Tuesday, July 12, 2011

नौकरी गंवाने वाले कपड़ा मिल कामगारों को जल्द से जल्द आवास मिलने चाहिए।

शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने सोमवार को कहा कि 1980 में हुई हड़तालों के बाद नौकरी गंवाने वाले कपड़ा मिल कामगारों को जल्द से जल्द आवास मिलने चाहिए। उन्होंने ये बातें मिल कामगार संगठन के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान कहीं। उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि उसके पास इन कामगारों के लिए तो आवास नहीं हैं , मगर शहर में अवैध रूप से दाखिल होने वाले बांग्लादेशी नागरिकों तथा अन्य लोगों के लिए हैं। उद्धव ने कहा कि वे इन लोगों की मांग को विधानसभा व लोकसभा में भी उठाएंगे। उन्होंने उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती के मुंबई में रह रहे अपने राज्य के लोगों के लिए स्थायी आवास की मांग को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।

Tuesday, July 5, 2011

डायरेक्टर-प्रड्यूसर रामगोपाल वर्मा ने कहा है कि वह अपनी अगली फिल्म में मारिया को बतौर हिरोइन मौका देना चाहते हैं।

शिवसेना और एमएनएस ने चेतावनी दी है कि नीरज ग्रोवर हत्या मामले की दोषी मारिया सुसैराज को मौका देने वाले फिल्म निर्माताओं और टेलिविजन चैनलों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। गौरतलब है कि डायरेक्टर-प्रड्यूसर रामगोपाल वर्मा ने कहा है कि वह अपनी अगली फिल्म में मारिया को बतौर हिरोइन मौका देना चाहते हैं। इसके साथ ही मारिया के बिग बॉस के अगले सीजन में हिस्सा लेने का लेकर भी चर्चाएं थीं। लेकिन इस रिऐलिटी शो का प्रसारण करने वाले कलर्स चैनल ने इन अटकलों को कल खारिज कर दिया है। रामगोपाल वर्मा के ऑफर पर शिवसेना समर्थक भारतीय चित्रपट सेना के अध्यक्ष अभिजीत पनसे ने कहा, 'वर्मा एक बड़े डायरेक्टर हैं। लेकिन उनकी फिल्में नहीं चल रही हैं इसलिए वह प्रचार के ऐसे हथकंडे अपना रहे हैं।' पनसे ने चेतावनी दी कि यदि किसी भी फिल्म प्रड्यूसर ने मारिया को अपनी फिल्म में लिया तो उसे शिवसेना स्टाइल के विरोध का सामना करना पड़ेगा। रिऐलिटी शो में मारिया को मौका देने पर उन्होंने कहा, 'टेलिविजन शो में आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों को मौका देने का चलन चल पड़ा है, जैसे बिग बॉस-4 में बंटी चोर को मौका दिया गया था।' महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना सिने वर्कर्स असोसिएशन ने भी मारिया को बिग बॉस में मौका देने का विरोध किया। असोसिएशन के अध्यक्ष अमेय खोपकर ने कहा, 'मारिया कीआपराधिक पृष्ठभूमि है। इसलिए हम उसे फिल्मों में नहीं देखना चाहते।'

Monday, July 4, 2011

महंगाई ने खाना-पीना और जीना सब मुश्किल कर दिया

महंगाई ने खाना-पीना और जीना सब मुश्किल कर दिया है। ऊपर से मॉनसून का इफेक्ट किचन के बजट को डांवाडोल किए दे रहा है। मॉनसून में सब्जियों की आवक घटने से किचन में सब्जियों की कमी तो महसूस की ही जा रही है, लेकिन जो सब्जी आ भी रही है उसके लिए ज्यादा दाम चुकाने पड़ रहे हैं। कौन सी सब्जियों के दाम बढ़े हैं, किस-किस सब्जी के दाम घटे हैं और किस के दाम स्थिर हैं इसी पर पेश है वाशी की थोक सब्जी मंडी से हमारी रिपोर्ट:- बरसात का मौसम आ जाने से जहां कुछ सब्जियों के भाव काफी कम कम हो गए हैं, तो कई सब्जियों के भाव आसमान छूने लगे हैं। वाशी थोक मंडी में इस दिनों रोज करीब 400 से 500 गाडि़यों में सब्जियों की आवक हो रही है। वाशी थोक मंडी के व्यापारी ज्ञानेश्वर ढेंबरे के अनुसार जिन सब्जियों पर बरसात की मार पड़ी है, उनके दाम लगभग 40 से 50 फीसदी बढ़ गए हैं और जिन सब्जियों की आवक बढ़ गई है, उनके दाम 20 से 30 फीसदी तक कम हो गए हैं। थोक व्यापारियों का कहना है कि कम मात्रा में आ रही सब्जियों के दाम अभी और ऊपर उठेंगे। वाशी थोक मंडी से ठाणे शहर के कई उपनगरों में सब्जी लाकर बेचने वाले खुदरा व्यापारी लालजी राजाराम गुप्ता ने बताया कि डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों से खुदरा व्यापारियों को भारी नुकसान होता है। ऊपर से सेल्स-मैन की कमी और उनका भी लगातार बढ़ता खर्च बजट बिगाड़ देता है। नहीं बिक सकीं सब्जियों को फेंकने से भी खुदरा कारोबारियों को घाटा उठाना पड़ता है। यदि सरकार जगह-जगह कोल्ड स्टोरेज स्थापित कर दे, तो नुकसान को कम किया जा सकता है। बारिश की मार से जिन सब्जियों की आवक थोक मंडी में घट गई है, उनमें ककड़ी, लौकी, टमाटर, धनिया, फूल गोभी, पालकी, मेथी, प्याज, सूरन, भिंडी, शिमला मिर्च और हरी मटर जैसी सब्जियां शामिल हैं। थोक व्यापारियों के अनुसार जल्द ही यदि इन सब्जियों की आवक नहीं बढ़ी, तो कीमतों में फिर से 20 से 40 फीसदी तक की वृद्धि हो जाएगी। इस समय जिन सब्जियों की पर्याप्त मात्रा में आवक हो रही है , उनमें गाजर , बैंगन , शेंगा ( सहिजन ), कोंहड़ा ( भोपला ) लाल , परवर कलकत्ता , घेवडा हरा और गवार शामिल हैं। व्यापारियों के अनुसार यदि मांग और आपूर्ति में संतुलन इसी तरह बना रहा , तो इनके दाम भी या तो स्थिर रहेंगे , या फिर घट जाएंगे। तोंडली ( कुनुरु ), पापड़ी , बींस , अदरक , करेला , चवली , कच्ची मूंगफली , तरोई , नेनुआ ( गलका ) आदि सब्जियां शामिल हैं। फिलहाल , इन सब्जियों के भाव थोक मंडी में स्थिर रहने की स्थिति दिख रही है।

