बीते शनिवार 6 सितंबर को मुंबई की हवाई सीमा में मंडराई संदेहास्पद 'वस्तु' को लेकर अभी तक संशय बरकरार है। किसी भी
एयरलाइन और एयर क्राफ्ट के रूट से मैच न होने और किसी भी फ्लाइट प्लान का हिस्सा न
होने के कारण उड्डयन अधिकारी इसे दबे शब्दों में 'फॉल्स
अलार्म' करार दे रहे हैं।
इस संदिग्ध तथाकथित विमान को एतिहाद एयरवेज के एक विमान ने देखा था, उसी ने मुंबई एयर ट्रैफिक कंट्रोल विभाग को इसकी शिकायत भी की थी। एयर ट्रैफिक कंट्रोल विभाग के मुताबिक उस तय समय में किसी भी अन्य एयर क्राफ्ट का फ्लाइट प्लान तय नहीं किया गया था, ऐसे में घटनास्थल से किसी विमान के गुजरने की संभावनाएं कम ही हैं। इस बाबत जब एनबीटी ने नागरिक उड्डयन नियामक डीजीसीए से संपर्क किया तो उन्होंने भी अभी तक कोई परिणाम नहीं निकल पाने की बात स्वीकारी।
डीजीसीए पश्चिम क्षेत्र के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं। आगामी शनिवार तक किसी नतीजें पर पहुंचने की भी संभावना हैं।
इस संदिग्ध तथाकथित विमान को एतिहाद एयरवेज के एक विमान ने देखा था, उसी ने मुंबई एयर ट्रैफिक कंट्रोल विभाग को इसकी शिकायत भी की थी। एयर ट्रैफिक कंट्रोल विभाग के मुताबिक उस तय समय में किसी भी अन्य एयर क्राफ्ट का फ्लाइट प्लान तय नहीं किया गया था, ऐसे में घटनास्थल से किसी विमान के गुजरने की संभावनाएं कम ही हैं। इस बाबत जब एनबीटी ने नागरिक उड्डयन नियामक डीजीसीए से संपर्क किया तो उन्होंने भी अभी तक कोई परिणाम नहीं निकल पाने की बात स्वीकारी।
डीजीसीए पश्चिम क्षेत्र के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं। आगामी शनिवार तक किसी नतीजें पर पहुंचने की भी संभावना हैं।
एनबीटी के पूछे जाने पर एयर फोर्स ने इस
घटनाक्रम पर अपनी अनभिज्ञता जाहिर की। उनके मुताबिक जिस क्षेत्र की बात की जा रही
है वह हवाई संरक्षण के कार्य क्षेत्र में नहीं आता है। सुरक्षा इकाई में मुताबिक
इस तरह की किसी भी घटना की रिपोर्ट एयर ट्रैफिक कंट्रोल को ही की जाती है, एतिहाद एयरवेज के मुताबिक यह विमान मुंबई
से करीब 400 से 500 किलोमीटर की दूरी
पर उड़ रहा था, जबकि एतिहाद का विमान इससे केवल 500 फीट की दूरी पर था। मुंबई एयर ट्रैफिक कंट्रोल के मुताबिक इस तरह का कोई
भी एयर क्राफ्ट न तो उनके फ्लाइट प्लान में दर्ज था और न ही उनके राडार पर था।
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