बीजेपी के वरिष्ठ नेता व पूर्व रेल राज्यमंत्री राम नाईक ने कहा कि जनता से सच छिपाने के लिए प्र धानमंत्री को माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सालों पहले मैं भी वही बात कह रहा था जो आज रेलमंत्री ममता बनर्जी ने श्वेतपत्र निकालकर कही है। उन्होंने लालू प्रसाद यादव के आंकड़ों के खेल का पर्दाफाश कर दिया है। यही बात विपक्ष का नेता कहे तो प्रधानमंत्री और मंत्रिमंडल उसे सुनने के काबिल भी नहीं समझता, यह जनता और देश के साथ छल है। उन्होंने कहा कि श्वेतपत्र के अनुसार 2006-2007 में भी रेलवे को 20339 करोड़ रुपए का लाभ हुआ था, जिसे लालू जी ने शून्य बताया था। अपने कार्यकाल में लालू यादव ने 189 ट्रेनों को सुपरफास्ट का दर्जा देकर किराया तो बढ़ा दिया मगर उनकी गति नहीं बढ़ाई, जो एक धोखाधड़ी है। इसी प्रकार 2008-09 में तत्काल आरक्षण के मद रेलवे ने 605 करोड़ रुपए की कमाई की थी। इसके लिए शुरू में 5.06 प्रतिशत सीटें सुरक्षित रखी गई थीं। बाद में इसे बढ़ाकर 14.02 प्रतिशत कर दिया गया। इससे जनरल आरक्षण लेने वाले यात्री परेशान होने लगे और भ्रष्टाचार फैला। उन्होंने मुंबईकरों के हित में लोकल सेवा पर पृथक श्वेतपत्र जारी करने की मांग की है।
Monday, January 4, 2010
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