Thursday, September 24, 2009

कुत्ते के साथ बलात्कार के दोषी टेक्सी ड्राइवर को नहीं मिली जमानत

यह अपने आप में अनोखा होने के साथ-साथ भारतीय कानून-कायदे के इतिहास में इस तरह का शायद पहला मामला है। कुत्ते का बलात्कार करने के आरोप में 30 अगस्त से जेल में बंद मुंबई के टैक्सी ड्राइवर की जमानत याचिका सेशन कोर्ट ने खारिज हो गई है। आरोपी ड्राइवर का तर्क है कि उसे बेल दे दी जानी चाहिए क्योंकि पुलिस पीड़ित का बयान रेकॉर्ड नहीं कर सकी है। एक महिला द्वारा अपने पालतू कुत्ते से बलात्कार की शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद मुंबई पुलिस ने काफी पसोपेश के बाद ताड़देव से आरोपी टैक्स ड्राइव महेश कामत को गिरफ्तार कर लिया था। कुत्ते का मेडिकल कराने के बाद पुलिस ने पुलिस ने कामत के खिलाफ धारा-377( अप्राकृतिक सेक्स का मामला)और जानवरों के खिलाफ क्रूरता रोकने के कानून के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। इस मामले लगभग पिछले एक महीने से जेल में बंद कामत का तर्क है कि उन पर जानवरों के खिलाफ क्रूरता का मामला नहीं बनता है क्योंकि जस कुत्ते के बलात्कार का आरोप है वह पालतू नहीं है। कामत का यह भी कहना है कि पूरे मामले में उन्हें गलत तरीके से फंसाया गया है। कोर्ट ने कामत की याचिका को खारिज करते हुए कहा कि उसके खिलाफ काफी सबूत हैं। कोर्ट ने यह भी कहा कि कामत के ऊपर जिस अपराध का आरोप है वह इलाके के लोगों को व्यथिक करने वाला है और यह जानवरों के खिलाफ क्रूरता भी है। इस मामले में सबूत के तौर पर पुलिस के पास कुत्ते की मेडिकल रिपोर्ट और कुत्ते की मालकिन होने का दावा करने वाली एकमात्र गवाह का बयान है। इस मामले में पीड़ित का बयान दर्ज करना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर है। पुलिस और कानून विशेषज्ञों का मानना है कि केवल सबूतों के आधार पर मामला चलाने का यह शायद पहला उदाहरण होगा। इसलिए पुलिस ने इस मामले में कामत को कोर्ट में घेरने के लिए डीएनए और फॉरेन्सिक सबूत भी जुटाए हैं।

Tuesday, September 22, 2009

अपेक्षा के अनुरूप मच्छी न मिलने से बाजारों में इसकी कीमतें दुगुनी हो गई

मछली के शौकीनों के लिये यह बुरी खबर है। नारली पुर्णिमा के दिन से अपनी नावों को लेकर समुद्र में गए मच्छीमारों को बेहद कम मात्रा में मछलियां मिल रही हैं। इससे वे घोर निराशा में हैं। मच्छीमारी शुरू हुए करीब डेढ़ महीने हो चुके है, पर अभी तक अपेक्षा के अनुरूप मच्छी न मिलने से बाजारों में इसकी कीमतें दुगुनी हो गई हैं। नवी मुम्बई स्थित हमार निज संवाददाता के मुताबिक उरण, रायगढ़ व नवी मुम्बई के मच्छीमारों के संगठन के अनुसार वर्ष में बरसात के चार महीनों को छोड़कर मछली की कीमतें चिकन व मटन से कम ही रहती है। मुम्बई, ठाणे व रायगढ के विभिन्न ठिकानों से मारकर लाई गई मछली की थोक बिक्री मुम्बई के भाऊच्या धक्का पर होलसेल भाव से होती है। पर महंगी हो जाने से मछली का कम उठाव यानी बिक्री में कमी होने से मच्छीमार खासे परेशान हैं। उनकी लागत तक नहीं निकल रही है। इन दिनों खुले बाजार में पामफलेट 300 से 400 रुपए, जिताड़ा 300 से 350 रुपए, हलवा 300 रुपए, सुरमई 300 से 400 रुपए, रोमच्छी 90 रुपए कतला 100 से 150 रुपए कि तथा केकड़ा 250 रुपए दर्जन बिक रहे हैं जबकि बकरे का गोश्त 200 रुपए, ब्रायलर चिकन 70 से 80 रुपए तथा देशी मुर्गी 125 से 150 रुपए किलो दर से बिक रही है।

