Wednesday, December 22, 2010

प्रधानमंत्री मनमहोन सिंह काफी चिंतित

प्याज के साथ खाने-पीने की चीजों की बढ़ती कीमतों ने यूपीए सरकार के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी की भी नींद खराब कर दी है। बढ़ती महंगाई पर पहली बार कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने कुछ बोला है। उन्होंने कहा है कि मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जल्द ही महंगाई पर काबू पा लेंगे। अपने तमिलनाडु दौरे पर कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत के दौरान यह बात कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने कही। उन्होंने कहा कि बढ़ती महंगाई को लेकर प्रधानमंत्री मनमहोन सिंह काफी चिंतित हैं और मुझे विश्वास है कि वह जल्द ही इस समस्या का हल ढूंढ निकालेंगे। राहुल ने पार्टी कार्यकर्ताओं से जनता के बीच जाकर काम करने के लिए कहा। इस पर कार्यकर्ताओं ने कहा कि बढ़ती महंगाई के कारण जनता उनसे तमाम सवाल कर रही है, उसका वे क्या जवाब दें। इस पर राहुल ने कहा कि आप चिंता न करें, प्रधानमंत्री जी महंगाई कंट्रोल करने के लिए कार्रवाई कर रहे हैं। जल्द ही महंगाई कम हो जाएगी। बस आप पंचायत स्तर पर जाकर काम करें और पार्टी को मजबूत बनाएं।

जब तक हम खुद अपनी उपलब्धियों पर गर्व करना नहीं सीखेंगे तब तक दूसरे हमारा सम्मान नहीं करेंगे

क्रिकेट की दुनिया में रेकॉर्डों के शहंशाह मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर की तुलना ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज सर डॉन ब्रेडमैन से किये जाने से नाराज हिंदी फिल्मों के महानायक अमिताभ बच्चन ने कहा है कि जब तक हम खुद अपनी उपलब्धियों पर गर्व करना नहीं सीखेंगे तब तक दूसरे हमारा सम्मान नहीं करेंगे। बिग बी ने अपने ब्लॉग में दोनों खिलाड़ियों की तुलना करने वालों पर जमकर अपनी भड़ास निकाली। उन्होंने लिखा, 'अक्सर बहस की जाती है कि सचिन महान हैं या डॉन ब्रेडमैन ? यह तय है कि सचिन महानतम हैं। यह बहस करके कि सचिन वास्तव में महान हैं या नहीं आप उनकी उपलब्धि को कम कर रहे हैं।' हिंदी फिल्मों के शहंशाह ने पूछा, 'कौन महान है या नहीं इसकी सहमति बनाने वाला मीडिया कौन होता है? हम जानते हैं कि वे (सचिन) महान हैं और यहीं पर मामला समाप्त हो जाता है। मैं सबसे अनुरोध करता हूं कि इस भारत के महान सपूत की तुलना लगातार दूसरों से करके उनके कद को कम न करें। दूसरों को उनसे तुलना करने दें।' बिग बी को पश्चिमी देशों की महानता पर कोई संदेह नहीं है, लेकिन साथ ही उनका यह भी मानना है कि हम महानतम हैं । कम से कम इसका सबसे अच्छा उदाहरण सचिन तेंडुलकर ने पेश किया है । उन्होंने पूछा, 'क्या यह उपलब्धि ब्रिटेन या अमेरिका से आई है? वे लोग अपने खिलाड़ी की उपलब्धि पर खुश होते हैं और उसकी प्रशंसा करते हैं । वे लोग अपने नायकों की तुलना दूसरों से नहीं करते।' अमिताभ ने हर घटना पर फिल्म स्टार्स की प्रतिक्रिया लेने के मीडिया के रवैए पर भी यह कहकर आपत्ति जताई कि हम फिल्म उद्योग से जुड़े लोग क्या इतनी कुव्वत रखते हैं कि किसी भी विषय पर राय दे सकें। अपनी उपलब्धियों की तुलना पश्चिमी देशों से किए जाने के बारे में अमिताभ ने लिखा कि माना कि वे हमेशा ज्यादा विकसित हैं, भौतिक रूप से समृद्ध हैं, तकनीकी रूप से ज्यादा कुशल हैं और सुरक्षित हैं। लेकिन इतना सब होने से ही क्या यह मान लिया जाए कि वह हमसे बेहतर हैं?' अमिताभ ने कहा, 'विदेशी आक्रमणकारियों के हमले और शासन के कारण हम विनम, और आज्ञाकारी हो गये ... किसी उपलब्धि पर इठलाना हमने सीखा ही नहीं। ... खुद को दूसरों से कमतर आंकने लगे, लेकिन इस बात में दो राय नहीं कि कुछ मामलों में हम बेहतरीन भी हैं। दूसरों की निर्भरता से बाहर निकलने के बाद के बहुत कम समय में हमने कड़ी प्रतिस्पर्धा से भरी इस दुनिया में खुद को साबित किया है।' अमिताभ ने कहा कहा ' वस्तुत : हमें अपनी व्यवस्था पर विश्वास करना सीखना होगा। अपनी उपलब्धियों पर इतराना सीखना होगा। दूसरों को बड़े कद का मानना बुरी बात नहीं है , लेकिन उसके सामने खुद का कद कम करना अच्छा नहीं कहा जा सकता। ' अमिताभ ने लोगों को सलाह दी , ' जब हम अपने हीरो की तुलना दूसरों से किये बिना उनकी तारीफ करेंगे तो अन्य लोग भी हमारी भावनाओं को सम्मान देंगे। इसलिए यह बहस बंद करो कि सचिन महान हैं या नहीं । वे हैं और इसे पूरे विश्व को सम्मान देने की आवश्यकता है । '

Tuesday, December 21, 2010

झोपड़ावासी बूंद-बूंद पानी के लिए मोहताज

मुंबई। 1995 के बाद से झोपड़ावासी बूंद-बूंद पानी के लिए मोहताज हैं। उनके पास प्यासे मरने, खरीद कर पानी पीने या फिर 2-4 किलोमीटर दूर से पानी लाने का विकल्प होता है। इसलिए इन झोपड़पट्टियों में राशन की दुकान पर वह ठंडा पानी भी मिलता है जिसे पूरी तरह से साफ भी नहीं कहा जा सकता। दुकानदार यह पानी टैंकर से मंगा कर टंकी में जमा करके रखते हैं या अवैध कनेक्शनों से जमा करके बेचने के लिए रखते हैं। इसके अलावा वैध कनेक्शन वाले लोग अपने काम लायक पानी बचाकर शेष पानी दुकानदारों को बेच देते हैं। इन इलाकों में एक लिटर का पाउच ठंड के दिनों में 50 पैसे में और गर्मी के मौसम में 1 रुपये में मिलता है। साथ ही 30 लिटर का कैन (फुग्गा) 5 से 10 रुपये के बीच मिलता है। जबकि मनपा इस पानी की आपूर्ति 2.75 रुपये प्रति हजार लिटर की दर से आपूर्ति करती है। देवनार के रफीक नगर, मोहिते पाटील नगर और मानखुर्द के इंदिरा नगर, घाटकोपर के नेताजी नगर तथा मालाड के अम्बुजवाडी इलाके में रहने वाले लोग पानी खरीदने या प्यासे मरने के लिए बाध्य हैं। मनपा अधिकारी, राजनेता और अफसरशाह नियम का हवाला देकर पल्ला झाड़ लेते हैं। यह जानकार आश्चर्य जरूर होगा कि इस तरह के अवैध झोपड़ों में बसते हैं करीब 12 लाख लोग। समाज सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों का मत है कि पानी के लिए वैध-अवैध और रहने का प्रमाण कोई नियम नहीं होना चाहिए। या तो लोगों को अवैध रूप से बसने ही मत दो नहीं तो जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाओ। लोगों का तर्क है कि मनपा के पास बेचने के लिए भरपूर पानी है तो वह इन लोगों को 8 लाख लिटर पानी आसानी से दे सकती है। बहुतों का कहना है कि इस नियम की आड़ में दुकानदार परेशानहाल लोगों से लाखों रुपये कमा रहे हैं और वे कभी नहीं चाहेंगे कि मनपा इन इलाकों में जल आपूर्ति शुरू करे।

Monday, December 13, 2010

इन दोनों नाम की औरतों और लड़कियों का गली-मोहल्लों में निकलना मुश्किल हो गया

'दबंग' फिल्म के 'मुन्नी बदनाम हुई' गाने में मुन्नी और आने वाली फिल्म 'तीस मार खान' में 'शीला की जवानी' गाने में शीला नाम का उल्लेख आने से इन दोनों नाम की औरतों और लड़कियों का गली-मोहल्लों में निकलना मुश्किल हो गया है। ठाणे शहर निवासी गोस्वामी परिवार ने ठाणे न्यायालय में याचिका दायर कर दोनों ही फिल्म के 'मुन्नी' और 'शिला' नाम वाले गानों पर बंदी लगाने की मांग की है। इसके अलावा शीला और मुन्नी नामक दोनों सगी बहनों ने अपना नाम बदलने के लिए आवेदन दिया है। ठाणे शहर के कोपरी परिसर में रहने वाली दो सगी बहनों का आरोप है कि जब से ये दो फिल्मों के आइटम गाने आए हैं, उनके पूरे परिवार की परेशानी बढ़ गई है। दोनों विवाहित बहनों का कहना है की उनके बच्चों को भी स्कूल में अन्य बच्चे चिढ़ाने लगे हैं। परिवार वालों का तो कहना है की अब वे दोनों बहनों का नाम ही बदल देंगे। इन दोनों बहनों मुन्नी और शिला का कहना है की 'दबंग' व 'तीस मार खान' फिल्म के प्रड्यूसरों के अलावा दोनों गानों को कई बार दिखाकर शिला और मुन्नी नाम की छवि को खराब करने में टी.वी. के न्यूज व मनोरंजन चैनल का बड़ा हाथ है। मुन्नी के पति निर्मल गोस्वामी कई दिनों से मानसिक रूप से परेशान हो गए हैं। उनका कहना है कि दोनों गानों के चलते उनका समाज मे निकलना भारी हो गया है। निर्मल गोस्वामी ने बताया है की वकील की सलाह लेने के बाद उन्होंने दोनों गानों पर बंदी लगाने संबंधी याचिका ठाणे कोर्ट में दायर करने की पहल कर दी है और साथ ही उन्होंने अपनी पत्नी मुन्नी और साली शिला का नाम बदलने का आवेदन कर दिया है। इस तरह का यह पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी फिल्मों में आम लोगों के फोन नंबर का इस्तेमाल होने से कई लोगों को परेशान होना पड़ा है।

Tuesday, November 30, 2010

एंटिलिया ' का नाम बदल कर आनंदम

दुनिया के सबसे महंगे घर ' एंटिलिया ' का नाम बदल कर आनंदम हो सकता है। इस संभावना का खुलासा 25 नवंबर को नए घर में मुकेश और नीता अंबानी द्वारा दी गई पार्टी के बाद हुआ। एंटिलिया में दी गई पार्टी में कॉरपोरेट वर्ल्ड के अलावा समाज और सिनेमा की कई जानी मानी हस्तियों को आमंत्रित किया गया था। अल्टामाउंट रोड पर स्थित अंबानी एडोब के बारे में कहा जा रहा है कि आने वाले समय में लैंडमार्क भरे इस शहर को इस अद्वितीय लैंडमार्क के लिए दुनिया भर में जाना जाएगा। इस 27 मंजिला स्टेटमेंट आर्किटेक्चर में टॉप फ्लोर पर हैलीपैड की जगह को लॉन में तब्दील करने की योजना है। लोग तो इसे 21वीं सदी का ताजमहल तक कह रहे हैं। इस नायाब नमूने में सब कुछ स्वप्निल है। ग्राउंड फ्लोर पर श्री कृष्ण मंदिर को जगह दी गई है। टॉप फ्लोर पर 19 अप्रैल 1957 को जन्मे मुकेश ने अपने लिए लाइब्रेरी बनवाई है। मां कोकिला बेन को पूरा का पूरा एक फ्लोर दिया गया है। 25 तारीख की पार्टी को मीडिया से बचाने के लिए जानबूझ कर गुप्त रखा गया। पार्टी प्योर वेजिटेरियन थी। खिलाड़ियों के बीच से मुंबई इंडियन के कैप्टन सचिन और उनकी पत्नी के अलावा बॉलिवुड से शेखर कपूर, प्रीति जिंटा, आमिर खान, करण जौहर और विधू विनोद चोपड़ा आदि आमंत्रित थे। पेंटरों की दुनिया से फैमिली के साथ सतीश गुजराल तो थे ही, सुबोध गुप्ता, अतुल और अनुज दोहिया आदि थे। कॉरपोरेट वर्ल्ड से दीपक पारेख, कुमारमंगलम बिड़ला, आनंद महिन्द्रा, गौतम सिंघानिया, परमेश्वर गोदरेज ने पल पल का मजा लिया। डिनर में मां कोकिला बेन भी सीधे अनिल अंबानी की पार्टी से पहुंची थीं। मुकेश फिलहाल दुनिया के सबसे चौथे अमीर हैं। फोर्ब्स का फोरकास्ट है कि 2014 में यह दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति होंगे।

Monday, November 22, 2010

आंदोलन कई मायनों में खुद यात्रियों को काफी परेशानी दे गया।

कहने को भले से ही रविवार को विक्रोली स्टेशन पर किया गया आंदोलन स्वत: प्रेरित रहा हो और इसकी भूमिका में रेल प्रशासन की इस स्टेशन के प्रति उपेक्षा रही हो, मगर इसका दूसरा सच यह भी है कि यह आंदोलन कई मायनों में खुद यात्रियों को काफी परेशानी दे गया। चूंकि रविवार बाकी दिनों से इतर अपने नाते-रिश्तेदारों के यहां अपने परिवार के साथ घूमने फिरने का दिन था, सो सभी लोग जब अपने घरों के बाहर अपने परिवार के साथ निकले थे तो उन्होंने सोचा नहीं था कि उनकी आज की यात्रा आंदोलन में चौपट हो जाएगी। एम. व्यंकटेशन जैसे ही कल्याण जाने के लिए अपना कूपन पंच कर 10 साल के बेटे के साथ प्लेटफॉर्म नं. 1 पर बढ़ीं तो उन्हें नारेबाजी की आवाज सुनाई दी। इससे पहले वो कुछ समझ पातीं, उन्होंने देखा कि दूसरे प्लेटफॉर्म पर कई लोग मोटरमैन की केबिन के ऊपर चढ़ गए हैं। रेल प्रशासन मुर्दाबाद के नारों और भीड़ के मनोविज्ञान ने श्रीमती व्यंकटेशन के शक को बहुत जल्द ही यकीन में बदल दिया। पहले तो एक घंटे तक उन्होंने इंतजार किया, फिर कोई रास्ता न सूझा तो उन्होंने टिकट खिड़की पर अपना कूपन (टिकट) रद्द कर पैसा वापस लेने का फैसला किया। उन्हें यहां भी निराशा ही हाथ लगी जब उन्हें टका सा जवाब मिला कि कूपन के पैसे वापस नहीं किए जाते। इस संवाददाता के माध्यम से उन्होंने रेलवे से सवाल पूछा कि ऐसी सूरत में रेलवे टिकट के रिफंड की व्यवस्था क्यों नहीं करती। दरअसल, ऐसे आंदोलनों का असली साइड इफेक्ट ऐसा ही होता है। रविवार की अपराह्न जब लोगों को समझा-बुझाकर आंदोलन खत्म कराया गया तो इसका असर रेल सेवाओं पर पड़ा। लोकल ट्रेनों के ऑपरेशन में बंचिंग की समस्या आ गई और एक के पीछे एक लोकल की सर्पाकार लंबी लाइन लग गई। शाम सवा चार बजे विक्रोली से छूटी लोकल सीएसटी 6.30 बजे पहुंची। इस दरमियान हर स्टेशनों के बाहर लोगों का जमावड़ा लग गया। रिक्शा और टैक्सी वालों की बादशाहत दिखने लगी। बेस्ट की बसों पर ऐक्स्ट्रा बोझ आ गया। कईयों ने मीलों पटरियों पर ही अपना रास्ता पूरा किया। सबसे ज्यादा मुसीबत गर्भवती महिलाओं को हुई जिन्हें भीड़ से बचने का कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था। ट्रेन में फंसी ऐसी महिलाओं की मानों सांस ही अटक गई थी। आंदोलन का स्पॉट बने विक्रोली पर महिला यात्रियों को भारी भीड़ के बीच ईस्ट से वेस्ट आने और वेस्ट से ईस्ट जाने में मानो अग्निपरीक्षा से गुजरना पड़ा। हमारा सिस्टम ऐसे क्राइसिस मैनेजमेंट से निबटने का आदी नहीं है, सो रविवार को भीड़ का 'जंगलराज' देखा गया। ऐसे आंदोलन में नेताओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यही सिलसिला रविवार को भी देखा गया। घाटकोपर से मनसे विधायक राम कदम तो ट्रैक के बीचोबीच बैठकर अपने समर्थकों के साथ नारेबाजी करने लगे। खबर लगते एनसीपी के स्थानीय सांसद संजय दीना पाटील पहुंचे तो स्थानीय नगरसेवक ताउजी गोरुले भी अपने दल-बल के साथ आंदोलनकारियों का नेतृत्व करते दिखे। हाल ही में मध्य रेल के एनआरयूसीसी मेंबर चुने गए रेल कार्यकर्ता सुभाष गुप्ता कहते हैं कि विक्रोली के इस जनांदोलन को एक 'वेक-कप कॉल' के तौर पर लिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि अभी हाल में संपन्न जेडआरयूसीसी की मीटिंग में मैनें इस स्टेशन की बदहाली का मुद्दा उठाया था जिस पर ध्यान देते हुए जीएम ने इस स्टेशन पर विशेष नजर रखने का आश्वासन दिया था। रेलवे बोर्ड को जनता की परेशानियों को पहुंचाने वाले श्री गुप्ता का सुझाव था कि अब वक्त आ गया है कि रेलवे वादे करना बंद करे और काम करना चालू करे। वादे बंद करने और काम चालू करने का ही नारा इससे पहले घंटो विक्रोली स्टेशन पर लगाया गया था।

Friday, November 19, 2010

राज्यसभा चुनाव के दौरान यहां एक फ्लैट के स्वामित्व की जानकारी नहीं देकर कानून का उल्लंघन

