बीएमसी पानी कटौती पुरी तरह से बुधवार को खत्म
कर देगी। मुंबई को पानी सप्लाई करने वाले सभी सात जलाशयों में से चार पूरी तरह से
लबालब भर गए हैं। इन जलाशयों में मंगलवार की सुबह तक कुल 12 लाख 41 हजार 827
मिलियन लीटर पानी जमा हो गया है। बीएमसी ने इस उम्मीद से पानी कटौती
खत्म की है कि जल्द ही तीनों जलाशय भर जाएंगे।
बारिश में देरी के कारण बीएमसी ने 16 जुलाई से 30 प्रतिशत पानी कटौती शुरू कर दी थी। कुछ ही दिनों बाद जलाशयों की स्थित और भी खराब हो गई थी, किंतु धीरे-धीरे बरसात से रफ्तार पकड़ी। जल स्तर में सुधार के कारण बीएमसी ने पहले चरण में 20 प्रतिशत पानी कटौती खत्म की। फिर भी 10 प्रतिशत पानी कटौती जारी थी। उसी दौरान कुर्ला एल वॉर्ड प्रभाग समिति में पानी की समस्या को लेकर गरमागरमी हुई।
एल वॉर्ड प्रभाग समिति अध्यक्ष डॉ सईदा खान और एमएनएस लीडर कप्तान मलिक ने जल विभाग अधिकारियों के साथ बैठक कर बकाया 10 प्रतिशत पानी कटौती कम लेने की मांग की। उस समय भी एन वॉर्ड प्रभाग समिति अध्यक्ष हारून खान, घाटकोपर कामराज नगर से पूर्व नगरसेवक परमेश्वर कदम ने पानी कटौती पूरी तरह से खत्म करने की मांग रखी।
बीएमसी की स्थायी समिति और सभागृह की बैठक में भी नगरसेवकों ने 10 पानी कटौती वापस लेने और दूषित पानी की समस्या का मामला उठाया। अब जाकर प्रशासन ने दखल दी है और पानी कटौती पूरी तरह से खत्म करने की घोषणा की है।
अपर वैतरणा, तुलसी, मोडक सागर और तानसा जलाशय भर गए हैं, लेकिन विहार, भातसा और मिडल वैतरणा अभी तक पूरी तरह नहीं भरे हैं। इन सभी जलाशयों की कुल जल संचय क्षमता 14 लाख 33 हजार मिलियन लीटर हैं और अब तक 12 लाख 41 हजार मिलियन लीटर पानी जमा हो गया है। अब भी एक लाख 89 लाख मिलियन लीटर पानी भरना है।
बीएमसी प्रशासन का मानना है कि 30 सितंबर तक सभी जलाशय लबालब भरे होने चाहिए। ऐसी स्थित में अगले मॉनसून तक पानी सप्लाई में किसी तरह की समस्या नहीं आएगी।
बारिश में देरी के कारण बीएमसी ने 16 जुलाई से 30 प्रतिशत पानी कटौती शुरू कर दी थी। कुछ ही दिनों बाद जलाशयों की स्थित और भी खराब हो गई थी, किंतु धीरे-धीरे बरसात से रफ्तार पकड़ी। जल स्तर में सुधार के कारण बीएमसी ने पहले चरण में 20 प्रतिशत पानी कटौती खत्म की। फिर भी 10 प्रतिशत पानी कटौती जारी थी। उसी दौरान कुर्ला एल वॉर्ड प्रभाग समिति में पानी की समस्या को लेकर गरमागरमी हुई।
एल वॉर्ड प्रभाग समिति अध्यक्ष डॉ सईदा खान और एमएनएस लीडर कप्तान मलिक ने जल विभाग अधिकारियों के साथ बैठक कर बकाया 10 प्रतिशत पानी कटौती कम लेने की मांग की। उस समय भी एन वॉर्ड प्रभाग समिति अध्यक्ष हारून खान, घाटकोपर कामराज नगर से पूर्व नगरसेवक परमेश्वर कदम ने पानी कटौती पूरी तरह से खत्म करने की मांग रखी।
बीएमसी की स्थायी समिति और सभागृह की बैठक में भी नगरसेवकों ने 10 पानी कटौती वापस लेने और दूषित पानी की समस्या का मामला उठाया। अब जाकर प्रशासन ने दखल दी है और पानी कटौती पूरी तरह से खत्म करने की घोषणा की है।
अपर वैतरणा, तुलसी, मोडक सागर और तानसा जलाशय भर गए हैं, लेकिन विहार, भातसा और मिडल वैतरणा अभी तक पूरी तरह नहीं भरे हैं। इन सभी जलाशयों की कुल जल संचय क्षमता 14 लाख 33 हजार मिलियन लीटर हैं और अब तक 12 लाख 41 हजार मिलियन लीटर पानी जमा हो गया है। अब भी एक लाख 89 लाख मिलियन लीटर पानी भरना है।
बीएमसी प्रशासन का मानना है कि 30 सितंबर तक सभी जलाशय लबालब भरे होने चाहिए। ऐसी स्थित में अगले मॉनसून तक पानी सप्लाई में किसी तरह की समस्या नहीं आएगी।
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