भीषण सूखे से जूझ रहे महाराष्ट्र के ग्रामीण भागों
में गुरुवार आधी रात से चल रही भारी बारिश ने किसानों के साथ-साथ राज्य सरकार को
भी राहत की सांस लेने का मौका दे दिया है। मराठवाड़ा, विदर्भ, कोंकण, उत्तर महाराष्ट्र एवं मध्य महाराष्ट्र में
पिछले 24 घंटों में सामान्य से भारी बारिश हुई है। कहीं-कहीं
तो क्षेत्र की नदियां उफनाने लगी हैं। बारिश के कारण मुंबई-पुणे रेलमार्ग पर
ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है। जलगांव-सूरत रेलमार्ग भी प्रभावित हुआ है।
जालना जिले में कुंडलिका नदी उफनाने लगी है। औरंगाबाद
में 25 गांवों का संपर्क टूट गया है। यहीं के शेलूत नामक गांव के
200 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना पड़ा है। मौसम विभाग
के अनुसार अगले 24 से 48 घंटों में
बरसात जारी रहने की संभावना है।
मानसून के अंतिम चरण में हो रही इस बारिश ने किसानों
को बड़ी राहत दी है। समय पर बुवाई न हो पाने के कारण फसल की कमी भले न पूरी हो सके, लेकिन
पशुओं के चारे की समस्या से किसानों को मुक्ति मिल सकती है। तालाबों-बावड़ियों में
पानी भर जाने से भूमिगत जलस्तर में भी सुधार की उम्मीद है। यदि नासिक और ठाणे
क्षेत्र में अच्छी बारिश हुई तो मुंबई महानगर में घोषित पानी की 30 फीसद कटौती भी कम की जा सकेगी। राज्य के विपक्षी दल सूखे के मुद्दे पर
सरकार को घेरने लगे थे। बारिश के कारण अब सरकार भी राहत महसूस कर सकती है।
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