Wednesday, June 29, 2011
सोने-चांदी का व्यवसाय करने वाले जूलर्स को पुलिस सुरक्षा देने का आश्वासन
Monday, June 20, 2011
जल जमाव के लिए एमएमआरडीए जिम्मेदार
Thursday, June 16, 2011
मुस्लिम जातियों को अनुसूचित जाति के आरक्षण का लाभ दिलाने की पेशकश
महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक विकास मंत्री मोहम्मद आरिफ नसीम खान ने मेहतर , कसाब , बक्कर , जतकर , गारुडी - मदारी , कलाकार , नाईकन , मुक्री , बहना जैसी मुस्लिम जातियों को अनुसूचित जाति के आरक्षण का लाभ दिलाने की पेशकश की है। मंत्रालय में मंगलवार को आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में मंत्री खान ने अधिकारियों को इसके लिए सिलसिलेवार कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिए। वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में हुई बैठक में आदेश जारी किया गया कि सामाजिक न्याय विभाग इन जातियों को लेकर डॉ . बाबासाहेब आंबेडकर संशोधन संस्था के माध्यम से रिपोर्ट मंगवाए , ताकि उसे मंजूरी के लिए राज्य के मंत्रिमंडल के समक्ष रखा जा सके। इसके बाद महाराष्ट्र सरकार इसे अमल के लिए केन्द्र सरकार के पास भेज सकेगी। श्री खान ने जानकारी दी कि राज्य की ओबीसी सूची में शामिल मुसलमान समाज की 115 जातियों को आरक्षण का लाभ मिल रहा है मगर अनुसूचित जाति के मुसलमान अभी तक आरक्षण के लाभ से वंचित हैं। उन्होंने मुस्लिम ओबीसी वर्ग को जाति प्रमाण पत्र मिलने में हो रही दिक्कतें दूर करने के भी निर्देश दिए। अधिकारियों को जातियों की बारीकियां समझाने के लिए बाकायदा वर्कशॉप आयोजित की जाएगी। इस तरह का पहला वर्कशॉप कोकण विभाग के राजस्व , सामाजिक न्याय और अल्पसंख्यक विकास विभाग के अधिकारी और मुस्लिम ओबीसी संघटना के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जाएगा। मंगलवार की बैठक में अल्पसंख्यक विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती टी . एफ . थेक्केकरा , सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव पी . एस . मीना , सामाजिक न्याय विभाग के सह सचिव ज . न . राठोड , राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य हाजी शौकत भाई तांबोली , अनुसूचित जाति जमाती आयोग के सदस्य सचिव रमेश शिंदे , राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सचिव एस . ई . ए . हाशमी आदि ने भाग लिया।
Wednesday, June 8, 2011
बाबा रामदेव को राजनीति में शामिल होने का पूरा अधिकार
शिवसेना ने कहा है कि भारत का नागरिक होने के नाते बाबा रामदेव को राजनीति में शामिल होने का पूरा अधिकार है। हालांकि उसने यह भी कहा है कि रामदेव स्वयं भी इस पूरे घटनाक्रम के लिए जिम्मेदार हैं क्योंकि उन्हें अन्ना हजारे के सफल अनशन के कुछ ही सप्ताह बाद दूसरा अनशन शुरू करने की जरूरत नहीं थी। पार्टी की यह टिप्पणी शिवसेना के मुखपत्र सामना में आई है। माना जा रहा है कि यह कांग्रेस नेताओं की रविवार को आई इस टिप्पणी का जवाब है कि रामदेव को योग तक ही सीमित रहना चाहिए। संपादकीय में कहा गया है कि अगर एक विदेशी सोनिया गांधी कांग्रेस नेताओं की 'राजनीतिक गॉडमदर' बन सकती हैं, तो रामदेव, इस देश के नागरिक होने के नाते राजनीति में शामिल क्यों नहीं हो सकते। इसमें सरकार के इस तर्क की भी आलोचना की गई है कि रामदेव के पास रामलीला मैदान में अनशन की अनुमति नहीं थी। अखबार ने कहा है कि अगर ऐसा था, तो सरकार के वरिष्ठ मंत्री बाबा को अनशन नहीं करने के लिए मनाने क्यों गए थे।