Wednesday, August 26, 2015

स्वच्छ भारत अभियान

साथियों
स्वच्छ भारत अभियान हम सभी का अभियान हो, ऐसी कामनाएं .

हम सब मिलकर अपने आस पास गंदगी न होने दें । 

Monday, August 24, 2015

सूखाग्रस्त मराठवाड़ा के हालात की समीक्षा करने के लिए राज्य मंत्रिमंडल (कैबिनेट) की बैठक

सूखाग्रस्त मराठवाड़ा के हालात की समीक्षा करने के लिए राज्य मंत्रिमंडल (कैबिनेट) की बैठक बुलाई जाएगी । यह घोषणा रविवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बैठक सितंबर के पहले सप्ताह में होगी। यह बात उन्होंने रविवार को औरंगाबाद में मराठवाडा के सभी जिलों की समीक्षा के लिए बुलाई गई बैठक में कही। यह बैठक मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बुलाई गई थी। इस बैठक में मुख्यमंत्री के साथ राज्य के राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे भी मौजूद थे। इस बैठक में सूखाग्रस्त मराठवाडा के शहरों और गांवों को पानी की आपूर्ति किस तरह से की जाए इस पर चर्चा की गई। चर्चा के दौरान रेलवे से पानी सप्लाई के विकल्प पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि वे खुद जल्दी ही मराठवाडा का दौरा करेंगे और हालात का जायजा लेंगे।
मराठवाडा का तीन दिन का दौरा करके के बाद एनसीपी चीफ शरद पवार ने रविवार को पार्टी मुख्यालय में अपने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए पवार ने कहा कि उन्होंने अपने दौरे में मराठवाडा की जो स्थिति देखी है उससे वे सरकार को अवगत कराएंगे। बैठक में मराठवाडा के लिए सरकार से विशेष मांगों की एक फेहरिस्त तैयार की गई है। जिसमें सरकार से किसानों के कर्ज तुरंत माफ करने और पेयजल की आपूर्ति तुरंत शुरू करने की मांग की जाएगी। इसके अलावा किसानों के बच्चों की स्कूली फीस माफ करने, किसानों के बिजली बिल माफ करने तथा किसानों के खेतों पर मनरेगा योजना लागू किए जाने की मांग भी की जाएगी।
एनसीपी के प्रदेशाध्यक्ष सुनील तटकरे ने कहा कि राज्य की बीजेपी सरकार किसानों की परेशानी की अनदेखी कर रही है। इसलिए किसानों की समस्याओं को रेखांकित करने के लिए एनसीपी 14 सितंबर को सूखा प्रभावित मराठवाडा में जेल भरो आंदोलन शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता जिलाधिकारी और तहसीलदारों के कार्यालयों पर भी प्रदर्शन करेंगे।  एनसीपी नेता और विधान परिषद में विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे ने कहा कि राज्य की 355 तहसीलों में से आधे से ज्यादा तहसीलों में पानी की किल्लत है। पिछली साल इतनी खराब स्थिति नहीं थी, इसके बावजूद कांग्रेस-एनसीपी सरकार ने 148 तहसीलों को प्रभावित तहसील घोषित किया था। यह फैसला अगस्त महीने में ले लिया गया था इसलिए किसानों को इसका लाभ मिल सका, लेकिन वर्तमान सरकार और उसके मंत्री तो लगता है कि कहीं गायब हो गए हैं। सरकार गंभीरता को नजरअंदाज कर रही है। राजस्व मंत्री को ही नहीं पता कि वास्तविक स्थिति क्या है। सरकार सितंबर में कैबिनेट की बैठक की बात कह रही है। लगता है कि सरकार टाइम पास कर रही है।

सूखाग्रस्त मराठवाडा के शहर औरंगाबाद में रविवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की समन्वय बैठक का आयोजन किया गया था। इस बैठक में भाग लेने के लिए राज्य और केंद्र के कई मंत्री औरंगाबाद पहुंचे थे। इस पर भी विपक्ष ने तंज कसा है। विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे ने कहा कि मराठवाडा के सूखाग्रस्त इलाकों का दौरा करने के लिए बीजेपी का कोई मंत्री नहीं आया, लेकिन संघ की बैठक के लिए मंत्रियों की लाइन लग गई।

