Tuesday, February 3, 2009
एमएनएस कार्यकर्ता अब भोजपुरी फिल्मों में रोजगार ढूंढते नजर आ रहे हैं।
अगर आप किसी को हरा नहीं सकते तो उसके साथ हो लीजिए। शायद अब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस), ठाणे के कार्यकर्ता इसी रणनीति के पर चल रहे हैं। महाराष्ट्र में रह रहे बिहार-यूपी के लोगों का विरोध करने वाले एमएनएस कार्यकर्ता अब भोजपुरी फिल्मों में रोजगार ढूंढते नजर आ रहे हैं। ठाणे के एमएनएस कार्यकर्ताओं ने करीब एक सप्ताह पहले भोजपुरी फिल्म निर्माता अमन कोइरी से मिलकर उनसे अपनी आने वाली नई फिल्म ' मनवा के चांद ' में बतौर ऐक्टर काम देने की मांग की। इस बाबत अमन कोइरी ने बताया कि एमएनएस कार्यकर्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा है कि उन्हें इस फिल्म के लिए यूपी और बिहार से लोगों को लाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। एमएनएस कार्यकर्ताओं की इस चेतावनी और ऑफर के बाद अमन ने उनसे पूछा कि बिना भोजपुरी जाने उन्हें वह भोजपुरी फिल्म में कैसे ले सकते हैं ? अमन ने कहा कि वह अपनी फिल्म में उन्हें ही काम का मौका दे सकते हैं, जो भोजपुरी जानते हैं। उन्होंने कहा कि बिना भोजपुरी भाषा के सही उच्चारण के मैं कैसे अपनी फिल्म के साथ दर्शकों को जोड़ पाउंगा। इस पर एमएनएस कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर वह अपनी फिल्म में उन्हें काम का आश्वासन दें, तो वह भोजपुरी भाषा सीख लेंगे। काम का आश्वासन मिलने के बाद 5 एमएनएस कार्यकर्ता अब भोजपुरी सीखने के लिए मास्टर की तलाश में हैं। अब महाराष्ट्र नवनिर्माण सिने वर्कर्स असोसिएशन से जुड़े मंगेश झाडे, रवि महात्रे, संजय गयकवाड, छोटू लिमजे, और उल्का कोमलकर डेली 4-5 घंटे भोजपुरी बोलने की प्रैक्टिस कर रहे हैं। अगले महीने से उत्तर प्रदेश में लखनऊ के पास सुल्तानपुर में इस फिल्म की शूटिंग शुरू हो जाएगी। इसके अलावा इस फिल्म के दो आइटम सॉन्ग भी मुंबई में फिल्माए जाएंगे।
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