हाई कोर्ट में शुक्रवार को दाखिल की गई एक जनहित याचिका नए मुख्यमंत्री के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। इस याचिका में आरोप लगाया गया है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने राज्यसभा चुनाव के दौरान यहां एक फ्लैट के स्वामित्व की जानकारी नहीं देकर कानून का उल्लंघन किया है। जनहित याचिका में आरोप है कि चव्हाण के पास वडाला में वीनस कापरेटिव हाउसिंग सोसाइटी में एक फ्लैट है, जिसका निर्माण अजमेरा बिल्डर्स ने आर्थिक तौर पर पिछड़े वर्गों के लिए कराया था। भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष कर रहे संगठन 'राष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी जन शक्ति' के अध्यक्ष हेमंत पाटिल ने जनहित याचिका दाखिल की है जिसमें कहा गया है कि चव्हाण ने इस फ्लैट का स्वामित्व हासिल करते वक्त जो दस्तावेज दिए थे वे दिखाते हैं कि वह आर्थिक तौर पर पिछड़े थे और वार्षिक आय 76 हजार रुपए थी। पीआईएल में यह आरोप भी है कि चव्हाण ने राज्यसभा चुनावों के समय उम्मीदवार के तौर पर जब पर्चा भरा उसके साथ अपनी संपत्ति की घोषणा करते समय फ्लैट के मालिक होने की जानकारी छिपा गए। जनहित याचिका कहती है, 'इस तरह कांग्रेस नेता ने जनप्रतिनिधित्व कानून, 1951 के प्रावधानों के अनुसार तय आचार संहिता के नियमों का उल्लंघन किया।' इसमें कहा गया है कि चव्हाण ने यह भी झूठी घोषणा की थी कि वह आर्थिक तौर पर पिछड़े वर्ग से ताल्लुक रखते हैं। आरोप है कि इस तरह का रुख अपनाकर उन्होंने आईपीसी के तहत दंडनीय अपराध किया है। याचिका पर अभी सुनवाई होनी है जिसमें मुख्यमंत्री के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है। जनहित याचिका में यह मांग भी की गई है कि सुनवाई लंबित होने और अंतिम फैसला आने तक चव्हाण के किसी भी सरकारी पद पर बने रहने पर रोक लगाई जाए। पीआईएल में हाई कोर्ट से अनुरोध किया गया है कि केंद्र और राज्य सरकारों को चव्हाण के खिलाफ कार्रवाई करने का और राज्यसभा में उनके चुनाव को खारिज करते हुए छह साल की अवधि के लिए चुनाव लड़ने पर रोक लगाने का निर्देश दिया जाए। पीआईएल में यह मांग भी की गई है कि चुनाव आयोग को चव्हाण के खिलाफ जांच कराने और उनके खिलाफ लगाये गये आरोपों के संबंध में अदालत में एक रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया जाए। इस बीच मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने कहा कि वे याचिकाकर्ता के आरोपों का जवाब अदातल में देंगे।

Wednesday, November 17, 2010

वह जिस भी क्राइम ब्रांच की यूनिट या पुलिस स्टेशन में प्रभारी बनकर गए, उसे चमाचम कर दिया।

जब कोई एलटीमार्ग पुलिस स्टेशन जाता है, तो उसकी खूबसूरती देखकर पहले-पहल तो उसे लगता है कि कहीं वह किसी कॉर्पोरेट हाउस तो नहीं आ गया है, लेकिन जब वह हकीकत जानता है, तो उसे विश्वास नहीं होता है कि वह किसी पुलिस स्टेशन में बैठा है। अरुण बोरूडे का यह शौक है कि वह जिस भी क्राइम ब्रांच की यूनिट या पुलिस स्टेशन में प्रभारी बनकर गए, उसे चमाचम कर दिया। पुलिस स्टेशन और क्राइम ब्रांच की इस चमक पर कई बार कुछ पुलिस कमिश्नर या मुंबई क्राइम ब्रांच चीफ तक फिदा हो गए और अन्य पुलिस स्टेशनों के सीनियर इंस्पेक्टरों से कह बैठे कि तुम खुद इस तरह से अपना पुलिस स्टेशन क्यों नहीं सुंदर रखते। लेकिन इस चमक के पीछे जो रिश्वत को पैसा लगा होता था, कभी किसी पुलिस कमिश्नर या क्राइम ब्रांच चीफ ने इस पर सवाल नहीं उठाया। अरुण बोरूडे के घमंड के अतीत और वर्तमान की कहानी इसी से जुड़ी हुई है। इस अधिकारी ने एक निहायत सज्जन अंग्रेजी पत्रकार को कुछ साल पहले उसी बिल्डिंग में थप्पड़ मार दिया था, जिस बिल्डिंग में बोरूडे का वर्तमान में घर है और जिस बिल्डिंग में उस पर नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार का आरोप लगा है। इस घमंडी पुलिस अधिकारी ने पिछले साल पहले सेंधमारी में गिरफ्तार कुछ आरोपियों की पूरे कालबादेवी इलाके में नंगे पैर और खुले सिर परेड कराई थी, जबकि नियम यह है कि बिना पहचान परेड के (जो जेल में होती है) किसी आरोपी की खुली सड़क पर परेड नहीं कराई जा सकती। यह मामला बाद में अदालत में गया। एक महिला पत्रकार को इसमें विटनेस भी बनाया गया, लेकिन पुलिस के आला अधिकारियों ने बोरूडे पर तब कोई कार्रवाई नहीं की। बोरूडे के लिए यह इशारा ही काफी था। उसके बाद बोरूडे ने ड्रंक्कन ड्राइविंग में नूरिया हवेलीवाला को पकड़ा, फिर उसे अलग-अलग जगह ले जाने से पहले उसका फोटो खींचने के लिए मीडिया को फोन कर दिया गया, ताकि किसी खास कारण से नूरिया और उसके परिवार पर दबाव पड़े। दबाव पड़ा भी और फिर दो महीने बाद इस आधार पर नूरिया जमानत पर छूट गई, क्योंकि अरुण बोरूडे ने निर्धारित 60 दिनों में उसके खिलाफ चार्जशीट ही दाखिल नहीं की। जब बोरूडे गिरफ्तार होंगे, तो इस बात की भी छानबीन होगी कि नूरिया के खिलाफ समय पर चार्जशीट दाखिल न करने के पीछे असली वजह क्या थी। अरुण बोरूडे इस बात के लिए काफी बदनाम रहे हैं कि वह किसी का काम करवाने के बदले में उससे गलत और कई बार अश्लील फेवर तक लेते हैं। कुछ साल पहले जब वह मुंबई क्राइम ब्रांच में थे, तो बॉलिवुड की एक नामी अभिनेत्री को किसी अंडरवर्ल्ड सरगना ने फोन किया। इस अभिनेत्री ने बोरूडे की मदद मांगी। क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी के अनुसार बोरूडे ने मदद की भी, लेकिन बदले में उस अभिनेत्री से अश्लील फेवर लिया। बोरूडे 1983 के उस बैच के हैं, जिसे एनकाउंटर स्पेशलिस्ट का बैच माना जाता है। इसी बैच से विजय सालसकर भी जुड़े रहे और प्रदीप शर्मा व प्रफुल्ल भोंसले भी। इन तीनों अधिकारियों ने वाकई में एनकाउंटर किए भी, पर चूंकि बोरूडे ने प्रदीप शर्मा के साथ ज्यादातर समय काम किया, इसलिए उनके नाम के साथ भी एनकाउंटर स्पेशलिस्ट शब्द जुड़ गया। प्रदीप शर्मा से अलग होने के बाद बोरूडे पहले अंधेरी की तेली गली क्राइम ब्रांच के और फिर पवई यूनिट के मुखिया बने। इसी पवई यूनिट ने उस ख्वाजा यूनुस को गिरफ्तार किया था, जिसके बारे में आरोप है कि बाद में उसका पुलिस हिरासत में मर्डर कर दिया गया। बोरूडे बड़े पुलिस अधिकारियों की मेहरबानी से उस केस में बच गए और रिवॉर्ड के तौर पर उन्हें एलटीमार्ग जैसा महत्वपूर्ण पुलिस स्टेशन भी मिल गया, लेकिन कहते हैं कि यदि आपने कोई पाप किया है, तो उसकी सजा आपको एक न एक दिन मिलेगी ही। हर अपराध से बचने वाले इस बर्खास्त अधिकारी के साथ आज यही हुआ है। शर्मनाक बात यह है कि जिस 15 साल की उम्र की लड़की के साथ बोरूडे ने रेप किया, उतनी ही उम्र की उनकी खुद की भी लड़की है। अपने बाप के इस घिनौने पाप की सजा उस बेचारी बेटी को भी आज मिल रही है।

Thursday, November 11, 2010

दिल्ली ने महाराष्ट्र पर पृथ्वी मिसाइल छोड़ी

महाराष्ट्र की राजनीति में हुए नाटकीय राजनीतिक परिवर्तन के दौरान कुछ नए जुमले और नए नारे गढ़े गए हैं। नए सीएम पृथ्वीराज चव्हाण के बारे में कहा गया कि दिल्ली ने महाराष्ट्र पर पृथ्वी मिसाइल छोड़ी है। यह कहा जा रहा है कि वह सरकार में फैले भ्रष्टाचार को हटाने आए हैं। चव्हाण के गृह क्षेत्र कराड़ में उन्हें 'बाबा' के नाम से पुकारा जाता है। ऐसे में कहा जा रहा है कि अब 'बाबा ' संभालेंगे महाराष्ट्र को। एनसीपी नेता और उपमुख्यमंत्री अजित दादा पवार अपने तल्ख तेवर और बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। कार्यकर्ता उन्हें प्यार से 'दादा' कहते हैं। उन्हें उपमुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठाने के लिए उत्सुक समर्थकों ने बुधवार सुबह से ये नारे लगाना जारी रखा, 'एक ही वादा, अजित दादा', यह सुनकर एक पत्रकार ने आगे जोड़ा 'एक ही वादा, अजित दादा, मुख्यमंत्री आधा।' चव्हाण हिंदी बहुत अच्छी बोल लेते हैं, जबकि अजित ने अभी-अभी हिंदी बोलना शुरू किया है।

Saturday, October 30, 2010

480 करोड़ रुपये का चुना लगाया।

सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने सोने की जूलरी निर्यात करने वाले ग्यारह लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इन सभी ने अपनी कंपनियों को मिलाकर सरकार द्वारा नियंत्रित मिनरल स्क्रेप ट्रेडिंग कापोर्रेशन (एमएसटीसी) को 480 करोड़ रुपये का चुना लगाया। जिन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है उनमें से सबसे मुख्य नाम जयेश देसाई का है। जांच के दौरान यह भी पता चला कि जयेश देसाई और उसके साथियों ने पहले भी स्क्रेप ट्रेडिंग कापोर्रेशन को 350 करोड़ का चूना लगाया है। सीबीआई इस पहलू पर भी जांच कर रही है। दरअसल दुबई में सोना निर्यात करने के लिए इन लोगों ने अपनी 6 कंपनियों का नाम और इन्वोइस एमएसटीसी को सौपा, साथ ही दुबई में जिस पार्टी को सोना निर्यात किया जाना है उसका एश्योरेंस लेटर भी एमएसटीसी को दे दिया। 600 करोड़ रुपये के सोने का निर्यात करने के एवज में एमएसटीसी की तरफ से 480 करोड़ रुपये की लिक्विडिटी भी मिल गई जो की कुल रकम का 80 प्रतिशत होती है। दूसरी तरफ दुबई में सोना एक्सपोर्ट भी कर दिया गया। दुबई में उस सोने को ओपन माकेर्ट में बेचकर ये लोग हवाला के जरिए 600 करोड़ भारत ले आए। उसके अलावा एमएसटीसी से ली गई 480 करोड़ की लिक्विडिटी की रकम को महाराष्ट्र के पेण के आस-पास जमीन खरीदने में निवेश कर दिया। लिक्विडिटी की रकम को 170 दिनों में लौटना होता है मगर 170 दिनों से भी ज्यादा दिन हो गए अभी तक कोई भी रकम एमएसटीसी को नहीं लौटाई और ना ही एमएसटीसी की तरफ से कोई कार्रवाई की गई। सीबीआई जांच में पता चला की एक्सपोर्ट और इंपोर्ट करने वाली दोनों पार्टियां एक ही हैं। संदेह का दायरा और बढ़ गया जब एमएसटीसी की तरफ से लेटर ऑफ क्रेडिट भी नहीं मांगा गया। इस मामले में अभी और खुलासे होने बाकी है। फिलहाल सीबीआई भुज, अहमदाबाद, रायगढ़ और कोलकाता में इन लोगों के ठिकानों पर छानबीन कर रही है।

Thursday, October 21, 2010

कोई भी शिवसेना की दहाड़ को नहीं रोक सकता।

मुंबई में दादर स्थित शिवाजी पार्क में दशहरा की रैली में शोर-शराबे के कारण पुलिस द्वारा शिव सैनिकों के खिलाफ ध्वनि प्रदूषण के मानदंडों के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किए जाने पर प्रतिक्रिया जताते हुए शिवसेना ने कहा है कि इस तरह की कार्रवाई मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकरों के खिलाफ क्यों नहीं की जाती ? शिवसेना के मुखपत्र सामना में छपे संपादकीय में कहा गया है भिंडी बाजार और बेहरामपदा इलाके में स्थित मस्जिदों के ऊपर लगे लाउडस्पीकरों से निकलने वाली अजान की ध्वनि के कारण बच्चों की पढ़ाई और नींद में खलल पड़ता है। इसलिए उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए। कोर्ट ने शिवसेना को इस शर्त के साथ शिवाजी पार्क में रैली करने की अनुमति दी थी कि वहां उनकी वजह से आवाज़ की तीव्रता 50 डेसीबल को पार नहीं करने पाये। गौरतलब है कि यह इलाका अब ध्वनि निषिद्ध क्षेत्र घोषित किया जा चुका है। दादर पुलिस ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को मुंबई हाई कोर्ट के आदेश के उल्लंघन के आरोप में अभियुक्त बनाया है। इस पर सामना के संपादकीय में कहा गया है, 'हम भी कानून को जानते हैं और किसी को भी हमें कानून बताने की जरूरत नहीं है। कानून को हमारी भावना का सम्मान करना चाहिए तभी हम कानून का सम्मान करेंगे।' शिवसेना ने न केवल निर्धारित 50 डेसीबल की सीमा का उल्लंघन किया बल्कि शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने खुले तौर पर कोर्ट के आदेश की यह कहकर आलोचना की कोई भी शिवसेना की दहाड़ को नहीं रोक सकता।

Friday, October 15, 2010

हीरा चोरी मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच शनिवार को आरोपपत्र दाखिल

22 अगस्त को गोरेगांव में नैशनल एग्जीबिशन सेंटर पर हुई 6 करोड़ 60 लाख रुपए की हीरा चोरी मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच शनिवार को आरोपपत्र दाखिल करेगी। मुंबई क्राइम ब्रांच चीफ हिमांशु राय ने शुक्रवार को पत्रकारों को यह जानकारी दी। श्री राय ने यह भी बताया कि उनके पास उस लेडी जैकेट की भी डीएनए रिपोर्ट आ गई है, जो एक बॉक्स में रखकर डीएचएल कूरियर से 22 अगस्त को ही रोम भेजा जा रहा था। इस बॉक्स में कई कपड़े रखे हुए थे, उनमें एक लेडी जैकेट भी था। डीएनए रिपोर्ट में साबित हो गया है कि यह जैकेट गिरफ्तार आरोपियों में एकलौती महिला गुरेरो ग्रिसेल का था। ग्रिसेल के इस जैकेट की जेब में 1641 हीरे रखे गए थे। ये सारे हीरे रोम भेजे जा रहे थे। गोरेगांव हीरा चोरी कांड में चार लोगों को दुबई में पकड़ा गया था। सारे आरोपी जेल में बंद हैं। उनकी जमानत की याचिका खारिज हो चुकी है। इस मामले में कुछ आरोपी अभी भी फरार हैं। इनमें से एक पकड़े गए चार आरोपियों के साथ गोरेगांव के नैशनल एग्जीबिशन सेंटर में भी था। वह इन चार आरोपियों के साथ मुंबई से दुबई साथ-साथ भी गया था, पर बाद में इन चारों साथियों और दुबई पुलिस को चकमा देकर दुबई से दक्षिण अफ्रीका भाग गया था। इन सभी पांच आरोपियों का सरगना रोम में बताया जाता है।

मुंबई मराठी लोगों की

शिवसेना के वरिष्ठ नेता मनोहर जोशी ने फिर यह दोहराया है कि मुंबई मराठी लोगों की है और अन्य राज्यों से आने वालों पर रोक लगनी चाहिए। जोशी ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि यह जगजाहिर है कि मुंबई मराठी लोगों की है, इस संबंध में बहस जरूरी नहीं है। लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष जोशी ने एक कार्यक्रम में कहा कि करीब 300 परिवार रोजाना मुंबई आते हैं। शहर में लोगों को समायोजित करने की सीमा होती है। लोगों की इस बाढ़ से नगर के आधारभूत ढांचे पर असर हुआ है।

Monday, October 11, 2010

पति महाराष्ट्र का है और पत्नी झारखंड की।

बॉम्बे हाईकोर्ट ने जबरन दूर किए गए पति-पत्नी को मिलाया और फैसला सुनाया की कानून की दृष्टि से दोनों पति-पत्नी हैं। इस मामले में पति महाराष्ट्र का है और पत्नी झारखंड की। लड़की वालों का विरोध होने के बाद भी गत माह दोनों ने विवाह कर लिया था। इसके बाद 22 साल की लड़की को उसके पिता और भाई वापस होम टाउन बोकारो ले गए। जब पत्नी नहीं लौटी तो 24 साल के पति को गड़बड़ की आशंका हुई। इसके बाद नवी मुंबई निवासी पति ने हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की। हाईकोर्ट ने झारखंड पुलिस को लड़की को अदालत में पेश करने के लिए कहा। कोर्ट के कहने पर बुधवार को लड़की को अदालत में पेश किया गया। लड़की का इंटरव्यू लेने के बाद जस्टिस बी.एच. मार्लपाल्ले और अनूप मोहता की खंडपीठ ने मामले की सुनवाई की और पाया कि लड़की विवाहित है। उसने अपनी मर्जी से शादी की थी और अब अपने पति के साथ रहना चाहती है। यह भी पता चला कि एमबीए करते समय दोनों की मुलाकात हुई थी और फिर यह मामला प्रेम से होते हुए विवाह तक जा पहुंचा।