एम एन एस महाराष्ट्र में फिर भाजपा-शिवसेना के लिए घातक होगी

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) विधान सभा चुनाव के मद्देनजर सोमवार को अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करने वाली है। माना जा रहा है कि मुंबई की 36 सीटों में से 25 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा एमएनएस कर सकती है। इसमें लोक सभा चुनाव लड़ने वाले सभी नेता भी दौड़ में है। जिन उम्मीदवारों के नाम तय माने जा रहे हैं, उनमें शिवड़ी से बाला नांदगांवकर, मागाठाणे से एमएनएस के महासचिव प्रवीण दरेकर, बोरिवली से नयन कदम, डिंडोशी से शालिनी ठाकरे और भांडुप से शिशिर शिंदे हैं। काबिल-ए-गौर है कि लोकसभा चुनाव में एमएनएस को दिंडोशी विधान सभा सीट से 27,000 और मागाठाणे सीट से 41,000 वोट मिले थे, इसलिए पार्टी को बाला नांदगांवकर के अलावा इन दोनों सीटों से काफी अपेक्षाएं हैं। सूत्र बताते हैं कि पार्टी उपाध्यक्ष और उत्तर भारतीय नेता अखिलेश चौबे को कांदिवली से उतारना चाहती थी। उन्होंने कांग्रेस के उत्तर भारतीय उम्मीदवार रमेश सिंह से मुकाबले उम्मीदवार बनने से मना कर दिया। हालांकि इस मामले में चौबे ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। उधर, लोकसभा उम्मीदवार रह चुके शिरीष पारकर विले पार्ले से लड़ सकते हैं, मगर सूत्र बताते हैं कि यहां से पूर्व महापौर रमेश प्रभु भी तगड़ी दावेदारी पेश कर रहे हैं। यही हाल लोक सभा उम्मीदवार शिल्पा सरपोतदार का है, जिन्होंने कालीना से सीट मांगी है। विभाग प्रमुख चंद्रकांत मोरे भी इस सीट से दावेदार हैं। जहां तक पूरे महाराष्ट्र का सवाल है, सूत्र के मुताबिक हाल ही में 12 लोक सभा सीटों पर चुनाव लड़ने वाली एमएनएस 100 से 120 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बना रही है। पार्टी उन सीटों पर अवश्य अपने उम्मीदवार उतारेगी जहां इसके उम्मीदवारों का नंबर लोकसभा चुनावों में दूसरे और तीसरे स्थान पर रहा था। पार्टी चौथे स्थान पर भी उम्मीदवार उतार सकती है, बशर्ते कैंडिडेट अच्छा हो। इस बीच शिव सेना बदलापुर शहर के इकाई प्रमुख वामन म्हात्रे अपने करीब 200 समर्थकों के साथ राज ठाकरे के समक्ष एमएनएस में शामिल हो गए। एमएनएस में शामिल होने का काम उन्होंने राज ठाकरे के निवास 'कृष्ण कुंज' में किया। म्हात्रे ने कहा कि मुरबाड की सीट बीजेपी को दे दिए जाने से वहां के स्थानीय शिवसैनिकों में खासी नाराजगी है।