Wednesday, August 19, 2015

शर्मिला को उनके कुत्ते ने चेहरे पर काट लिया

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे की पत्नी शर्मिला को उनके घरेलू कुत्ते ने चेहरे पर काट लिया। घटना मंगलवार दोपहर लगभग 2 बजे की है। बताया जा रहा है कि घाव इतने गहरे हैं कि शर्मिला को सर्जरी करानी पड़ी। 
शर्मिला को उनके शिवाजी पार्क स्थित निवास के पास ही स्थित हिंदूजा अस्पताल माहिम में इलाज के लिए ले जाया गया। 
एक सूत्र ने हमें बताया, 'कुत्ते के काटने का कारण उनके चेहरे पर जख्म हैं। मंगलवार शाम को उनकी सर्जरी करानी पड़ी।' अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बाद शर्मिला का इलाज प्लास्टिक सर्जन डॉक्टर अनिल टिबरेवाला ने किया।
सूत्रों ने बताया कि यह घटना राज ठाकरे द्वारा अपने घर पर बुलाई गई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस से ठीक पहले हुई। घटना के बारे में पता होते हुए भी राज ठाकरे ने पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस को पूरा किया और फिर वह अपनी पत्नी से मिलने अस्पताल गए। 
सूत्र ने बताया, 'शर्मीला के चेहरे पर घाव इतना गहरा है कि यह चेहरे की हड्डी को छू गया है। कुत्ते ने उन्हें चेहरे पर काटा।' राजठाकरे के पास पिछले लंबे समय से जेम्स और बॉन्ड नाम के 2 कुत्ते हैं। ठाकरे ने अपने निवास की सबसे निचली मंजिल पर विशेष रूप से दोनों कुत्तों के रहने का अलग इंतजाम किया है। 
सूत्रों ने बताया कि राज ठाकरे अक्सर अपने घर की छत पर दोनों कुत्तों के साथ खेलते हैं। वह दोनों को अपने बच्चे की तरह मानते हैं। उन्होंने दोनों के प्रशिक्षण के लिए एक ट्रेनर को भी रखा हुआ है।

Tuesday, August 18, 2015

अमिताभ बच्चन महाराष्ट्र का 'व्याघ्रदूत' घोषित

सुपरस्टार अमिताभ बच्चन को महाराष्ट्र का 'व्याघ्रदूत' घोषित कर दिया गया है। वन मंत्री सुधीर मुनगंट्टीवार ने 'एनबीटी' से बातचीत में इस बात की पुष्टि की है। महाराष्ट्र सरकार ने बच्चन के साथ ही 'क्रिकेट के शहंशाह' सचिन तेंडुलकर से राज्य में बाघ बचाने की मुहिम को लोकप्रिय बनाने के लिए मदद मांगी थी। दोनों ने ही इसके लिए हामी भर दी है, जिसकी वजह से नियुक्ति को लेकर असमंजस बना हुआ था।
वन मंत्री मुनगंट्टीवीर ने स्पष्ट किया कि 'अमिताभ जी की हामी हमें तुरंत मिल गई थी। इसलिए हमने उन्हें महाराष्ट्र के पहले व्याघ्रदूत के तौर पर स्वीकृति दे दी। अब तेंडुलकर जी की भी हामी वाला पत्र सरकार को मिला है। इस पत्र में उन्होंने महाराष्ट्र राज्य के लिए हर कार्य में सहयोग देने की आश्वासन दिया है। वन विभाग की विभिन्न कार्ययोजनाओं में हमें इसी तरह के 'ब्रैंड एंबैसडर' की जरूरत है। इसी काम को आगे बढ़ाते हुए मैं जल्द ही उनसे मुलाकात करूंगा। इस स्वर्ण अवसर का लाभ उठाते हुए सरकार की तरफ से उन्हें नई जिम्मेदारी संभालने का अनुरोध किया जाएगा।'