Saturday, October 2, 2010

नरीमन पॉइंट से कफ परेड तक 1.2 किलो मीटर लंबी नई सड़क का निर्माण

मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (एमएमआरडीए) नरीमन पॉइंट से कफ परेड तक 1.2 किलो मीटर लंबी नई सड़क का निर्माण करेगा। इस सड़क के बनने के बाद एनसीपीए सड़क का 'डैड एंड' नहीं रह जाएगा। 50 करोड़ रुपये की लागत से यह सड़क समुद्र के किनारे मरीन ड्राइव से कफ परेड तक बनाई जाएगी। समूचे नरीमन पॉइंट को नए सिरे से बनाने की बात चलने के कारण एमएमआरडीए ने इस सड़क का निर्माण कार्य रोक रखा था। जबकि इस योजना को 2008 के शुरू में हरी झंडी मिल गई थी। नरीमन पॉइंट इलाके की पुनर्निर्माण योजना खटाई में पड़ने के बाद अब फिर से इस सड़क निर्माण के काम को हाथ में लिया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि एनसीपीए के पास से शुरू होकर यह सड़क नरिमन पॉइंट इलाके की इमारतों को छूती हुई फ्री प्रेस जर्नल बिल्डिंग से होकर, एमएलए होस्टल और नरीमन पॉइंट फायर स्टेशन जगन्नाथ भोसले मार्ग) से होकर नाथालाल पारेख मार्ग (कफ परेड) में समाप्त होगी। एमएमआरडीए के संयुक्त प्रोजेक्ट निदेशक दिलीप कवठकर ने बताया कि हमने सड़क की यह योजना मंजूरी के लिए वन और पर्यावरण विभाग को भेज दी है। इस सड़क के निर्माण से मादाम कामा रोड पर यातायात सुगम हो जाएगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल नरीमन पॉइंट से नाथालाल पारेख मार्ग जाने के लिए मादाम कामा रोड ही एकमात्र मार्ग है। यह 12.5 मीटर चौड़ा मार्ग है। अरब सागर के किनारे चलने वाले मार्ग पर 2.5 मीटर चौड़ा फुटपाथ है- वॉक वे है जो मरीन ड्राइव तक जाता है। इस योजना की सबसे बड़ी बाधा है कि इसके लिए रिक्लेमेशन के भूखंड की भी जरूरत होगी। इस काम के लिए जनता से सुझाव और आपत्तियां आमंत्रित की जाएंगी। कवठकर ने बताया कि सभी तरह की मंजूरी मिलने पर मात्र 18 माह में इस सड़क निर्माण कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। कुछ लोगों का कहना है कि इस काम के लिए एमएलए हॉस्टल की मदद भी लेनी पड़ेगी। साथ ही इस हॉस्टल के पीछे बसे झोपड़ावासियों का पुनर्वास करके शानदार सड़क बनाकर यातायात को सुगम बनाया जा सकता है।

Thursday, September 30, 2010

पति को खोजने में पुलिस भी नाकाम साबित हुई तो आखिरकार पत्नी ने झाड़-फूंक करने वाले एक बाबा की शरण ली।

लगातार चार महीने से लापता पति को खोजने के बाद परेशान पत्नी ने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करा दी, पर जब उसके पति को खोजने में पुलिस भी नाकाम साबित हुई तो आखिरकार पत्नी ने झाड़-फूंक करने वाले एक बाबा की शरण ली। बाबा ने यह सुनते ही उस महिला को कहा कि तू तो पागल है, अरे तेरा पति तो कब का मर चुका है, वह वापस कहां से आएगा। अब तो उसकी मुक्ति के लिए तुम्हें उसका श्राद्ध करना पड़ेगा। महिला ने आंख मूंद कर बाबा की बात मान ली और 24 सितंबर को अपने माथे पर लगे कुमकुम को पोंछते हुए हिंदू धर्म की रीतियों के अनुसार पूरे विधि-विधान से अपने पति का श्राद्ध करा दिया। पर श्राद्ध के दो दिन के बाद जैसे चमत्कार ही हो गया। बाबा के दावे को झुठलाते हुए महिला का पति हाजिर हो गया। तब विधवा बन चुकी पत्नी को जितनी खुशी फिर से सुहागिन बनने में हुई उतना ही गुस्सा उसे ढोंगी बाबा पर भी आया। यह घटना ठाणे जिले के मुरबाड तालुका के साखेर-धारगांव की है। इस गांव का निवासी अनंता माहादू पवार कल्याण में नाका मजदूर का काम करता था। वहां उसे चौकीदारी की नौकरी मिली और उसे कहीं और जाकर ड्यूटी करनी पड़ी। चौकीदारी के काम में छुट्टी न मिलने से वह अपने घर से न तो संपर्क ही कर पाया और न किसी से संदेश ही दे पाया। इधर अचानक पति के गायब होने से उसकी पत्नी बुरी तरह से परेशान हो गई। तमाम खोज-बीन और पुलिस में शिकायत के बाद भी निराशा मिलने से अंतत: बाबा की सलाह पर गांव में अनंता पवार का श्राद्ध कर दिया गया। उधर चार महीनों से दूर रहे अनंता पवार ने अपनी नौकरी से छुट्टी ली और सीधे अपने घर आया। वह अपने साथ तीनों बेटों के लिए खिलौने और अन्य सामान भी ले आया था। उसके गांव में घुसते ही हंगामा हो गया। सभी ने उसे घेर लिया और उसका हाल-चाल लेने लगे। उसे स्वस्थ देखकर सबने राहत की सांस ली। अनंता ने देखा कि उसकी पत्नी की मांग बिना सिंदूर के है और तीनों बेटों ने मुंडन करा रखा था। घर में उसकी तस्वीर पर फूलों की माला चढ़ाई हुई थी। यह सब देखकर वह खुद भी परेशान हो गया। अपने पति को साक्षात अपने सामने पाकर पत्नी अपने पति के गले लगकर खूब रोई और फिर तुरंत खुश होकर अपने माथे पर फिर से कुमकुम लगा लिया। थोड़ी देर के बाद गांव वालों को ढोंगी बाबा रमेश मांगले की याद आई। वे मुरबाड गए और बाबा को पकड़कर गांव में ले आए और जमकर पिटाई की।

सरकार ने फैसले के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी

तीस सितंबर को आने वाले अयोध्या विवाद के फैसले के मद्देनजर देश की निगाहें पर लखनऊ पर गड़ गई हैं। सेंटर पॉइंट लखनऊ होने के कारण इसे यूपी की सीएम मायावती की अग्निपरीक्षा माना जा रहा है। सरकार ने फैसले के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी है। अयोध्या की तरह ही वेस्टर्न यूपी में लॉ एंड ऑर्डर पर नजर रखने के लिए मेरठ में एक प्लेन/हेलिकॉप्टर तैनात किया जा चुका है जबकि एक अन्य प्लेन/हेलिकॉप्टर ईस्ट यूपी के लिए रिजर्व है। जरूरत पड़ने पर लखनऊ में एयरफोर्स के प्लेन-हेलिकॉप्टर कुछ वक्त के भीतर उपलब्ध हो जाएंगे। इसी तरह 10 मिनट के नोटिस पर सुरक्षाबल कहीं भी पहुंच सकेंगे। इमरजेंसी प्लान के तहत नेपाल बॉर्डर सहित यूपी के एयर-रेल और रोड ट्रांसपोर्ट पर केंद्रीय और राज्य की खुफिया एजेंसियों की सीधी नजर होगी। मायावती को मालूम है कि अगर फैसला आने के बाद कानून-व्यवस्था से जुड़ी कोई समस्या पैदा होती है तो विपक्षी पाटिर्यां इसे तूल देने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगी। ऐसे में सरकार किसी तरह की कोताही बरतते नहीं दिखना चाहती। बंद रहेंगी वाइन शॉप : अयोध्या विवाद पर आने वाले फैसले के मद्देनजर प्रदेश में शराब की दुकानों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। किसी तरह की खुशी मनाने या आतिशबाजी करने पर भी रोक होगी। जहां तक मीडिया का सवाल है तो कलेक्ट्रेट परिसर में बनाए गए मीडिया सेंटर में ही अयोध्या केस से जुड़े पक्षकारों और वकीलों से बातचीत की जा सकेगी।

Saturday, September 18, 2010

मोरबे बांध लबालब

इस वर्ष लगातार हुई अच्छी बरसात से नवी मुंबई का खुद के स्वामित्व वाला मोरबे बांध लबालब हो गया है। अब मनपा क्षेत्र के सभी रहिवासियों को पूरे साल बिना किसी कटौती के लगातार पीने का पानी मिलता रहेगा। इस बांध की लंबाई 3250 मीटर, चौड़ाई 450 और गहराई 88 मीटर है। इससे नवी मुंबई मनपा में रोज 334.47 एम.एल.डी. पानी की आपूतिर् होती है। मुंबई महानगर क्षेत्र में अकेले नवी मुंबई में ही 24 घंटे पीने के पानी की सप्लाई होती है। वैसे, अभी पानी की पाइप लाइनें बिछाने और जोड़ने का काम पूरा न होने से शहर के कुछ हिस्सों में 24 घंटे पानी की सप्लाई नहीं की हो पा रही है। जैसे ही यह काम पूरा हो जाएगा, उन इलाकों में भी 24 घंटे पानी की सप्लाई शुरू कर दी जाएगी। शहर भर में 52 हजार उपभोक्ताओं के यहां पानी के मीटर लगा दिए गए हैं। मनपा आयुक्त विजय नाहटा ने पहले से ही 'पानी बचाओ' अभियान चला रखा है। मनपा प्रशासन ने पानी चोरों के खिलाफ भी मुहिम चला रखी है।

Tuesday, September 14, 2010

काजोल ने आज दूसरे बच्चे को जन्म दिया।

बॉलिवुड ऐक्ट्रेस काजोल ने आज दूसरे बच्चे को जन्म दिया। करीब 09 बजकर 50 मिनट पर जन्मे इस बच्चे से काजोल और अजय की बेटे की ख्वाहिश भी पूरी हो गई। दोनों की पहले से ही एक बेटी न्यासा है। सूत्र के मुताबिक : काजोल ने आज मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल में एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया। काजोल प्रेगनेंट होने की वजह पिछले कई महीनों से कोई फिल्म नहीं साइन कर रही थी। काजोल फिलहाल हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने के बाद अपनी मां तनुजा के घर चली जाएगी , क्योंकि अजय शूटिंग में बिजी है। काजोल को बेटे के जन्म पर बधाई मिलने का सिलसिला शुरू हो गया है। बॉलिवुड ऐक्टर अजय देवगन और काजोल को सबसे पहले रितेश देशमुख ने ट्विटर के जरिए बधाई दी है। रितेश ने अपने ट्वीट में लिखा है - कॉन्ग्रैचुलेशन अजय ऐंड काजोल ... ए बेबी बॉय अरावइस ... उसके बाद प्रियंका चोपड़ा , शाहरुख खान और मधुर भंडारकर ने दोनों को बधाई देते हुए ट्वीट किए। गौरतलब है कि काजोल की सही - सलामत डिलीवरी के लिए उनकी मां तनुजा और बहन तनीषा ने हाल ही में सांता क्रूज में अपने घर पर पूजा रखी थी। काजोल का परिवार अपने पुराने घर में वापस लौट आया है। गृह प्रवेश की पूजा के मौके पर ही काजोल की मां ने उनकी सेहत के लिए भी पूजा की। हालांकि पूजा में काजोल शामिल नहीं हुईं क्योंकि उन्हें डॉक्टर ने चलने फिरने के लिए मना किया था। काजोल की बहन तनीषा ने बताया - हमनें काजोल के लिए प्रार्थना की।

Friday, September 10, 2010

विदेश में बसे भारतीय मूल के लोग भी काफी धूमधाम से गणेशोत्सव

विदेश में बसे भारतीय मूल के लोग भी काफी धूमधाम से गणेशोत्सव मनाते हैं। गणपति की मिट्टी की मूर्ति मिलने में होने वाली परेशानी और मूर्ति विसर्जन की राह में पेश आने वाली कानूनी बाधा का अब उन्होंने एक नया उपाय खोज निकाला है। पूजा-अर्चना के लिए अब वे मुंबई से इको-फ्रेंडली गणेश की पेंटिंग मंगाने लगे हैं। मुंबई के नामी पेंटर के. प्रकाश ने गणपति की ऐसी ही एक पेंटिंग इस हफ्ते लंदन भेजी है। अमेरिका और कनाडा में बसे गणेश भक्तों ने भी उन्हें 'एलिफैंट गॉड' की पेंटिंग का ऑर्डर भेजा है। सिद्धिविनायक मंदिर के निकट रहने वाले के. प्रकाश ने बताया कि बचपन से वह खुद गणपति के अनन्य भक्त हैं। उन्होंने बताया, 'पिछले दिनों मेरी पेंटिंग्स की एक प्रदर्शनी लंदन में आयोजित हुई थी। वहां बसे भारतीय समुदाय के लोगों ने मेरे चित्रों को काफी सराहा। खासकर शिव, पार्वती और गणपति के चित्रों को। गणपति को मैंने विविध रूपों और विविध रंगों में कैनवास पर उतारा है, जिसकी प्रेरणा मुझे सिद्धिविनायक मंदिर के विघ्नहर्ता-सुखकर्ता गणपति देवा से मिलती रही है। लंदन में बसे मराठीभाषी गणेशभक्तों ने मेरी एक पेंटिंग वहीं खरीद ली। बाद में एक और पेंटिंग का ऑर्डर मिला, जो मैंने मुंबई से इस सप्ताह वहां भेजी है। अमेरिका और कनाडा से भी गणपति की पेंटिंग का ऑर्डर है।'

Friday, September 3, 2010

तीन बड़ी राजनीतिक पार्टियों की मुंबई की कमान हिंदी भाषियों के हाथ में

ऐसा शायद पहली बार हुआ है कि तीन बड़ी राजनीतिक पार्टियों की मुंबई की कमान हिंदी भाषियों के हाथ में है। मुंबई बीजेपी के अध्यक्ष पद पर राज पुरोहित की नियुक्ति के बाद मुंबई के राजनीतिक हलकों में इस 'हिंदी त्रिमूर्ति' के बढ़े हुए कद के कई अर्थ लगाए जा रहे हैं। जिसमें से एक यह है कि मुंबई में मराठी राज की पकड़ ढीली पड़ रही है। मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह, एनसीपी के मुंबई अध्यक्ष नरेन्द्र वर्मा और अब पुरोहित का चयन ने महानगर के बदले चरित्र पर मुहर लगाई है। यह बात शिवसेना, खास कर मनसे के लिए चुनौतीपूर्ण है और इसी घटना को ये दोनों पार्टियां मराठी मन को उकसाने के लिए भुना सकती है। सिंह, वर्मा और पुरोहित का छिपा एजेंडा राज ठाकरे का सामना करना हैं, हालांकि बीएमसी के चुनाव में कांग्रेस और एनसीपी की रणनीति अलग हो सकती है। गत लोकसभा एवं विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस ने शिवसेना-बीजेपी के वोट काटने के लिए मनसे का खुलकर उपयोग किया। आगामी बीएमसी के चुनाव में यही रणनीति अपनाई जाने के आसार है। मुंबई के लिए कांग्रेस अक्सर गैर मराठी नेता चुनती रही है। श्री मुरली देवड़ा 25 साल मुंबई के अध्यक्ष थे और स्व. रजनी पटेल मुंबई कांग्रेस के बहुत काबिल अध्यक्षों में गिने जाते थे। उसके बावजूद मुंबई के कांग्रेसी वोट बैंक पर ज्यादा असर नहीं पड़ा है क्योंकि वह झोपड़पट्टी और दलित बस्तियों में केंद्रित है। पर सन् 1980 से मराठी मुद्दे ने जोर पकड़ा हैं। मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने के मुद्दे ने ही बीएमसी में शिवसेना-बीजेपी को बीएमसी में सत्ता दिलाई है। एनसीपी और बीजेपी ने अनेक बार मुंबई का नेतृत्व इसलिए मराठी शख्स को सौंपा है कि वही उसकी राजनीतिक जरूरत थी। पर अब मुंबई का राजनीतिक मैप मराठी पटरी से खिसक रहा है। सिंह, वर्मा और पुरोहित के चयन ने इसके संकेत दिए है।

Monday, August 30, 2010

बदमाशों ने करीब 26 लाख रुपये लूट लिए।

मुंबई के बोरीवली इलाके में स्थित एचडीएफसी बैंक की एक शाखा से सोमवार सुबह हथियारबंद बदमाशों ने करीब 26 लाख रुपये लूट लिए। बोरीवली पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि शिम्पोली मार्ग पर स्थित बैंक की एक शाखा से सोमवार सुबह करीब 9.30 बजे हथियारबंद बदमाश रुपये लूट ले गए। हम इस मामले में हम और जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। एचडीएफसी बैंक के एक प्रवक्ता ने बताया कि 5 हथियारबंद बदमाश सुरक्षाकर्मी को बंधक बनाकर बैंक में घुस गए और 26 लाख रुपये लूट ले गए। प्रवक्ता ने बताया कि सुबह अभी बैंक खुला ही था कि यह घटना हो गई। उस दौरान बैंक में कुछ ही ग्राहक मौजूद थे, लेकिन उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।

Wednesday, August 25, 2010

मुंबईकरों के लिए 10 महीने तक पर्याप्त होगा। पानी

महानगर को पानी सप्लाई करने वाले सभी छह जलाशयों में 10 लाख 85 हजार 961 मिलियन लीटर पानी जमा हो गया है जो मुंबईकरों के लिए 10 महीने तक पर्याप्त होगा। पूरे साल के लिए करीब 12 लाख मिलियन पानी की जरूरत होती है, मगर अभी भी महानगर को 60 प्रतिशत से ज्यादा पानी सप्लाई करने वाले दो प्रमुख जलाशय नहीं भरे हैं। महानगर को छह जलाशयों से पानी सप्लाई किया जाता है जिसमें तुलसी, मोडक सागर, तानसा और विहार लेक लबालब हो गए हैं पर अपर वैतरणा और भातसा के लबालब होने का अभी भी इंतजार है। इस बाबत कमिश्नर स्वाधीन क्षत्रिय का कहना है कि भातसा और अपर वैतरणा के भरने के बाद ही पानी कटौती पूरी तरह से खत्म करना ही ठीक होगा वर्ना पानी कटौती उठाने के बाद ये दानों जलाशय भरे नहीं तब क्या। उन्होंने बताया कि इन सभी छह जलाशयों के भरने के बाद इनमें करीब 13 लाख मिलियन लीटर पानी जमा हो जाता है जो पूरे साल तक चलेगा।