Sunday, September 20, 2009

निजी तस्वीरों को उनके लैपटॉप से हैक कर ब्लैकमेल करने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया

पंडित रविशंकर की बेटी और कंपोजर अनुष्का शंकर की निजी तस्वीरों को उनके लैपटॉप से हैक कर ब्लैकमेल करने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कोर्ट ने जुनैद को 14 दिनों के लिए जुडिशल कस्टडी में भेज दिया है। मुंबई से गिरफ्तार इस शख्स का नाम जुनैद अहमद बताया जा रहा है। इससे पहले मीडिया और टीवी चैनलों में खबरें आईं कि किसी ने मशहूर सितारवादक पंडित रविशंकर की बेटी अनुष्का शंकर के लैपटॉप से निजी फोटो चुरा लिए हैं। इन तस्वीरों के जरिए अनुष्का को ब्लैकमेल करने की कोशिश की जा रही है। दिल्ली पुलिस ने आईपीसी की धारा 386 के तहत अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली थी और इस मामले की जांच कर रही थी। बताया जाता है कि अनुष्का का लैपटॉप मरम्मत के लिए दक्षिणी दिल्ली के ऐपल सर्विस सेंटर में भेजा गया था। पुलिस को शक है कि सर्विस सेंटर में ही किसी ने अनुष्का की तस्वीरें चुरा लीं। खबरों के मुताबिक , अनुष्का शंकर , अमेरिका के कैलिफोर्निया में रहती हैं और उनका एक घर दिल्ली में भी है। इस साल फरवरी में उन्होंने अपना लैपटॉप मरम्मत के लिए सर्विस सेंटर भेजा था। अगस्त में पंडित रवि शंकर ने इस मामले की शिकायत दिल्ली पुलिस से की जिसके बाद पुलिस ने तहकीकात शुरू कर दी। इस मामले में जांचकर्ताओं का शक मुंबई में रहने वाले एक शख्स पर है।
ग्लैमरस अंदाज में अनुष्का शंकर कहा जा रहा है कि तथाकथित ब्लैकमेलर ने अनुष्का को कई ईमेल भेजे हैं जिनमें से कुछ भारत के बाहर से भी भेजे गए। ऐसे ही एक ईमेल में तस्वीरें के बदले एक लाख डॉलर की मांग भी की गई। लेकिन जांचकर्ताओं का कहना है कि आईपी अड्रेस और जीपीआरएस कनेक्शन के डीटेल से पता चला है कि यह ईमेल भारत से ही भेजे गए हैं।

Tuesday, September 15, 2009

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सभी चुनाव क्षेत्रों में 'रेलवे इंजन' के रूप में एक ही चुनाव चिह्न दिया जाए।