महाराष्ट्र सरकार ने 29 जुलाई और 5 अगस्त को अमिताभ और सचिन से व्याघ्रदूत बनने का आग्रह करने वाले पत्र लिखे थे। अमिताभ बच्चन का पत्र सरकार को तुरंत ही मिल गया। सचिन का 13 अगस्त को लिखा जवाब सरकार को 17 अगस्त को मिला है। वन मंत्री मुनगंट्टीवार ने दोनों पत्र पत्रकारों के सामने रख दिए थे।

Friday, August 14, 2015

स्वंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनायें

स्वंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनायें

बिल्डर और बीजेपी के विधायक मंगलप्रभात लोढ़ा की कंपनी 'लोढ़ा ग्रुप' को बीजेपी सरकार ने तगड़ा झटका दिया है। बीजेपी सरकार के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लोढ़ा ग्रुप द्वारा डोंबिवली के पास बनाए जा रहे पलावा प्रॉजेक्ट को मिली 0.2 की प्रीमियम एफएसआई को रद्द कर दिया है। इससे लोढ़ा ग्रुप के हाथ से 30 लाख स्क्वेयर फुट का निर्माण कार्य निकल गया है।
खबरों में कहा गया है कि लोढ़ा ग्रुप को दी गई 0.2 की प्रीमियम एफएसआई पर मुख्यमंत्री के अधिकार वाले शहरी विकास मंत्रालय के अधिकारियों ने आपत्ति जताई थी और मुख्यमंत्री से इस प्रीमियम एफएसआई को रद्द करने की सिफारिश की थी, जिसे मुख्यमंत्री ने मंजूर कर लिया। मुख्यमंत्री के इस फैसले से लोढ़ा ग्रुप की साख को बड़ा धक्का लगा है। प्रीमियम एफएसआई रद्द होने से अब लोढ़ा ग्रुप अपने पलावा प्रॉजेक्ट में डबल टेरेस जैसी सुविधा ग्राहकों को नहीं दे सकेगा, वहीं उसे करोड़ों रुपये का नुकसान भी झेलना पड़ेगा।
इस संबंध में जो खबरें सामने आई हैं उनमें कहा गया है कि लोढ़ा ग्रुप को प्रीमियम एफएसआई देने का फैसला पिछली कांग्रेस-एनसीपी सरकार ने लिया था। पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के कुछ ही दिन पहले लोढ़ा ग्रुप को करोड़ों रुपये की प्रीमियम एफएसआई पलावा प्रॉजेक्ट के लिए दी थी। कांग्रेस सरकार के इस फैसले से लोढ़ा ग्रुप को 20 प्रतिशत ज्यादा एफएसआई मिल गई थी।
सरकार बदलने के बाद कोकण विभाग के नए शहर रचनाकार के ध्यान में यह बात आई और इसके बाद उन्होंने इस बारे में राज्य के शहरी विकास मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट भेजी। जिस पर शहरी विकास मंत्रालय के प्रधान सचिव डॉ. नितिन करीर ने मुख्यमंत्री को बताया कि लोढ़ा ग्रुप 0.2 की प्रीमियम एफएसआई का हकदार नहीं है। इस पर मुख्यमंत्री ने प्रीमियम एफएसआई रद्द करने के फैसले को अपनी स्वीकृति दे दी।
प्रीमियम एफएसआई देने का फैसला देने की एक प्रक्रिया है। इसके तहत जब बिल्डर अपने प्रॉजेक्ट का प्रस्ताव जमा करता है, तो उस प्रस्ताव की जांच की जाती है। जांच करने वाला अधिकारी या अधिकारियों की टीम इस बारे में अपनी रिपोर्ट शासन को देता है, लेकिन खबरों के मुताबिक लोढ़ा के पलावा प्रॉजेक्ट के बारे में हुई इस तरह की जांच रिपोर्ट के महत्वपूर्ण दस्तावेज भी गायब पाए गए हैं।
बीजेपी विधायक मंगलप्रभात लोढ़ा की साख को उनकी ही पार्टी की वजह से दूसरी बार झटका लगा है। पहला झटका उन्हें उनकी ही पार्टी के विधायक राज पुरोहित के तथकथित स्टिंग ऑपरेशन की वजह से लगा था, वह झटका उनकी राजनीतिक साख पर था। अब दूसरा झटका भी उनकी अपनी सरकार ने दिया है जो उनकी कारोबारी साख पर लगा है।