Monday, August 16, 2010

मुंबई अंडरवर्ल्ड से नहीं, बल्कि कश्मीर से जुड़े हुए हैं।


हफ्ता वसूली के मामले में अंडरवर्ल्ड का नाम तो जब-तब आता रहता है। अंडरवर्ल्ड के नाम पर टपोरी भी मुंबई के व्यापारियों को धमकी भरे फोन करते रहे हैं। घाटकोपर क्राइम ब्रांच ने तीन ऐसे हफ्ताखोरों को गिरफ्तार किया है, जो मुंबई अंडरवर्ल्ड से नहीं, बल्कि कश्मीर से जुड़े हुए हैं। इनके नाम हैं मेहराज बिन गुलाम, जहूर अहमद लोन और पीर मोहम्मद शेख। क्राइम ब्रांच के अडिशनल सीपी देवेन भारती ने एनबीटी को बताया कि तीनों ही आरोपी 31 जुलाई को बोरिवली में टाइटन शोरूम में हुई लूट की एक वारदात में शामिल थे। तीनों लुटेरे तब एक खिलौना पिस्टल दिखाकर उस शोरूम में घुसे और वहां रखी 31 महंगी घड़ियां लेकर भाग गए। बोरिवली पुलिस के अलावा घाटकोपर क्राइम ब्रांच के सीनियर इंस्पक्टर नादगौडा , विनायक वस्त, संकपाल और अनिल ढोले की टीम ने इस मामले की जांच शुरू की। जांच में पता चला कि बोरिवली में जिस व्यक्ति का टाइटन शोरूम है, उसी का मुलुंड में भी टाइटन शोरूम है। 21 जुलाई को इस शोरूम में किसी ने खुद को डी कंपनी का आदमी बताते हुए फोन किया और 20 लाख रुपये का हफ्ता मांगा। 31 जुलाई को बोरिवली में घड़ियों की लूट के बाद फिर टाइटन शो रूम के मालिक के पास फोन पहुंचा कि यह तो ट्रेलर है, पिक्चर अभी बाकी है। इसके बाद आरोपियों की खोजबीन शुरू हुई और फिर तीनों कश्मीरी आरोपी गिरफ्तार किए गए।

Thursday, August 12, 2010

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने मंगलवार को बीएमसी कमिश्नर स्वाधीन क्षत्रिय से मुलाकात की।

महानगर की पानी समस्या को लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने मंगलवार को बीएमसी कमिश्नर स्वाधीन क्षत्रिय से मुलाकात की। इस समस्या से लोगों को कैसे राहत दिलाई जा सकती है इसके नुस्खे कमिश्नर को बताए। वाटर हार्वेस्टिंग को सख्ती से लागू करने तथा पानी चोरी व लीकेज जैसी समस्याओं को हल कर पानी की समस्या को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। राज ने सुझाव दिया कि वाटर हार्वेस्टिंग कितने बिल्डिंगों में अपनायी गयी है इसकी विस्तार से जानकारी मंगाई जाए। बीएमसी व प्राइवेट कुओं से प्रतिदिन हजारों लीटर पानी की बिक्री पर उंगली उठाई। ठाकरे ने कमिश्नर से कहा कि जिन कुओं पर इस तरह का कारोबार चल रहा है उस पर तत्काल रोक लगाए। उन कुओं को बीएमसी अधिग्रहण करे और उसे अपने कब्जे में ले। जिन क्षेत्रों में पानी की ज्यादा समस्या है उन क्षेत्रों में टैंकर से पानी पहुंचाने के लिए बीएमसी और भी जोर लगाए। बीएमसी कमिश्नर ने पत्रकारों को बताया कि श्री ठाकरे द्वारा उठाए गए प्रश्नों पर पहले से ही अमल की जा रही है। हां, वाटर हार्वेस्टिंग के नियम कानून को और भी सख्ती से लागू किए जाएंगे और पानी लीकेज रोकने के लिए कई तरह के महत्वपूर्ण कदम उठाये गए हैं। सभी प्रभाग में विशेष ठेकेदार नियुक्ति किए गए हैं। जहां से भी पानी चोरी की शिकायतें आ रही वहां पर हमारे इंजीनियर व जल विभाग के कर्मचारी जाकर कार्रवाई कर ही रहे हैं और जिन क्षेत्रों में ज्यादा पानी की कमी है, वहां पर टैंकर से पानी पहुंचाया ही जा रहा है।

Friday, August 6, 2010

आम लोगों को फ्लैट उपलब्ध कराने सस्ते रेट पर किराए पर घर देने की योजना को तेजी से बढ़ाया है

एमएमआरडीए के जरिए सरकार ने आम लोगों को फ्लैट उपलब्ध कराने सस्ते रेट पर किराए पर घर देने की योजना को तेजी से बढ़ाया है और अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तो आने वाले दो सालों के अंदर लोगों को ऐसे मकान किराए पर मिलने भी लगेंगे। अगर हम इसके कुछ चुनिंदा प्रोजेक्टों की बात करें तो यह सबसे पहले कर्जत के पास तानाजी मालसुरे सिटी में 6,000 फ्लैट, कल्याण में निर्मल लाइफस्टाइल के सहयोग से 35,863 फ्लैट्स, भिवंडी में ईकोहोम्स टाउनशिप के तहत 4,583 फ्लैट्स और वसई में धनश्री डिवेलपर्स के सहयोग से 10,115 फ्लैट्स के निर्माण की योजना जोरों पर है। रीयल इस्टेट से जुड़े जानकारों की चिंता यह है कि कहीं डिवेलपमेंट पर्यावरण और ओपेन स्पेस की बलि देकर न कर दी जाए। याद रहे कि मुम्बई में प्रति 1000 व्यक्ति पर सिर्फ .03 एकड़ जमीन है, जबकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मापदंड के हिसाब से यह 4 एकड़ होना चाहिए। इस लक्ष्य को एफएसआई को कंट्रोल कर हासिल किया जा सकता है। बता दें कि मुम्बई शहर के लिए फिलहाल एफएसआई 1.33 है और उपनगरों के लिए 1 है। मगर कुछ स्कीमों के लिए सरकार ने 4 की एफएसआई दी है।

Monday, August 2, 2010

'राजनीतिक गड्ढे' खोदने में कोई कसर नहीं

मुंबई शहर के पालक मंत्री होने के नाते महानगर की सड़कों के गड्ढे दुरुस्त करने में जुटे जयंत पाटील अपने गृह जिले सांगली में कांग्रेस के लिए 'राजनीतिक गड्ढे' खोदने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। शुक्रवार को कांग्रेस के सात और नगरसेवक पार्टी छोड़कर एनसीपी के नेतृत्व वाली उनकी 'महाआघाडी' में शामिल हो गए। कांग्रेस-एनसीपी सरकार में मंत्री पद संभाल रहे जयंत पाटील पहले ही बीजेपी, जनता दल और शेकाप को अपने साथ जोड़कर कांग्रेस को सांगली महानगरपालिका से बाहर कर चुके हैं। दो साल पहले हुए चुनाव के बाद वहां की महानगरपालिका में कांग्रेस के 24 नगरसेवकों की तुलना में महाआघाडी में डबल यानी 50 नगरसेवक हो गए थे। शुक्रवार को कांग्रेस नगरसेवक तोड़ने के बाद महाआघाडी के सदस्यों की संख्या 57 हो गई है। सांगली में जयंत पाटील समर्थकों श्रीनिवास पाटील और पूर्व नगरसेवक संजय बजाज ने कांग्रेस नगरसेवकों की फूटने की अधिकारिक घोषणा की। फूटने वाले इन नगरसेवकों के गुट के मुखिया हनुमंतराव पवार ने दावा किया कि 'हमने बिना किसी अपेक्षा के जयंत पाटील के साथ सांगली के विकास के लिए काम करने का निर्णय लिया है'। हनुमंतराव के साथ पार्टी बदलने वाले नगरसेवकों के नाम हैं- प्रशांत पाटील-माजलेकर, बालाराम जाधव, मोहम्मद मणेर, सलीम सतामेकर, रूबाबी खतीब शरीफा महात। राजनीतिक सूत्रों के अनुसार, जयंत पाटील सांगली में पूर्व मुख्यमंत्री वसंतदादा पाटील परिवार के वर्चस्व को समाप्त करने में जुटे हैं। लोकसभा चुनाव में दादा के नाती प्रतीक प्रकाश पाटील सांगली से विजयी रहे थे और उन्हें शरद पवार के वर्चस्व वाले पश्चिम महाराष्ट्र के बीचोबीच कांग्रेस का यह गढ़ बचाए रखने के लिए इनाम के तौर पर केंद्र में राज्यमंत्री पद भी दिया गया। मगर इसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-विरोधी दलों की अंदरूनी साठगांठ ने दादा के भतीजे मदन पाटील को विधानसभा चुनाव में पटखनी देने में सफल रही थी। इसके बाद तो एनसीपी, बीजेपी और शेकाप की 'महाआघाडी' खुलकर सामने आ गई। बताया जाता है कि ताजा फूट के लिए छह महीने से काम चल रहा था और कांग्रेसी नेता मदन पाटील धड़े के लिए भारी झटका माना जा रहा है।

Thursday, July 29, 2010

बुधवार रात करीब 12 बजे एक चार मंजिला इमारत ढह गई।

मुंबई के कुर्ला में बुधवार रात करीब 12 बजे एक चार मंजिला इमारत ढह गई। इमारत के मलबे में दबकर एक 6 साल के बच्चे की मौत हो गई जबकि 10 लोग घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक कुर्ला के रफीक स्टेट में कई फ्लैट्स बने हुए थे। बुधवार रात अचानक यह इमारत ढह गई। हादसे की खबर मिलने पर फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंच गई है। मलबे से घायलों को बाहर निकाला गया। बताया जाता है कि इस इमारत में 50 से ज्यादा लोग रहते थे। इमारत को दरकते देख कुछ लोग पहले ही वहां से बाहर आ गए थे।

Monday, July 26, 2010

विलंब से आरक्षण देने का आरोप लगाते हुए सदन का बहिष्कार

महाराष्ट्र विधानसभा में शनिवार को विपक्षी विधायकों ने सरकार पर नौकरी के दौरान पदोन्नति में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को विलंब से आरक्षण देने का आरोप लगाते हुए सदन का बहिष्कार किया। विपक्ष के नेता एकनाथ खाडसे ने कहा कि राज्य ने वर्ष 2004 में इस संबंध में कानून पारित किया था, लेकिन सरकार अन्य पिछडे़ वर्ग को पदोन्नति में आरक्षण देने वाले इस विधेयक को लागू करने में अभी तक असफल रही है। उन्होंने कुछ आईएएस अधिकारियों की टिप्पणी पर भी ध्यान दिलाया। आईएएस अधिकारियों ने कहा था कि अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों को पदोन्नति में आरक्षण दिया जाना असंवैधानिक है जबकि इस संबंध में कानून मौजूद है। सामाजिक न्याय मंत्री शिवाजी राव मोगहे ने सदन को सूचित किया, 'सरकार इस बात को लेकर स्पष्ट है कि पदोन्नति में अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों को आरक्षण दिया जाना चाहिए और वह इस संबंध में आ रही बाधाओं को दूर करने का प्रयास करेगी।' उन्होंने बताया कि पिछड़ा वर्ग के छात्रों को वर्ष 2002 से ही 100 प्रतिशत वजीफा दिया जा रहा है और वर्ष 2009-10 के बीच 560 करोड़ वितरित किए गए।

Thursday, July 22, 2010

31 की उम्र में महिलाएं सुंदर

इसमें कोई शक नहीं है कि महिलाएं सुंदर होती हैं लेकिन सबसे सुंदर वे 31 की उम्र में लगती हैं। यह दावा हाल ही में हुई एक स्टडी में किया गया है। शोधकर्ताओं ने देखा कि 18-19 साल की लड़कियों की तुलना में जीवन के 20वें दशक के आखिर और 30वें दशक के शुरू में पहुंच चुकी महिलाएं ज्यादा आकर्षक लगती हैं। 31 साल की उम्र में तो वे अपनी खूबसूरती के चरम पर होती हैं। इस सर्वे में 2000 महिला और पुरुषों से सवाल जवाब किए गए और नतीजा निकला कि सुंदरता बाहरी चमक-दमक के अलावा पर्सनैलिटी से भी जुड़ी होती है। अखबार द डेली टेलीग्राफ के मुताबिक 70 पर्सेंट लोगों का कहना था कि खूबसूरती का मतलब आत्मविश्वास से भरा होना है, 67 फीसदी ने अच्छे नैन-नक्श को अहमियत दी, जबकि 47 पर्सेंट ने कहा खूबसूरती मतलब स्टाइलिश होना।

Friday, July 16, 2010

11वीं में एडमिशन लेनेवाले दूसरे बोर्ड्स के छात्रों को भी देने को तैयार


इस बार कुछ तेजी से काम करते हुए राज्य सरकार ने हाईकोर्ट में गुरुवार को कहा कि वह स्पोर्ट्स कोटे का फायदा 11वीं में एडमिशन लेनेवाले दूसरे बोर्ड्स के छात्रों को भी देने को तैयार है। राज्य के एडवोकेट जनरल रवि कदम द्वारा दिए गए इस स्टेटमेंट के बाद आईसीएसई स्टूडेंट्स द्वारा एसएससी बोर्ड के खिलाफ दायर की गई याचिका वापस ले ली गई। पिटिशनर ने एसएससी बोर्ड द्वारा स्पोर्ट्स कोटे में दिए गए 25 मार्क्स को टोटल में जोड़ने को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। इसे आईसीएसई छात्रों की दोहरी जीत माना जा रहा है। बताया जाता है कि सरकार ने अन्य बोर्ड्स को अनुमति देने की सलाह टॉप कानूनी अफसरों ने दी थी, जिसको सरकार ने एजुकेशन विभाग के अफसरों की राय पर तरजीह दी। आईसीएसई छात्रों को स्पोर्ट्स कोटा के मार्क्स प्राप्त करने के लिए संबंधित कॉलेज में ऐसा प्रमाणपत्र देना होगा जिसमें यह साबित हो कि वे इसके योग्य हैं। रवि कदम ने अदालत को बताया कि 16 जुलाई से ऑनलाइन एडमिशन शुरू हो रहे हैं इसलिए यही प्रक्रिया अपनाई जा सकती है। लेकिन ऑनलाइन एडमिशन सिर्फ मुंबई के लिए है। कदम ने कोर्ट को आश्वस्त किया कि सरकार मुंबई के सभी कॉलेजों को इस बारे में निर्देश देगी।

Tuesday, July 13, 2010

राज्य सरकार का प्रतिष्ठित राज कपूर सम्मान अभिनेता शाहरुख खान को दिए जाने की खबर गलत

मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार का प्रतिष्ठित राज कपूर सम्मान अभिनेता शाहरुख खान को दिए जाने की खबर गलत है। ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है। विधानसभा में सोमवार को बीजेपी सदस्य देवेंद्र फडणवीस ने सम्मान का मुद्दा उठाया था। उनका तर्क था कि शाहरुख भले ही अच्छे अभिनेता हों, मगर ये सम्मान मराठी कलाकारों को दिया जाना चाहिए। उन्होंने दलील दी कि 'जोगवा' जैसे मराठी फिल्म को पांच-पांच राष्ट्रीय अवॉर्ड मिले हैं। वहीं, 'मी शिवाजी राजे बोलतोय' और 'नटरंग' जैसी फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई की है। मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करते हुए साफ किया कि सरकार वैसे भी इन पुरस्कारों का फैसला नहीं करती। इसके लिए अलग से समिति है, जो सम्मान के बारे में प्रस्ताव सरकार को भेजती है। फिलहाल, सरकार को ऐसा कोई प्रस्ताव मिला ही नहीं है। कुछ चैनलों ने शाहरुख को सम्मान दिए जाने की खबर चलाई, मगर इसमें सत्यता नहीं है। महाराष्ट्र सरकार हर साल हिन्दी सिनेमा में श्रेष्ठ योगदान के लिए राज कपूर सम्मान और मराठी सिनेमा में श्रेष्ठ योगदान के लिए वी. शांताराम सम्मान फिल्मी दुनिया की हस्तियों को प्रदान करती है।

Saturday, July 10, 2010

सभी मंत्रियों को महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद के संबंध में सुप्रीम कोर्ट में सरकार के रुख पर इस्तीफा दे देना चाहिए।

केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल महाराष्ट्र के मंत्रियों पर निशाना साधते हुए शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने कहा है कि सभी मंत्रियों को महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद के संबंध में सुप्रीम कोर्ट में सरकार के रुख पर इस्तीफा दे देना चाहिए। ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र सामना में एक संपादकीय में कहा है सरकार में महाराष्ट्र के जितने मंत्री हैं, उनमें से किसी में भी इतनी हिम्मत नहीं है कि वह महाराष्ट्र के गौरव के मुद्दे पर इस्तीफा दे दें। ठाकरे ने कहा है से कम इस्तीफा देने की धमकी तो दो। अपनी जेबों में त्यागपत्र तो रखो। दोनों प्रदेशों के बीच पिछले 50-55 साल से सीमा विवाद है। उन्होंने लिखा है पवार को क्रिकेट महाराष्ट्र से ज्यादा प्यारा है। मुरली देवड़ा अंबानी और तेल कंपनियों से जुड़े हैं। प्रफुल्ल पटेल को भी पूंजीवादियों से लेना-देना है। महाराष्ट्र पिछले छह साल से कर्नाटक के मराठीभाषी जिलों जैसे गुलबर्गा और बेलगाम पर अपना दावा कर रहा है। इस मुद्दे पर हाल ही में केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा था कि सिर्फ इसलिए कि इन प्रदेशों के लोग मराठी बोलते हैं, इन्हें महाराष्ट्र में मिलाने का तर्क इसका कोई आधार नहीं हो सकता।

