देश के कुल 18 राज्यों से बड़ी बजट वाली मुंबई महानगरपालिका का ग्रेड A
से बढ़कर A+ कर दिया गया है। राज्य के दूसरे
अन्य शहरों का दर्जा भी बढ़ाया गया है।
राज्य सरकार का शहरी विकास मंत्रालय प्रत्येक 10 साल में महानगरपालिका का दर्जा तय करती है। वैसे राज्य में कुल 26 महानगरपालिका हैं। मुंबई महानगरपालिका का दर्जा बढ़ाकर जहां A+ किया गया है, वहीं पुणे व नागपुर महानरपालिका को A से नवाजा है। आर्थिक रूप से देश की सबसे मालामाल पिंपरी चिंचवड महानगरपालिका, ठाणे और नाशिक को B दर्जा में रखा है। मुंबई से सटी कल्याण-डोंबिवली, वसई-विरार और नवी मुंबई महानगरपालिका के साथ-साथ औरंगाबाद को C ग्रेड में रखा है। सोलापुर, कोल्हापुर, सांगली-मिरज-कुपवाड, अमरावती, मीरा-भाईंदर, उल्हासनगर, भिवंडी-निजामपुर शहर, अहमदनगर, अकोला, जलगांव शहर, नांदेड वाघाला, घुले, मालेगांव, लातूर, चंद्रपुर, परभणी को D वर्ग रखा है।
राज्य सरकार का शहरी विकास मंत्रालय प्रत्येक 10 साल में महानगरपालिका का दर्जा तय करती है। वैसे राज्य में कुल 26 महानगरपालिका हैं। मुंबई महानगरपालिका का दर्जा बढ़ाकर जहां A+ किया गया है, वहीं पुणे व नागपुर महानरपालिका को A से नवाजा है। आर्थिक रूप से देश की सबसे मालामाल पिंपरी चिंचवड महानगरपालिका, ठाणे और नाशिक को B दर्जा में रखा है। मुंबई से सटी कल्याण-डोंबिवली, वसई-विरार और नवी मुंबई महानगरपालिका के साथ-साथ औरंगाबाद को C ग्रेड में रखा है। सोलापुर, कोल्हापुर, सांगली-मिरज-कुपवाड, अमरावती, मीरा-भाईंदर, उल्हासनगर, भिवंडी-निजामपुर शहर, अहमदनगर, अकोला, जलगांव शहर, नांदेड वाघाला, घुले, मालेगांव, लातूर, चंद्रपुर, परभणी को D वर्ग रखा है।
राज्य शासन के नगर विकास विभाग ने
कल्याण-डोंबिवली मनपा को भी इस बार D
वर्ग से निकालकर C ग्रेड में ला दिया है। इस
फैसले का केडीएमसी के लोगों स्वागत किया है। सूत्रों के अनुसार साल 2006 में केडीएमसी से कुछ गांवों को हटा दिया गया था, जिससे
मनपा की आमदनी प्रभावित हुई। केडीएमसी में यू़ पी़ एस़ मदान, टी़ चंद्रशेखर, श्रीकांत सिंह जैसे आयुक्त आ चुके
हैं। साल 2008 में केडीएमसी की महासभा ने इस मनपा को C
वर्ग में शामिल करने का प्रस्ताव नगर विकास विभाग को भेजा था। इस
मनपा क्षेत्र की आबादी करीब 13 लाख है।
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