शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने अपने भतीजे एवं एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे को उनके 43वें जन्मदिन पर तोहफे के रूप में नए उपनाम से विभूषित किया है। उन्होंने कहा है कि राज ठाकरे को 'धनाजी राव' कहना चाहिए। धनाजी राव उपनाम उस व्यक्ति को दिया जाता है जो काफी धनवान हो और पैसे के पीछे भागता हो। शिवसेना के 83 वर्षीय प्रमुख बाल ठाकरे की ओर से चार दशकों के राजनीतिक जीवन में लोगों को उपनाम देने की श्रृंखला की यह ताजा कड़ी है। इससे पहले, ठाकरे ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार को पोटो (आटे की बोरी) उपनाम दिया था।
नब्बे के दशक की शुरुआत में शिवसेना छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले छगन भुजबल को उन्होंने मराठी नाटकों की दुनिया का लोकप्रिय पात्र 'लखोबा' करार दिया था जबकि 2005 में पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले नारायण राणे को नरोबा उपनाम दिया था। गौरतलब है कि हाल ही में हुए विधान परिषद चुनाव में एमएनएस विधायकों ने कांग्रेस के पक्ष में वोट दिया था। एमएनएस प्रमुख ने राज ठाकरे ने खुलकर मान भी लिया कि उनके विधायकों ने कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया। इसकी वजह उनके मुताबिक यह थी कि वह अपने चार विधायकों का निलंबन रद्द कराना चाहते थे। मगर, राजनीतिक हलकों में चल रही चर्चाओं के मुताबिक इस बार भी चुनाव में विधायकों की जम कर खरीद-फरोख्त हुई।
Tuesday, June 15, 2010
राज ठाकरे को 'धनाजी राव' कहना चाहिए।
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