Monday, July 5, 2010

धोनी की सगाई की खबर से रांची शहर जश्न में डूब गया

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की सगाई की खबर से रांची शहर जश्न में डूब गया है । उनके प्रशंसक ने पटाखे छोड़ रहे हैं, मिठाइयां बांट रहे हैं और सड़कों पर बॉलिवुड गानों की धुनों पर नाचकर जश्न मना रहे हैं। हालांकि धोनी की यकायक शादी की खबर से प्रशंसक आश्चर्य में भी हैं। धोनी के एक प्रशंसक अजय राय ने कहा, 'हम आश्चर्यचकित लेकिन खुश हैं। किसी को यह आभास नहीं था कि धौनी इतनी जल्दी सगाई करेंगे।' रविवार सुबह धोनी के दर्जनों प्रशंसक अल्बर्ट एक्का चौराहे पर इकट्ठा हो गए और उनकी सगाई की खुशी मनाई। उसके बाद वह बॉलिवुड के गानों पर नाचने लगे। धोनी ने शनिवार को देहरादून में एक निजी समारोह में साक्षी सिंह रावत से सगाई की। दोनों के पिता रांची की मेकॉन कंपनी में सहकर्मी थे। धोनी और साक्षी एक ही कॉलोनी में रहते थे। साक्षी के पिता वीआरएस लेकर देहरादून में बस गए और बाद में कोलकाता की एक चाय कंपनी में नौकरी कर ली।

देश बंद का महाराष्ट्र में खासा असर दिख रहा है।

फ्यूल की बढ़ती कीमतों के विरोध में आयोजित आज देश बंद का महाराष्ट्र में खासा असर दिख रहा है। सोमवार सुबह बीजेपी के सीनियर नेता किरीट सोमैया समेत पार्टी के कई कार्यकर्ताओं को सोमवार को उस समय हिरासत में ले लिया गया जब वे, पेट्रोलियम पदार्थों की मूल्यवृद्धि के विरोध में विपक्ष द्वारा आयोजित देशव्यापी बंद के दौरान ट्रेनों को रोकने की कोशिश कर रहे थे। पुणे में बंद समर्थकों ने कई जगहों पर पथराव किया और 12 बसों को नुकसान पहुंचाया। विपक्षी एनडीए और लेफ्ट ने फ्यूल के दामों में बढ़ोतरी के विरोध में देशव्यापी बंद का आयोजन किया है। बीजेपी कार्यकर्ता मुलुंड स्टेशन में रोको अभियान चला रहे थे जिसकी वजह से उन्हें हिरासत में ले लिया गया। बंद के दौरान बोरीवली और कांदीवली में स्थानीय ट्रेनों पर पथराव की मामूली घटनाओं की खबरें हैं। पुणे में, जबरदस्ती बंद कराने की कोशिश कर रहे कार्यकर्ताओं ने 12 बसों को नुकसान पहुंचाया। पुणे नगर निगम के प्रवक्ता ने बताया कि कोठरूद और पिंपरी इलाके में चलने वाली बसों को रोक कर पथराव किया गया जिससे खिड़कियों के कांच टूट गए। बंद को देखते हुए कुछ लोग सुबह जल्दी ही अपने काम के लिए निकल पड़े। मुंबई में कई शिक्षण संस्थाएं बंद हैं।

Saturday, July 3, 2010

लोकल सेवा में सुधार के लिए विश्व बैंक ने 43 करोड़ डॉलर का कर्ज मंजूर

करीब डेढ़ करोड़ की आबादी वाले महानगर मुंबई की जीवन रेखा माने जानी वाली लोकल सेवा में सुधार के लिए विश्व बैंक ने 43 करोड़ डॉलर का कर्ज मंजूर किया है। बैंक के बोर्ड ने मंगलवार को केरल, मध्य प्रदेश, उड़ीसा और तमिलनाडु के 220 चुनिंदा बांधों की सुरक्षा और स्थाई प्रदर्शन में सुधार के लिए बांध पुनर्वास और सुधार परियोजना के लिए भी 35 करोड़ डॉलर के कर्ज को मंजूरी दी। बैंक ने कहा कि 'मुंबई शहरी परिवहन परियोजना 2ए' का उद्देश्य व्यस्त समय में और अधिक वाहनों को चलाना, व्यस्त समय में भीड़भाड़ कम करना, यात्रा समय कम करना और संचालन में सुधार करना है।व्यवस्था में 720 नए रेल डिब्बे शामिल किए जाएंगे। इस परियोजना में मरम्मत सुविधाओं के विस्तार के साथ ही मुंबई महानगर के बचे क्षेत्र में 1500 वोल्ट डीसी से 25 केवी एसी लाइन में पूर्ण परिवर्तन किया जाएगा। विश्व बैंक के शहरी परिवहन विशेषज्ञ और परियोजना के टीम लीडर हरबर्ट नोवे-जोसेरैंड ने कहा कि पहली मुंबई परिवहन परियोजना के माध्यम से व्यस्त समय के दौरान नौ कोचों वाली रेलगाडि़यों के माध्यम से भीड़ के स्तर को 4,500 से 4,100 यात्री तक करने में सफलता मिली है। बाद की परियोजना से क्षमता, संचालन क्षमता और आराम के स्तर में अधिक सुधार होगा। बांध पुनर्वास और सुधार परियोजना (डीआरआईपी) का उद्देश्य भारत सरकार और संबंधित राज्यों के साथ सहयोग से बांधों की सुरक्षा के लिए संस्थागत, कानूनी और तकनीकी ढांचे को और मजबूत करना है।

Monday, June 28, 2010

पैर फिसला और वह खिड़की से होकर नीचे जा गिरी।

कभी पांव फिसलने से हड्डी टूट जाती और कभी तीन माले से गिरकर भी मामूली चोट आती है- यही है कमाल की बात। बांद्रा (प.) तीसरे माले से गिरने वाली 16 साल की लड़की आश्चर्यजनक रूप से न केवल बच गई उसे बस मामूली चोटें आई। रिजवी कॉलेज की छात्रा इक्रा पठान 12 वीं में एडमीशन लेने के लिए आर.डी. नेशनल कॉलेज, बांदा (प.) गई थी। तीसरे माले पर पहुंचने पर पानी पर से उसका पैर फिसला और वह खिड़की से होकर नीचे जा गिरी। खार पुलिस थाने के पुलिस इंस्पेक्टर वाल्मीकि काले ने बताया कि गिरते समय वह कॉलेज परिसर में लगे कटहल के पेड़ पर गिरी और डाली पकड़कर लटकना चाहा। वह डाल पकड़ने में भले ही सफल नहीं हो पाई मगर गिरने की गति कम होने और पेड़ से होते हुए गिरने के कारण उसे मामूली चोटें लगीं। श्री काले ने कहा कि इक्रा पठान 45 फुट की ऊंचाई से गिरी और पेड़ बीच में न आता तो उसकी मौत हो सकती थी। इक्रा को इलाज के लिए पास के होली फैमिली अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में उसके सिर, गले और हाथ हाई चोटों का इलाज किया गया। पुलिस ने पाया कि यह एक फिसलने की घटना है जो संयोगवश हो गई।

Thursday, June 24, 2010

मेट्रो ट्रेनों में यात्रियों को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए सिंगापुर की एक कंपनी के साथ सहमति

महाराष्ट्र ने मेट्रो ट्रेनों में यात्रियों को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए सिंगापुर की एक कंपनी के साथ सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। भंडारा और गोंडिया में जिला परिषद के चुनाव प्रचार के लिए नागपुर की यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा, 'महाराष्ट्र सरकार ने सिंगापुर सरकार के उपक्रम मिनोटा के साथ एमओयू पर दस्तखत किए हैं।' उन्होंने कहा कि यह कदम 2006 में मुंबई की लोकल ट्रेनों में हुए धमाकों के मद्देनजर उठाया गया है। चव्हाण ने कहा कि मुंबई में मोनो और मेट्रो रेल का काम जोरों से चल रहा है और यह चरणबद्ध तरीके से क्रमश: 2012 तथा 2014 तक पूरा हो जाएगा। चव्हाण हाल ही में विदेश यात्रा पर गये थे। इस दौरान अन्य मुद्दों पर चर्चा के बारे में चव्हाण ने कहा कि राज्य सरकार समुद्री पानी की विलवणीकरण परियोजना स्थापित करने में सिंगापुर से मदद की उम्मीद कर रही है, जिससे पेयजल कमी की समस्या से निजात पाने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंगापुर सरकार समुद के पानी का सबसे अच्छा उपयोग कर रही है। हालांकि प्रौद्योगिकी काफी खचीर्ली है, लेकिन सरकार की इस प्रौद्योगिकी को हासिल करने में रुचि है।

Tuesday, June 22, 2010

पसंदीदा कॉलेज में प्रवेश न मिलने के चलते एक युवती ने फांसी लगाकर जान दे दी।

कक्षा 12 में 56 फीसदी अंक मिलने से पसंदीदा कॉलेज में प्रवेश न मिलने के चलते एक युवती ने फांसी लगाकर जान दे दी। नेहा खेमराज अवस्थी अपने मां-बाप के साथ नवीन पनवेल के सेक्टर 18 में रहती थी। 12वीं के रिजल्ट घोषित होने के बाद से ही वह काफी परेशान थी। नेहा को डिग्री की पढ़ाई के लिए किसी प्रतिष्ठित कॉलेज में प्रवेश लेने की इच्छा थी। जब उसे लगा कि उसे इच्छित कॉलेज में प्रवेश नहीं मिल सकेगा तो वह अपने चाचा के बंद पड़े घर में गई और वहां साड़ी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। नेहा के पिता रेलवे पुलिस विभाग में हैं। पुलिस इस आत्महत्या के पीछे के कारणों की जांच कर रही है।

Thursday, June 17, 2010

मुंबई व आसपास के इलाकों में जारी बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित

बुधवार की भोर से मुंबई व आसपास के इलाकों में जारी बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ। भारी वर्षा से मुंबई और ठाणे में 10 से ज्यादा स्थानों पर दीवार गिरने की घटनाएं हुईं, जिससे करीब 9 लोगों की मौत की खबर है। निचले इलाकों में पानी भरने से यातायात पर असर पड़ा। तेज बरसात के दौरान कम रोशनी के कारण रेल सेवाओं पर भी असर पड़ा। मध्य व हार्बर की लोकल गाड़ियां 15 से 20 मिनट देरी से चलीं। दादर-माटुंगा के बीच रेल पटरी पर पेड़ गिरने से ओवरहेड वायर टूट गया, जिससे पश्चिम रेलवे की लोकल सेवाओं पर असर पड़ा। बरसात के कारण विमान सेवाओं पर भी असर पड़ा। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे के लिए तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना जताई है। इस दौरान मछुआरों को गहरे समुद्र में न जाने की हिदायत दी गई है। दोपहर में समुद्र में आये हाई टाइड के कारण साढ़े चार मीटर ऊंची लहरें उठीं। भोर में शुरू हुई बारिश दिन भर रुक-रुक होती रही। सबसे ज्यादा बारिश विहार लेक के आसपास 161 एमएम रिकार्ड की गई। धारावी में 93 एमएम बरसात हुई। मुलुंड में एक निर्माणाधीन इमारत की सेट्ररिंग गिरने से 65 साल के रतनलाल गाड़ा की मौत हो गई। अंधेरी के पारसीवाडा, मुलुंड के स्वप्न नगरी के करीब बीएमसी उद्यान की सुरक्षा दीवार गिर पड़ी। धारावी में राजर्षि शाहू नगर बीएमसी स्कूल की प्लास्टर गिर पड़ी। तेज हवाओं के कारण महानगर में करीब 98 पेड़ गिर पड़े। उधर, ठाणे के वर्तक नगर में तेज बारिश के कारण 14 फीट ऊंची दीवार धराशायी हो गई, जिसके नीचे दबकर 8 लोगों की मौत हो गई जबकि 7 लोग जख्मी हो गये। इस घटना के लिए ठाणे महानगर पालिका ने दोस्ती ग्रुप बिल्डर के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लि. के एक अधिकारी के मुताबिक, भारी बारिश की वजह से विमानों के उड़ानों पर 30-40 मिनट की देरी हुई। रनवे पर पानी आ जाने से पांच विमानों के मार्ग बदलने पडे़। बेस्ट की बस सेवाओं पर भी बारिश का असर पड़ा। अंधेरी के सीप्झ, सायन रोड नंबर 24, परेल टी.टी. में पानी भरने से बेस्ट की बसों का रूट बदलना पड़ा।

Tuesday, June 15, 2010

राज ठाकरे को 'धनाजी राव' कहना चाहिए।

शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने अपने भतीजे एवं एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे को उनके 43वें जन्मदिन पर तोहफे के रूप में नए उपनाम से विभूषित किया है। उन्होंने कहा है कि राज ठाकरे को 'धनाजी राव' कहना चाहिए। धनाजी राव उपनाम उस व्यक्ति को दिया जाता है जो काफी धनवान हो और पैसे के पीछे भागता हो। शिवसेना के 83 वर्षीय प्रमुख बाल ठाकरे की ओर से चार दशकों के राजनीतिक जीवन में लोगों को उपनाम देने की श्रृंखला की यह ताजा कड़ी है। इससे पहले, ठाकरे ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार को पोटो (आटे की बोरी) उपनाम दिया था।
नब्बे के दशक की शुरुआत में शिवसेना छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले छगन भुजबल को उन्होंने मराठी नाटकों की दुनिया का लोकप्रिय पात्र 'लखोबा' करार दिया था जबकि 2005 में पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले नारायण राणे को नरोबा उपनाम दिया था। गौरतलब है कि हाल ही में हुए विधान परिषद चुनाव में एमएनएस विधायकों ने कांग्रेस के पक्ष में वोट दिया था। एमएनएस प्रमुख ने राज ठाकरे ने खुलकर मान भी लिया कि उनके विधायकों ने कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया। इसकी वजह उनके मुताबिक यह थी कि वह अपने चार विधायकों का निलंबन रद्द कराना चाहते थे। मगर, राजनीतिक हलकों में चल रही चर्चाओं के मुताबिक इस बार भी चुनाव में विधायकों की जम कर खरीद-फरोख्त हुई।

Wednesday, June 9, 2010

महंगे ऑफिस के मामले में मुंबई ने विश्वस्तर पर फिर चौथा स्थान हासिल कर लिया है। विशेष बात यह है

महंगे ऑफिस के मामले में मुंबई ने विश्वस्तर पर फिर चौथा स्थान हासिल कर लिया है। विशेष बात यह है कि 2008 में मुंबई ने यह रुतबा खो दिया था। इस मामले में लंदन का वेस्टऐंड इलाका सबसे ऊपर अव्वल नम्बर पर है। दूसरे स्थान पर आता है हॉन्गकॉन्ग का सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट (सीबीडी)। तीसरे स्थान पर टोक्यो का इनर सेंट्रल इलाका। सीबी रिचर्ड एलिस द्वारा किए गए अर्धवार्षिक किराया सर्वेक्षण में ये तथ्य सामने आए। यह सर्वेक्षण विश्व स्तर पर ऑफिस किराए के आधार पर किया गया है। सर्वे में मुंबई चौथे नम्बर पर है, जबकि दिल्ली सीबीआरई सर्वे में 11वां स्थान बना पाई। अंशुमन पत्रिका के चेयरमैन और सीबीआरई (दक्षिण एशिया) के एमडी के अनुसार मुम्बई का सीबीडी इलाका अब चौथे स्थान पर है। जबकि दिसम्बर 2009 तक यह इलाका सातवें स्थान पर था। इससे साफ जाहिर होता है कि भारत की आर्थिक राजधानी में व्यापार, उद्योग प्रगति कर रहे हैं। साथ ही रुपये और डॉलर में आई मजबूती ने भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दुनिया के टॉप टेन सबसे महंगे ऑफिस इलाकों के नाम क्रमश: इस प्रकार हैं-लंदन वेस्टऐंड, हॉन्गकॉन्ग (सेंट्रल सीबीडी), टोक्यो (इनर सेंट्रल), मुंबई, मॉस्को, टोक्यो (आउटर सेंट्रल), पेरिस इले-डे-फ्रांस, लंदन सिटी, दुबई और साओ पाउलो।

Sunday, June 6, 2010

रंगकर्मी रघुवीर यादव को सात जून तक की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

अभिनेता और रंगकर्मी रघुवीर यादव के खिलाफ उनसे अलग हो चुकी पत्नी द्वारा गुजारा भत्ते का भुगतान
न करने की शिकायत के आधार पर यहां की एक अदालत ने यादव को सात जून तक की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। बांद्रा की एक अदालत ने यादव के खिलाफ पिछले साल सितंबर में वॉरंट जारी किया था क्योंकि वह बार-बार समन भेजे जाने के बावजूद हाजिर नहीं हुए थे। उन्हें शुक्रवार की रात मुंबई सेंट्रल स्टेशन से गिरफ्तार किया गया था। यादव के चार वर्ष तक गुजारा भत्ता नहीं देने के बाद उनकी पत्नी पूर्णिमा ने 2002 में अर्जी दाखिल की थी। पूर्णिमा के वकील सुमंगल बिरादर ने कहा, 'दोनों ने 1988 में शादी की लेकिन 1996 में उनके बीच तलाक हो गया। उन्हें (यादव को) हर महीने 20,000 रुपये का गुजारा भत्ता देने के निर्देश दिए गए थे। यह राशि बाद में कम कर 10,000 रुपये कर दी गई। अब तक रघुवीर ने पूर्णिमा को एक पैसा भी नहीं दिया है। बकाया राशि 4.5 लाख रुपये की है।' यादव ने शनिवार को अदालत से कहा कि वे वित्तीय संकट में हैं, इसलिए बकाया राशि में से महज 20,000 रुपये का भुगतान ही कर सकते हैं।

Thursday, June 3, 2010

मूल निवासी प्रमाणपत्र जरूरी

महाराष्ट्र में अगले शैक्षणिक सत्र से आर्किटेक्चर, एमबीए और इंजीनियरिंग जैसे व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में मूल निवासी प्रमाणपत्र जरूरी किया जाएगा। उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश टोपे ने कहा लोगों को प्राथमिकता देने की सरकार की नीति बहुत स्पष्ट है, इसलिए यह फैसला किया गया है। दूसरे कई प्रदेशों जैसे आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु में पहले से यह प्रावधान है। उन्होंने कहा कि यह फैसला अगले साल से लागू किया जाएगा।