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को चुनाव आयोग को निर्देश दिया कि राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) को आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सभी चुनाव क्षेत्रों में 'रेलवे इंजन' के रूप में एक ही चुनाव चिह्न दिया जाए। पर साथ ही अदालत ने कहा कि यह उसी सूरत में होना चाहिए जब इस चिह्न पर बीते चुनाव में किसी और कैंडिडेट ने जीत दर्ज न की हो। एमएनएस की याचिका पर यह आदेश चीफ जस्टिस के. जी. बालाकृष्णन वाली बेंच ने दिया। एमएनएस ने याचिका दायर कर विधानसभा चुनाव में करीब 150 सीटों पर लड़ने के लिए एक ही चुनाव चिह्न देने का आग्रह किया था। बेंच ने जन सूर्य शक्ति पार्टी को भी 'नारियल' के रूप में एक ही चुनाव चिह्न आवंटित करने का निर्देश दिया। यह पार्टी करीब 100 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है। कोर्ट ने करीब 100 सीटों पर लड़ रही बहुजन विकास अघाड़ी को एक ही चुनाव चिह्न दिए जाने का आदेश दिया। ये तीनों पार्टियां गैर मान्यता प्राप्त दलों के रूप में पंजीकृत हैं, जिन्होंने सभी चुनाव क्षेत्रों में एक ही चुनाव चिह्न दिए जाने की मांग है। 13 अक्टूबर को होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए 18 सितंबर से नामांकन शुरू होना है। एमएनएस की ओर से पेश हुए सीनियर एडवोकेट के. के. वेणुगोपाल ने कहा कि अगर एक ही चुनाव चिह्न नहीं मिला तो इससे मतदाता, खासकर निरक्षर मतदाता भ्रमित होंगे। उन्होंने याद दिलाया कि हाल के आम चुनावों में प्रजा राज्यम व एमडीएमके जैसे गैर मान्यता प्राप्त दलों को विशिष्ट चुनाव चिह्न दिए जाने का निर्देश दिया गया था। चुनाव आयोग के अनुसार सिर्फ मान्यता प्राप्त दल ही सभी निर्वाचन क्षेत्रों में एक चुनाव चिह्न पाने के हकदार होते हैं, जबकि अन्य को आयोग द्वारा संबंधित निर्वाचन क्षेत्र में दिए गए चुनाव चिह्न को स्वीकार करना होता है। हालांकि बेंच ने यह भी कहा कि गैर मान्यता प्राप्त पार्टियां लंबे-चौड़े वादों के साथ एक ही चिह्न अलॉट करने की मांग करती हैं पर वे कुल वोटों का 6 पर्सेंट या कम से कम दो सीटें भी नहीं जीत पातीं, जिससे कि उन्हें मान्यता प्राप्त पार्टी का दर्जा मिल सके।

Sunday, September 13, 2009

सरकारी एजेंसियों की ओर से मुक्त कराए गए, चार बाल श्रमिकों की मौजूदा स्थिति पर रिपोर्ट मांगी।

बंबई हाई कोर्ट ने शुक्रवार को, हाल ही के समय में सरकारी एजेंसियों की ओर से मुक्त कराए गए, चार बाल श्रमिकों की मौजूदा स्थिति पर रिपोर्ट मांगी। अदालत बाल श्रमिकों के मुद्दे पर एक स्वत: संज्ञान जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी। जस्टिस बिलाल नाजकी और जस्टिस ए. आर जोशी की खंडपीठ ने इस मामले में अदालत की मदद कर रहे दो वकीलों से मुक्त कराए गए मुम्बई निवासी चार बच्चों के घर का दौरा करने तथा यह रिपोर्ट तैयार करने को कहा कि क्या वे स्कूल जा रहे हैं, क्या उन्हें किसी सरकारी एजेंसी या गैर-सरकारी संगठन से कोई मदद मिल रही है और उनकी आमदनी का जरिया क्या है। इस मामले में सुनवाई की अगली तारीख 15 सितंबर तय की गई है। इससे पहले सुनवाई के दौरान अतिरिक्त लोक अभियोजक अरुणा पई कामत ने अदालत से कहा कि मुक्त कराए गए बच्चों को आर्थिक मदद नहीं मिल रही है। न्यायाधीशों ने पूछा, 'तो फिर वे स्कूल कैसे जाएंगे।' अदालत ने गुरुवार को टिप्पणी की थी कि बिना शैक्षणिक अवसर मुहैया कराए महज बच्चों को मुक्त कराना एक निरर्थक कवायद है। आधिकारिक आंकड़े के अनुसार बाल श्रमिकों को मुक्त कराने के लिए राज्य सरकार की ओर से गठित एक विशेष कार्यबल ने गत 30 जून तक शहर में 810 बच्चों को मुक्त कराया है। इसके अलावा अन्य सरकारी एजेंसियों ने भी ऐसे 672 बच्चे मुक्त कराए हैं।

Thursday, September 10, 2009

नेता बंद कमरों में बैठकर उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा कर रहे हैं।

