महाराष्ट्र की भाजपा-शिवसेना सरकार ने दादर स्थित शिवाजी पार्क के ठीक पीछे
स्थित मेयर बंगले के परिसर में स्वर्गीय बालासाहब ठाकरे का स्मारक बनाने का निर्णय
लिया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने दिवंगत ठाकरे की तीसरी बरसी पर मंगलवार
को यह घोषणा की। विपक्ष की चुप्पी के बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना अध्यक्ष राज
ठाकरे ने इस फैसले का विरोध किया है।
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में मुख्यमंत्री ने कहा कि दो माह
में बालासाहब ठाकरे के भव्य स्मारक का प्रारूप तैयार कर लिया जाएगा। फिर लगभग एक
वर्ष में स्मारक तैयार हो जाएगा। स्मारक का निर्माण एक न्यास द्वारा किया जाएगा।
न्यास के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे होंगे और निर्माण का खर्च राज्य सरकार वहन करेगी।
फड़नवीस ने बताया कि मेयर बंगले को क्षति पहुंचाए बगैर उसके परिसर के बाकी
हिस्से में स्मारक का निर्माण होगा। उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवाजी पार्क का
शिवसेना एवं बालासाहब ठाकरे के जीवन में विशेष महत्व रहा है। इसलिए उसके नजदीक
स्थित मेयर बंगला सबसे उपयुक्त जगह लगी है।
बालासाहब ठाकरे का निधन तीन साल पहले 17 नवंबर को हुआ था। अगले
दिन उनका अंतिम संस्कार श्मशान की बजाय शिवाजी पार्क के निकट किया गया था। इसी
स्थान पर शिवसेना की स्थापना के बाद से ठाकरे पार्टी की ऐतिहासिक दशहरा रैली को
संबोधित किया करते थे।
अंतिम संस्कार के बाद कई महीने तक शिवसेना ने उसी स्थान पर ठाकरे का
अस्थायी स्मारक बनाए रखा था। तत्कालीन कांग्रेसनीत सरकार ने अस्थायी स्मारक हटवा
दिया था। राज्य में पिछले वर्ष भाजपा-शिवसेना सरकार बनने के बाद से ही शिवसेना
ठाकरे के स्थायी स्मारक की मांग उठाती आ रही थी।
उद्धव के चचेरे भाई राज ठाकरे ने कहा है कि स्मारक के बहाने शिवसेना मेयर
बंगले पर कब्जा करना चाहती है। राज इस मुद्दे पर अपना विरोध जताने के लिए
मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे।
शिवाजी पार्क के पास तीसरा स्मारक होगा
अरब सागर के किनारे स्थित मुंबई के मेयर बंगला परिसर में स्वर्गीय बाल
ठाकरे का स्मारक बनता है तो यह दादर (पश्चिम) क्षेत्र स्थित शिवाजी पार्क के पास
बननेवाला तीसरा स्मारक होगा। इससे पहले मेयर बंगले के बिल्कुल बगल में स्वतंत्रता
सेनानी वीर सावरकर का स्मारक, उससे चंद कदम दूर बाबा साहब अंबेडकर
का स्मारक चैत्यभूमि मौजूद है।
चैत्यभूमि से सटी इंदू मिल के 12 एकड़ भूखंड पर आंबेडकर
के भव्य स्मारक की आधारशिला पिछले माह ही प्रधानमंत्री के हाथों रखी गई है।
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