Prakash Malviya has lambasted the Mayawati government for invoking the National Security Act (NSA) against Gandhi scion. Talking to our correspondant, the septuagenarian leader said the issue reminds him of gross misuse of Maintenance of Internal Security Act (MISA) during the emergency period against political opponents. Malviya, however, agreed that whatever Varun spoke was anti-national but added there was no need to invoke NSA against him without a fair trial. He said that when veteran Kashmiri leader Sheikh Abdullah was detained under the Preventive Detention Act (PDA), the great socialist leader Ram Manohar Lohia had vehemently opposed the same and exhorted the countrymen to observe "Sher-e-Kashmiri Diwas" in protest against the illegal detention. When Malviya's attention was drawn towards the fact that his statements may send wrong signals in his own party, the veteran leader said that his party spokesperson had publicly admitted that invoking the NSA was the sole prerogative of the state government but the Congress party condemns the alleged remarks of Varun. He exuded confidence that his comments on the issue would not create any misunderstanding in his party and clarified that he has no intention to offend the party high command by issuing such statements. Meanwhile, at a meeting of newly founded Varun Gandhi Fans Association held under the presidentship of Ratan Khare the speakers described the young leader as the future of the country
Tuesday, March 31, 2009
विरोधी भी अब वरुण के पक्ष में
Prakash Malviya has lambasted the Mayawati government for invoking the National Security Act (NSA) against Gandhi scion. Talking to our correspondant, the septuagenarian leader said the issue reminds him of gross misuse of Maintenance of Internal Security Act (MISA) during the emergency period against political opponents. Malviya, however, agreed that whatever Varun spoke was anti-national but added there was no need to invoke NSA against him without a fair trial. He said that when veteran Kashmiri leader Sheikh Abdullah was detained under the Preventive Detention Act (PDA), the great socialist leader Ram Manohar Lohia had vehemently opposed the same and exhorted the countrymen to observe "Sher-e-Kashmiri Diwas" in protest against the illegal detention. When Malviya's attention was drawn towards the fact that his statements may send wrong signals in his own party, the veteran leader said that his party spokesperson had publicly admitted that invoking the NSA was the sole prerogative of the state government but the Congress party condemns the alleged remarks of Varun. He exuded confidence that his comments on the issue would not create any misunderstanding in his party and clarified that he has no intention to offend the party high command by issuing such statements. Meanwhile, at a meeting of newly founded Varun Gandhi Fans Association held under the presidentship of Ratan Khare the speakers described the young leader as the future of the country
राहुल आम आदमी के पक्ष में, लेकिन इससे महाराष्ट्र के नेता खफा, सभा से अनुपस्थित
राहुल आम आदमी के पक्ष में, लेकिन इससे महाराष्ट्र के नेता खफा, सभा से अनुपस्थित
राज-पूनम मुलाकात को लेकर शिवसेना पशोपेश में थी।
Wednesday, March 25, 2009
वरूण को मिला बाला साहेबका आर्शीवाद, अबडर काहे का
शाहरूख खान करेंगे कांग्रेस का प्रचार
Congress has said that Bollywood actors Shah Rukh Khan and Preity Zinta will canvass for the party in the run-up to the Lok Sabha polls.