Tuesday, June 1, 2010

डी . शिवानंदन को राज्य का नया डीजीपी।

सन् 1977 बैच के आईपीएस अधिकारी संजीव दयाल को सोमवार को मुंबई का नया पुलिस कमिश्नर बनाया गया है , जबकि डी . शिवानंदन को राज्य का नया डीजीपी। संजीव दयाल की नियुक्ति पर काफी लोगों को उतना आश्चर्य नहीं हुआ , जितना डी . शिवानंदन की नियुक्ति पर , क्योंकि मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने पिछले सप्ताह इस बात के संकेत दिए थे कि राज्य का नया डीजीपी हसन गफूर को बनाया जानेवाला है। सूत्रों के अनुसार गफूर का पत्ता एन वक्त पर कटा। गफूर को राज्य का नया डीजीपी न बनाए जाने की वजह 26/11 हमले पर बनी राम प्रधान कमेटी की वह रिपोर्ट ही रही , जिसमें गफूर के नेतृत्व पर प्रतिकूल टिप्पणियां की गई थीं। इन्हीं प्रतिकूल टिप्पणियों की वजह से गफूर को मुंबई पुलिस कमिश्नर की कुर्सी से पिछले साल हटाया गया था और डी . शिवानदंन को तब नया पुलिस कमिश्नर बनाया गया था। मुंबई पुलिस कमिश्नर की पोस्ट अडिशनल डीजी रैंक की है। चूंकि शनिवार को स्टेट डीजीपी की पोस्ट से ए . एन . राय रिटायर हो गए , इसलिए डी . शिवानंदन को डी . जी रैंक में प्रमोशन मिल गया। महाराष्ट्र में डीजी रैंक की तीन पोस्ट हैं। वरिष्ठता में हालांकि शिवानंदन डीजी रैंक के दूसरे अधिकारियों एसीबी के डीजी हसन गफूर और हाउसिंग के डीजी पी . पी . श्रीवास्तव की तुलना में जूनियर हैं , लेकिन राज्य सरकार ने फैसला शिवानदंन के पक्ष में दिया। जब शिवानंदन से इस बारे में सवाल पूछा गया , तो उन्होंने कहा कि मैं तोड़ पानी में विश्वास नहीं करता। मैंने डीजीपी के लिए कोई दौड़ नहीं लगाई। मेरी नियुक्ति राज्य सरकार ने की है। जब शिवानंदन ने पिछले साल मुंबई पुलिस कमिश्नर की कुर्सी संभाली थी , तो इस बात की गारंटी दी थी कि अब मुंबई में दूसरा 26/11 नहीं होगा। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई मेरी प्रमुख प्राथमिकता होगी। सोमवार को राज्य के डीजीपी की कुसीर् संभालने के दौरान शिवानंदन ने अपनी प्राथमिकता नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई बताया। वैसे सन् 95 से 98 तक नक्सली इलाकों में वह काम भी कर चुके हैं। संजीव दयाल ने मुंबई पुलिस कमिश्नर की कुर्सी संभालने के बाद कहा कि उनकी प्राथमिकता में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई तो रहेगी ही , वह वरिष्ठ नागरिकों और औरतों पर होने वाले हमलों को लेकर भी काफी सजग रहेंगे , ताकि इन पर होने वाले अपराधों पर नियंत्रण किया जा सके।

Thursday, May 27, 2010

13 वर्षीय अपनी नाबालिग बेटी के साथ बलात्कार

शहर में नाबालिग बच्चियों के साथ बलात्कार की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। पुलिस ने साकीनाका इलाके में रहने वाले एक व्यक्ति को 13 वर्षीय अपनी नाबालिग बेटी के साथ बलात्कार करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। साकीनाका पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 40 वर्षीय चंदू सूर्यवंशी ने 15 मार्च से 19 मई की अवधि में तीन मर्तबा खुद के पैर दबवाने के बहाने अपनी बेटी के साथ बलात्कार किया। पुलिस ने सूर्यवंशी को उसके अंबेडकर नगर स्थित घर से गिरफ्तार किया था। सूर्यवंशी को 7 जून तक पुलिस हिरासत में रखा जाएगा। सीनियर पीआई चंदू पेशे से ड्राइवर और आदतन शराबी है। उसने शराब के नशे में इस अपराध को अंजाम दिया। पीड़ित लड़की द्वारा शिकायत दर्ज करवाने पर पुलिस ने चंदू को गिरफ्तार किया गया। कक्षा आठवीं में पढ़ने वाली पीड़ित लड़की की मां यानि चंदू की पहली पत्नी की मृत्यु छह साल पहले हो चुकी है। पहली पत्नी की मौत के दो साल बाद चंदू ने दूसरी शादी की थी। दोनों शादियों से चंदू को कुल सात बच्चे हैं। पुलिस के मुताबिक चंदू घर में अकेले होने पर अपनी बेटी को बुलाकर उसे अपने पैर दबाने को कहता था। लड़की ने पुलिस को बताया कि तीन बार चंदू ने उसके साथ बलात्कार किया। वह चुप रही क्योंकि चंदू ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी। हालांकि कुछ दिन पहले उसने हिम्मत जुटाकर अपनी आपबीती अपनी दादी और चाची को बताई। दोनों ने उसे तुरंत साकीनाका पुलिस स्टेशन में शिकायत लिखवाने के लिए तैयार किया।

Wednesday, May 26, 2010

बजट के तहत 2.5 फीसदी सर्विस टैक्स का भी भुगतान करना होगा।

रीयल स्टेट के क्षेत्र में पहले ही महंगाई के बोझ तले दबे फ्लैट खरीदारों को अब एक और झंझट का साथ सामना करना पड़ रहा है। बीते एक महीने से शहर के बिल्डर फ्लैट खरीदारों को यह बताने से नहीं चूक रहे हैं कि उन्हें केंद्रीय बजट के तहत 2.5 फीसदी सर्विस टैक्स का भी भुगतान करना होगा। उदाहरण के तौर पर यदि फ्लैट का की कीमत एक करोड़ दर्शाई गई है, तो खरीदारों को सर्विस टैक्स के रूप में ढाई लाख रुपये चुकाने होंगे। निर्माण उद्योग की सिफारिशों के बावजूद वित्त मंत्रालय अपने फैसले पर अटल है। हालांकि, इस बाबत आधिकारिक सूचना की उम्मीद किसी भी दिन की जा सकती है। सर्विस टैक्स केवल उन आवासीय परियोजनाओं पर लागू हो रहा है, जिनके निर्माण अभी जारी हैं। सूत्रों के मुताबिक बिल्डर अभी से खरीदारों सर्विस टैक्स के भुगतान की जानकारी देने लगे हैं, जिससे मार्केट में समस्या पैदा हो रही है। खरीदारों कहना है कि वे जब फ्लैट बुक किए थे, तो उन्हें इस अतिरिक्त कर भार की सूचना नहीं दी गई थी। ऐसे में, खरीदारों व बिल्डरों में नोकझोंक भी हो रही है, पर कोई विकल्प नजर नहीं आ रहा है। एक सूत्र के अनुसार वैसे भी, बिल्डर भारी पार्किंग शुल्क, सोसाइटी फीस, डेवलपमेंट चार्ज तथा अन्य चार्ज कब्जा से पहले खरीदारों को भुगतान करने के लिए मजबूर कर रहे हैं। इस बाबत महाराष्ट्र चैंबर ऑफ हाउसिंग इंडस्ट्री के अध्यक्ष सुनील मंत्री ने कहा कि डेवलपर्स द्वारा इस टैक्स का संग्रह कर इसे एस्क्रो अकाउंट में डाल रहे हैं। जबकि, इस राशि को समायोजित करने का प्रयास किया जाना चाहिए। उनके मुताबिक आजकल बुक किए जाने वाले 80 फीसदी अपार्टमेंट्स का निर्माण चल रहा होता है। हालांकि, रियल एस्टेट डेवलपर्स असोसिएशन ऑफ इंडिया के द्वारा सर्विस टैक्स लागू किए जाने का विरोध किया गया था। इसके पीछे तर्क दिया गया था कि इससे फ्लैट खरीदारी पर असर पड़ेगा और और औसत आय वाले खरीदारों के लिए घर खरीदना अधिक कठिन होगा। संस्था अध्यक्ष कुमार गेरा के मुताबिक यह बिल्डर का कर्तव्य है कि खरीदार से सर्विस टैक्स लेता है, तो उसे संबंधित विभाग में जमा करे।

Friday, May 21, 2010

करीब 26 दिन ऐसे होंगे जिस दिन हाईटाईड के दौरान साढ़े चार मीटर ऊंची लहरें उठेगी।

मॉनसून के दौरान किसी भी प्राकृतिक विपत्ति का सामना के लिए सभी चौबीस प्रशासनिक वार्ड में बीएमसी विशेष नियंत्रण कक्ष का गठन करती है। इस साल भी पहली जून से सभी वार्ड में यह विशेष कक्ष सक्रिय हो जाएंगे। बीएमसी ने सभी वॉर्डों के लिए विशेष नंबर भी जारी किया है जिसपर गटर-नाले जाम होने की शिकायत दर्ज करवा सकेंगे। प्रशासनिक वॉर्ड के विशेष नियंत्रण कक्ष में चौबीस घंटे कर्मचारी तैनात रहेंगे। हर वक्त करीब 10 से 15 मजदूर भी होंगे। प्रत्येक वॉर्ड के असिस्टेंट म्यूनिसिपल कमिश्नर को खर्च करने के लिये एक लाख रुपये खर्च करने की छूट दी जाती है। जिन क्षेत्रों में भूस्खलन की शिकायतें आती है उस क्षेत्र में तैनाती के लिये विशेष प्रावधान किया जाता है। इस साल मानसून के दौरान समुद में उठने वाली लहरों की ऊंचाई पिछले साल की अपेक्षा कम होगी। इस पूरे मॉनसून में करीब 26 दिन ऐसे होंगे जिस दिन हाईटाईड के दौरान साढ़े चार मीटर ऊंची लहरें उठेगी। सबसे ऊंची लहरें 12 अगस्त की दोपहर एक बजकर 44 मिनट पर 4.95 मीटर लहरें उठने की संभावना है।

Tuesday, May 18, 2010

उद्धव ने उनकी किताब 'महाराष्ट्र देशा' का उपहार राज को भेजा

इन दिनों शिवसेना के कार्याध्यक्ष उद्धव ठाकरे और मनसे के प्रमुख राज ठाकरे के बीच की दुश्मनी पिघलने के आसार मिले है। सारी कड़वाहट भुलाकर उद्धव ने उनकी किताब 'महाराष्ट्र देशा' का उपहार राज को भेजा है। इस घटना से पहले एक समारोह में राज ने उद्धव की फोटोग्राफी की तारीफ की थी। राज के इस अनपेक्षित रवैये से शिवसैनिकों को सुखद आश्चर्य हुआ है। यह सिलसिला बढ़ाने के इरादे से ही शायद उद्धव ने राज को किताब भेजी है। उन्होंने पूर्व शिवसैनिक नारायण राणे एवं छगन भुजबल को भी यह उपहार भेजा है ताकि अकेले राज को भेजने के औचित्य पर सवाल न उठे। शिवसेना में फूट पड़ने के बाद इस तरह की पॉजिटिव घटना पहली बार हुई है। राणे एवं राज से उद्धव की दुश्मनी बहुत तीखी है। इन नेताओं के बीच कई बार निचले स्तर का वाक् युद्ध हो चुका है। चुनाव में उद्धव और राज एक दूसरे पर निशाना साधे हुए थे। इसके बावजूद बीएमसी के महापौर चुनाव एवं अंबरनाथ नगरपालिका में सत्ता काबिज करने के लिए मनसे ने शिवसेना को मदद की है। इन ताज घटनाओं का यह अर्थ लगाया जा रहा है कि शिवसेना और मनसे निकट आ रहे हैं, हालांकि राजनीतिक पंडितों को यह बिल्कुल संभव नहीं लग रहा है। एक मत यह है कि अब राज ठाकरे को लगने लगा है कि शिवसेना को खत्म करना उतना आसान नहीं है जितना उन्हें शुरू में लग रहा था। हो सकता है

Monday, May 17, 2010

राज्यसभा सदस्य जावेद अख्तर की जान को धमकी

गीतकार और राज्यसभा सदस्य जावेद अख्तर की जान को धमकी के बाद उन्हें 24 घंटे की सुरक्षा प्रदान की गई है। अख्तर ने कामकाजी महिलाओं पर जारी किए गए एक फतवे पर कथित तौर पर एक कट्टर मौलवी को एक टीवी कार्यक्रम के दौरान 'मूर्ख' कह दिया था। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि हमने जावेद अख्तर के घर के बाहर सशस्त्र सुरक्षाकर्मी तैनात करके उन्हें सुरक्षा दी है। अख्तर जहां भी जाएंगे, सुरक्षाकर्मी उनके साथ रहेंगे। अख्तर ने दारुल उलूम देवबंद के एक फतवे पर टिप्पणी की थी, जिसके बाद उन्हें 12 मई को ई-मेल से धमकी मिली थी, जिसमें कहा गया था 'तुम्हारी उल्टी गिनती शुरू हो गई है।' अख्तर ने इसके बाद शुक्रवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उसके बाद उन्हें कल से सुरक्षा दी गई। मुंबई पुलिस की साइबर शाखा और आतंकवाद निरोधक दस्ता अख्तर को मिले ई-मेल की जांच कर रहा है। धमकी पर प्रतिक्रिया देते हुए अख्तर ने कहा कि मुझे कहीं भी जाने या बोलने से कोई नहीं रोक सकता। मुझे जो सही लगता है, मैं हमेशा उसी के साथ रहता हूं और मैं आगे भी ऐसा ही करूंगा।

Wednesday, May 12, 2010

साड़ी पहनने के लिए दबाव डालना 'क्रूरता' के तहत नहीं आता।

साड़ी पहनने में बेशक उलझन भरी ड्रेस हो, खासकर पंजाबी ड्रेस सलवार सूट के मुकाबले में, लेकिन इसके नाम पर शादी को खत्म नहीं किया जा सकता। बॉम्बे हाई कोर्ट ने यह आदेश दिया है। जस्टिस ए. पी. देशपांडे और जस्टिस रेखा की एक डिविजन बेंच ने होम्योपैथिक डॉक्टर अलका (बदला हुआ नाम) की याचिका को खारिज करते हुए यह फैसला सुनाया। कोर्ट ने कहा कि हिंदू मैरिज एक्ट के मुताबिक ससुराल वालों का साड़ी पहनने के लिए दबाव डालना 'क्रूरता' के तहत नहीं आता। अलका और आनंद की शादी जून 2003 को हुई थी। जल्द ही पति और ससुराल वालों से लड़ाई झगड़े के बाद अलका मायके आकर रहने लगी। अलका ने न सिर्फ पति, सास और पति की दो बहनों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और क्रिमिनल केस दायर किया, बल्कि फैमिली कोर्ट में तलाक के लिए भी पिटिशन डाल दी। इसमें अलका ने क्रूरता के कुछ उदाहरण दिए, जिनमें पति के अवैध संबंध को प्रमुख उदाहरण बताया गया है। इसके अलावा एक शिकायत यह है कि ससुराल वाले साड़ी पहनने का दबाव डालते हैं। फैमिली कोर्ट ने अलका की याचिका रद्द कर दी थी, जिसके खिलाफ अलका हाई कोर्ट पहुंची थीं। हाई कोर्ट ने भी फैमिली कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा। अन्य आरोपों को साबित करने के लिए अलका ठोस सबूत नहीं जुटा सकीं, इसलिए कोर्ट ने तलाक की पिटिशन खारिज कर दी। साड़ी वाले मामले पर कोर्ट का कहना था कि साड़ी पहनने के लिए कहना उस 'क्रूरता' के दायरे में नहीं है, जिसके तहत तलाक दे दिया जाए।

Monday, May 10, 2010

राजनीतिक दलों को विकास कार्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

शिवसेना पर अप्रत्यक्ष तरीके से हमला करते हुए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के अध्यक्ष राज
ठाकरे ने उन राजनीतिक दलों की आलोचना की जो जनता के लिए काम करने की बजाय रक्तदान शिविर जैसी गतिविधियों में शामिल रहती है। एक कार्यक्रम में राज ठाकरे ने कहा कि नोटबुकों, फलों का वितरण करना और रक्तदान शिविर आयोजित करना राजनीतिक दलों का काम है? इसकी बजाय राजनीतिक दलों को विकास कार्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। राज्य की स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में शिव सेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने 25 अप्रैल को रक्तदान शिविर का आयोजन किया था। 25,000 यूनिट से अधिक खून रक्तदान शिविर में एकत्रित किया था। राजनीतिक दलों को जनता की समस्याओं को सुलझाने का सुझाव देते हुए कहा कि राजनीतिक दलों को ऐसी गतिविधियों से ऊपर उठकर वह काम करना चाहिए जो जनता चाहती है।

Friday, May 7, 2010

उनके बोलने की शैली, हाव-भाव और तौर-तरीके सभी अपनी पिता से मेल खाते हैं।

महाराष्ट्र विधानसभा के लिए पहली बार चुने गये विधायकों के लिए बजट सत्र एक नया अनुभव है। विधानसभा की बैठकों में उनकी भूमिका के बारे में बता रहे हैं हमारे प्रमुख संवाददाता अनुराग त्रिपाठी: अमित देशमुख केंद्रीय मंत्री विलासराव देशमुख के पुत्र एक दशक से राजनीति में सक्रिय हैं, लेकिन विधानसभा के लिए पहली बार चुने गए हैं। सोमवार को वे जब अपने पहले भाषण के लिए खड़े हुए उनके बोलने की शैली, हाव-भाव और तौर-तरीके सभी अपनी पिता से मेल खाते हैं। बस, शरमाते समय अपने अभिनेता भाई रितेश देशमुख से मेल खाते हैं। प्रणति शिंदे विधानसभा की बैठकों में लगातार उपस्थिति का कोई रिकार्ड बनाये जाए तो इसमें दूसरे केंद्रीय मंत्री सुशीलकुमार शिंदे का नाम जरूर शामिल करना पड़ेगा। बेहद शांत और सौम्य छोटी की कद-काठी की प्रणति फिलहाल बोलने की बजाये सुनने में विश्वास कर रही हैं। अपने सोलापुर शहर में बढ़ती बीमारियों पर वे जमकर बोलीं और विधायकों ने भी जमकर बेंच पीटते हुए इसका स्वागत किया।