Thursday, August 13, 2015

कोर्स पूरा हुए बिना रूम छोड़कर जाने से साफ इनकार

फिल्म ऐंड टेलिविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ( FTII) प्रशासन ने 2008 बैच के 30 छात्रों नोटिस जारी कर फौरन होस्टेल खाली करने का निर्देश दिया था, मगर उन्होंने अपना कोर्स पूरा हुए बिना रूम छोड़कर जाने से साफ इनकार कर दिया है।
उनका आरोप है कि इंस्टिट्यूट के नए डायरेक्टर प्रशांत पाथरबे मनमानी पर उतर आए हैं और इस बैच के 50 छात्रों की 13 डिप्लोमा फिल्मों का जबरन असेसमेंट करवाने का आदेश जारी कर दिया है, जबकि इनमें से अधिकतर फिल्में अभी अधूरी है।
एक भुक्तभोगी छात्र ने कहा, 'न तो इन फिल्मों की एडिटिंग हुई है, न ही साउंड का काम हुआ है। काम अभी चल ही रहा है। जब फिल्म पूरी ही नहीं हुई, तो इनका असेसमेंट किस आधार पर होगा, एग्जामिनर नंबर किस तरह देंगे और रिजल्ट कैसे निकलेगा? आखिर यह जल्दबाजी क्यों? क्या सिर्फ होस्टेल खाली कराने और कैंपस से रवाना करने के इरादे से यह सब किया जा रहा है?'
इस बीच, FTII प्रशासन ने कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले 80 लोगों को आगामी एक सितंबर से बोरिया-बिस्तर समेट लेने का आदेश दिया है। उनकी जगह बाल चित्र वाणी के लोगों को कैंपस में बुलाए जाने की चर्चा है। सरकार और आंदोलनकारी छात्रों के बीच विवाद का केंद्र बने 'महाभारत के धर्मराज युधिष्ठिर' गजेंद्र चौहान सूचना-प्रसारण मंत्रालय के अगले आदेश के इंतजार में तैयार बैठे हैं। उन्होंने बुधवार को एक खास मुलाकात में कहा, 'दिल्ली से मंत्रालय जैसे ही जॉइनिंग लेटर और सोसाइटी की मीटिंग बुलाने का निर्देश आएगा, मैं पुणे जाकर फौरन अपना काम शुरू कर दूंगा। वे अपना काम करें और मुझे अपना काम करने दें। छात्रों को विश्वास में लेकर ही मैं इंस्टिट्यूट के सर्वांगीण विकास की रूपरेखा तैयार करूंगा। वे मेरे काम के आधार पर बेशक मेरा मूल्यांकन करें। अगर उन्हें मेरे काम में कोई कमी नजर आए, तो मुझे टोकें या विरोध करें।'


