Wednesday, November 26, 2014

बीजेपी और शिवसेना फिर साथ

एक सप्ताह तक हुईं चर्चाओं के बाद महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना फिर साथ आती दिख रही हैं। सूत्रों के अनुसार, शिवसेना अगले कुछ दिनों में देवेंद्र फडणवीस सरकार का हिस्सा बन जाएगी। इसके अलावा पार्टी के सांसद अनिल देसाई भी केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार में बतौर राज्यमंत्री शामिल होंगे।
सूत्रों ने बताया कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और शिवसेना के मुखिया उद्धव ठाकरे में इस बात पर सहमति बनी है कि महाराष्ट्र सरकार में शिवसेना के 10 मंत्री होंगे, जिसमें से कम-से-कम चार कैबिनेट स्तर के मंत्री होंगे। शिवसेना ने उपमुख्यमंत्री पद की अपनी पुरानी मांग छोड़ दी है, लेकिन यह तय हुआ है कि गृह मंत्रालय उसे मिलेगा।

गृह के अलावा बिजली, लोक निर्माण और ग्रामीण विकास मंत्रालय शिवसेना के कोटे में जाएंगे। केंद्रीय नेतृत्व में मोटी-मोटी बातों पर सहमति बनने के बाद बीजेपी ने छोटे-छोटे मुद्दे राज्य नेतृत्व को तय करने के लिए कह दिया है। शिवसेना ने केंद्र में मंत्रिमंडल विस्तार के लिए अपने सांसद अनिल देसाई का नाम दिया था। लेकिन, महाराष्ट्र में स्थिति स्पष्ट नहीं होने की वजह से पार्टी नेतृत्व ने अंतिम समय में देसाई को शपथ लेने से रोक दिया था और वह एयरपोर्ट से ही लौट आए थे।
शिवसेना से मनमुटाव दूर होने से बीजेपी को दिल्ली में संसद की कार्यवाही में फायदा होगा। लोकसभा में शिवसेना के 18 और राज्यसभा में तीन सांसद हैं। शिवसेना ने बीमा संशोधन विधेयक का विरोध किया है, लेकिन समझौता होने की स्थिति में बीजेपी को दोनों सदनों में कई मुद्दों पर सहयोगी पार्टी का समर्थन मिलेगा और सरकार को अपने अजेंडा आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
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सदस्यों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में बीजेपी के 122 सदस्य है, जबकि शिवसेना के विधायकों की संख्या 63 है। समझौता दोनों पार्टियों को फायदे का सौदा लग रहा है। बीजेपी शिवसेना के बिना विधानसभा में बहुमत नहीं पा सकती है, दूसरी तरफ शिवसेना केंद्र में सरकार में है और ऐसे में राज्य में दमदार विपक्ष की भूमिका नहीं निभा सकती है। 

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