Sunday, January 20, 2013

झोपड़े बनवानेऔर बस्तियां बसाने में राजनीतिक दलों का समर्थन


अमूनन खाली पड़े सरकारी भूखंडों पर झोपड़े बनवानेऔर बस्तियां बसाने में राजनीतिक दलों का समर्थन रहता है ,लेकिन रविवार को मुलुंड में इससे हटकर नजारा देखने कोमिला। मुलुंड पूर्व के दीनदयाल नगर परिसर में फायर ब्रिगेडके करीब स्थित दो सरकारी भूखंडों पर अवैध रूप से बनेझोपड़ों को सभी राजनैतिक पार्टियों के लोगों ने एकजुट हो करहटाया। 

लंबे अरसे से बने झोपड़ों को हटाने की मुहीम में स्थानीयबीजेपी विधायक सरदार तारा सिंह , भांडुप के मनसे विधायक शिशिर शिंदे , मनसे पदाधिकारी सत्यवान दलवी, बीजेपी नगरसेवक प्रकाश गंगाधरे , कांग्रेस के कैलाश पाटील सहित एनसीपी , शिवसेना , मनसे कांग्रेस तथाआरपीआई के तमाम महिला और पुरुष पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे। इन लोगों ने झोपड़ो को खुदजमींदोज किया और उसमें रहने वालों को वहां से भगाया। कार्यकर्ताओं ने लोगों को भगाने के लिए कई झोपड़ों मेंआग लगाई और लोगों को खिचखिच कर बाहर निकाला। 

भरी पुलिस बंदोबस्त के बीच यह सब कुछ करीब दो घंटों तक चला। घटना में किसी को चोट नहीं आई। हालांकिझोपड़ा धारकों ने इसके लिए पार्टी के लोगों को जम कर कोसा। उनका आरोप है कि इन्हीं पार्टी के कुछपदाधिकारियों की शह पर लोगों ने झोपड़े बनाए थे और अब उन्होंने ही उन्हें बेघर कर दिया है। जहां झोपड़े बनेथे वहीं एक स्थान पर स्थानीय विधायक तारा सिंह का बड़ा बोर्ड लगा था। लोगों ने उसे उखाड़ा और गटर में फेंकदिया। इस सब के बीच बेघर हुए लोग अपनी आंखों के सामने अपने घर को जमींदोज होते हुए देखते रहे।स्थानीय निवासियों का आरोप है की लंबे अरसे से बने झोपड़ों को बनने के समय ही कड़क कार्रवाई की जानीचाहिए थी।

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