार्टी आलाकमान से हरी झंडी मिलते ही एनसीपी से गठबंधन और सीटों के बंटवारे पर चर्चा शुरू हो जाएगी। मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण इसी संबंध में दिल्ली गए हुए हैं और उनके लौटने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। ठाकरे ने कहा कि एनसीपी से गठबंधन को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं की मिश्रित राय है। संपर्क अभियान में कुछ लोगों ने गठबंधन के पक्ष में और कुछ ने अकेले लड़ने पर बल दिया।

Saturday, July 25, 2009

बड़े दूध मिलावटी गैंग का भंडाफोड़

चारकोप पुलिस ने एक बड़े दूध मिलावटी गैंग का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपियों के नाम हैं-साया मांडला, सैदू जाला, राजा जाला, लिंगाइया गोरयू, श्रीसैलम उकेडी, शंकर गोंडा और मल्लेश मलेपुल्ला। सभी आरोपियों को बाद में अदालत में पेश किया गया। इन सबकी गिरफ्तारी चारकोप में शुक्रवार देर रात पड़ी एक रेड के बाद हुई। यह रेड चारकोप पुलिस और एफडीआई ने मिलकर डाली थी। उस वक्त आरोपी दूध में पानी की मिलावट कर रहे थे। इन सबके पास से 15 सौ लीटर दूध जब्त किया गया। आरोपियों के पास से महानंदा, अमूल जैसे बड़े बड़े ब्रांड की थैलियां भी जब्त की गई हैं। पुलिस के अनुसार यह गैंग काफी दिनों से दूध में मिलावट कर रहा था और इस मिलावट से यह गैंग रोज हजारों रुपये की कमाई करता था। इस गैंग से पूछताछ में सबसे सनसनीखेज बात यह सामने आई कि गैंग के लोग दूध में शुद्घ नहीं, बल्कि जो पानी मिलता था, वह मिलाते थे, भले ही वह पानी गंदा क्यों न हो। मुम्बई में इस साल दूध में मिलावट के कई मामले सामने आ चुके हैं। कई लोगों की गिरफ्तारियां भी हुई हैं, पर दूध में मिलावट का धंधा रूक नहीं रहा है। कई लोग इसकी वजह यह बताते हैं, क्योंकि इस संबंध में बहुत सख्त कानून नहीं है। कमजोर धाराओं की वजह से आरोपियों को कुछ दिनों बाद ही जमानत मिल जाती है।

Tuesday, July 21, 2009

(सिमी) के तीन कथित कार्यकर्ताओं को पुलिस ने यहां गिरफ्तार किया

प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के तीन कथित कार्यकर्ताओं को पुलिस ने यहां गिरफ्तार किया है। उनके पास से संगठन से जुड़े कुछ दस्तावेज बरामद किए गए हैं। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों की पहचान सय्यद इब्राहिम सय्यद मूसा, अब्दुल रज्जाक अब्दुल करीम और मसूद खान महबूब खान के रूप में की गई है। पुलिस को इस बात की गुप्त सूचना मिली थी कि तीनों मुतिजापुर तालुका के माना गांव में एक मीटिंग में शिरकत करने के बाद कार से लौट रहे हैं। इसके बाद उन्हें राष्ट्रीय राजमार्ग 6 के पास गिरफ्तार कर लिया गया।

Saturday, July 18, 2009

उनके पास अब नैनो कार तो है, लेकिन उसकी चाबी गुम गई है।

नैनो कार मिलने के साथ ही आशीष बालाकृष्णन का सपना तो शुक्रवार को साकार हो गया, लेकिन शाम होने के साथ ही वह दु:स्वपन में बदल गया। उनके पास अब नैनो कार तो है, लेकिन उसकी चाबी गुम गई है। एक भव्य समारोह के तहत टाटा मोटर्स के चेयरमैन रतन टाटा ने 29 वर्षीय इस अविवाहित पेशेवर को दूसरी नैनो कार की चाबी सौंपी थी। उसके बाद बालाकृष्णन ने कहा था कि जीवन में हर व्यक्ति तीन कामनाएं करता है। एक घर बनाना, दूसरा एक कार खरीदना और तीसरा अपना परिवार शुरू करना। मेरे लिए दूसरा सपना पूरा हो रहा है। अब मैं उम्मीद करता हूं कि जल्द ही अपने एक परिवार के साथ व्यवस्थित हो जाऊंगा। उनके इस बयान के बाद उनकी कार की चाबी गायब हो गई।

