चुनाव के इस मौसम
में फेक करंसी के मुंबई में आने का सिलसिला बंद ही नहीं हो रहा है। ताजा मामले में
क्राइम ब्रांच की यूनिट-चार ने मुंबई में 4 लाख 25 हजार की
फेक करंसी जब्त की है। इस मामले में कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया है।
सीनियर इंस्पेक्टर संजीव भोले ने एनबीटी को बताया कि उन्होंने अपनी टीम के साथ पहले अंटॉप हिल इलाके में रेड डाली और वहां से कुल चार आरोपियों को पकड़ा, जिनके नाम हैं- संजय सूद, मोहम्मद मुनाजिर खान, राजेश यादव व रोहित वर्मा। इनके पास से कुल 4 लाख 2 हजार के जाली नोट जब्त किए।
इनसे जब पूछताछ की गई, तो उन्होंने बताया कि उनके ग्रुप में तीन और भी लड़के हैं- फरान खान, जयदीप यादव व बाबू काले। ये तीनों धारावी में जाली नोट निकालने निकाले हैं। इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम धारावी गई और वहां से इन तीनों को गिरफ्तार किया। इन तीनों के पास से 23 हजार रुपये जब्त किए गए।
अभी तक मुंबई में हमेशा हजार के साथ पांच सौ - पांच सौ रुपये के भी जाली नोट पकड़े जाते रहे हैं। 4 लाख रुपये से ज्यादा जब्ती का शायद यह पहला केस होगा, जिसमें आरोपियों के पास सिर्फ हजार -हजार के जाली नोट मिले, 500- 500 के नहीं।
संजीव भोले के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों में संजय सूद को सन 2012 में नवघर पुलिस ने फेक करंसी केस में ही गिरफ्तार किया था। बाद में उसे जब जमानत मिली, तो वह कोर्ट में हाजिरी के लिए कभी आया ही नहीं, इसलिए उसके खिलाफ दो साल पहले के केस में गैर जमानती वारंट भी जारी किया गया जा चुका है।
गिरफ्तार आरोपियों में मोहम्मद मुनाजिर व रोहित वर्मा मूल रूप से बिहार के भागलपुर के रहनेवाले हैं। उन्हें कुछ समय पहले एक वह शख्स मिला, जो नेपाल से फेक करंसी लाता है। उसने इन दोनों को मोटे कमिशन का लालच दिया और यह दोनों इसके लालच में आ गए। बाद में इन दोनों ने अपने ग्रुप में कुछ और लोगों को जोड़ा और इस तरह फर्जी नोट का यह रैकेट मुंबई तक पहुंच गया।
सीनियर इंस्पेक्टर संजीव भोले ने एनबीटी को बताया कि उन्होंने अपनी टीम के साथ पहले अंटॉप हिल इलाके में रेड डाली और वहां से कुल चार आरोपियों को पकड़ा, जिनके नाम हैं- संजय सूद, मोहम्मद मुनाजिर खान, राजेश यादव व रोहित वर्मा। इनके पास से कुल 4 लाख 2 हजार के जाली नोट जब्त किए।
इनसे जब पूछताछ की गई, तो उन्होंने बताया कि उनके ग्रुप में तीन और भी लड़के हैं- फरान खान, जयदीप यादव व बाबू काले। ये तीनों धारावी में जाली नोट निकालने निकाले हैं। इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम धारावी गई और वहां से इन तीनों को गिरफ्तार किया। इन तीनों के पास से 23 हजार रुपये जब्त किए गए।
अभी तक मुंबई में हमेशा हजार के साथ पांच सौ - पांच सौ रुपये के भी जाली नोट पकड़े जाते रहे हैं। 4 लाख रुपये से ज्यादा जब्ती का शायद यह पहला केस होगा, जिसमें आरोपियों के पास सिर्फ हजार -हजार के जाली नोट मिले, 500- 500 के नहीं।
संजीव भोले के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों में संजय सूद को सन 2012 में नवघर पुलिस ने फेक करंसी केस में ही गिरफ्तार किया था। बाद में उसे जब जमानत मिली, तो वह कोर्ट में हाजिरी के लिए कभी आया ही नहीं, इसलिए उसके खिलाफ दो साल पहले के केस में गैर जमानती वारंट भी जारी किया गया जा चुका है।
गिरफ्तार आरोपियों में मोहम्मद मुनाजिर व रोहित वर्मा मूल रूप से बिहार के भागलपुर के रहनेवाले हैं। उन्हें कुछ समय पहले एक वह शख्स मिला, जो नेपाल से फेक करंसी लाता है। उसने इन दोनों को मोटे कमिशन का लालच दिया और यह दोनों इसके लालच में आ गए। बाद में इन दोनों ने अपने ग्रुप में कुछ और लोगों को जोड़ा और इस तरह फर्जी नोट का यह रैकेट मुंबई तक पहुंच गया।
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