Wednesday, June 29, 2011

सोने-चांदी का व्यवसाय करने वाले जूलर्स को पुलिस सुरक्षा देने का आश्वासन

महाराष्ट्र के गृह मंत्री आर.आर. पाटील ने सोने-चांदी का व्यवसाय करने वाले जूलर्स को पुलिस सुरक्षा देने का आश्वासन दिया है। मंत्रालय में उनसे मिलने पहुंचे 'सराफ मर्चेंट्स असोसिएशन' को गृह मंत्री ने बताया कि पुलिस सुरक्षा पाने के लिए संबंधित व्यापारी को सरकारी फीस भरनी होगी। उन्होंने कलेक्टरों और जिला पुलिस अधीक्षकों के पास प्रलंबित जूलर्स के रिवॉल्वर लाइसेंस मामलों की समीक्षा कराने के भी निर्देश दिए। गृह मंत्री ने जूलर्स को सी.सी. टीवी लगाने की सलाह दी। साथ ही हर जिले में जूलरों की समस्याओं के निवारण के लिए समिति गठित करने की भी घोषणा की।

Monday, June 20, 2011

जल जमाव के लिए एमएमआरडीए जिम्मेदार

बीएमसी कहती है कि मॉनसून में होनेवाले जल जमाव के लिए एमएमआरडीए जिम्मेदार है। एमएमआरडीए के मोनो रेल और स्कायवॉक प्रॉजेक्ट जिम्मेदार हैं। सड़कों पर इन्हीं का काम चल रहा है जिसकी वजह से जल जमाव होता है। बीएमसी का कहना है कि उसने अपने हिस्से की 98.99 पर्सेंट नाला सफाई पूरी कर ली है, लेकिन विपक्ष ने बीएमसी की इस रिपोर्ट को बकवाक बताते हुए स्वीकार करने से इंकार कर दिया है। एमएमआरडीए के अध्यक्ष खुद मुख्यमंत्री हैं और बीएमसी में शिवसेना-बीजेपी की सत्ता है। दो सप्ताह पहले स्थायी समिति की बैठक में विपक्ष ने आरोप लगाया था कि नाला सफाई का काम सही ढंग से नहीं कराया गया है जिससे शहर में पानी भर रहा है। नाला सफाई के बारे में बीजेपी ने भी श्वेत पत्रिका जारी करने की मांग की थी। प्रशासन ने श्वेत पत्रिका जारी करने की बजाय 17 पेज की रिपोर्ट पेश की है जिसमें उन्होंने सभी सदस्यों के आरोपों का सिलसिलेवार जवाब दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दो साल में नाला सफाई पर 152.80 करोड़ रुपये खर्च किया जाना है। इस साल के लिए 76.40 करोड़ रुपये का प्रावधान है। नाला सफाई के बारे में बीएमसी का प्लान है कि मॉनसून से पहले 70 प्रतिशत नाला सफाई, बारिश के दरमियान 20 प्रतिशत और बारिश के बाद 10 प्रतिशत नाला सफाई की जाती है। बीएमसी प्रशासन की माने तो मॉनसून से पहले नाला सफाई के 70 फीसदी काम में से 98.99 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है। प्रशासन ने चुपके से रिपोर्ट पेश की। इससे सदस्यों को पढ़ने का अवसर ही नहीं मिला। विरोधी पक्ष नेता राजहंस सिंह ने रिपोर्ट को कोरी बकवास बताते हुए इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। उनका आरोप है कि यह पूरी रिपोर्ट ही गलत है। उनका कहना है कि प्रशासन ने महानगर में पानी भरने के लिए एमएमआरडीए को जिम्मेदार ठहराया है, जबकि हिंदमाता, कुर्ला, एलबीएस मार्ग, भाडुंप, बोरिवली, विलेपार्ले व अन्य क्षेत्रों में कौन सा एमएमआरडीए का काम चल रहा है जहां घुटने भर पानी जमा हो रहा है। विपक्ष अगली बैठक में इसी मुद्दे पर प्रशासन से जवाब तलब करने वाला है।

Thursday, June 16, 2011

मुस्लिम जातियों को अनुसूचित जाति के आरक्षण का लाभ दिलाने की पेशकश

महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक विकास मंत्री मोहम्मद आरिफ नसीम खान ने मेहतर , कसाब , बक्कर , जतकर , गारुडी - मदारी , कलाकार , नाईकन , मुक्री , बहना जैसी मुस्लिम जातियों को अनुसूचित जाति के आरक्षण का लाभ दिलाने की पेशकश की है। मंत्रालय में मंगलवार को आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में मंत्री खान ने अधिकारियों को इसके लिए सिलसिलेवार कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिए। वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में हुई बैठक में आदेश जारी किया गया कि सामाजिक न्याय विभाग इन जातियों को लेकर डॉ . बाबासाहेब आंबेडकर संशोधन संस्था के माध्यम से रिपोर्ट मंगवाए , ताकि उसे मंजूरी के लिए राज्य के मंत्रिमंडल के समक्ष रखा जा सके। इसके बाद महाराष्ट्र सरकार इसे अमल के लिए केन्द्र सरकार के पास भेज सकेगी। श्री खान ने जानकारी दी कि राज्य की ओबीसी सूची में शामिल मुसलमान समाज की 115 जातियों को आरक्षण का लाभ मिल रहा है मगर अनुसूचित जाति के मुसलमान अभी तक आरक्षण के लाभ से वंचित हैं। उन्होंने मुस्लिम ओबीसी वर्ग को जाति प्रमाण पत्र मिलने में हो रही दिक्कतें दूर करने के भी निर्देश दिए। अधिकारियों को जातियों की बारीकियां समझाने के लिए बाकायदा वर्कशॉप आयोजित की जाएगी। इस तरह का पहला वर्कशॉप कोकण विभाग के राजस्व , सामाजिक न्याय और अल्पसंख्यक विकास विभाग के अधिकारी और मुस्लिम ओबीसी संघटना के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जाएगा। मंगलवार की बैठक में अल्पसंख्यक विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती टी . एफ . थेक्केकरा , सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव पी . एस . मीना , सामाजिक न्याय विभाग के सह सचिव ज . न . राठोड , राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य हाजी शौकत भाई तांबोली , अनुसूचित जाति जमाती आयोग के सदस्य सचिव रमेश शिंदे , राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सचिव एस . ई . ए . हाशमी आदि ने भाग लिया।

Wednesday, June 8, 2011

बाबा रामदेव को राजनीति में शामिल होने का पूरा अधिकार

शिवसेना ने कहा है कि भारत का नागरिक होने के नाते बाबा रामदेव को राजनीति में शामिल होने का पूरा अधिकार है। हालांकि उसने यह भी कहा है कि रामदेव स्वयं भी इस पूरे घटनाक्रम के लिए जिम्मेदार हैं क्योंकि उन्हें अन्ना हजारे के सफल अनशन के कुछ ही सप्ताह बाद दूसरा अनशन शुरू करने की जरूरत नहीं थी। पार्टी की यह टिप्पणी शिवसेना के मुखपत्र सामना में आई है। माना जा रहा है कि यह कांग्रेस नेताओं की रविवार को आई इस टिप्पणी का जवाब है कि रामदेव को योग तक ही सीमित रहना चाहिए। संपादकीय में कहा गया है कि अगर एक विदेशी सोनिया गांधी कांग्रेस नेताओं की 'राजनीतिक गॉडमदर' बन सकती हैं, तो रामदेव, इस देश के नागरिक होने के नाते राजनीति में शामिल क्यों नहीं हो सकते। इसमें सरकार के इस तर्क की भी आलोचना की गई है कि रामदेव के पास रामलीला मैदान में अनशन की अनुमति नहीं थी। अखबार ने कहा है कि अगर ऐसा था, तो सरकार के वरिष्ठ मंत्री बाबा को अनशन नहीं करने के लिए मनाने क्यों गए थे।

