भूमि अधिग्रहण को लेकर शिवसेना ने एक बार फिर बीजेपी पर निशाना
साधा है। किसाना विरोधी भूमि अधिग्रहण विधेयक पर मतदान विभाजन में पार्टी ने
हिस्सा नहीं लिया।
पार्टी ने साफ किया कि किसानों की सहमति के बिना उनकी जमीन छीनने का पाप वही कदापि नहीं करेगी। मुख्य पत्र सामना के संपादकीय के माध्यम से पार्टी ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि पर्याप्त संख्या होने के बाद भी भूमि अधिग्रहण के प्रस्ताव को मंजूर कराने में बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
विधेयक को किसान विरोधी बताते हुए लिखा है कि राज्य और केंद्र में हम लोग सरकार में है। इसके बाद भी विधेयक का विरोध किया।
पार्टी ने साफ किया कि किसानों की सहमति के बिना उनकी जमीन छीनने का पाप वही कदापि नहीं करेगी। मुख्य पत्र सामना के संपादकीय के माध्यम से पार्टी ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि पर्याप्त संख्या होने के बाद भी भूमि अधिग्रहण के प्रस्ताव को मंजूर कराने में बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
विधेयक को किसान विरोधी बताते हुए लिखा है कि राज्य और केंद्र में हम लोग सरकार में है। इसके बाद भी विधेयक का विरोध किया।
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