विधानसभा
चुनावों के लिए रास्ते अलग होने के बाद शिवसेना अपनी पुरानी सहयोगी बीजेपी को
बख्शने के मूड में नहीं है। शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पीएम नरेंद्र मोदी की
तुलना 17वीं सदी में शिवाजी के राज्य पर
हमले करने वाले औरंगजेब के सेनापति अफजल खान और बीजेपी की तुलना अफजल खान की फौज
से की है। शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि, महाराष्ट्र
में प्रचार कर रहे मोदी के मंत्री अफजल खान की फौज की तरह ही हैं जो राज्य को
तोड़ने आए हैं।
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने तुलजापुर की एक रैली में बीजेपी की तुलना अफजल खान की फौज से की। उन्होंने सवाल किया कि नरेंद्र मोदी अब तक कहां थे, पहले वे आए और फिर उनका पूरा कैबिनेट प्रचार करने आ गया है। वे विकास के नाम पर महाराष्ट्र के टुकड़े करने आए हैं। ठाकरे ना कहा, जो महाराष्ट्र के जमींदोज करने आए हैं, मैं उन्हें जमींदोज कर दूंगा।
ठाकरे ने 25 साल पुराना गठबंधन तोड़ने के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया। शिवसेना अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी के पास मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं है। इसलिए नरेंद्र मोदी को महाराष्ट्र में सभाएं करनी पड़ रही हैं। दिल्ली के बादशाह औरंगजेब ने शिवाजी को हराने के लिए अफजल खान के नेतृत्व में फौज भेजी थी। बारात के बहाने शिवाजी ने पुणे के महल में घुसकर अफजल को घेर लिया था और खिड़की से कूदकर भाग रहे अफजल खान की उंगलियां काट डाली थीं।
उद्धव ने कहा, हमने लोकसभा में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने का सपना देखा था। यह सपना पूरा भी हुआ। अब विधानसभा में महायुति की सरकार बनाने का सपना देखा। लेकिन उन्होंने पता नहीं क्या सोचा कि उन्होंने (बीजेपी ने) युति ही तोड़ दी। अब उन्हें कुर्सी मिल गई, इसलिए शिवसेना की उन्हें जरूरत नहीं रही। उन्होंने शिवसेना का इस्तेमाल किया है।
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने तुलजापुर की एक रैली में बीजेपी की तुलना अफजल खान की फौज से की। उन्होंने सवाल किया कि नरेंद्र मोदी अब तक कहां थे, पहले वे आए और फिर उनका पूरा कैबिनेट प्रचार करने आ गया है। वे विकास के नाम पर महाराष्ट्र के टुकड़े करने आए हैं। ठाकरे ना कहा, जो महाराष्ट्र के जमींदोज करने आए हैं, मैं उन्हें जमींदोज कर दूंगा।
ठाकरे ने 25 साल पुराना गठबंधन तोड़ने के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया। शिवसेना अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी के पास मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं है। इसलिए नरेंद्र मोदी को महाराष्ट्र में सभाएं करनी पड़ रही हैं। दिल्ली के बादशाह औरंगजेब ने शिवाजी को हराने के लिए अफजल खान के नेतृत्व में फौज भेजी थी। बारात के बहाने शिवाजी ने पुणे के महल में घुसकर अफजल को घेर लिया था और खिड़की से कूदकर भाग रहे अफजल खान की उंगलियां काट डाली थीं।
उद्धव ने कहा, हमने लोकसभा में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने का सपना देखा था। यह सपना पूरा भी हुआ। अब विधानसभा में महायुति की सरकार बनाने का सपना देखा। लेकिन उन्होंने पता नहीं क्या सोचा कि उन्होंने (बीजेपी ने) युति ही तोड़ दी। अब उन्हें कुर्सी मिल गई, इसलिए शिवसेना की उन्हें जरूरत नहीं रही। उन्होंने शिवसेना का इस्तेमाल किया है।
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