Friday, June 3, 2011

झमाझम बारिश ने समूचे महानगर को भिगो दिया।

गुरुवार की शाम मुंबई महानगर और आसपास के इलाकों के लिए काफी सुहानी रही। कई क्षेत्रों में झमाझम बारिश ने समूचे महानगर को भिगो दिया। मौसम विभाग ने जहां इसे प्री-मॉनसून करार दिया, वहीं पब्लिक ने पहली बारिश के खूब मजे लूटे। कुछ जगहों पर रोजमर्रा के यात्रियों को परेशानी भी उठानी पड़ी और मध्य रेल के वाशिंद और अंबिवली रेलवे स्टेशनों के बीच बिजली खंडित होने से करीब एक घंटे तक इस लाइन पर दोनों तरफ ट्रेनों का आवागमन बाधित रहा। मौसम विभाग ने गुरुवार की बारिश को प्री-मॉनसून करार दिया। डिप्टी डाइरेक्टर जनरल ऑ़फ मेट्रोलॉजी आर. वी. शर्मा ने बताया कि इस बारिश ने बेहतर मॉनसून के संकेत दिए हैं, माथेरान हिल्स और आसपास की पहाड़ी से उठे बादलों ने नवी मुंबई, ठाणे शहर, डोंबिवली, कल्याण, वाशिंद, दहाणु आदि इलाकों को भिगोया, तो यहां उठे प्री-मॉनसूनी बादलों ने दक्षिण एवं मध्य मुंबई व उपनगरीय इलाकों में खूब बौछारें दीं। अगले 24 घंटों को लेकर मौसम विभाग का अनुमान है कि शहर व उपनगरों सहित, नवी मुंबई, ठाणे, कल्याण आदि के कुछ हिस्सों में बादलों की मौजूदगी रहेगी और कुछ इलाके छिटपुट वर्षा से गीले हो सकते हैं। अधिकतम तापमान 36 डि.से. और न्यूनतम तापमान 28 डि.से. के इर्द गिर्द रहने की उम्मीद है। फिलहाल इस बारिश ने पब्लिक को उमसभरी गर्मी से निजात दिलाई। मुंबई या उपनगरों ही नहीं, बल्कि नवी मुंबई, ठाणे शहर, कलवा, मुम्ब्रा, कल्याण, डोंबिवली, भिवंडी, उल्हासनगर, कुलगांव बदलापुर, अंबरनाथ इन इलाकों में करीब घंटे भर छमाछम बरसात हुई। वर्षा के कई जगहों पर बच्चों के अलावा बूढ़े और नौजवान महिला पुरुषों ने भीगकर बारिश का आनंद लिया। वर्षा के चलते शाम को मुंबई से ठाणे और कल्याण की तरफ आने वाले रेल यात्रियों को भारी भीड़ झेलनी पड़ी। करीब सवा छह बजे अंबिवली और वाशिंद रेलवे स्टेशनों के बीच की बिजली खंडित हो गई, जिसके चलते रेलवे प्लेटफॉर्मों पर लोगो की भीड़ जमा हो गई। करीब एक घंटे बाद बिजली आपूर्ति शुरू हुई, तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।

Thursday, June 2, 2011

अपनों के बीच लव और हेट का रिश्ता चलना कोई नई बात नहीं

अपनों के बीच लव और हेट का रिश्ता चलना कोई नई बात नहीं है। शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे और अलग पार्टी बनाकर उनसे दूर होने वाले भतीजे एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे पर भी यह बात लागू होती है। तभी तो वे रह रहकर बालासाहेब की तारीफ करते हैं या उनके बचाव में खड़े हो जाते हैं। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे की आलोचना की , तो भतीजे राज ठाकरे उनके बचाव में उतर आए। बुधवार को राज ठाकरे ने कहा कि अजीत पवार ने बालासाहब ठाकरे पर निशाना साधते हुए जो कहा है , वह पवार द्वारा सहकारी बैंक घोटाला और बलवा के साथ उनके संबंधों जैसे मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए किया है। एनसीपी नेता अजीत पवार ने कहा था कि ठाकरे ने समाज के लिए ज्यादा योगदान नहीं दिया। दादर रेलवे स्टेशन को ' चैत्य भूमि ' नाम देने का विरोध करने वाले राज ठाकरे के बयानों को अजीत पवार की ओर से खारिज किए जाने के बारे में पूछने पर राज ने कहा कि मुझे जो जनसमर्थन मिल रहा है , वे उससे परेशान हैं , इसलिए वे इस तरह का खेल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अजीत पवार को बालासाहेब की उम्र को ध्यान में रखते हुए उनकी आलोचना नहीं करनी चाहिए। राज ने आरपीआई नेता रामदास अठावले के इस सुझाव को खारिज कर दिया कि उन्हें मनसे के झंडे से नीला रंग हटा देना चाहिए , क्योंकि यह रंग दलित आंदोलन का प्रतिनिधित्व करता है। इसके पहले राज ने दादर स्टेशन का नाम ' चैत्य भूमि ' किए जाने का विरोध किया था। दलित वहां हर साल सम्मेलन करते हैं। राज ने अठावले का सुझाव खारिज करते हुए कहा कि अठावले शिवसेना प्रवक्ता की तरह बोल रहे हैं , क्योंकि उन्हें बांद्रा में शिवसेना प्रमुख के घर के पास चार मंजिला घर मिला है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि अठावले का व्यवसाय क्या है और किस आधार पर उन्हें यह संपत्ति मिली।