Monday, August 10, 2015

प्राथमिक उपचार का तरीका

6ठी में पढ़ने वाली शुबद्रा बालशी को जब एक कोबरा ने काटा तो उसने बहुत शांत होकर अपनी बहन से अपने पैर एक एक पट्टी बांधने को कहा ताकि जहर का फैलना कम किया जा सके। इसके बाद शुबद्रा के माता-पिता उसे अस्पताल लेकर गए।  12 साल की शुबद्रा को जब कोबरा ने काटा तब वह सो रही थी। जब शुबद्रा को पता चला कि उसे सांप ने काट लिया है, तो उसने बिना घबराए अपनी बहन से अपने दाहिने पांव पर पट्टी बांधने को कहा। यह प्राथमिक उपचार का वह तरीका था जो कुछ ही सप्ताह पहले शुबद्रा ने क्लास में पढ़ते हुए सीखा था।
कक्षा 6 में पढ़ने वाली शुबद्रा और उसकी कक्षा के बाकी छात्रों को टीचर ने सांप द्वारा काट लिए जाने की स्थिति में प्राथमिक उपचार का तरीका बताया था। शुबद्रा ने वही तरीका आजमाया।
शुबद्रा राजाराम बालशी मुंबई से 120 किलोमीटर दूर पालघर जिले कि ग्वाथानपाड़ा गांव में रहती है। प्राथिमक उपचार के बाद उसके माता-पिता उसे पास के सरकारी अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने शुबद्रा का इलाज किया।
शुबद्रा को 4 अगस्त की सुबह सांप ने काटा था। उसे वनगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से शनिवार को छुट्टी दी गई।
शुबद्रा ने बताया कि उसकी शिक्षिका प्रतिभा कदम द्वारा सिखाए गए सबक के कारण ही वह सही तरीके से हालात का सामना कर सकी। बीती 14 जुलाई को ही प्रतिभा कादम ने अपनी क्लास के बच्चों को आपातकाल, खासकर दुघर्टना या फिर सांप द्वारा काट लिए जाने की स्थिति में क्या किया जाना चाहिए के बारे में बताया था। उन्होंने बच्चों से आपातकाल में ध्यान रखने वाली चीजें लिखकर याद करने को भी कहा था। शुबद्रा दाहानु जिला परिषद स्कूल में पढ़ती है।
शुबद्रा के पिता राजाराम बालशी बताते हैं कि 4 अगस्त को तड़के सुबह शुबद्रा पैर में तेज दर्द होने की बात करते हुए जगी। पहले उसने सोचा कि उसकी पालतू बिल्ली ने उसे खरोंच मार दी है, लेकिन जब उसने ध्यान से देखा तब उसे पता चला कि उसे सांप ने काटा है।
घबराने की जगह, शुबद्रा ने याद किया कि उसकी टीचर ने ऐसी हालत से निपटने के लिए क्या निर्देश दिए थे। उसने अपने पिता को जगाया और अपनी 10 साल की छोटी बहन सुमिधा से कहा कि वह उसके दाहिने पैर पर जोर से एक पट्टी बांध दे ताकि सांप का जहर तेजी से खून में ना मिल सके।
शुबद्रा को यह भी याद था कि टीचर ने बताया था कि पट्टी सांप के काटने की जगह के पास बांधना चाहिए, ना कि उसके ऊपर। राजाराम ने बताया कि जब शुबद्रा को सांप ने काटा उस समय पूरा परिवार सो रहा था। उसने सबको जगाया और बिना घबराये हुए बेहद शांत भाव से बताया कि उसे एक सांप ने काट लिया है।
राजाराम ने बताया कि पूरा परिवार यह सुनकर घबरा गया, लेकिन शुबद्रा ने उनसे कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। उसने कहा कि वह जानती है कि ऐसे मौके पर क्या करना चाहिए। प्राथमिक उपचार के बाद पड़ोसियों की मदद से परिवार ने शुबद्रा को अस्पताल पहुंचाया।
वनगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर रमेश मकनिकर ने शुबद्रा को सांप द्वारा काटे जाने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि उसे सही समय पर अस्पताल लाया गया। अगर थोड़ी सी भी देर होती तो दिक्कत हो सकती थी।
वहीं, शिक्षिका कदम ने शुबद्रा की समझदारी का श्रेय लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, 'मैंने अपने छात्रों को एक असाइनमेंट दिया था क्योंकि मैं चाहती थी कि वह किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहें। मेरे ज्यादातर छात्र पालघर के दूर-दराज के इलाकों में रहते हैं और जरूरी नहीं कि ऐसी जगहों पर हमेशा सही समय पर मदद पहुंच जाए।'
कदम ने यह भी बताया कि असाइनमेंट का एक मकसद छात्रों को यह सिखाना भी था कि जरूरत पड़ने पर दूसरे लोगों की मदद किस तरह से की जा सकती है।

