नेवी के गोताखोरों ने हादसे का शिकार हुई पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरक्षक
से तीन जवानों के शव बरामद किए हैं। यह पनडुब्बी मंगलवार रात तेज विस्फोट के बाद
समंदर में डूब गई थी।
नौसेना के सूत्रों ने बताया कि गोताखोरों को पनडुब्बी से तीन शव मिले हैं, लेकिन अब तक उनकी पहचान नहीं हो पाई है। नौसैनिकों के शव को शिनाख्त के लिए नेवी हॉस्पिटल भेजा गया है। पनडुब्बी को निकालने के लिए नेवी डच कंपनी की मदद लेने की योजना भी बना रही है।
डीजल जनरेटर और इलेक्ट्रिक बैटरी से चलने वाली 2300 टन की इस पनडुब्बी में हादसे के वक्त 18 लोग सवार थे। पनडुब्बी से तीन जवानों के शव निकाले गए हैं और बाकी 15 जवानों की तलाश के लिए गोताखोरों की टीम के साथ नेवी का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। इसके साथ ही आगे की रणनीति के लिए नेवी की हाई लेवल मीटिंग भी हुई।
नौसेना के सूत्रों ने बताया कि गोताखोरों को पनडुब्बी से तीन शव मिले हैं, लेकिन अब तक उनकी पहचान नहीं हो पाई है। नौसैनिकों के शव को शिनाख्त के लिए नेवी हॉस्पिटल भेजा गया है। पनडुब्बी को निकालने के लिए नेवी डच कंपनी की मदद लेने की योजना भी बना रही है।
डीजल जनरेटर और इलेक्ट्रिक बैटरी से चलने वाली 2300 टन की इस पनडुब्बी में हादसे के वक्त 18 लोग सवार थे। पनडुब्बी से तीन जवानों के शव निकाले गए हैं और बाकी 15 जवानों की तलाश के लिए गोताखोरों की टीम के साथ नेवी का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। इसके साथ ही आगे की रणनीति के लिए नेवी की हाई लेवल मीटिंग भी हुई।
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