Tuesday, May 31, 2011

आलीशान समुद्री पुल पर ट्रैफिक घट गई

मुंबई की चाल और चेहरा बदलने वाले सी-लिंक की लंबाई बढ़ाने की बात चल रही है। ऐसे में, ये खबर आई है कि इस आलीशान समुद्री पुल पर ट्रैफिक घट गई है। लोगों ने इसका इस्तेमाल कम कर दिया है। दो साल पहले जब मुख्य शहर के वरली इलाके को आलीशान उपनगर बांद्रा से जोड़ने वाले सी-लिंक को जनता के लिए खोला गया था, तो लगभग पूरी मुंबई इसे देखने को उमड़ पड़ी थी। कारों का ऐसा जमावड़ा लगा था कि इस तक पहुंचने में घंटो लग रहे थे। ये तो होना ही था। नीचे उफान लेते समुद्र। ऊपर नीले आसमान को छूते मीनारों जैसे विशाल पिलर्स। इन्हीं से मोटे तारों से लटका आधुनिक भारत का उत्तम वास्तुशिल्प का नमूना। फिर धीरे-धीरे इसकी नवीनता, इसका आकर्षण घटा और इस पर दौड़ने वाली ट्रैफिक भी। इसकी एक तरफ की यात्रा के लिए 50 रुपये चुकाने वाले कार वालों से राहत की सांस ली। हां, लोगों से टोल वसूलने वालों की परेशानी बढ़ गई है। हर दिन करीब चार लाख रुपये की टोल वसूली उनके लिए काफी नहीं है। इस तरह सी-लिंक के निर्माण में खर्च हुए 1634 करोड़ रुपये की वसूली कैसे होगी? अंदाज था कि अगले 40 सालों में जो टोल वसूली होगी, उसमें ये रकम ब्याज समेत बड़े आराम ने निकल आएगी। इसके बाद टोल वसूल करने वाले ठेकेदार को इसके ऊपर अच्छी कमाई हो जाएगी। सी-लिंक पर अगर ट्रैफिक इसी तरह घटती रही तो वसूली का ये लक्ष्य खतरे में पड़ जाएगा। ऐसा हुआ तो वरली से आगे इस सी-लिंक को मुंबई की मशहूर मरीन ड्राइव तक बढ़ाने की महत्वाकांक्षी योजना का क्या होगा? फिलहाल, यही तय नहीं हो पा रहा कि आगे सी-लिंक किस रास्ते होकर राजभवन और मंत्रियों के बंगले वाले 'वीआईपी' मलाबार हिल का रास्ता पार करेगी। अनिर्णय की इसी स्थिति में इसके लिए लगने वाला खर्च हर दिन बढ़ता जा रहा है। याद रहे, सी-लिंक के पिछले हिस्से का रूट बदला गया था तो तीन साल में पूरी होने वाली परियोजना को दस साल लग गए थे। इस बार भी लगभग यही किस्सा दोहराए जाने की आशंका है। सी-लिंक पर टोल की वसूली में आई कमी ने मंत्रालय के सरकारी बाबुओं के कान खड़े कर दिए हैं। बीच में हर से 50 रुपये की बजाए 65 रुपये टोल वसूले का आइडिया इन्हीं में किसी 'उपजाऊ' दिमाग से निकला। ये सोचा ही नहीं कि पैसे बढ़ाए गए, तो कारों की संख्या और घट जाएगी। हो सकता है कि टोल वसूली बढ़ने की बजाए और कम हो जाए। ऐसा हुआ, तो सी-लिंक के दूसरे हिस्से का निर्माण तो रुकेगा ही। इससे कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण शिवड़ी-न्हावा हॉर्बर-लिंक का निर्माण लटक जाएगा। मुंबई चारों तरफ समुद और खाड़ी से घिरा एक ऐसा द्वीप है, जिसे भारतीय भूभाग से जोड़ने के लिए आज सिर्फ उत्तर और पूवोर्त्तर दिशा में पुल उपलब्ध हैं। हॉबर-लिंक का सपना साकार हुआ, तो मुख्य शहर के पूर्वी छोर से समुद्र के ऊपर होते हुए एक नया रास्ता मुंबई वासियों को मिल जाएगा। बरसों बरस, सिर्फ उत्तर दिशा में बस रहे इस महानगर के विकास को भी इससे एक नई दिशा मिलेगी। इसी के मद्देनजर दूसरे छोर पर नया इंटरनैशनल एयरपोर्ट बनाने की तैयारी है। उस पार के न्हावा पोर्ट ने बिजनेस में दो दशक पहले ही मुंबई पोर्ट को हरा दिया है। ये दोनों सी-लिंकों का आपस में 'लिंक' है। फिर आगे इसी कड़ी में समूची मुंबई के डिवेलपमेंट का 'लिंक' जुड़ता है। इसी क्रम को कड़ी दर कड़ी पकड़ते चले जाइए, बदलते भारत की नई तस्वीर सामने साकार होती नजर आएगी। उम्मीद है, इस मामले में फैसले लेने वाले इस 'लिंक' को पकड़ने से चूकेंगे नहीं।

Friday, May 27, 2011

हेमा मालिनी के घर में तेंदुआ घुस गया

मुंबई के गोरेगांव स्थित बॉलिवुड ऐक्ट्रेस हेमा मालिनी के घर में तेंदुआ घुस गया है। वन विभाग की टीम उसे पकड़ने में जुटी हुई है। हेमा मालिनी इस समय विदेश दौरे पर हैं। जानकारी के मुताबिक गोरेगांव के दिंदोषी में हेमा मालिनी का बंगला है। हेमा मालिनी का यह बंगला नैशनल पार्क इलाके से सटा हुआ है। शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे उनके घर में अचानक तेंदुआ घुस गया। इससे वहां अफरातफरी मच गई। उसे निकालने के लिए करीब 20 से 25 लोग जुटे हुए हैं। तेंदुआ लॉन में जाकर बैठ गया है। हेमा मालिनी इस समय विदेश में हैं। जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस मामले को हल्के में लेते हुए कहा कि तेंदुआ इलाके में आता रहता है। उन्होंने तेंदुए को कोई नुकसान न पहुंचाने की अपील की।

Friday, May 20, 2011

चार लोगों को गिरफ्तार किया

गुरुवार को क्राइम ब्रांच की यूनिट 7 ने मोटर साइकल चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अहसान सुलतान शेख (28), शरीफ गफ्फार पटेल (29), अहमद अंसारी (26) और इरफान शेख (22) को गिरफ्तार कर कुल 28 मोटर साइकल बरामद की हैं। पुलिस को जानकारी मिली थी कि मालवणी इलाके में रहने वाले कुछ लोग बाइक चोरी कर उन्हें सस्ते दामों में बेच देते हैं। इस गिरोह में टैंपो ड्राइवर, बेस्ट कंडक्टर और एक गैरेज के कुछ लोग शामिल है। ये लोग क्षतिग्रस्त वाहनों को पेपर के साथ सस्ते दामों में खरीदने के बाद उन्हीं वाहनों के पेपर के आधार पर चोरी की गई मोटर साइकिलों को बेच देते थे। ये लोग चोरी किए गए वाहनों की नंबर प्लेट और चेसिस नंबर को परिवर्तित कर दूसरों को बेचते थे। बहरहाल चारों आरोपी क्राइम ब्रांच के कब्जे में हैं।

