26 जुलाई को मुंबई में आई बाढ़ से कई लोगों की मौत हो गई थी
और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज नष्ट हो गए थे। लेकिन संयोग से छोटा राजन का
फिंगरप्रिंट मुंबई पुलिस के पास सुरक्षित बचा रहा।
इंडोनेशिया में बाली
पुलिस द्वारा अंडरवर्ल्ड डॉन को गिरफ्तार किए जाने के बाद उसकी पहचान सुनिश्चित
करने के लिए भारत सरकार से फिंगरप्रिंट की मांग की गई। इसके बाद हरकत में आई मुंबई
पुलिस ने फाइलों को खंगालना शुरू किया।
इस दौरान तीन टुकड़ों
में राजन का फिंगरप्रिंट मिल गया। तीनों टुकड़ों को जोड़कर उसे स्कैन किया गया। वहां
से इसे दिल्ली और फिर इंडोनेशिया भेज दिया गया। 36 साल पुराने इस दस्तावेज
की मदद से राजन को भारत वापस लाना संभव हो सका।
एक पुलिस अधिकारी ने
बताया कि शुरू में बाली पुलिस ने फिंगरप्रिंट की छाया प्रति को साक्ष्य मानने से
इन्कार कर दिया और मूल दस्तावेज लाने को कहा। लेकिन भारतीय अधिकारियों द्वारा
समझाए जाने के बाद पुलिस अफसर मान गए।
एक अन्य पुलिस अधिकारी
ने बताया कि राजन के खिलाफ हत्या का पहला मुकदमा तिलक नगर थाने में दर्ज किया गया
था। उसी समय राजन को गिरफ्तार किया गया और उसका फिंगरप्रिंट लिया गया था।
अधिकारी के अनुसार, यदि
फिंगरप्रिंट नहीं मिलता तो राजन के किसी रिश्तेदार को इंडोनेशिया ले जाना पड़ता।
फिर सुरक्षा एजेंसियों को दोनों का डीएनए मिलान करवाना पड़ता। ऐसे में उसे भारत
लाने की प्रक्रिया लंबी हो जाती।
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