Friday, July 17, 2009

सच शो की फुटिज के जरिए सामने आया वह कुछ और है।

विनोद कांबली का झूठ पकड़ा गया! 'सचिन बुरे दौर में मेरे साथ खड़े नहीं हुए, उन्होंने मेरा पूरा साथ नहीं दिया। अगर वह थोड़ा और साथ देते, मुझे मोटिवेशन मिलती और मेरा करिअर आगे बढ़ सकता था।' टीवी चैनल स्टार प्लस पर आ रहे रिऐलिटी शो 'सच का सामना' की फुटिज में कांबली यही कहते दिखाई दे रहे हैं। गौरतलब है कि जब यह खबर मीडिया में आई थी तो कांबली ने इसे सरासर गलत बताया था। उन्होंने यहां तक कहा था कि अगर मीडिया की खबरों से सचिन और उसके परिवार को तकलीफ हुई है तो यह जायज है। इन खबरों से मैं बी चौंका हूं। कांबली ने कहा था कि जब आप उस शो को देखेंगे तो समझ जाएंगे कि सच क्या है। उन्होंने कहा, 'सच यह है कि मैंने शो में सचिन के खिलाफ कुछ भी ऐसा-वैसा नहीं कहा है।'
मगर, जो सच शो की फुटिज के जरिए सामने आया वह कुछ और है। फुटिज में कांबली वही सब कहते दिख रहे हैं जो मीडिया की खबरों में बताया गया था। गौरतलब है कि इस शो का फॉर्मैट इस तरह से बनाया गया है कि पहले से तैयार सवाल प्रतियोगियों से कुछ चुनिंदा दर्शकों के सामने पूछे जाएंगे और अगर प्रतियोगी के जवाब सही जवाब से मैच करेंगे तो वह प्राइज मनी जीतता जाएगा। कांबली ने 1995 में आखिरी टेस्ट न्यू ज़ीलैंड के खिलाफ कटक में खेला था। उस वक्त उनकी उम्र महज 23 साल की थी। बेहद टैलेंटेड माने गए विनोद ने वनडे क्रिकेट में कुछ वापसी की,लेकिन 2000 में आखिरी वनडे खेलने के बाद वह कभी इंटरनैशनल क्रिकेट खेलते नहीं दिखे।

Tuesday, July 14, 2009

सचिन के खिलाफ कुछ नहीं बोला

पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली ने इस बात का खंडन किया है कि उन्होंने बचपन के दोस्त सचिन तेंडुलकर पर मदद नहीं करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इन खबरों से वह और उनका परिवार सकते में है। शारदाश्रम स्कूल में तेंडुलकर के साथ पढ़े कांबली ने कहा कि उन्होंने कभी रिऐलिटी टीवी शो में सचिन के खिलाफ कुछ नहीं बोला और यह रिपोर्ट पूरी तरह से बेबुनियाद है। उन्होंने कहा कि मैंने कभी तेंडुलकर के बारे में कुछ नहीं कहा। वह 26 साल से मेरा दोस्त है। लोगों को पता होना चाहिए कि अपने दोस्त के बारे में ऐसा मैं कभी नहीं कहूंगा। वह अभी लंदन में है और मैं उससे जल्दी मिलूंगा। कांबली ने इस रिपोर्ट से तेंडुलकर और उसके परिवार को हुई असुविधा के लिए माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि हमारे पारिवारिक संबंध बहुत अच्छे हैं, मैं और मेरे बहुत से दोस्त इस खबर से स्तब्ध हैं। यह पूछने पर कि ऐसी रिपोर्ट कहां से आई, कांबली बोले, 'मुझे नहीं पता लेकिन यह निराधार है। मैं इसकी निंदा करता हूं। मैं प्रचार के लिए कुछ नहीं करता। मुझे पता है कि लोग मुप्यार करते हैं। मैं सस्ती लोकप्रियता नहीं चाहता।' इससे पहले बीसीसीआई की फाइनैंस और मीडिया कमिटी के चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा कि सचिन पर कांबली के आरोप निराधार हैं और सचिन हमेशा नौजवान खिलाड़ियों की मदद करते हैं। शुक्ला ने कांबली की इस बात को भी बकवास करार दिया कि उन्हें टीम से बाहर उनके रंग और जाति की वजह से रखा गया। शुक्ला ने कहा कि बीसीसीआई हमेशा नस्लवाद के खिलाफ रही है और टीम सिर्फ परफॉर्मन्स के आधार पर चुनी जाती है।