Monday, May 16, 2011

बाबा रामदेव की दवाएं लेने वाली मुंबई की एक महिला ने मुकदमा ठोक दिया

बालों को झड़ने से बचाने के लिए बाबा रामदेव की दवाएं लेने वाली मुंबई की एक महिला ने मुकदमा ठोक दिया है। मुंबई मिरर के अनुसार उस आयुवेर्दिक दवा से 2 ही दिन में मुंबई के भयंदर इलाके में रहने वाली महिला की जिंदगी पर बन आई थी। आहार नली में दवाई ठोस रूप में जमती जा रही थी। 39 साल की जश्मी शंकर नरपुला के लिए कुछ भी पीना तक मुश्किल हो गया था। वह कुछ साल से बाल झड़ने की समस्या से परेशान थी। बाबा के एक टीवी कार्यक्रम से उन्हें इस दवा की जानकारी मिली थी। अंतत: शुक्रवार को परेल स्थित केईएम अस्पताल में डॉक्टरों को ऑपरेशन कर उस जाम को क्लीयर करना पड़ा। आमतौर पर जिस ऑपरेशन में 15-20 मिनट का समय लगता है, इस महिला के केस में 3 घंटे का समय लगा। मुकदमा भोईवाड़ा पुलिस स्टेशन में दर्ज कराया गया है। वहीं दूसरी ओर बाबा के पतंजलि योगपीठ ने इन आरोपों का खंडन किया है। योगपीठ का कहना है कि उन्हें इस तरह की कोई और शिकायत नहीं मिली है। नरपुला ने बताया कि वह दवाई (पाउडर) मुंबई के ही शांति नगर इलाके में स्थित योग पतंजलि शॉप से खरीदी थी। आयुर्वेदिक कंसलटेंट ने उन्हें 2 प्रकार की दवाई दी और खाली पेट में लेने के कहा। उन्होंने 2 दिन एक एक बार वह दवाई ली। उसके बाद अचानक ऐसी स्थिति हुई कि वह न तो कुछ बोल सकती थीं और न ही कुछ निगल सकती थीं। कोशिश करने पर तेज दर्द होता था। केईएम अस्पताल की ईएनटी (आंख, नाक, गला) हेड नीलम सेठ ने कहा: यह हैरतअंगेज था। वह कुछ खा नहीं सकती थीं, न ही कुछ पी सकती थीं। अंदर काले रंग की कोई चीज जमी हुई थी। काफी ठोस होने के कारण उसे निकालना भी मुश्किल था। मरीज ने मेडिकल हिस्ट्री में बताया था कि उन्होंने बाबा रामदेव के आयुर्वेदिक स्टोर की दवाई ली है। आहार नली से निकाली गई चीज को विश्लेषण के लिए लैब भेजा गया है। इसके बाद ही पता चलेगा कि क्या जाम हुआ था?

Tuesday, May 10, 2011

'रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया' (आरपीआई) के साथ जल्द ही गठजोड़

शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी का 'रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया' (आरपीआई) के साथ जल्द ही गठजोड़ हो सकता है। अपने बांद्रा स्थित आवास 'मातोश्री' में दलित नेता और आरपीआई के पूर्व सांसद रामदास अठावले के साथ हुई मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान ठाकरे ने यह बात कही, हालांकि इसके लिए उन्होंने किसी निश्चित तारीख का उल्लेख नहीं किया।

उन्होंने कहा कि आरपीआई के साथ हमारे (शिवसेना-बीजेपी) गठजोड़ को लेकर किसी तरह की व्यग्रता की जरूरत नहीं है। सारी बातें जल्दी ही सुलझा ली जाएंगी। इस मुलाकात के दौरान बाल ठाकरे के पुत्र व पार्टी के कार्याध्यक्ष उद्धव ठाकरे व कुछ अन्य दलित नेता भी मौजूद थे।

इस बैठक को, ठीक नौ महीने बाद होने जा रहे बीएमसी के हाई-प्रोफाइल चुनाव के मद्देनजर बहुत महत्वपूर्ण समझा जा रहा है। राज्य और केंद्र की सरकार को 'अहंकारी' बताते हुए शिवसेना प्रमुख ने कहा कि सरकार के रवैये ने हमें एकसाथ आने और आंदोलन छेड़ने का मौका दिया है।

उन्होंने कहा कि बहुत से मुद्दों पर सरकार का अहंकारी रुख देखने को मिला है, जिसने देश की जनता को आंदोलन के लिए मजबूर किया है। उन्होंने इस क्रम में रत्नागिरि जिले के जैतापुर में प्रस्तावित परमाणु ऊर्जा परियोजना और उत्तर प्रदेश में किसानों के आंदोलन का उल्लेख किया।

मुंबई में 1993 में हुए सीरियल ब्लास्ट के मुख्य आरोपी दाऊद इब्राहिम को भारत लाए जाने के संदर्भ में पूछे गए एक सवाल के जवाब में ठाकरे ने कहा, 'अगर हमारी सरकार बनती है तो मैं कुछ जरूर करूंगा।'

गौरतलब है कि अठावले ने शिवसेना-बीजेपी युति के साथ गठजोड़ का प्रस्ताव लेकर जनवरी में ठाकरे से मुलाकात की थी। अठावले ने पत्रकारों से कहा कि शिवसेना-बीजेपी के साथ गठजोड़ पर सकारात्मक बातचीत जारी है और अक्टूबर तक इसके साकार होने की संभावना है।

Sunday, May 1, 2011

स्कायवॉक मजनुओं का अड्डा

बदलापुर, उल्हासनगर, कल्याण में एम.एम.आर.डी.ए. विभाग में करोड़ों रुपया स्कायवॉक बनाने की योजना में खर्च किया है। जबकि उल्हानगर, बदलापुर में बने स्कायवॉक मजनुओं का अड्डा बनता जा रहा है। जिसके कारण सज्जन परिवार की महिला, पुरुषों का स्कॉयवाक से यात्रा करने में असुविधा होने लगी है। शासन द्वारा करोड़ों रुपया खर्च कर निर्माण किये गये स्कॉय वाकों पर सड़क छाप मजनू डेरा जमाए रहते हैं। जिस पर अंकुश नहीं लगने से स्कॉयवॉक की यात्रा करने वाले लोग यहां से रास्ता बदलने लगे हैं। कभी-कभी तो अंधेरे का फायदा उठाकर युगलप्रेमी अश्लील हरकतें करते हैं। बता दे कि रेलवे व स्थानिक पुलिस थाने के सुरक्षा कर्मी भी स्कायवाकों पर घटने वाली इन हरकतों को नजर अंदाज कर देते हैं। जिसका खामीयाजा शरीफ यात्रियों को उठाना पड़ रहा है। अब आम लोग प्रशासन से जानकारी मांगने लगे हैं, कि शासन ने करोड़ों रुपया जनता का खर्च कर स्कायवाक किस उपयोग के लिए बनाया है। और लंबी दूरी तक बने स्कायवाकों पर सुरक्षा व्यवस्था का इन्तजाम क्यों नहीं किया गया है।

कई शहरी यात्रियों ने बताया कि कभी-कभी स्कायवाक पर खड़े होने वाले लकडे शरीफ परिवार की महिलाओं, लड़कियों को यात्रा करने में अड़चने पैदा कर देते हैं। बता दें कि उल्हासनगर व बदलापुर में पुर्व, पश्चिम क्षेत्र से जोड़ने के लिए बनाये गये स्कायवाक निर्माण किया है।