Union minister of state for home and Congress' third-time candidate from the city Sri Prakash Jaiswal said that filmstars Shah Rukh Khan, Preity Zinta, Govinda and Nagma will campaign for the party and participate in rallies and roadshows. He said though Govinda is a Congress leader, Nagma had been an active worker and campaigned for the party in earlier elections. Asked if Khan and Preity will be able to campaign following the busy IPL schedule, Jaiswal said they will spare time for the purpose. On party's alliance with SP in Uttar Pradesh, the leader said that he had met party general secretary Amar Singh in this regard on High Command's order and the final decision will be taken by the party. Jaiswal, however, said whether Congress reaches an alliance with SP or not will have no bearing on its relationship with the Mulayam Singh Yadav-led party and the two parties will continue to support each other
Monday, March 23, 2009
नैनो को लोगों की आम बोलचाल का हिस्सा बना दिया जाए
नैनो के लॉन्च होने में अब कुछ घंटे ही बचे हैं। शाम 7 बजे इसे मुंबई में पेश कर दिया जाएगा। नैनो शुरू में 1 लाख लोगों को बेची जाएगी , जिनका सेलेक्शन रैंडमली किया जाएगा। इस कार की बुकिंग 9 अप्रैल से 25 अप्रैल के बीच होगी। नैनो की डिलिवरी जुलाई के शुरू से होने लगेगी। नैनो के लिए शुरुआती बुकिंग अमाउंट 2999 रुपये है। बाजार में जितनी नैनो कारें आएंगी , उनमें से आधी कारें नैनो का बेसिक मॉडल होंगी। देश भर के शोरूम में टाटा की नैनो के आने से न केवल आम लोगों का लंबा इंतजार खत्म होगा , बल्कि उद्योग जगत को कई नई मार्केटिंग तरकीबों से भी रूबरू होने का मौका मिलेगा। इंजीनियरिंग , डिजाइन और प्रोडक्शन प्रक्रियाओं में कई सफल प्रयोगों की गवाह रही नैनो ने मीडिया के सस्ते और नए तरीके से इस्तेमाल की मार्केटिंग रणनीति बनाई है।
नैनो की मार्केटिंग स्ट्रैटेजी की जानकारी रखने वालों ने बताया कि लोगों तक लखटकिया कार की आसान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए टाटा मोटर्स की टीम नैनो न केवल देश भर में फैले अपने डीलर नेटवर्क का सहारा लेगी , बल्कि वेस्टसाइड और क्रोमा जैसे पारंपरिक रीटेल आउटलेट का भी उपयोग करेगी। वेस्टसाइड एक लाइफस्टाइल रीटेल ब्रांड है और क्रोमा एक इलेक्ट्रॉनिक मेगा स्टोर है। दोनो टाटा ग्रुप के तहत आते हैं। वेस्टसाइड और क्रोमा आउटलेट पर नैनो को लोगों के देखने के लिए रखा जाएगा और यहीं इसके लिए बुकिंग भी कराई जा सकेगी। इन जगहों पर बेसबॉल कैप , टी - शर्ट और चाबियों की रिंग जैसे नैनो के तमाम मर्केंडाइज उपलब्ध होंगे। अपनी वेंडर पार्टनरशिप प्रोडक्शन रणनीति को आगे बढ़ाते हुए टाटा मोटर्स ने नैनो ब्रांड के प्रमोशन के लिए कई साझेदार पीएसयू बैंक से भी मदद लेने की तैयारी की है। ये पीएसयू फाइनेंसर टाटा मोटर्स के साथ मिलकर और अपने दम पर भी नैनो ब्रांड का साझा प्रमोशन करेंगे। नैनो की मार्केटिंग रणनीति के तहत पारंपरिक मीडिया को गैर पारंपरिक तरीके से इस्तेमाल किया जाएगा। दूसरी छोटी कारों की तरह नैनो विज्ञापन पर बहुत खर्च नहीं करने जा रही। इसके लिए कोई टेलीविजन पर कोई विज्ञापन नहीं दिया जाएगा और प्रिंट , रेडियो और दूसरे मीडिया माध्यमों , खास तौर पर इंटरनेट का इस्तेमाल भी बिलकुल नए तरीके से किया जाएगा। टाटा की टीम अखबारों में नैनो समाचार , रेडियो पर नैनो ब्रेक , टीवी पर टिकर या मैसेज के तौर पर , ऑनलाइन नैनो गेम , इंटरनेट पर नैनो चैटरूम , प्रमुख वेबसाइटों पर पॉप अप और फेसबुक , ऑर्कुट तथा ब्लॉगस्पेस पर नैनो वार्तालाप के जरिए छाने की तैयारी कर रही है। स्ट्रैटेजी से जुड़े एक व्यक्ति ने बताया , ' विज्ञापन काफी सस्ते और अनूठे होंगे ताकि नैनो को '' छोटा , प्यारा और संक्षिप्त '' का पर्यायवाची बना दिया जाए। कुल मिला कर आइडिया यह है कि नैनो को लोगों की आम बोलचाल का हिस्सा बना दिया जाए। यह पूरी तरह एक मौखिक अभियान है।
सिर्फ वरुण गांधी के खिलाफ ही ऐसा क्यों ?'
