हाल तक महाराष्ट्र की
सत्ता में शामिल होने के लिए शिवसेना बेकरार थी और बीजेपी उसे टहला रही थी। अब
बीजेपी उसे सरकार में शामिल करने के लिए बेकरार है, मगर शिवसेना विपक्ष में
ही बैठने के संकेत दे रही है। उद्धव ठाकरे बीजेपी की ओर हाथ बढ़ाने के मूड में
नहीं हैं।
दरअसल एनसीपी का समर्थन लेने और बहुमत साबित करने के लिए ध्वनि मत के चोर दरवाजे का साहरा लेने से बीजेपी की जिस तरह से थू-थू हुई है, उसने शिवसेना को नई ऊर्जा दी है। अब शिवसेना को लग रहा है कि बीजेपी से कुछ अच्छे मंत्रालय झटकने का यह अच्छा मौका है।
रविवार को शिवसेना सांसद संजय राऊत ने कहा कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र में शिवसेना मुख्य विपक्ष की भूमिका अदा करेगी। पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के निर्देश पर विधानसभा में विपक्ष के नेता एकनाथ शिंदे इन दिनों राज्यव्यापी दौरे पर हैं। उद्धव ने अपने सभी 63 विधायकों को भी अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं को विधानसभा सत्र में अक्रामक ढंग से उठाने का निर्देश दिया है।
शिवसेना से जुड़े सूत्रों का कहना है कि बीजेपी नेता सरकार में शामिल होने के बारे में उद्धव ठाकरे से बात करना चाहते हैं, लेकिन उद्धव कोंकण के दौरे पर निकल गए हैं। उन्होंने रविवार को सिंधुदुर्ग में बीजेपी सरकार में शामिल होने के मुद्दे पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है। उनके इस रुख से बीजेपी बेचैन है।
शिवसेना के बदले रुख से राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार टलता जा रहा है। पहले यह विस्तार 20 नंबवर के बाद होना था। फिर 22 से 25 नवंबर की तारीख तय की गई। लेकिन उद्धव 25 नवंबर तक मराठवाडा के दौरे पर हैं। इस बीच बीजेपी के साथ चुनाव से पहले गठबंधन करने वाले छोटे दल राष्ट्रीय समाज पार्टी (आरएसपी), स्वाभिमानी शेतकारी संगठन और शिवसंग्राम जल्दी मंत्रिमंडल विस्तार करने का दबाव बना रहे हैं।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से सरकार की स्थिरता बनाए रखने की योजना पर चर्चा की। इधर, मुख्यमंत्री न बनाए जाने से नाराज राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे अब भी शिवसेना को अलग-थलग रखने की बात करके फडणवीस की मुश्किलें बढ़ा रहेहैं
दरअसल एनसीपी का समर्थन लेने और बहुमत साबित करने के लिए ध्वनि मत के चोर दरवाजे का साहरा लेने से बीजेपी की जिस तरह से थू-थू हुई है, उसने शिवसेना को नई ऊर्जा दी है। अब शिवसेना को लग रहा है कि बीजेपी से कुछ अच्छे मंत्रालय झटकने का यह अच्छा मौका है।
रविवार को शिवसेना सांसद संजय राऊत ने कहा कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र में शिवसेना मुख्य विपक्ष की भूमिका अदा करेगी। पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के निर्देश पर विधानसभा में विपक्ष के नेता एकनाथ शिंदे इन दिनों राज्यव्यापी दौरे पर हैं। उद्धव ने अपने सभी 63 विधायकों को भी अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं को विधानसभा सत्र में अक्रामक ढंग से उठाने का निर्देश दिया है।
शिवसेना से जुड़े सूत्रों का कहना है कि बीजेपी नेता सरकार में शामिल होने के बारे में उद्धव ठाकरे से बात करना चाहते हैं, लेकिन उद्धव कोंकण के दौरे पर निकल गए हैं। उन्होंने रविवार को सिंधुदुर्ग में बीजेपी सरकार में शामिल होने के मुद्दे पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है। उनके इस रुख से बीजेपी बेचैन है।
शिवसेना के बदले रुख से राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार टलता जा रहा है। पहले यह विस्तार 20 नंबवर के बाद होना था। फिर 22 से 25 नवंबर की तारीख तय की गई। लेकिन उद्धव 25 नवंबर तक मराठवाडा के दौरे पर हैं। इस बीच बीजेपी के साथ चुनाव से पहले गठबंधन करने वाले छोटे दल राष्ट्रीय समाज पार्टी (आरएसपी), स्वाभिमानी शेतकारी संगठन और शिवसंग्राम जल्दी मंत्रिमंडल विस्तार करने का दबाव बना रहे हैं।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से सरकार की स्थिरता बनाए रखने की योजना पर चर्चा की। इधर, मुख्यमंत्री न बनाए जाने से नाराज राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे अब भी शिवसेना को अलग-थलग रखने की बात करके फडणवीस की मुश्किलें बढ़ा रहेहैं
No comments:
Post a Comment