Wednesday, August 5, 2015

'नोर' छत्रपति शिवाजी स्मारक बनाएगी

दुनिया की सबसे ऊंची इमारत 'बुर्ज खलीफा' बनाने वाली कनाडा की कंपनी 'नोर' छत्रपति शिवाजी स्मारक बनाएगी। इसे प्रॉजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंसी के तौर पर नियुक्त किया है। अरब सागर में बनाए जाने वाले इस स्मारक के लिए तीन अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने बोली लगाई थी, किंतु समिति ने 'नोर' के अनुभव को देखते हुए उसे काम देने का निर्णय लिया। 'नोर' को जमीन पर ही नहीं, बल्कि समुद्र में भी काम करने का अनुभव है।
अरब सागर में राजभवन के पास छत्रपति शिवाजी स्मारक बनाया जाना है। इस पर करीब 1,900 करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है। स्मारक के साथ ही इसमें संग्रहालय, ऐम्पिथियेटर, डॉल्फिन अक्वेरियम आदि बनाए जाने की योजना है। 'नोर' इस स्मारक को 'पेंटाकल' के साथ मिलकर बनाएगी। बोली लगाने वाली सभी अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने भारतीय कंपनियों के साथ हिस्सेदारी कर बोली लगाई थी। 'नोर' के अलावा 'स्टूप कसंल्टेंट प्रा. लि.' और 'फेयरफोर्ड कंसल्टेंट' भी इस रेस में शामिल थीं।
सामान्य प्रशासन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉक्टर पी.एस. मीणा के अनुसार, तीनों कंपनियों में तकनीकी तौर पर 'पेंटाकल-नोर' ज्यादा मजदूत और अनुभव वाली हैं। 'पेंटाकल-नोर' ने ही दुनिया की सबसे ऊंची इमारत 'बुर्ज खलीफा' का डिजाइन तैयार किया था। इन्हें 'अटलांटिस सिटी' की डिजाइन बनाने का श्रेय भी जाता है। कंपनी का चयन समिति ने किया है। इस संबंध में शुक्रवार को 'पेंटाकल' और 'नोर' के अधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी।

Tuesday, August 4, 2015

12 लोगों की मौत हो गई जबकि 7 घायल

सोमवार देर रात करीब 2:45 पर ठाणे में एक तीन मंजिला इमारत ढह गई। यह इमारत ओल्ड ठाणे सिटी के नौपाड़ा इलाके के बी केबिन एरिया में स्थित थी। इमारत के मलबे के नीचे दबकर 12 लोगों की मौत हो गई जबकि 7 घायल हुए हैं। इमारत के मलबे में अभी भी कई लोगों के दबे होने की आशंका है।ठाणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के प्रेस ऑफिसर संदीप मल्वी के मुताबिक इस बिल्डिंग के मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका है। मल्वी ने बताया कि यह बिल्डिंग काफी जर्जर हालत में थी और इसे रिहाइश के लिहाज से खतरनाक घोषित किया गया था, लेकिन इसके बाशिंदों ने इसे छोड़कर जाना मुनासिब नहीं समझा।
ठाणे म्युनिसिपल कमिश्नर संजीव जायसवाल दुर्घटना की सूचना मिलने के बाद घटनास्थल पर पहुंच गए। फायर ब्रिगेड के कर्मचारी राहत और बचाव कार्य में लगे हुए थे।

Monday, August 3, 2015

BMC ने लीजधारकों को नोटिस भेजा

BMC प्रशासन ने 80 साल पहले 120 निजी कंपनियों, संस्थाओं को लीज (किराए) पर जमीन दी थी, जिसका करार समाप्त होने वाला है। ऐसे लीजधारकों को BMC ने नोटिस देकर चेताया है कि इन जमीनों से अवैध कंस्ट्रक्शन को जल्दी से जल्दी हटाकर संबंधित जमीनों का विकास करें, अन्यथा BMC प्रशासन उनसे जमीनें छीन लेगा।
गौरतलब है कि BMC और राज्य सरकार ने कई साल पहले अपनी जमीनों को निजी कंपनियों व संस्थाओं को लीज (किराए) पर दिया था, जिसमें से सरकार के 96, BMC के 120 और मुंबई पुलिस विभाग के 17 भूखंड शामिल हैं। इसमें से 120 भूखंडों के कॉन्ट्रैक्ट की समय सीमा समाप्त होने वाली है। इस कारण BMC ने लीजधारकों को नोटिस भेजा हैं।

BMC सुधार समिति के अध्यक्ष प्रकाश गंगाधरे ने बताया, 'किराए पर दी गई जमीनों का राजस्व BMC को नहीं मिलने के कारण प्रशासन को आर्थिक नुकसान सहना पड़ रहा है। इसलिए BMC ने कांट्रेक्ट समाप्त होने वाले लीज धारकों को नोटिस भेजा है।'