इसके साथ ही पार्टी ने आशंका जाहिर की कि सोनिया गांधी और मेनका गांधी के तनावपूर्ण संबंध भी चुनाव आयोग के फैसले की वजह हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम अगले मुख्य चुनाव आयुक्त नवीन चावला और कांग्रेस के नेतृत्व के बीच की निकटता के बारे में भी जानते हैं। मैं इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। इससे पहले बीजेपी नेता प्रकाश जावडेकर ने कहा कि यह तय करना चुनाव आयोग का काम नहीं है कि किसे चुनाव लड़ना चाहिए और किसी की उम्मीदवारी के बारे में किसी कार्रवाई का निर्णय सिर्फ अदालतें ले सकती हैं।
Thursday, March 19, 2009
आम आदमी पिस रहा है और सरकारी आंकडों में मंहगाई घट रही है
Monday, March 16, 2009
सुप्रीम कोर्ट ने रैगिंग की ताजा घटनाओं को देखते हुए अपने रुख को और सख्त कर दिया
Friday, March 13, 2009
जिंदा आदमी का भी डेथ सर्टिफिकेट
किसी जिंदा आदमी का भी डेथ सर्टिफिकेट बन सकता है, शायद लोग इस पर विश्वास न करें, पर सच यह है कि चर्चगेट के एक जिंदा आदमी के एक नहीं, पांच डेथ सर्टिफिकेट बने हैं। जिस यातीन प्रभाराव पर ये डेथ सर्टिफिकेट बनवाने का शक है, सेशन कोर्ट ने गुरुवार को उसकी अग्रिम जमानत की याचिका खारिज कर दी। इस मामले में बीएमसी के भी कई कर्मचारी, अधिकारियों के फंसने की संभावना है। डेथ सर्टिफिकेट का यह पूरा मामला तब सामने आया, जब मुम्बई क्राइम ब्रांच ने 400 करोड़ रुपए के एक घोटाले की छानबीन शुरू की। इस घोटाले का पर्दाफाश जिन लोगों की वजह से ओपन हुआ, उनमें मुख्य था चर्चगेट का 72 साल के एक बुजुर्ग। इस बुजुर्ग ने अंधेरी में चकाला में एक नामी रीयल इस्टेट डेवलपर को 400 करोड़ रुपए की प्रापर्टी बेची थी। यह प्रापर्टी उस जगह पर है, जहां हर साल कारों का मेला लगता है। जब चर्चगेट के बुजुर्ग से यह डील फाइनल हो गई, तो डेवलपर ने इस जगह पर बिल्डिंग बनाने की प्रक्रिया शुरू की, उसी दौर में यातीन प्रभाराव नामक एक व्यक्ति ने दावा किया कि उसके पास इस प्रापर्टी की पावर ऑफ अटार्नी है। ऐसे में चर्चगेट के बुजुर्ग और डेवलपर दोनों ने यातीन के खिलाफ मुम्बई क्राइम ब्रांच में एफआईआर दर्ज करा दी। इसके बाद अपनी गिरफ्तारी की आशंका में यातीन सेशन कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए चला गया। पिछले सप्ताह अग्रिम जमानत की सुनवाई के दौरान यातीन ने अदालत में चर्चगेट के जिंदा बुजुर्ग का डेथ सर्टिफिकेट पेश कर दिया। पर सरकारी वकील को यातीन के इस दावे पर शक हुआ। वकील ने अदालत को बताया कि जिस बुजुर्ग का यातीन डेथ सर्टिफिकेट पेश कर रहा है, वह बुजुर्ग अभी भी जिंदा है। मुम्बई क्राइम ब्रांच ने खुद इस बुजुर्ग का बयान रेकार्ड किया है। ऐसे में सरकारी वकील के अनुसार संभव है कि इस बुजुर्ग का फर्जी डेथ सर्टिफिकेट किसी ने बनवाया हो। इस पर यातीन प्रभाराव ने अदालत में दावा किया कि जो आदमी इस प्रापर्टी का मालिक होने का दावा कर रहा है, वह फर्जी व्यक्ति है। इस पर जज ने मुम्बई क्राइम ब्रांच से इस डेथ सर्टिफिकेट की विश्वसनीयता की जांच करने को कहा था और बुधवार को अपनी रिपोर्ट अदालत में पेश करने को कहा था। जांच के दौरान मुम्बई क्राइम ब्रांच को तब आश्चर्य हुआ, जब उसने पाया कि चर्चगेट के जिंदा बुजुर्ग के बीएमसी के अलग-अलग वार्डों से एक नहीं, पांच-पांच डेथ सर्टिफिकेट बने हैं और वह भी ऑन लाइन। खास बात यह है कि यातीन ने चर्चगेट के बुजुर्ग का डेथ सर्टिफिकेट बनवाने के लिए बीएमसी में जो ऑन लाइन अर्जिरयां दी थीं, उसमें आवेदक के रूप में पांच अलग-अलग नाम लिखे गए थे।
दहिसर में मर्डर केस में १६ वर्ष की युवती फंसी
Tuesday, March 10, 2009
बच्ची सिंह गोलीकांड में छोटा राजन के चार साथियों पर मकोका
