नवी मुंबई एयरपोर्ट का काम बहुत ही धीमी गति से चल रहा है।
एयरपोर्ट के काम से प्रभावित 10 गांवों के किसान सरकार के रवैए से बेहद ही नाराज हैं। उनकी
शिकायत है कि सरकार ने जो उनसे वादा किया था वह पूरा नहीं किया। अब वे सरकार से
लड़ाई की तैयारी कर रहे हैं।
गौरतलब है कि सरकार ने एयरपोर्ट
से प्रभावित किसानों को उनका घर बनाने के लिए 1000 रुपये प्रति वर्ग फुट देने का
वादा किया था। घर बनाने के लिए अधिकतम 750 वर्ग फुट जमीन देने का आश्वाशन
दिया था। जिन किसानों की जमीनें एयरपोर्ट बनाने में गई हैं। उन्हें अधिकतम 22.5 एकड़ जमीन देने का वादा किया था।
साथ ही प्रभावित परिवारों के सदस्यों को एयरपोर्ट में नौकरी और एयरपोर्ट का 100 शेयर एट पार वैल्यू (10 रुपये) देने वाली थी।
प्रभावित किसानों की संस्था के
पदाधिकारी किणी कहते हैं कि सरकार छोटी-छोटी बातों पर ध्यान नहीं दे रही है। सरकार
ने जॉब देने का वादा किया था। उसके लिए पर्याप्त ट्रेनिंग नहीं दे रही है। यहां पर
कपड़े सिलने का प्रशिक्षण बेमन से दिया जा रहा है। ऐसे प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं
जिनका एयरपोर्ट में कोई उपयोग नहीं है। किणी कहते हैं, जहां सरकार शिफ्ट कर रही है वहां
पानी जैसी मूलभूत सुविधा नहीं है। ऐसे में वहां कौन जाएगा।
किणी कहते हैं कि जिन परिवारों के
एक से ज्यादा घर हैं उन्हें एक ही घर दिया जा रहा है। ऐसे में परिवार के दूसरे
सदस्य कहा जाएंगे। वे बताते हैं कि हमारे लोगों को यहां से दूसरी बार शिफ्ट किया
जा रहा है। कई साल पहले नवी मुंबई शहर को बसाने के लिए हमारी जमीनें ली गईं और अब
फिर से हमारी जमीन सरकार ले रही है और हमें यहां से हटा रही है।
अपनी मांगों को लेकर ग्रामीणों के
यूनियन नेताओं ने कई बार अधिकारियों और नेताओं के साथ बैठकें कीं लेकिन छोटे-मोटे
मामले हल नहीं हुए। एयरपोर्ट बनाए जाने से यहां के लोगों में खुशी का माहौल है।
लोग दिल से चाहते हैं कि यहां जल्द से जल्द एयरपोर्ट बने और जहाज उड़ें, पर उनकी यही मांग है कि सरकार
उनका उचित पुनर्वसन्न करे ताकि वे भी विकास के सहभागी बन सकें।
इस बारे में सरकार की ओर से बताया
गया कि प्रभावित 10 गांवों में
से एक गांव को शिफ्ट किया है। बाकी के नौ गांवों को शिफ्ट करने का करीब 90 फीसदी काम पूरा हो गया है। जमीन
अधिग्रहण करने के बाद जहां पर हवाई पट्टी बनाना है, वहां पर आठ मीटर तक भरनी करनी
होगी। साथ ही वहां टाटा पावर और महाराष्ट्र बिजली के खंभे हटाने होंगे। नवी मुंबई
एयरपोर्ट बनाने के लिए देश-विदेश की 20 नामी गिरामई कंपनियों ने बोली
लगाई है।
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