मशहूर फिल्म निर्माता बलदेव राज चोपड़ा का बुधवार को लंबी बीमारी के बाद उनके आवास पर निधन हो गया। वह 95 वर्ष के थे। उनके परिवार में उनके फिल्म निर्माता पुत्र रवि चोपड़ा और दो पुत्रियां हैं। वह फिल्म निर्माता यश चोपड़ा के बड़े भाई थे। उनका अंतिम संस्कार जुहू श्मशान घाट पर शाम 4।30 बजे होगा। अविभाजित पंजाब में 22 अप्रैल 1914 को जन्मे चोपड़ा ने अपने करियर की शुरुआत एक फिल्म पत्रकार के रूप में की थी। यहीं से फिल्मों में उनकी रुचि जगी। विभाजन के बाद वह पहले दिल्ली गए और फिर वहीं से मुंबई आए। तस्वीरों में :
याद न जाए उन्होंने सिने हेराल्ड पत्रिका के लिए फिल्म समीक्षा लिखने और संपादन करने के साथ फिल्मी करियर की शुरुआत की। उन्होंने 1949 में एक फिल्म बनाई जो असफल रही। चोपड़ा ने 1951 में फिर से फिल्म के निर्माता - निर्देशक के रूप में किस्मत आजमाई और फिल्म ‘ अफसाना ’ बनाई। इस बार उनकी फिल्म बॉक्स आफिस पर मेगा हिट रही। बी . आर . चोपड़ा ने 1955 में अपना प्रोडक्शन हाउस बीआर फिल्म्स खोला और ' एक ही रास्ता ' (1956) फिल्म बनाई जो विधवा पुनर्विवाह पर आधारित थी। इसके बाद तो उन्होंने एक से एक सफल फिल्में दीं। उन्होंने अपने छोटे भाई यश चोपड़ा को धूल का फूल (1959) फिल्म में निर्देशन का पहला अवसर दिया। गायक महेंद्र कपूर के करियर को आगे बढ़ाने में बी . आर . चोपड़ा ने काफी सहायता की। टेलीविजन इतिहास के सबसे सफल धारावाहिकों में एक ' महाभारत ' के निर्माता बी . आर . चोपड़ा ही थे।
No comments:
Post a Comment