Saturday, July 11, 2009

विस्फोट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा के वकील को भी अपने निशाने पर लिए हुए थे।

मुंबई पुलिस की मानें तो अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा शकील के शूटर भाजपा नेता वरुण गांधी के ही नहीं, मालेगांव विस्फोट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा के वकील को भी अपने निशाने पर लिए हुए थे। इसके जरिए उनका मकसद देश में सांप्रदायिक तनाव पैदा करना था। पलिस की अपराध शाखा के सूत्रों के मुताबिक छोटा शकील गैंग के शूटर प्रज्ञा ठाकुर के वकील को खत्म करना चाहते हैं। इस मामले में साध्वी की पैरवी वकील गणेश सोवानी और नवीन चोमल कर रहे हैं। चोमल से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने माना कि वह पुलिस अधिकारी राकेश मारिया से मिले थे। उन्होंने कहा कि चिंता करने की कोई बात नहीं है। हालांकि चोमल ने इस बारे में अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया। गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने हाल ही में शकील गिरोह के छह गुर्गों को गिरफ्तार करने के बाद दावा किया था कि वे वरुण गांधी के एक वकील को खत्म करने की योजना बना रहे थे। वरुण भड़काऊ भाषण देने के मामले में आरोपी हैं। राकेश मारिया ने बताया कि जांच जारी है और इस सिलसिले में जल्द ही कुछ और लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा।

Thursday, July 9, 2009

कसाब का कहना था कि वह जेल के जीवन से बोर हो गया है।

पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद अजमल कसाब मुंबई पर पिछले साल 26 नवंबर को हुए हमलों की सुनवाई कर रही विशेष अदालत से आग्रह किया कि उसे पढ़ने के लिए कुछ किताबें मुहैया कराई जाएं। कसाब का कहना था कि वह जेल के जीवन से बोर हो गया है।
\कवि की चुटकी :
कातिल है तो क्या हुआ आखिर है महमान कसाब ने जस्टिस टाहिलियानी से कहा कि मैं जेल में बोर हो गया हूं और पढ़ने के लिए मुझे किताबें चाहिए। हाई सिक्योरिटी वाली आर्थर रोड जेल में बंद कसाब ने कहा कि या तो अदालत उसे किताबें मुहैया कराए या गिरफ्तारी के समय पुलिस द्वारा उसके पास से जब्त पैसे से उसे किताबें खरीदने की इजाजत दे। इस पर अदालत ने कहा कि जब तक मुकदमे का फैसला नहीं हो जाता , वह पैसा कोर्ट की प्रॉपर्टी है। कसाब ने पहले भी उर्दू अखबार मांगे थे , लेकिन कोर्ट ने उसकी अपील नहीं मानी थी। तब उसके वकील अब्बास काजमी ने उसे कुछ किताबें दी थीं। कसाब का कहना था कि ये किताबें वह पढ़ चुका है और अब और किताबें चाहिए। काजमी ने कहा कि वह कसाब को कुछ और किताबें देंगे।

Saturday, July 4, 2009

मुंबई में भारी बारिश

मुंबई में जोरदार बारिश से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। महानगर के कई निचले इलाकों में पानी भरने से ट्रैफिक जाम हो गया है। रेलवे ट्रैफिक पर भी बारिश का असर पड़ा है। लंबी दूरी की गाड़ियों की आवाजाही पर विपरित प्रभाव पड़ा है। बीएमसी ने अगले 24 घंटों में तेज बारिश की आशंका व्यक्त की है लोगों से घरों से बाहर निकलने से मना किया है। अंधेरी, विले पार्ले, हिंगमाता, काला चौकी, डॉर्कयार्ड रोड, लाल बाग और परेल में पानी भरा है। ताजा जानकारी के मुताबिक इस बारिश से रेल, सड़क और हवाई यातायात पर बुरा असर पड़ रहा है। बीएमसी ने चेतावनी जारी की है कि लोग अपने घरों में ही रुकें।

