महाराष्ट्र की कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन सरकार के
तकरीबन आधे मंत्रियों ने संपत्ति घोषित करने के संबंध में मुख्यमंत्री पृथ्वीराज
चव्हाण के आदेश का उल्लंघन किया है। यह घटनाक्रम महाराष्ट्र के एक मंत्री के
बच्चों की आलीशान शादी के जांच के दायरे में आने के बाद हुआ है।
एनसीपी मंत्री भास्कर जाधव चिपलुन में अपने बच्चों की आलीशान शादी के बाद जांच के दायरे में आ गए हैं जिसके बाद पार्टी प्रमुख शरद पवार ने उन्हें फटकार लगाई थी और आयकर विभाग ने उनकी संपत्तियों की तलाशी ली थी। चव्हाण द्वारा साल 2010 और फिर 2011 में दिशा-निर्देश दिए जाने के बावजूद महाराष्ट्र के सिर्फ 55 फीसदी मंत्रियों ने अब तक अपनी संपत्ति की घोषणा की है। इस बात का खुलासा एक आरटीआई जवाब में किया गया है।
दिसंबर 2010 में चव्हाण ने अपने मंत्रियों से संपत्ति और देनदारी घोषित करने को कहा था। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने कहा कि अप्रैल 2011 में उन्होंने रिमाइंडर भेजा लेकिन अब तक राज्य मंत्रिपरिषद के 44 में से 22 मंत्रियों ने ही मुख्यमंत्री कार्यालय के समक्ष अपनी संपत्ति का ब्योरा दिया है। गलगली ने मुख्यमंत्री कार्यालय के समक्ष मंत्रियों द्वारा घोषित संपत्ति का ब्योरा मांगा था।
एनसीपी मंत्री भास्कर जाधव चिपलुन में अपने बच्चों की आलीशान शादी के बाद जांच के दायरे में आ गए हैं जिसके बाद पार्टी प्रमुख शरद पवार ने उन्हें फटकार लगाई थी और आयकर विभाग ने उनकी संपत्तियों की तलाशी ली थी। चव्हाण द्वारा साल 2010 और फिर 2011 में दिशा-निर्देश दिए जाने के बावजूद महाराष्ट्र के सिर्फ 55 फीसदी मंत्रियों ने अब तक अपनी संपत्ति की घोषणा की है। इस बात का खुलासा एक आरटीआई जवाब में किया गया है।
दिसंबर 2010 में चव्हाण ने अपने मंत्रियों से संपत्ति और देनदारी घोषित करने को कहा था। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने कहा कि अप्रैल 2011 में उन्होंने रिमाइंडर भेजा लेकिन अब तक राज्य मंत्रिपरिषद के 44 में से 22 मंत्रियों ने ही मुख्यमंत्री कार्यालय के समक्ष अपनी संपत्ति का ब्योरा दिया है। गलगली ने मुख्यमंत्री कार्यालय के समक्ष मंत्रियों द्वारा घोषित संपत्ति का ब्योरा मांगा था।
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