सीटों के बंटवारे के मामले में शिवसेना-बीजेपी खेमे में खामोशी छाई हुई है। उनके खेमे में न तनाव है न इच्छुक उम्मीदवारों का मेला। नेता बंद कमरों में बैठकर उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा कर रहे हैं। गठबंधन का ऐलान नहीं किया जा रहा है, लेकिन सीटों का बंटवारा हो चुका है। मुंबई में शिवसेना को 21 और बीजेपी को 15 सीटें मिली हैं। सूत्रों ने बताया कि शिवसेना ने लगभग 20 जगहों के लिए प्रत्याशी तय भी कर लिए हैं। पर बगावत होने के डर से ये नाम तब घोषित किए जाने वाले है जब एमएनएस में उनके चले जाने की गुंजाइश कम से कम हो। जिन नामों की चर्चा है उनमें रविंद्र वायकर, सनील प्रभु, सुभाष देसाई, शैलेष फणसे, विनायक राऊत, जितेंद्र जानावले, दिनंबर कांडरकर, दगडू सकपाल, रमेश कोरगांवकर, दत्ता दलवी तथा मेयर शुभा राऊल प्रमुख हैं। शिवसेना के 21 संभावित उम्मीदवारों में महिलाएं बहुत कम हैं। शिवसेना में शामिल हुए इंडियन आइडल अभिजीत सावन्त को धारावी से वर्षा गायकवाड के खिलाफ उतारने का प्रस्ताव है। मलबार हील सीट के बारे में अभी बीजेपी-शिवसेना में विवाद है। पर बीजेपी सूत्रों का दावा है कि वह उसे ही मिलेगी। इस क्षेत्र से बीजेपी के जिन दो नामों की चर्चा है, उनमें मौजूदा विधायक मंगलप्रभात लोढ़ा और शायना एनसी शामिल है। जिन पांच विधानसभा क्षेत्रों में गत लोकसभा में एनएनएस को बढ़त मिली है उनमें से शिवडी, घाटकोपर (प),बीजेपी के कोटे में गई है और मागाठणे,विक्रोली,भांडूप (प) शिवसेना ने अपने पास रखी है। मलबार हिल में एनएनएस को 10 हजार135 मत मिले।

Tuesday, September 8, 2009

तीसरे मोर्चे 'रिपब्लिकन लेफ्ट डिमॉक्रैटिक फ्रंट' ने सोमवार को सीटों का बंटवारा कर दिया।


महाराष्ट्र के आगामी विधान सभा चुनाव में बने तीसरे मोर्चे 'रिपब्लिकन लेफ्ट डिमॉक्रैटिक फ्रंट' ने सोमवार को सीटों का बंटवारा कर दिया। सोमवार को इस गठबंधन ने राज्य की 200 सीटों का वितरण पूरा कर लिया। इस फ्रंट के नेता और प्रमुख निमंत्रक रामदास आठवले ने बताया कि जल्द ही शेष 88 सीटों के लिए भी हम अपने सीटों का बंटवारा कर लेंगे। उन्होंने भरोसा जताया कि उनका यह फ्रंट सरकार के गठन में अपना अहम रोल निभाएगा। फ्रंट को जयललिता का भी समर्थन हासिल है। जहां तक पार्टियों के लिहाज से मिले सीटों का प्रश्न है तो इसमें सबसे ज्यादा सीटें आरपीआई को ही मिली हैं। पार्टी 200 में 85 सीटों पर लड़ेगी। इसके अलावा एसपी 21, जेडीएस 14, सीपीआई 10, सीपीएम 13, शेतकरी कामगार पक्ष और स्वाभिमानी शेतकरी संगठना को 13-13 सीटें मिली हैं। राष्ट्रीय समाज पक्ष को 19, लोक भारती को 5 सीटें दी गई हैं।