Thursday, July 2, 2009

बांद्रा वर्ली सी-लिंक का नाम राजीव गांधी सेतु

बांद्रा वर्ली सी-लिंक का नाम राजीव गांधी सेतु रखे जाने के प्रस्ताव के कुछ ही घंटों बाद इसके नामकरण को लेकर राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया है। विपक्षी शिवसेना-बीजेपी गठबंधन ने इसकी आलोचना करते हुए इसका नाम स्वतंत्रता सेनानी सावरकर के नाम पर रखने पर जोर दिया। दोनों ही पार्टियों का संकेत है कि वे सी लिंक के नाम को अगले विधानसभा चुनाव में मुद्दा बनाने से परहेज नहीं करेंगे।
शिवसेना के कार्याध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने तो इस मुद्दे पर उग्र आंदोलन छेड़ने की भी मंशा व्यक्त कर दी है। सी लिंक को राजीव का नाम देने को उन्होंने 'गद्दारी' और शरद पवार की 'लाचारी' बताते हुए एनसीपी अध्यक्ष की तीखे शब्दों में आलोचना की है। वे यह पूछना भी नहीं भूले कि बात-बात पर महात्मा फुले और आंबेडकर का नाम लेने वाले कांग्रेस-एनसीपी नेताओं को इनके नाम याद क्यों नहीं आए? उन्होंने दावा किया कि सिर्फ मुम्बई में पैदा हो जाने से राजीव का नाम इससे नहीं जुड़ जाता! अगर मुम्बई के ही किसी व्यक्ति का नाम देना था तो अंग्रेजों की गाड़ी के सामने लेटकर जान देने वाले मिल मजदूर बाबू गेनू का नाम भी दिया जा सकता था। लगभग यही भावना व्यक्त करते हुए राज्य बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा कि शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे द्वारा समुद संपर्क की आधारशिला रखे जाने के समय यह घोषणा की गई थी कि इसका नाम सावरकर के नाम पर रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस-एनसीपी सरकार सावरकर को भूल गई। गडकरी ने कहा कि जब मैं सार्वजनिक निर्माण मंत्री था तो इस समुद संपर्क को 420 करोड़ रुपए की लागत से पूरा करने की योजना बनाई गई थी लेकिन इस सरकार के रवैये के चलते इसे पूरा करने में 1,680 करोड़ रुपए लग गए। बीजेपी के राज्य महासचिव मधु चव्हाण ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सावरकर की तरह महाराष्ट्र में जन्म लेने वाले एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने समुद संपर्क के लिए राजीव गांधी का नाम प्रस्तावित किया। वहीं, भारतीय कम्युनिस्ट पाटी (सीपीआई) ने सी-लिंक को 'दरिया सारंग कान्होजी आंग्रे' का नाम देने का प्रस्ताव किया है। मुम्बई सीपीएम सेक्रटरी प्रकाश रेड्डी ने कहा कि राजीव का नाम देने की पवार की सूचना चौंका देने वाली तो है ही, यह इस बात को भी प्रदशिर्त करती है कि वे कितने असहाय हो गए हैं! उन्होंने बसों को टोल से मुक्त रखनी की मांग की है और सीपीआई की ओर से इसके लिए आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है। इधर, उत्तर भारतीय विकास परिषद के मंगलेश्वर मुन्ना त्रिपाठी ने सी लिंक को राजीव नाम दिए जाने का स्वागत करते हुए इसे पूरी तरह टोल मुक्त करने की मांग की है। उनके अनुसार, हर कार के लिए 2500 रुपए प्रति महीने के पास की दर बहुत ज्यादा है।

इनके नाम देने का प्रस्ताव है:
विनायक दामोदर सावरकर- अंग्रेजी साम्राज्य के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले सावरकर को काला पानी की सजा हो गई। समुद्री रास्ते में ब्रिटिश पोत से कूदकर वे फ्रांस चले गए थे। 10 जुलाई को इस घटना के 100 साल पूरे हो रहे हैं।
बाबू गेनू- गांधीजी की पुकार पर विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार के दौरान ब्रिटिश कपड़ों का एक ट्रक रोकने के मिल मजदूर बाबू गेनू सड़क पर लेट गया। उसके बलिदान की याद में ही आजादी के बाद मुम्बई के सबसे प्रमुख चौराहे फ्लोरा फाउंटेन को उनका नाम दिया गया।
कान्होजी आंग्रे- शिवाजी महाराज के नौसेना नायक के इस पुत्र ने महाराष्ट्र की समुद्री सीमाएं सुरक्षित करने के लिए ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और पुर्तगाली जहाजों से मुकाबला किया। कहा जाता है कि तब के मुम्बई द्वीप को बचाने में उनकी बड़ी भूमिका रही।