उनके बोलने की शैली, हाव-भाव और तौर-तरीके सभी अपनी पिता से मेल खाते हैं।

महाराष्ट्र विधानसभा के लिए पहली बार चुने गये विधायकों के लिए बजट सत्र एक नया अनुभव है। विधानसभा की बैठकों में उनकी भूमिका के बारे में बता रहे हैं हमारे प्रमुख संवाददाता अनुराग त्रिपाठी: अमित देशमुख केंद्रीय मंत्री विलासराव देशमुख के पुत्र एक दशक से राजनीति में सक्रिय हैं, लेकिन विधानसभा के लिए पहली बार चुने गए हैं। सोमवार को वे जब अपने पहले भाषण के लिए खड़े हुए उनके बोलने की शैली, हाव-भाव और तौर-तरीके सभी अपनी पिता से मेल खाते हैं। बस, शरमाते समय अपने अभिनेता भाई रितेश देशमुख से मेल खाते हैं। प्रणति शिंदे विधानसभा की बैठकों में लगातार उपस्थिति का कोई रिकार्ड बनाये जाए तो इसमें दूसरे केंद्रीय मंत्री सुशीलकुमार शिंदे का नाम जरूर शामिल करना पड़ेगा। बेहद शांत और सौम्य छोटी की कद-काठी की प्रणति फिलहाल बोलने की बजाये सुनने में विश्वास कर रही हैं। अपने सोलापुर शहर में बढ़ती बीमारियों पर वे जमकर बोलीं और विधायकों ने भी जमकर बेंच पीटते हुए इसका स्वागत किया।

Monday, May 3, 2010

कसाब पिछले 2-3 दिनों से काफी टेंशन में दिख रहा है।

मुंबई हमले के आरोपी अजमल कसाब का हिसाब आज होगा और कोर्ट उस पर फैसला सुनाएगा। लेकिन फैसले से पहले कसाब काफी टेंशन में दिख रहा है। वह बार - बार जेल अधिकारियों से जानने की कोशिश कर रहा है कि उसे कितनी सजा होगी और उसका क्या होगा ? एक वरिष्ठ पुलिस अफसर ने बताया , ' कसाब पिछले 2-3 दिनों से काफी टेंशन में दिख रहा है। वह जेल के गार्डों से पूछ रहा है कि इस कोर्ट का फैसला क्या हो सकता है और उसे कितनी सजा हो सकती है। पर अहम बात यह है कि उसे मुंबई हमले का कोई अफसोस नहीं है। ' कसाब यह जानने की कोशिश कर रहा है कि सोमवार को फैसला आने के बाद वह आर्थर रोड जेल में ही रहेगा या उसे दूसरी जेल में शिफ्ट किया जाएगा।

Thursday, April 29, 2010

'फादर बांबूजा' वसई के बाभोला स्थित अपने आश्रम में मृत

वसई के बाभोला स्थित अपने आश्रम में व्यसन मुक्ति का अभ्यासक्रम चलाने वाले फादर पीटर बारबोज, जिन्हें लोग 'फादर बांबूजा' के नाम से जानते थे, गुरुवार की सुबह आश्रम स्थित अपने आवास पर मृत पाए गए। बुधवार की रात उनकी बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी गई। 72 साल के फादर का पूरा शरीर तेज धार वाली कैंची और चाकुओं से गुदा था। कैंची का आखिरी वार उनके खुले मुंह में किया गया था, जो उनके गले से बाहर निकल आया था। हत्या की कोई वजह फिलहाल किसी की समझ में नहीं आ रही है, क्योंकि उनकी किसी से दुश्मनी का किसी को अंदेशा नहीं है। हां, आसपास के लोगों ने दबे स्वर में यह कहा कि जिस प्लॉट पर उन्होंने अपना आश्रम बनाया था, उस पर बिल्डर लॉबी की नजर थी, पर फादर किसी भी कीमत पर वह जगह छोड़ने को तैयार नहीं थे। फादर पीटर वसई के कोली समाज से थे और जड़ी-बूटियों तथा विभिन्न वानस्पतिक औषधियों के अच्छे जानकार थे। अपनी दवाओं से लोगों की शराब की लत छुड़ाने लिए वे पूरे ठाणे जिले में प्रसिद्ध थे। इसके अलावा मधुमेह के रोगियों में भी उनकी अच्छी पकड़ थी। फादर का काम करने का तरीका यहां के कैथलिक समाज को मान्य नहीं था, अत: वे आमतौर पर एकाकी जीवन बिताते थे। उनकी छवि एक धर्मनिरपेक्ष इनसान की थी और इसलिए उनके पास आने वालों में सभी धर्म के लोग शामिल थे। बाभोला नाका से गिरीज की ओर जाने वाले रास्ते पर सड़क के किनारे उनका आश्रम था, जो पहले सिर्फ बांस से बना हुआ था। इसी वजह से वे फादर बांबूजा के नाम से जाने जाते थे। अब वहां एक दो मंजिला बंगला बना है। अमूमन वे रात के आठ बजे अपने बंगले के ग्रिल में ताला लगा कर पहले मंजिल पर बने अपने कमरे में चले जाते थे। देर रात तक प्रार्थना और फिर विभिन्न तरह की चिकित्सा संबंधी पुस्तकों का अध्ययन करना उनकी हॉबी थी। अगर कोई देर रात उनसे मिलने आता, तो वे स्वयं नीचे आ कर उसे अपने साथ ले जाते थे। रात में आने वाले प्राय: उनके मरीज हुआ करते थे। उनके आश्रम के पास सड़क के किनारे बनी हैं कुछ दुकानें जहां मार्बल, टाइल्स और बिल्डिंग निर्माण से जुड़ी चीजें बिकती हैं। ये दुकानें रात 10 बजे तक बंद हो जाती हैं। फिर पूरा इलाका सुनसान हो जाता है। उस रात कौन फादर से मिलने आया था, इसकी जानकारी किसी को नहीं है। फादर घटना के वक्त चीखे-चिल्लाए होंगे, जिसे सुनने वाला कोई नहीं था। उस जगह दीवार पर कई जगह फादर के खून सने पंजे के निशान मिले, जिससे लगता है कि उन्होंने बचने के लिए दीवार का सहारा लिया होगा।

Sunday, April 25, 2010

लोकल ट्रेनों के आकर लोगों की जीवन लीला चुटकियों में समाप्त

तारीख: 27 जून 2007। समय: सुबह 7.53 मिनट। स्थान: भाईंदर स्टेशन। अंधेरी जाने के लिए 27 साल के नव-विवाहित चंदन मिश्रा स्टेशन पर धक्का-मुक्की के बीच ट्रेन में चढ़ने की जद्दोजहद करता है। भीड़ के मारे वह घुस नहीं पाता है। कुछ ही पल बाद वो प्लैटफार्म के आगे गिरा हुआ मिलता है। घायल अवस्था में पड़ा चंदन आते-जाते लोगों से कराहते हुए याचना करता है कि कोई उसे अस्पताल पहुंचा दे, मगर कोई नहीं सुनता है। वहां से जब 8.25 की लोकल गुजरी तो मोटरमैन ने ट्रेन रोकी और उससे चंदन को बोरिवली स्टेशन ले जाया गया। बताने वाले बताते हैं कि बोरिवली स्टेशन पर लिखा-पढ़ी करने में इतनी देरी कर दी गई कि चंदन भगवती अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ चुका था। चंदन तो बस एक उदाहरण मात्र है कि किस तरह से यहां लोकल ट्रेनों के आकर लोगों की जीवन लीला चुटकियों में समाप्त होती जा रही है। इसकी वजह क्या है, इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, मगर जो सबसे बड़ा कारण यह है कि अपना एक-दो मिनट बचाने के चक्कर के में यात्री या तो ट्रैक क्रास करने लगते हैं या फिर ट्रेनों की छत पर चढ़ जाते हैं। दोनों ही परिस्थितियों में भुगतना यात्रियों को ही पड़ता है। सेंट्रल और वेस्टर्न रेलवे यानी कि सीएसटी से लेकर खोपोली-पनवेल-कर्जत-कसारा और चर्चगेट से लेकर विरार तक दौड़ने वाली लाइफलाइन पर कुल मिलाकर रोजाना 5 लोग ऑफिशली कट जाते हैं। जबकि एक अनुमान के मुताबिक यह संख्या 10 तक है। इनमें से अधिकांश मर जाते हैं या फिर जीवन भर के लिए अपाहिज हो जा रहे हैं। यूं तो रेलवे ऐसे यात्रियों को जागरूक बनाने के लिए समय-समय पर अभियान चलाती रहती है, मगर ट्रेसपासिंग की घटनाएं हैं कि रुकने का नाम नहीं लेती हैं। लोकल ट्रेनों की चपेट में आकर साल-दर-साल मरने और घायल होने वालों का ब्यौरा हमने चार्ट के माध्यम से समझाने की कोशिश की है। हालांकि ये तथ्य जानकर आपको हैरानी हो सकती है कि ट्रैक से कटकर मरने वालों में दिल्ली शहर के सबसे ज्यादा लोग हैं बावजूद इसके कि उस शहर का सबर्बन नेटवर्क मुम्बई की अपेक्षा काफी छोटा है। दिल्ली में रोजाना औसतन 12 लोग सबर्बन रेलवे की चपेट में आकर या ते दम तोड़ देते हैं या अपाहिज हो जाते हैं। आरटीआई से प्राप्त आंकड़ों से पता चला है कि 5 सालों में (2004 से 2008 तक) 18,768 लोग लोकल ट्रेनों से कटकर मरे जबकि दिल्ली में 21,137 लोग कटकर मर गए। दिल्ली में ज्यादा होने वाली घटनाओं के बारे में जानकारों का कहना है कि वहां पटरियों के आसपास एनक्रोचमेंट, जन-जागरुकता की कमी और ठंड में कुहासों की मौजूदगी ऐसी घटनाओं का कारण बनती हैं। जबकि मुम्बई में रेलमपेल गदीर् और यात्रियों द्वारा अपना एक-दो मिनट बचाने के लिए ट्रैक-क्रॉस करना, बड़ी वजह बताई जाती है। यही नहीं, इससे बड़ा अचरजकारी तथ्य यह है कि इसमें से कटकर मर जाने वालों में से कई लोगों को लावारिस मानकर उन्हें या तो दफना दिया जाता है या उनका अंतिम संस्कार कर दिया जाता है। क्योंकि उनकी लाशों को क्लेम करने वाला कोई आगे नहीं आ पाता। खुद जीआरपी से प्राप्त आंकड़े बताते हैं कि करीब 38 प्रतिशत लाशों को क्लेम करने कोई नहीं आ पाता। मसलन साल 2008 में 3,782 लोग लोकल के चलते विभिन्न कारणों से मरे, मगर उनमें से 1,434 लाशों का कोई वारिस आगे नहीं आया। इसके बारे में जीआरपी यही कहती आई है कि ज्यादातर यात्रियों का कोई पहचान नहीं होता और कई दफा शव इतनी बुरी तरह से क्षत-विक्षत हो जाता है कि उन्हें पहचानना मुश्किल हो जाता है, ऐसे में मरने वाले के कपड़े और साजो-सामान ही पहचानने की मुख्य वजह बनती हैं। इनमें से ज्यादातर लोग या तो कचरा बीनने वाले होते हैं या फिर भिखारी। हालांकि लाशों को पहचानने के लिए उन्हें तीन महीने तक मुर्दाघर में रखा जाता है और इस अवधि तक कोई क्लेम करने को नहीं आता है तो हम उसका अंतिम संस्कार कर देते हैं। यह पूछने पर कि अंतिम संस्कार आप कैसे करते हैं, जीआरपी के एक वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं कि अक्सर हम मरने वाले के शरीर और मुख्यतया उनके गुप्तांगों का सहारा लेते हैं।

Thursday, April 15, 2010

सभी गांवों व शहरों में पानी की किल्लत नहीं होने देंगे

मंगलवार को विधान परिषद में जल आपूर्ति राज्य मंत्री रणजीत काम्बले ने घोषणा किया कि महाराष्ट्र के सभी गांवों व शहरों में पानी की किल्लत नहीं होने देंगे और इसके लिए सरकार ने मास्टर प्लान तैयार किया है। उन्होंने कहा कि 15 जुलाई तक मुम्बई के लोगों के लिए पीने का पानी उपलब्ध है और मुम्बई के पानी की पाइपों पर बसें 15 हजार 790 झोपड़ों को 2013 तक शिफ्ट कर दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि मुम्बई की सभी पुरानी पाइप लाइनों को बदल दिया जाएगा। एनसीपी के सदस्य गुरुनाथ कुलकर्णी ने महाराष्ट्र व मुम्बई में पानी किल्लत की समस्या उठाई। उन्होंने कहा कि राज्य में सबसे ज्यादा बारिश कोकण में होती है जबकि वहां पर सिंचाई के मात्र सात फीसदी सुविधा ही उपलब्ध है। इन दिनों कोकण का पूरा क्षेत्र की पानी की किल्लत से जूझ रहा है। पानी के इस विषय पर दूसरे अन्य सदस्यों ने भी उठाया।

Tuesday, April 13, 2010

राज कपूर सम्मान शाहरुख खान को दिए जाने की खबर गलत


मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार का प्रतिष्ठित राज कपूर सम्मान अभिनेता शाहरुख खान को दिए जाने की खबर गलत है। ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है। विधानसभा में सोमवार को बीजेपी सदस्य देवेंद्र फडणवीस ने सम्मान का मुद्दा उठाया था। उनका तर्क था कि शाहरुख भले ही अच्छे अभिनेता हों, मगर ये सम्मान मराठी कलाकारों को दिया जाना चाहिए। उन्होंने दलील दी कि 'जोगवा' जैसे मराठी फिल्म को पांच-पांच राष्ट्रीय एवार्ड मिले हैं। वहीं, 'मी शिवाजी राजे बोलतोय' और 'नटरंग' जैसी फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई की है। मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करते हुए साफ किया कि सरकार वैसे भी इन पुरस्कारों का फैसला नहीं करती। इसके लिए अलग से समिति है, जो सम्मान के बारे में प्रस्ताव सरकार को भेजती है। फिलहाल, सरकार को ऐसा कोई प्रस्ताव मिला ही नहीं है। कुछ चैनलों ने शाहरुख को सम्मान दिए जाने की खबर चलाई, मगर इसमें सत्यता नहीं है। महाराष्ट्र सरकार हर साल हिन्दी सिनेमा में श्रेष्ठ योगदान के लिए राज कपूर सम्मान और मराठी सिनेमा में श्रेष्ठ योगदान के लिए वी. शांताराम सम्मान फिल्मी दुनिया की हस्तियों को प्रदान करती है।

Wednesday, April 7, 2010

लोक शक्ति एक्सप्रेस के खाली डिब्बे में बलात्कार

धार्मिक यात्रा पर दिल्ली से मुम्बई आई एक युवती के साथ दो लोगों ने बांद्रा टर्मिनस पर खड़ी लोक शक्ति एक्सप्रेस के खाली डिब्बे में बलात्कार किया। पीड़ित युवती के बयान के आधार पर जीआरपी ने शब्बीर हुसैन और इमरान खान को गिरफ्तार कर लोकल कोर्ट में पेश किया, जिसके बाद दोनों को 17 अप्रैल तक कोर्ट ने पुलिस हिरासत में भेज दिया। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 19 वर्षीय यह युवती हाजी अली के दर्शन करने के इरादे से शुक्रवार को मुम्बई आई थी। दरगाह से लौटने के बाद उसने अपने दोस्त के बगैर अकेले ही शनिवार की सुबह दिल्ली लौटने का फैसला किया। जब वह बांद्रा टर्मिनस पर ट्रेन का इंतजार कर रही थी, तब दोनों आरोपी उसके पास आए और उससे दोस्ती कर ली। दोनों ने उसे नाश्ता कराने के बाद टर्मिनस पर खड़ी लोकशक्ति एक्सप्रेस के खाली डिब्बे में ले गए, जहां बारी-बारी से उसके साथ बलात्कार किया। घटना के बाद युवती ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस की टीम युवती के साथ टर्मिनस पहुंची तथा दोनों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। शब्बीर और इमरान बांद्रा पाइपलाइन स्लम के रहने वाले हैं।

Tuesday, April 6, 2010

महाराष्ट्र के 450 से अधिक सरकारी डॉक्टर सोमवार को दो दिवसीय सामूहिक अवकाश पर

ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानांतरण और अपने पदों के उन्मूलन के मुद्दे पर महाराष्ट्र के 450 से अधिक सरकारी डॉक्टर सोमवार को दो दिवसीय सामूहिक अवकाश पर चले गए। इस बाबत महाराष्ट्र स्टेट गजटेड मेडिकल ऑफिसर्स ऑर्गनाइजेशन (एमएजीएमओ) के अध्यक्ष डॉ. महादेव चिंचोले ने बताया कि हमारी मांगों में डाइरेक्टोरेट ऑफ हेल्थ सविर्सेज (डीएचएस) के तहत पदों का उन्मूलन करने तथा रिक्तियों को सीधी भतीर् आदि शामिल है। उनका कहना है कि हमारा विरोध ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानांतरण को लेकर नहीं है, बल्कि हम सभी क्षेत्रों में रिक्त पदों पर भर्तियां चाहते हैं, क्योंकि यदि डॉक्टरों का स्थानांतरण ग्रामीण क्षेत्रों में कर काम चलाया जाने लगा, तो नए पदों पर भर्तियों का रास्ता बाधित हो जाएगा।

महाराष्ट्र के 450 से अधिक सरकारी डॉक्टर सोमवार को दो दिवसीय सामूहिक अवकाश पर

ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानांतरण और अपने पदों के उन्मूलन के मुद्दे पर महाराष्ट्र के 450 से अधिक सरकारी डॉक्टर सोमवार को दो दिवसीय सामूहिक अवकाश पर चले गए। इस बाबत महाराष्ट्र स्टेट गजटेड मेडिकल ऑफिसर्स ऑर्गनाइजेशन (एमएजीएमओ) के अध्यक्ष डॉ. महादेव चिंचोले ने बताया कि हमारी मांगों में डाइरेक्टोरेट ऑफ हेल्थ सविर्सेज (डीएचएस) के तहत पदों का उन्मूलन करने तथा रिक्तियों को सीधी भतीर् आदि शामिल है। उनका कहना है कि हमारा विरोध ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानांतरण को लेकर नहीं है, बल्कि हम सभी क्षेत्रों में रिक्त पदों पर भर्तियां चाहते हैं, क्योंकि यदि डॉक्टरों का स्थानांतरण ग्रामीण क्षेत्रों में कर काम चलाया जाने लगा, तो नए पदों पर भर्तियों का रास्ता बाधित हो जाएगा।