Monday, April 25, 2011

पाइप लाइन से होने वाले पानी के लीकेज की मरम्मत कर उसे रोकने के लिए विशेष अभियान

बीएमसी का वाटर डिपार्टमेंट 25 अप्रैल से 9 मई तक 'लीकेज रोको, पानी बचाओ' नामक पंद्रह दिवसीय मुहिम की शुरूआत करेगा। इस दौरान पाइप लाइन से होने वाले पानी के लीकेज की मरम्मत कर उसे रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस अभियान के तहत बीएमसी के सहायक इंजिनियर अपने-अपने संबंधित डिपार्टमेंट ऑफिस में सर्वेक्षण करेंगेे। लीकेज की जानकारी मिलते ही डिप्युटी कमिश्नर, असिस्टेंट कमिश्नर और ट्रैफिक पुलिस अधिकारी को बताया जाएगा, और उनके निरीक्षण में लीकेज की मरम्मत का काम चलेगा। इसके अलावा अगर प्रशासन के पास मरम्मत के औजार यदि नहीं मिलता है तो कार्यकारी इंजिनियर इसका इंतजाम ठेकेदारों की मदद से करेंगे। मंुबई को पानी की सप्लाई करने वाली झीलों में इस समय बीते साल की तुलना में अधिक पानी है। प्रशासन का कहना है कि मंुबई में 15 जुलाई तक पानी की कमी नहीं होगी। हालांकि इसके बावजूद कई इलाकों में आज भी पानी की सप्लाई सही ढंग से नहीं होती है। कई जगहों पर तो पानी एकदम गंदा आता है या तो आता ही नहीं। इसी सिलसिले में बीएमसी की साधारण सभा में कई बार नगरसेवकों ने हंगामा भी किया।

Sunday, April 24, 2011

साईं बाबा के पार्थिव शरीर को दर्शन के लिए शाम छह बजे से पुट्टपर्थी के साईं कुलवंत हॉल में रखा जाए

पिछले 28 दिनों से पुट्टपर्थी के अस्पताल में मौत से जूझ रहे सत्य साईं बाबा का निधन हो गया है। श्री सत्य साईं इंस्टिट्यूट ऑफ हायर मेडिकल साइंसेज के मुताबिक बाबा ने श्वसन तंत्र निष्क्रिय होने के बाद सुबह 7.40 बजे अंतिम सांस ली।

साईं बाबा के पार्थिव शरीर को दर्शन के लिए शाम छह बजे से पुट्टपर्थी के साईं कुलवंत हॉल में रखा जाएगा। भक्त उनके शरीर का दो दिन तक दर्शन कर सकेंगे। उनका अंतिम संस्कार बुधवार को राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। आंध्र प्रदेश सरकार ने चार दिन के शोक की घोषणा की है। उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और कई अन्य ने उनके निधन पर शोक जताया है।

बाबा के निधन के खबर से उनके भक्तों में शोक की लहर लौड़ गई है। भक्त बड़ी तादाद में पुट्टपर्थी में आश्रम के बाहर जमा हो रहे हैं। पुलिस ने वहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी कर दिए हैं। देश-विदेश से साईं के भक्तों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है।

साईं बाबा के भक्तों में देश के कई बड़े राजनेता , सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्टों के जज , सेना के अधिकारियों के अलावा व्यापार , खेल और फिल्म जगत की कई बड़ी हस्तियां शामिल हैं।

86 वर्षीय साईं बाबा को हृदय और सांस संबंधी तकलीफों के बाद 28 मार्च को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद से उनकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी। हालत नाजुक होने पर उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। लो ब्लड प्रेशर और लिवर बेकार होने से उनकी हालत और चिंताजनक हो गई थी। इसके बाद उनके शरीर के लगभग सभी अंगों पर दवाइयां बेअसर साबित हो रही थीं।

बाबा के निधन के बाद उनके जन्मस्थान पुट्टपर्थी की सभी दुकानों को बंद करवा दिया गया है और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। लगभग 6 हजार सुरक्षाकर्मियों को पुट्टपर्थी में तैनात किया गया है। स्थिति बेकाबू होने के डर से शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है।

बाबा का जन्म सन् 1926 में पुट्टपर्थी में हुआ था। यह तब आंध्र प्रदेश के पिछड़े माने जाने वाले अनंतपुर जिले का एक छोड़ा सा कस्बा हुआ करता था। साईं बाबा का असली नाम सत्यनारायण राजू था। 14 साल की उम्र में खुद को भगवान का अवतार घोषित करने और अपने चमत्कारिक कारनामों से लोगों का उनमें विश्वास बढ़ता चला गया। लेकिन जब उन पर जब जादू के जरिए यह सब करने के आरोप लगे , तो उन्होंने चमत्कार दिखाने बंद कर दिए। इसके बाद उन्होंने अपना पूरा ध्यान सामाजिक कार्यों पर फोकस कर दिया।

Thursday, April 14, 2011

निर्माण कार्य शुरू करने से पहले वहां पर लेबर कैंप बनाने अनिवार्य होंगे

महानगर को डिवेलप करने वाले बिल्डरों के सामने बीएमसी नई शर्त रखने जा रही है। डिवेपलर्स को निर्माण कार्य शुरू करने से पहले वहां पर लेबर कैंप बनाने अनिवार्य होंगे, वर्ना बीएमसी बिल्डिंग बनाने की अनुमति नहीं देती। यह शर्त छोटे व मीडियम बिल्डरों के लिए एक मुसीबत बन जाएगी। नई शर्त जोड़ने से प्रॉजेक्ट लागत में निश्चित ही बढ़ोतरी होगी जिसकी वसूली बिल्डर घर खरीदने वालों से ही करेगी। इससे मकानों की कीमतें बढ़ जाएगी। इस बाबत बीएमसी के डायरेक्टर अशोक शिंत्रे ने बताया कि आईओडी (इंटीमेशन ऑफ डिसअप्रूवल) में यह नई शर्त जोड़ने के बाबत खाका तैयार किया जा रहा है। इस बारे में डिवेलपमेंट प्लान डिपार्टमेंट नियम कानून बना रहा है। दरअसल, पिछले दिनों शहर का एक नामी बिल्डर अपनी योजना मंजूरी कराने के लिए कमिश्नर सुबोध कुमार के पास आया। बिल्डर ने अपने प्रॉजेक्ट का नक्शा कमिश्नर के सामने रखा। उस बिल्डर का बड़ा प्रॉजेक्ट था और उसने अपने प्रोजेक्ट में लेबरों के लिए लेबर कैंप बनाने का प्रावधान कर रखा था। लेबर कैंप के बात कमिश्नर के दिमाग के घर कर गई। बिल्डर जैसे की उनके दफ्तर से बाहर निकला वैसे ही उन्होंने डायरेक्टर अशोक शित्रे को बुलाया। उन्होंने शित्रे को आदेश दिया कि वे आईओडी में लेबर कैंप बनाने की शर्त अनिवार्य करें। कमिश्नर के आदेश का पालन करते हुए डिवेलपमेंट प्लान डिपार्टमेंट के अधिकारी माथापच्ची कर रहे हैं। इन अधिकारियों का कहना है कि बड़े प्रॉजेक्ट में लेबर कैंप बनाया जा सकता है मगर छोटे प्रॉजेक्ट में यह संभव ही नहीं है। हालांकि, छोटे व मीडियम प्रॉजेक्ट में लेबर के लिए सहूलियत दी जाती है और हमारे असिस्टेंट इंजिनियर निर्माण कार्य स्थल पर जाकर खुद मुआयना करते हैं और उसे मंजूर भी करते हैं। उन्होंने बताया कि लेबर कैंप अस्थायी होता है जैसे ही बिल्डिंग बन कर तैयार हो गई वैसे ही डिवेलपर्स लेबर कैंप को हटा देगा। अधिकारियों ने स्वीकार किया कि लेबर कैंप अनिवार्य करने से निर्माण खर्च बढ़ेगा जिसकी वसूली बिल्डर घर खरीदने वालों से ही करेगा। लेबर कैंप में मजदूरों को बुनियादी सुविधा मुहैया कराई जाती है। खाना बनाने के लिए कमरे , शौचालय और नहाने के लिए कमरे , उनके बच्चों को पढ़ाई - लिखाई की सुविधा , मेडिकल सुविधा जैसी अन्य सुविधा कराना होता है। यह लेबर कैंप तब तक के लिए रहता है जब तक कि निर्माण कार्य स्थल का काम पूरा नहीं हो जाता। जैसे ही निर्माण कार्य पूरा हुआ वैसे ही इसे तोड़ कर गिरा दिया जाता है।