क्राइम ब्रांच चीफ राकेश मारिया ने बताया कि इन सभी आरोपियों को 15 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था। बच्ची सिंह पर गोलीबारी पिछले साल अंधेरी में चलाई गई थी। बच्ची सिंह पेशे से बिल्डर हैं। इकबाल अतरावाला के मुम्बई डिपॉर्ट होने के बाद मुम्बई क्राइम ब्रांच ने उसे भी उस दौरान गिरफ्तार किया था।
Sunday, March 8, 2009
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे के खिलाफ गैर-जमानती वॉरंट
लक्ष्मी विलास होटल मामले में राष्ट्रीय उपभोक्ता अदालत ने ग्राहकों को एक बड़ी राहत वाला फैसला दिया
Friday, March 6, 2009
विजय माल्या द्वारा खरीद लेने को बापू के प्रपौत्र तुषार गांधी ने चमत्कार करार दिया।
Thursday, March 5, 2009
आतंकवादी बड़ी आसानी से बच निकले
Monday, March 2, 2009
मुंबई में भी सिंगापुर की तरह ए सी डबल डेकर बसे शीघ्र
सिंगापुर और हॉन्गकॉन्ग की तर्ज पर अब मुंबई में भी डबल डेकर एसी बसें चलाई जाएंगी। 'बेस्ट' को ये एसी बसें मुफ्त में मिल रही हैं। सोमवार को बेस्ट समिति ने मुफ्त में मिलने वाली बस के प्रस्ताव को बहुमत से मंजूर कर लिया है। मेसर्स एकॉर्ड एडवरटाइजमंट प्रा.लि. ने बेस्ट को 100 डबल डेकर एसी बसें मुफ्त में देने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन कमिटी ने प्रायोगिक तौर पर 10 बसें ही स्वीकार करने का फैसला किया है। इसकी सफलता पर ही 90 डबल डेकर बसों का भविष्य तय किया जाएगा। बस देने के एवज में कंपनी को 10 साल का विज्ञापन अधिकार मिलेगा। डबल डेकर एसी बस के अंदर और बाहर लगने वाले विज्ञापन पर कंपनी का अधिकार होगा। डबल डेकर बस की खूबियां गिनाते हुए कंपनी के डाइरेक्टर अनिल कन्नमबिल्ले ने बताया कि सभी अत्याधुनिक हैं। बस के अंदर पैर फैलाकर बैठने की सुविधा होगी और दोनों तरफ दो-दो सीटें होंगी। यात्रियों के खड़े रहने के लिए भी भरपूर जगह होगी। अनिल का दावा है कि इस बस में बैठने के बाद यात्रियों को बेहतर अनुभव होगा और दोबारा यात्रा करने की इच्छा पैदा होगी। डबल डेकर बस में मिलने वाले टिकिट पर भी कंपनी ने विज्ञापन अधिकार की मांग की थी लेकिन बेस्ट कमेटी ने उसे स्वीकार नहीं किया। कमेटी में चर्चा के दौरान कांग्रेस के रवि राजा कहा कि बेस्ट का यह नया प्रयोग अच्छा है, दूसरी बात ये बसें मुफ्त में मिल रही हैं तो हर्ज ही क्या है। वैसे बेस्ट के पास एक समय 147 बसें थी जो अब घटकर 125 ही रह गई हैं। गौरतलब है कि बेस्ट को सबसे ज्यादा नुकसान डबल डेकर चलाने से ही होता है और ऐसे में नई डबल डेकर एसी बसें आने से खर्च में और भी बढ़ोतरी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
Sunday, March 1, 2009
जेम्स फर्नांडीस ने गुरुवार की रात अपनी पत्नी थ्रेसा फर्नांडीस (32) की हत्या कर दी।
कफ परेड के अंबेडकर नगर झुग्गी बस्ती में रहने वाले जेम्स फर्नांडीस ने गुरुवार की रात अपनी पत्नी
थ्रेसा फर्नांडीस (32) की हत्या कर दी। कफ परेड पुलिस स्टेशन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार की रात जेम्स और उसकी पत्नी थ्रेसा में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। बात तब आगे बढ़ गई जब जेम्स ने थ्रेसा के चरित्र पर आरोप लगाए। थ्रेसा को गुस्से में देख जेम्स ने उसे धक्का दे दिया। उसका सिर जमीन पर जा टकराया और सिर में लगी गंभीर चोट जानलेवा साबित हुई। मामले के जांच अधिकारी विलास भोले ने बताया कि इस मामले में जेम्स ने खुद को बचाने के लिए यह कहा कि थ्रेसा की मौत सीढ़ियों से गिरने की वजह से हुई है क्योंकि वह नशे में धुत थी। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस का शक सही साबित हुआ कि थ्रेसा की मौत गिरने से नहीं हुई, बल्कि उसे चोट पहुंचाकर जान से मारने की कोशिश की गई थी। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई कि थ्रेसा नशे में थी। पिछले कई महीनों से थ्रेसा अपनी बेटी सुसन के घर में रह रही थी।