राज्य के परिवहन
विभाग ने वाहनों के रजिस्ट्रेशन, परमिट, बैंच इत्यादि
में अचानक ही कई गुना की बढ़ोतरी कर दी है। सरकार ने यह शुल्क 13 साल बाद बढ़ाया है। हालांकि इसके विरोध के बाद परिवहन राज्य मंत्री सचिन
अहिर ने सीएम से बात कर इसमें कुछ हद तक कमी करने की बात कही है।
नई दरों के मुताबिक मालवाहक वाहन का परमिट शुल्क 200 रुपये से बढ़ाकर 600 रुपये, निजी वाहनों के शुल्क 200 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये, नैशनल परमिट शुल्क 300 रुपये से 700 रुपये, मीटर की जांच हेतु 2,000 रुपये, लाइसेंस नवीकरण 200 रुपये से 500 रुपये कर दिया गया है। इसके अलावा मालवाहक वाहनों पर विज्ञापन लगाने का शुल्क 200 रुपये से बढ़ाकर सीधे 2000 रुपये जबकि मोटर के विज्ञापन शुल्क 100 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये कर दिया गया है। रिक्शा के विज्ञापन लगाने का शुल्क 60 रुपये से सीधे 500 रुपये कर दिया गया है। परिवहन राज्य मंत्री सचिन अहिर ने बताया कि 13 साल से इसमें कोई बढ़ोतरी नहीं की गई। देश के दूसरे राज्यों के शुल्क का अध्ययन करने के बाद शुल्क में बढ़ोतरी की गई है।
नई दरों के मुताबिक मालवाहक वाहन का परमिट शुल्क 200 रुपये से बढ़ाकर 600 रुपये, निजी वाहनों के शुल्क 200 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये, नैशनल परमिट शुल्क 300 रुपये से 700 रुपये, मीटर की जांच हेतु 2,000 रुपये, लाइसेंस नवीकरण 200 रुपये से 500 रुपये कर दिया गया है। इसके अलावा मालवाहक वाहनों पर विज्ञापन लगाने का शुल्क 200 रुपये से बढ़ाकर सीधे 2000 रुपये जबकि मोटर के विज्ञापन शुल्क 100 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये कर दिया गया है। रिक्शा के विज्ञापन लगाने का शुल्क 60 रुपये से सीधे 500 रुपये कर दिया गया है। परिवहन राज्य मंत्री सचिन अहिर ने बताया कि 13 साल से इसमें कोई बढ़ोतरी नहीं की गई। देश के दूसरे राज्यों के शुल्क का अध्ययन करने के बाद शुल्क में बढ़ोतरी की गई है।
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