Wednesday, March 23, 2011

मुंबई पुलिस को पूरी तरह से मुस्तैद

वर्ल्ड कप फाइनल में चाहे कोई भी टीम आए , लेकिन मुंबई में होने वाले फाइनल मुकाबले के लिए मुंबई पुलिस को पूरी तरह से मुस्तैद रहना है। फाइनल मैच पर पूरी दुनिया की नजर होगी , ऐसे में मुंबई पुलिस चाहती है कि उनके फिट जवानों को ही स्टेडियम में तैनात किया जाए। अधिकारियों का कहना है कि फाइनल मुकाबले के लिए बड़ी संख्या में विदेशियों के मुंबई पहुंचने की उम्मीद है। इसे मद्देनजर रखते हुए पुलिस कमिश्नर अरूप पटनायक ने अधिकारियों को मुंबई पुलिस की ' क्लीन इमेज ' बरकरार रखने के लिए हर जरूरी कदम उठाने का ऑर्डर दिया। बैठक में पटनायक ने कहा कि वह इस आयोजन के जरिए मुंबई पुलिस फोर्स की व्यापक छवि पेश करना चाहते हैं। फाइनल मुकाबला वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा और यहां के सुरक्षा की जिम्मेदारी मुंबई पुलिस के कंधों पर होगी। फाइनल पर आतंकी साया होने की आंशका को ध्यान में रखते हुए पटनायक खुद सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर रहे हैं। एक सीनियर ऑफिसर ने बताया , ' पुलिस कमिश्नर सुरक्षा इंतजामों के हर पहलू पर खुद दिलचस्पी ले रहे हैं और वे चाहते है कि फाइनल मैच के दौरान तैनात पुलिसकर्मी ' क्लीन एंड फिट ' दिखे और लोगों से अच्छे से पेश आए। ' फाइनल मुकाबला दो अप्रैल को खेला जाना है।

Tuesday, March 15, 2011

वर्ष 2012 तक लोडशेडिंग पूरी तरह खत्म करने के कदम

महाराष्ट्र सरकार वर्ष 2012 तक लोडशेडिंग पूरी तरह खत्म करने के कदम उठा रही है। जैतापुर में स्थानीय लोगों की आशंकाएं दूर करके देश का सबसे बड़ा अणु ऊर्जा प्रकल्प बनाने का काम पूरा किया जा रहा है। राज्यपाल के. शंकरनारायणन ने सोमवार को महाराष्ट्र विधानसभा और विधानपरिषद के सामने दिए अभिभाषण में ये बातें रेखांकित की। साल के पहले सत्र को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने विधायकों को सरकार के विकास कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि फरवरी 2011 तक 169 औद्योगिक मेगा परियोजनाओं को सरकार मंजूरी दे चुकी। इनमें एक लाख 44 हजार 556 करोड़ का निवेश होगा और करीब दो लाख 15 हजार लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। उन्होंने सभी मछुआरों को आई-कार्ड देने, ई-सेवा केंद्र बढ़ाने, श्रम नीति, क्रीड़ा व युवा नीति जल्द ही घोषित करने का इरादा व्यक्त किया। बाद में अलग से हुई विधानसभा की बैठक में में राज्यपाल के अभिभाषण के उपलक्ष्य में उनके अभिनंदन का प्रस्ताव रखा गया। कांग्रेस सदस्य बसवराज पाटील ने ये प्रस्ताव रखा। बुधवार और गुरुवार को इस प्रस्ताव पर विधानसभा में विस्तृत चर्चा होगी। भीमसेन जोशी को श्रद्धांजलि: महाराष्ट्र विधानसभा ने बजट सत्र के पहले दिन शास्त्रीय संगीत गायक भीमसेन जोशी, नाटककार प्रभाकर पणशीकर और दिवंगत विधानसभा सदस्यों रामचंद्र शिंगणकर, अमीनुद्दीन पेनवाले, देवराव आसोले व सरयू ठाकुर को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने शोक प्रस्ताव रखा और शिवसेना नेता सुभाष देसाई ने उनका समर्थन किया। विधानसभा अध्यक्ष दिलीप वलसे पाटील ने दिवंगत लोगों को श्रद्धासुमन अर्पित किए।

शिवसेना-बीजेपी की युति में तीसरे की कतई जरूरत नहीं।

बीजेपी के नेता वेंकैया नायडू ने 'टू इज कंपनी, थ्री इज क्राउड' का सूत्र अपनाते हुए साफ कर दिया है कि शिवसेना-बीजेपी की युति में तीसरे की कतई जरूरत नहीं। महाराष्ट्र में युति सिर्फ शिवसेना-बीजेपी के बीच रहेगी, मनसे को शामिल करने का सवाल नहीं उठता। दोनों दलों के नेताओं की दादर के कोहिनूर इंस्टिटयूट में हुई बैठक में नायडू ने साफ किया कि शिवसेना-बीजेपी का गठबंधन 22 साल पुराना है। आगामी चुनाव में वह युति के रूप में ही चुनाव लड़ेगी। नायडू की इस सफाई के बाद अब युति के मनसे के साथ संभावित गठजोड़ का मुद्दा फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। असल में यह विषय खत्म करने के लिए ही युति की बैठक हुई, जिसमें गोपीनाथ मुंडे, उद्धव ठाकरे, सुधीर मुनगंटीवार, पांडुरंग फुंडकर, सुभाष देसाई, एकनाथ खडसे, सुरेश जैन आदि उपस्थित थे। दोनों दलों के बीच पैदा होने वाले विवाद सुलझाने के लिए समन्वय समिति स्थापित करने का भी बैठक में निर्णय हुआ है। बैठक के बाद उद्धव ठाकरे ने बताया कि युति में जो भी गलतफहमियां थीं, वह दूर हो गई हैं। बीजेपी ने जैतापुर के मामले में शिवसेना से सहयोग करने का वादा किया है।

