दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में स्थित जिस मकान में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तीन साल से अधिक समय तक रहे थे, मुम्बई के एक समाजसेवी ने उसे खरीदने की योजना बनाई है। इस समाजसेवी की योजना इसे खरीद कर भारत सरकार को सुपुर्द करने की है, ताकि उस मकान को एक स्मारक के रूप में स्थापित किया जा सके। शहर के प्रसिद्ध व्यापारी प्रदीप भावनानी ने राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील को पत्र लिख कर उस मकान के मालिक को रुपए हस्तांतरित करने की अनुमति मांगी है। पत्र में भावनानी ने इसकी अनुमति आधिकारिक चैनल से दिए जाने का अनुरोध राष्ट्रपति से किया है, ताकि सौदे को अंतिम रूप दिया जा सके। भावनानी ने पत्र में यह भी कहा है कि वह इस मकान को भारत सरकार को दान में दे देंगे, ताकि इसे एक संग्रहालय के रूप में स्थापित कर दिया जाए। उन्होंने बताया कि मकान मालिक ने उस मकान के लिए मेरे ढाई करोड़ रुपए के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। मुझे अब सरकार की ओर से आधिकारिक अनुमति मिलने का इंतजार है, ताकि मैं इस मकान को राष्ट्र को समर्पित कर सकूं। इस मकान की मालकिन नैंसी बॉल हैं। वह पिछले बीस साल से इसमें रह रहीं हैं। नैंसी ने इस घर को छोड़ने का निर्णय किया है, इसलिए यह बिकाऊ है। गौरतलब है कि महात्मा गांधी इस मकान में 1907 से तीन साल तक रहे थे।
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