पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली ने इस बात का खंडन किया है कि उन्होंने बचपन के दोस्त सचिन तेंडुलकर पर मदद नहीं करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इन खबरों से वह और उनका परिवार सकते में है। शारदाश्रम स्कूल में तेंडुलकर के साथ पढ़े कांबली ने कहा कि उन्होंने कभी रिऐलिटी टीवी शो में सचिन के खिलाफ कुछ नहीं बोला और यह रिपोर्ट पूरी तरह से बेबुनियाद है। उन्होंने कहा कि मैंने कभी तेंडुलकर के बारे में कुछ नहीं कहा। वह 26 साल से मेरा दोस्त है। लोगों को पता होना चाहिए कि अपने दोस्त के बारे में ऐसा मैं कभी नहीं कहूंगा। वह अभी लंदन में है और मैं उससे जल्दी मिलूंगा। कांबली ने इस रिपोर्ट से तेंडुलकर और उसके परिवार को हुई असुविधा के लिए माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि हमारे पारिवारिक संबंध बहुत अच्छे हैं, मैं और मेरे बहुत से दोस्त इस खबर से स्तब्ध हैं। यह पूछने पर कि ऐसी रिपोर्ट कहां से आई, कांबली बोले, 'मुझे नहीं पता लेकिन यह निराधार है। मैं इसकी निंदा करता हूं। मैं प्रचार के लिए कुछ नहीं करता। मुझे पता है कि लोग मुप्यार करते हैं। मैं सस्ती लोकप्रियता नहीं चाहता।' इससे पहले बीसीसीआई की फाइनैंस और मीडिया कमिटी के चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा कि सचिन पर कांबली के आरोप निराधार हैं और सचिन हमेशा नौजवान खिलाड़ियों की मदद करते हैं। शुक्ला ने कांबली की इस बात को भी बकवास करार दिया कि उन्हें टीम से बाहर उनके रंग और जाति की वजह से रखा गया। शुक्ला ने कहा कि बीसीसीआई हमेशा नस्लवाद के खिलाफ रही है और टीम सिर्फ परफॉर्मन्स के आधार पर चुनी जाती है।
Tuesday, July 14, 2009
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