Friday, March 11, 2011

बाल ठाकरे के पोते के बार पर छापा मारकर वहां से 9 बार गर्ल्स को हिरासत में लिया

मुंबई पुलिस ने सांताक्रूज वेस्ट इलाके में बाल ठाकरे के पोते के बार पर छापा मारकर वहां से 9 बार गर्ल्स को हिरासत में लिया है। माना जा रहा है कि इन बार गर्ल्स को दबाव डालकर इस धंधे में उतारा गया था। पुलिस भी इन बार गर्ल्स को पीड़ित मान रही है। बार के 3 कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और फरार निहार के खिलाफ पुलिस ने प्रिवेंशन ऑफ इमोरल ट्रैफिकिंग ऐक्ट (पीटा) के तहत मामला दर्ज किया है। निहार ठाकरे के बेटे बिंदा का बेटा है। बिंदा की सन् 1996 में कार दुर्घटना में मौत हो गई थी। पुलिस सूत्रों का कहना है कि मुंबई के कुछ और बारों में निहार की हिस्सेदारी है। वह बांद्रा ईस्ट में रहता है। आर. आर. पाटील ने सन् 2006 में मुंबई में डांस बार पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद बार गर्ल्स किसी बार में बतौर सिंगर या वेट्रेस रात 9 बजे तक तो काम कर सकती हैं, लेकिन वहां डांस नहीं कर सकतीं। पुलिस अधिकारी ने कहा कि यहां पावरफुल लोगों के बार हैं इसलिए रोक के बावजूद यह सब होता है और शायद ही कभी रेड पड़ती है। मंगलवार रात एक बजे के करीब पुलिस ने संगीत बार में छापा मारा। डीसीपी के.एम.एम प्रसन्ना ने कहा, 'हमें पुख्ता सूचना मिली थी कि डेडलाइन के बाद भी बार में लड़कियां हैं। हमें इन बार गर्ल्स तक पहुंचने के लिए एक दीवार भी तोड़नी पड़ी, क्योंकि इन्हें बंद करके रखा गया था।' पुलिस ने बार मैनेजमेंट के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और रमेश शेट्टी, हरीश शेट्टी व अर्जुन थापा को गिरफ्तार किया है। कई बारों को मैनेज करने वाले अन्नु शेट्टी को पुलिस खोज रही है।

Wednesday, March 9, 2011

बीजेपी कहती है कि वह एक राष्ट्रीय पार्टी है

शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह क्षेत्रीय दलों की पीठ पर सवार है और इसके बावजूद अपने सहयोगियों के साथ लगातार अपने संबंधों को तनावपूर्ण बना रही है। सामना के संपादकीय में शिव सेना प्रमुख ने कहा, ' बीजेपी कहती है कि वह एक राष्ट्रीय पार्टी है लेकिन वह क्षेत्रीय पार्टियों की मदद से ही सफल हो पाई है। पंजाब में अकाली दल से उसे दिक्कतें हैं और महाराष्ट्र में बीजेप ने हमारे साथ इस कदर संबंधों को तनावपूर्ण बना लिया है कि वे टूटने की कगार पर आ पहुंचे हैं। ' ठाकरे का बीजेपी पर हमला पुणे नगर निगम की स्थायी समिति में अध्यक्ष पद पर बीजेपी नेता गणेश बीदकर के निर्वाचन की पृष्ठभूमि में सामने आया है। शिव सेना ने भी इस पद के लिए अपना उम्मीदवार पेश किया था और बीजेपी से समर्थन मांगा था लेकिन बीजेपी का उम्मीदवार एमएनएस और एनसीपी की सहायता से जीत गया। संपादकीय में कहा गया है, ' बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे कहते हैं कि नैशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी या महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा और अब उन्होंने अपने उम्मीदवार को उनकी मदद से निर्वाचित करवा दिया। '

Monday, March 7, 2011

भाभा ऐटमिक रिसर्च सेंटर पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों की हिट-लिस्ट में

खुफिया एजेंसियों की ओर से दी गई सूचनाएं कहती हैं कि भाभा ऐटमिक रिसर्च सेंटर (बीएआरसी) और इसके कर्मचारियों का आवासीय क्षेत्र पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों की हिट-लिस्ट में है। बीएआरसी की सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि इस परमाणु प्रतिष्ठान के कर्मचारियों के आवासीय क्षेत्र 'अणु शक्ति नगर' रक्षा के लिहाज से यह अत्यंत रूप से सतर्क सुरक्षा अधिकारियों के लिए काफी कठिन समय है। गौरतलब है कि बीएआरसी से सटे 'अणु शक्ति नगर' में करीब 10,000 लोग रहते हैं। हाल ही में, परिसर की सुरक्षा में तैनात अधिकारियों ने कश्मीर के दो मजदूरों को गिरफ्तार किया था और उनकी पृष्ठभूमि की जांच के बाद ही उन्हें रिहा किया गया था। एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि बीएआरसी हमारे लिए निरंतर चिंता का कारण रहा है। लश्कर ए तैयबा के अमेरिकी आतंकवादी डेविड हेडली ने इसका सर्वेक्षण किया था, जिससे हम अत्यंत सतर्क हो गए हैं। विभिन्न एजेंसियों से मिली खुफिया सूचनाएं इस बात का संकेत करती हैं कि बीएआरसी लश्कर के प्रमुख ठिकानों में से एक है, जबकि जैश-ए-मुहम्मद सहित अन्य आतंकवादी संगठन भी इसे निशाना बना सकते हैं।

Wednesday, March 2, 2011

सोमैया ने करीब एक हजार पन्नों के कागजात पेश किए।

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण पर हजारों करोड़ रुपये के घोटाले के आरोपों की पुष्टि के लिए सोमैया ने करीब एक हजार पन्नों के कागजात पेश किए। उन्होंने बताया कि आदर्श सोसायटी घोटाले के बाद जब अशोक चव्हाण ने इस्तीफा देने की घोषणा की थी। उसी दरमियान उन्होंने स्टर्लिंग बिल्डकॉन, आकृति सिटी लि., लोखंडवाला इंफ्रास्ट्रक्चर, शिवलिक वेंचर, रुचीप्रिया डिवेलपस और लष्करिया कंस्ट्रक्शन को 235 लाख वर्ग फुट पर एसआरए स्कीम लागू करने की मंजूरी दी। इनमें से ज्यादातर जमीन राज्य सरकार, केंद सरकार, मिलिटरी, बीएमसी, या खार जमीन है। उन्होंने कहा कि यह घोटाला राजीव गांधी आवास योजना एवं झोपड़वासियों के लिए मुफ्त मकान के नाम पर किया गया। सोमैया का कहना है कि 11 नवंबर की शाम पांच बजे अशोक चव्हाण ने इस्तीफा दिया और उसी शाम को पृथ्वीराज चव्हाण ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इस दौरान हाऊसिंग विभाग द्वारा संदेहजनक तरीके से इन छह बिल्डरों की फाइलों पर अंतिम आदेश जारी किया गया। पृथ्वीराज चव्हाण उस पर अमल कर रहे हैं।