Thursday, September 3, 2009

महाराष्ट्र में उत्तर भारतीय कांग्रेस के साथ


बीजेपी के नाराज उत्तर भारतीय नेताओं ने पार्टी पर दबाव बनाते हुए पार्टी से सामूहिक इस्तीफा देने का मन बना लिया है। बीजेपी नेतृत्व आगामी विधानसभा चुनाव में उत्तर भारतीयों कार्यकर्ताओं के हितों की रक्षा में असफल रहा है, ऐसा उनका आरोप है। शिवसेना के साथ समझौते में उत्तर भारतीय बहुल सीटें बीजेपी ने छीनी जाने को लेकर नाराजगी है। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को दिल्ली में इन नेताओं ने अल्टिमेटम दिया था। प्रदेश बीजेपी के प्रभारी बनाये गए कप्तान सिंह सोलंकी भी उन्हें मनाने में सफल रहे। पार्टी सूत्रों के अनुसार, नाराज नेताओं ने अपने सामूहिक इस्तीफे पार्टी आलाकमान को पहुंचाने के लिए पार्टी के उत्तर भारतीय मोर्चा के अध्यक्ष शमशेर सिंह के हवाले कर दिए हैं। बुधवार को दादर के वसंत स्मृति पार्टी कार्यालय में मुम्बई भर के प्रमुख उत्तर भारतीय नेताओं की बैठक हुई। बैठक में मुम्बई अध्यक्ष जयप्रकाश ठाकुर व आर.यू. सिंह, महामंत्री व पूर्व उपमहापौर राजेश शर्मा, महाराष्ट्र उत्तर भारतीय मोर्चा महामंत्री सुरेन्द्र दुबे, नगरसेवक व जिला महामंत्री सीताराम तिवारी, संजय उपाध्याय, श्रीनिवास तिवारी, आर.डी. यादव, बाबा यादव समेत मुम्बई और महाराष्ट्र के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया।

Tuesday, September 1, 2009

ए-1 कोच के उस केबिन में कोई यात्री ही नहीं था।

हजरत निजामुद्दीन (दिल्ली) से बांद्रा टर्मिनल (मुंबई) के बीच चलने वाली महाराष्ट्र संपर्क क्रांति के एसी कोच ए-1 में लड़की की लाश मिलने से सनसनी फैल गई है। लाश एक कपड़े के बैग में रखी थी। लाश का पता चलने पर गाड़ी मथुरा स्टेशन पर रुकवाई गई। रात 9 बज कर 35 मिनट पर चलने वाली इस गाड़ी का दिल्ली से कोटा के बीच कोई स्टॉपेज नहीं है। इसके चलते यह साफ है कि लाश को दिल्ली में ही चढ़ाया गया। लड़की की उम्र करीब 14-15 साल बताई गई है। उसकी गर्दन टूटी हुई है। बताया जा रहा है कि ए-1 कोच के उस केबिन में कोई यात्री ही नहीं था। बर्थ नंबर 1 से 4 तक खाली थे। मथुरा स्टेशन से पहले किसी की नजर बर्थ नंबर-1 के नीचे रखे बैग पर पड़ी, तो उसने गार्ड को उसकी जानकारी दी। गार्ड ने मौके पर पहुंच कर बैग खोल कर देखा तो उसमें टीनएजर की लाश मिली। उसने तुरंत मथुरा स्टेशन को इसकी जानकारी दी। स्टेशन पर जीआरपी ने लाश को अपने कब्जे में ले लिया। आगरा डिवीजन के डीएससी पंकज गंगवार ने बताया कि हत्या की वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगी। लेकिन देखने से ऐसा लग रहा जैसे उसकी गर्दन तोड़ी गई है। उन्होंने बताया कि हो सकता है कि बैग में रखने के चलते ऐसा हो गया हो। उन्होंने बताया कि इस बात का पता लगाया जा रहा है कि केबिन के चारों बर्थ किसके नाम पर बुक थे। निजामुद्दीन जीआरपी को इसकी सूचना दे दी गई है।