महाराष्ट्र में पैदा होनेवाली हर गरीब वर्ग की लड़कीको 18 वर्ष पूरे होने पर एक लाख रुपये देने की योजना है। 'सुकन्या ' नाम की योजना शुक्रवार को राज्य मंत्रिमंडल कीमंजूरी के लिए रखी जाएगी। महिला व बाल कल्याण विभागकी ' सुकन्या ' योजना के तहत गरीबी रेखा के नीचे आनेवालेपरिवारों को इसका लाभ मिलेगा। ऐसे परिवारों में जन्मी हरलड़की के नाम पर जनवरी 2014 के बाद 21,200 रुपये जमाकर दिए जाएंगे। जब वह 18 वर्ष की होगी , तो इस डिपॉजिटपर उसे एक लाख रुपये मिलेंगे। इसका इस्तेमाल उसकी पढ़ाईलिखाई पर किया जा सकेगा।
वित्त मंत्री व उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने महिला व बाल कल्याण मंत्री वर्षा गायकवाड की योजना का विरोधकिया था। हर साल महाराष्ट्र में गरीबी रेखा के नीचे आनेवाले परिवारों में दो लाख लड़कियों का जन्म हर सालहोता है। योजना को लागू करने पर सरकार को हर साल 576 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ उठाना पड़ेगा।
रेप और ऐसिड अटैक में घायल महिलाओं को भी सहायता देने का एक प्रस्ताव महाराष्ट्र मंत्रिमंडल के सामने रखाजाएगा। अधिकारियों के अनुसार , बलात्कार या ऐसिड हमले की शिकार महिलाओं को कानूनी सहायता ,काउंसिलिंग और पुनर्वास के लिए तीन लाख रुपये देने की योजना है।
वित्त मंत्री व उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने महिला व बाल कल्याण मंत्री वर्षा गायकवाड की योजना का विरोधकिया था। हर साल महाराष्ट्र में गरीबी रेखा के नीचे आनेवाले परिवारों में दो लाख लड़कियों का जन्म हर सालहोता है। योजना को लागू करने पर सरकार को हर साल 576 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ उठाना पड़ेगा।
रेप और ऐसिड अटैक में घायल महिलाओं को भी सहायता देने का एक प्रस्ताव महाराष्ट्र मंत्रिमंडल के सामने रखाजाएगा। अधिकारियों के अनुसार , बलात्कार या ऐसिड हमले की शिकार महिलाओं को कानूनी सहायता ,काउंसिलिंग और पुनर्वास के लिए तीन लाख रुपये देने की योजना है।