महिलाओं के खिलाफ
बढ़ रहे अपराध पर नेताओं और सामाजिक ठेकेदारों के ऊल-जलूल बयानों के बीच मुंबई
पुलिस कमिश्नर सत्यपाल सिंह ने कहा है कि सेक्स एजुकेशन से स्थिति और बिगड़ेगी ही।
उन्होंने कहा कि जिन देशों में सिलेबस में सेक्स एजुकेशन शामिल है, वहां महिलाओं के प्रति अपराध ज्यादा हो रहे हैं।
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक मराठी अखबार की ओर से आयोजित सेमिनार में उन्होंने
कहा कि सेक्स एजुकेशन से ज्यादा जरूरी है मोरल एजुकेशन। उन्होंने कहा, ' सेक्स एजुकेशन को लेकर हमें सोच-समझकर आगे बढ़ने की जरूरत है। अमेरिका
के सिलेब्स में सेक्स एजुकेशन शामिल है, पर स्टूडेंट्स को
सिर्फ सेक्शुअल रिलेशन बनाना सिखाया जा रहा है।'
अंग्रेजी अखबार 'इंडियन एक्सप्रेस' में जब सिंह का यह बयान छपा तो कुछ सामजिक कार्यकर्ताओं ने इस पर आपत्ति जताई। इसके बाद सिंह ने एक न्यूज चैनल के साथ बातचीत में सिंह ने कहा कि उनकी बात को गलत तरीके से पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि मेरे कहने का मतलब था कि सिर्फ सेक्स एजुकेशन के बल पर हम महिलाओं के प्रति अपराध में कमी नहीं ला सकते हैं। इसके लिए और उपायों को अजमाने की जरूरत है। इसमें नैतिक शिक्षा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
सिंह ने सोमवार को सेमिनार में कहा था, 'एक सर्वे के मुताबिक स्मोकिंग से भी ज्यादा कॉमन रेप है। जिन देशों ने सेक्स एजुकेशन की शिक्षा दी जा रही है, वहां महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े हैं।' स्कूलों में बच्चों को मोरल एजुकेशन दिए जाने पर जोर देते हुए पुलिस कमिश्नर ने कहा कि सेक्शुअल ऑफेंस शारीरिक से ज्यादा एक मनोवैज्ञानिक क्रिया है। और, यह लोगों की प्रदूषित मानसिकता की वजह से हो रहा है।
अंग्रेजी अखबार 'इंडियन एक्सप्रेस' में जब सिंह का यह बयान छपा तो कुछ सामजिक कार्यकर्ताओं ने इस पर आपत्ति जताई। इसके बाद सिंह ने एक न्यूज चैनल के साथ बातचीत में सिंह ने कहा कि उनकी बात को गलत तरीके से पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि मेरे कहने का मतलब था कि सिर्फ सेक्स एजुकेशन के बल पर हम महिलाओं के प्रति अपराध में कमी नहीं ला सकते हैं। इसके लिए और उपायों को अजमाने की जरूरत है। इसमें नैतिक शिक्षा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
सिंह ने सोमवार को सेमिनार में कहा था, 'एक सर्वे के मुताबिक स्मोकिंग से भी ज्यादा कॉमन रेप है। जिन देशों ने सेक्स एजुकेशन की शिक्षा दी जा रही है, वहां महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े हैं।' स्कूलों में बच्चों को मोरल एजुकेशन दिए जाने पर जोर देते हुए पुलिस कमिश्नर ने कहा कि सेक्शुअल ऑफेंस शारीरिक से ज्यादा एक मनोवैज्ञानिक क्रिया है। और, यह लोगों की प्रदूषित मानसिकता की वजह से हो रहा है।
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