Wednesday, March 31, 2010

'बेस्ट' की बसों को सीएनजी बसों में रूपांतरित करने की पहल

'बेस्ट' की बसों को सीएनजी बसों में रूपांतरित करने की पहल को लेकर बृहन्मुम्बई विद्युत आपूर्ति एवं परिवहन उपक्रम (बेस्ट) और हिंदुजा समूह के अशोक लेलैंड ने हाथ मिलाया है। इस पहल के तहत बेस्ट की 761 बसों को सीएनजी में बदलने का काम अशोक लेलैंड द्वारा किया गया है, जो अब मुम्बई की सड़कों पर दौड़ने को तैयार हैं। यह जानकारी उपक्रम से जुड़े आधिकारिक सूत्रों ने दी। इस बाबत बेस्ट उपक्रम के जीएम उत्तम खोब्रागडे ने बताया कि बेस्ट की बसों का सीएनजी में रूपांतरण उपक्रम के लिए बेहद लाभकारी साबित होगा। इससे उपक्रम की परिचालन क्षमता तो बढ़ेगी ही, बेड़े का उत्सर्जन कम करने में भी मदद मिलेगी। मोटर वाहन निर्माताओं तथा बेस्ट उपक्रम के तकनीकी अधिकारियों की संयुक्त टीम ने अशोक लेलैंड के इंजीनियरों के निदेर्शन में दस महीनों तक चले संयुक्त आपरेशन में बेस्ट की 761 डीजल बसों को सीएनजी बसों में बदल दिया है। ऐसा पहली बार हुआ है, जब वाहन निर्माता द्वारा बड़े पैमाने पर पर्यावरण और आथिर्क लाभ की पेशकश की गई है। फिलहाल, अशोक लेलैंड की करीब 6500 सीएनजी बसें देश भर दौड़ रही हैं।

Monday, March 29, 2010

बेरोजगार युवकों को ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना मुश्किल

ड्राइविंग लाइसेंस बनाने में एफिडेविट पर लगी रोक से बेरोजगार युवकों को ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना मुश्किल हो गया है। राज्य सरकार के परिवहन आयुक्त द्वारा जारी आदेश के बाद मुम्बई के तीनों क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों में लाइसेंस के आवेदनों में गिरावट आई है। अब तक एफिडेविट के सहारे मोटर वाहनों की रजिस्ट्री हो जाती थी और लाइसेंस मिल जाता था। हाल में परिवहन आयुक्त कार्यालय ने सम्पूर्ण साक्ष्य और औपचारिकताओं के बाद ही मोटर वाहन की रजिस्ट्री करने और लाइसेंस देने का फैसला किया है। इससे पहले एफिडेविट अथवा बीमा रसीद के आधार पर वाहनों की रजिस्ट्री कर दी जाती थी। अब वेतन प्रमाण पत्र, पॉनकार्ड, राशनकार्ड, बिजली का बिल, किरायेदार हैं, तो उसका रजिस्टर्ड एग्रीमेंट जैसे साक्ष्य प्रस्तुत करने होंगे। साथ ही जेराक्स प्रति देते समय मूल प्रति दिखाना भी अनिवार्य होगा। एफिडेविट पर रोक से ड्राइविंग लाइसेंस बनाना मुश्किल हो गया है। इस समस्या के हल और ड्राइविंग लाइसेंस के अन्य उपयोग या दुरुपयोग रोकने के लिए परिवहन विशेषज्ञों की राय है कि ड्राइविंग लाइसेंस सिर्फ ड्राइविंग के लिए उपयोग में लाया जाए और इसे किसी अन्य तरह का प्रूफ न माने जाए। इसके लिए ड्राइविंग लाइसेंस कार्ड पर लिखा जाए 'यह कार्ड सिर्फ ड्राइविंग के लिए है। जिस तरह से राज्य सरकार ने राशन कार्ड को सिर्फ राशन लेने के लिए मान्य किया है और उसे रेसिडेंशल प्रूफ के तौर पर अमान्य किया है। इसी तरह से रिलायंस एनर्जी ने भी अपने बिजली बिलों पर लिखना शुरू किया है कि यह रेसिडेंशल या अन्य किसी तरह का प्रूफ नहीं है। ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए अब तक भारत का नागरिक किसी भी आरटीओ में स्थानीय केयर ऑफ एडरेस और पते और जन्म का सर्टिफिकेट न होने पर एफिडेविट दे कर लाइसेंस बनवा सकता था। ठाणे जिले में रहने वाले कई लोग अपनी सुविधा के अनुसार मुम्बई के आरटीओ से ड्राइविंग लाइसेंस बनवा लेते थे, लेकिन एफिडेविट पर लगी पाबंदी के बाद अब यह संभव नहीं है। वाहनों के पंजीयन के लिए नया नियम ठीक है, लेकिन ड्राइविंग लाइसेंस के लिए यह उचित नहीं है। एफिडेविट पर लगी पाबंदी के बाद ड्राइविंग लाइसेंस के आवेदनों में गिरावट आई है। अंधेरी आरटीओ में लर्नर ड्राइविंग लाइसेंस की संख्या प्रति दिन 1500 से घट कर 250 रह गई है। इधर उपनगरों के पालक मंत्री नसीम खान ने इस समस्या का हल निकालने के लिए परिवहन मंत्री राधाकृष्ण विखेपाटील, परिवहन आयुक्त डी. जी. जाधव और मोटर ट्रेनिंग स्कूल मालिकों की संयुक्त बैठक बुलाई है। श्री खान से शिकायत की गई है कि आयुक्त का आदेश कानून विरोधी है। सेंट्रल मोटर ऐक्ट में एफिडेविट दे कर लाइसेंस बनवाने का अधिकार है। अंधेरी के आर.टी.ओ. इंस्पेक्टर श्री कोटकर के अनुसार अधिकांश मुम्बई-ठाणे में रहने वाले कई लोग यहां ड्राइविंग लाइसेंस बनवाते हैं जबकि उन्हें अपने प्रदेश के संबंधित जिले से लाइसेंस बनवाना चाहिए। मोटर ट्रेनिंग स्कूल मालिकों का कहना है कि मुम्बई-ठाणे में कई सालों से रहने वालों के लिए अपने गांव जा कर ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना संभव नहीं हैं। यदि ठाणे में रहनेवाला कोई नागरिक आवश्यक दस्तावेजों के साथ यदि मुम्बई के आरटीओ में लाइसेंस बनवाता है तो इसमें आपत्ती क्या है। मुम्बई का वह केयर ऑफ एडरेस दे रहा है और एफिडेविट दे रहा है तो इसे मान्य किया जाना चाहिए। वास्तव में एफिडेविट का मामला 122 विदेशी कारों के मुम्बई में रजिस्ट्रेशन से उठा है। कुछ विदेशी कारों का रजिस्ट्रेशन ट्रेवल एजेंट के पास जमा पासपोर्ट से हुआ। जिसका पता दिया गया, उसके पास कार तो दूर साइकिल भी नहीं निकली। जिन दो संदिग्ध आतंकियों ने ड्राइविंग लाइसेंस बनवाया था उसमें एफिडेविट नहीं बल्कि पासपोर्ट प्रूफ के तौर पर दिया गया था।

Friday, March 26, 2010

शोरूम से निकलते ही गाड़ी में आग लग गई।

जब सतीश सावंत मालाओं से सजी अपनी नई-नवेली नैनो को लेकर शोरूम से निकले, तो उनका मन झूम रहा था। घर पर उनके परिवारवाले भी अपनी नई गाड़ी का इंतजार कर रहे थे। लेकिन उन्होंने सोचा भी नहीं था कि वह घर गाड़ी को नहीं, बल्कि बस एक बुरी खबर लेकर जाएंगे। सावंत की कार को एक डीलर का एक एम्पलॉयी सावंत के घर लेकर जा रहा था, लेकिन शोरूम से निकलते ही गाड़ी में आग लग गई। कुछ ही देर में गाड़ी और उसके साथ सावंत की उमंगें धू-धू कर जल गईं। इस घटना से टाटा मोटर्स को भी बड़ा सदमा लगा है। उसे समझ नहीं आ रहा है कि ऐसा कैसे और क्यों हुआ। कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि हम अब भी नहीं समझ पा रहे हैं कि ऐसा कैसे हुआ और इसके पीछे वजहें क्या थीं। इससे पहले भी कुछ ऐसी घटनाएं हुई थीं, जब नैनो में धुआं उठने लगा था। लेकिन कंपनी का कहना है कि इस घटना और पहले हुई घटनाओं में कोई कनेक्शन नहीं है। प्रवक्ता ने कहा कि यह एक अलग घटना है और इसका पहले हुई घटनाओं से कोई लेनादेना नहीं है। प्रवक्ता के मुताबिक कार से धुआं निकलने की घटनाएं एक स्विच में फॉल्ट की वजह से हुई थीं। इसके लिए सड़क पर आ चुकी सभी गाड़ियों के पार्ट्स की अच्छी तरह से जांच कर ली गई थी। कंपनी ने सावंत की गाड़ी में लगी आग की जांच शुरू कर दी है।

Tuesday, March 23, 2010

अस्पतालों व सरकारी इमारतों से भी हेलिकॉप्टर उड़ेंगे।

अब वह दिन दूर नहीं जब महानगर के ऊंचे टावरों से हेलिकॉप्टर उड़ते दिखाई दें। यही नहीं अस्पतालों
व सरकारी इमारतों से भी हेलिकॉप्टर उड़ेंगे। बीएमसी की सुधार समिति में हेलिपैड का प्रस्ताव लाया जा रहा है परंतु इस प्रस्ताव के सामने एक अहम रुकावट केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश का वह बयान है जिसमें उन्होंने मुम्बई में हेलिकॉप्टर उड़ाने का एक तरह से विरोध किया था। हालांकि यह मामला अभी भी कोर्ट में चल रहा है, फिर भी लगता है बीएमसी व राज्य सरकार हेलिपैड बनाने पर एकमत हैं। मुम्बई महानगर के टावरों पर हेलिपैड बनाने की मांग कई सालों से की जा रही है। यह मांग उस समय और जोर पकड़ ली जब अंबानी बंधुओं ने अपने बिल्डिंगों पर हेलिपैड बनाना शुरू किया वह भी बिना बीएमसी की अनुमति के। बीएमसी ने उन जुर्माना भी लगाया। मुम्बई के बिल्डिंगों पर हेलिपैड बनाने के लिए डेवलपमेंट रूल्स में बदलाव के लिए प्रस्ताव ला रही है। प्रस्ताव के मुताबिक मुम्बई के ऊंचे टावर या फिर बिल्डिंग पर हेलिपैड बनाया जा सकेगा। हेलिकॉप्टर में प्राधिकरण द्वारा तय की गई जगह पर फ्यूल भरा जाएगा। प्रस्ताव के मुताबिक, हेलिपैड सिर्फ प्राइवेट बिल्डिंगों पर ही नहीं बल्कि सरकारी इमारतों के साथ-साथ अस्पतालों पर भी बनेंगे। हेलिपैड बनाने वालों को लगभग 40 तरह के एनओसी लेने होंगे।

Monday, March 22, 2010

षडमुखानंद ऑडिटोरियम में आयोजित बिहार दिवस

सोमवार को मुंबई में हिंदीभाषियों और मराठी मानुषों के बीच फिर तलवारें खिंचने की आशंका है। वजह
है हिंदीभाषियों का एक कार्यक्रम। दो साल पहले मुंबई में उत्तर प्रदेश दिवस की धूम के बाद शुरू हुआ राज ठाकरे का तांडव थमा नहीं था कि 22 मार्च को मुंबई में पहली बार बिहार दिवस मनाने की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 7 नवंबर, 2009 को बनाए गए बिहार फाउंडेशन ने यह तैयारी की है। फाउंडेशन के मुंबई अध्यक्ष आर.एस. श्रीवास्तव को उम्मीद है कि बिहार दिवस के बाद वैसा कुछ नहीं होगा जैसा उत्तर प्रदेश दिवस मनाने के बाद राज ठाकरे की ओर से किया गया था। उनकी दलील है कि यह समारोह जय महाराष्ट्र का जवाब कतई नहीं है, इसलिए इस पर एमएनएस या किसी को ऐतराज नहीं होनी चाहिए।
आयोजकों के मुताबिक बिहार फाउंडेशन बिहार सरकार के सौजन्य से ही बनी संस्था है, जिसका उद्देश्य राज्य से बाहर रह रहे बिहारी मूल के लोगों को बिहार के विकास के लिए प्रेरित करना है। बिहार सरकार की यह कोशिश न सिर्फ मुंबई, बल्कि बेंगलुरु, चेन्नै, दिल्ली और कोलकाता जैसे महानगरों में भी बिहार फाउंडेशन का गठन करके शुरू किया जा चुका है। इन सभी स्थानों पर फाउंडेशन की जिम्मेदारी इन राज्यों में काम करने वाले ऐसे ऊंचे ओहदे वाले अफसरों को दी गई है, जो मूल रूप से बिहार के रहनेवाले हैं। श्रीवास्तव सफाई देते हैं कि मुंबई में उत्तर प्रदेश दिवस समारोहों का स्वरूप जहां सांस्कृतिक रहा है, वहीं बिहार दिवस के मौके पर खालिस विकास पर जोर रहेगा। सोमवार को मुंबई की सबसे अधिक क्षमता वाले षडमुखानंद ऑडिटोरियम में आयोजित हो रहे बिहार दिवस समारोह में पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहेंगे। गौरतलब है कि 22 मार्च 1912 को बिहार बंगाल से अलग हुआ था। इस मौके पर बिहार में सरकारी छुट्टी तय की गई है। सोमवार को बिहार में कई कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं।

Saturday, March 20, 2010

अगर इस बात पर सरकार गंभीरता से ध्यान नहीं देगी तो हम हमारे आंदोलन जारी रखेंगे।

एमएनएस कार्यकर्ताओं पर जबरन वसूली का आरोप करने वाले फिल्म निर्माता महेश भट्ट का राज ठाकरे ने जमकर मजाक उड़ाया। वे 'मी महाराष्ट्राचा, महाराष्ट्र माझा' नामक पाक्षिक के प्रकाशन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि महेश भट्ट द्वारा की गई जबरन उगाही की शिकायत के आधार पर ही एमएनएस के 11 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था। राज ठाकरे ने अपने वक्तव्य में कहा कि मेहबूब स्टुडियो में एमएनएस के कार्यकर्ता इस बात का विरोध करने गये थे कि वहां विदेशी कलाकार बिना वर्क परमिट के फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं। लेकिन निर्माता निर्देशक महेश भट ने उन पर जबरन उगाही का झूठा आरोप लगाया। ठाकरे ने कहा कि अगर बिना अनुमति से विदेश से इस तरह भारत में लोग आते रहे तो 26/11 जैसे हमले होते रहेंगे। अगर इस बात पर सरकार गंभीरता से ध्यान नहीं देगी तो हम हमारे आंदोलन जारी रखेंगे। पाक्षिक के संपादक शिरीष पारकर ने कहा कि यह पाक्षिक महाराष्ट्र, मराठी माणूस और मराठी अस्मिता को समर्पित है।

Friday, March 12, 2010

मोबाइल सर्विस प्रवाइडर एयरटेल को भी निशाना बनाया।

सुप्रीम कोर्ट से भड़काऊ भाषण नहीं देने की नसीहत मिलने के अगले ही दिन एमएनएस के मुखिया राज ठाकरे ने कहा कि हमारे ऊपर हिंदी थोपी नहीं जानी चाहिए। इतना ही नहीं राज ने मराठी में अनाउंसमेंट शुरू नहीं करने पर मोबाइल सर्विस प्रवाइडर एयरटेल को भी निशाना बनाया। उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा कि एयरटेल की 'टेल' उखाड़ दें। इसके तुरंत बाद खबर आई कि एमएनएस कार्यकर्ताओं ने ठाणे में इस कंपनी के एक शोरूम पर हमला किया। हालांकि पुलिस ने कहा कि ऐसा कोई हमला नहीं हुआ है।
राज ने इस बात पर नाराजगी जताई कि यह कंपनी इंटरैक्टिव वॉइस रेस्पॉन्स (आईवीआर) तकनीकी कारणों का हवाला देकर मराठी में शुरू नहीं कर रही है। मटुंगा के यशवंत नाट्यगृह में अपनी पार्टी के चौथे स्थापना दिवस समारोह में उन्होंने कहा कि अब आप (एमएनएस कार्यकर्ता) एयरटेल की 'टेल' उखाड़ दें। इस बीच सूत्रों ने कहा कि इस कंपनी ने राज को चिट्ठी भेजकर कहा है कि वह मराठी में आईवीआर शुरू करेगी। राज ने कहा कि मैं हिंदी के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन हमारे ऊपर हिंदी थोपिए मत। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को उनसे कहा था कि उत्तर भारतीयों को निशाना बनाकर भड़काऊ भाषण नहीं दें। राज ने एमएनएस कार्यकर्ताओं से यह सुनिश्चित करवाने को कहा कि रेलवे स्टेशनों और एयरपोर्ट्स पर अनाउंसमेंट मराठी में हों। राज ने कहा कि एमएनएस महिला आरक्षण बिल का पूरा समर्थन करती है। उन्होंने बिल के विरोधी लालू प्रसाद और मुलायम सिंह यादव का मजाक उड़ाते हुए कहा कि इस विरोध से पता चलता है कि उनकी संस्कृति कैसी है।

Monday, March 8, 2010

घबराई छात्रा ने ट्रेन के सामने छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली।

दसवीं की परीक्षा का हॉल टिकट (प्रवेश पत्र) खो गया तो घबराई छात्रा ने ट्रेन के सामने छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। ठाणे जिले के वांगणी स्थित वेडिस गांव में रहने वाली 15 वर्षीय शेवंता निरगुडे नामक छात्रा दसवीं की परीक्षा दे रही थी। मराठी माध्यम की इस छात्रा का प्रवेश पत्र मराठी की परीक्षा देने के बाद खो गया था। उसने प्रवेश पत्र खो जाने की बात घर वालों को बताई थी। शेवंता के भाई ने उससे कहा था कि दूसरे दिन वह स्कूल जाकर स्कूल वालों से प्रवेश पत्र खोने के बारे में बता देगा। सूत्रों के अनुसार दूसरे दिन शेवंता परीक्षा देने की बजाय वांगणी रेलवे स्टेशन गई और सामने से आ रही प्रगति एक्सप्रेस के सामने छलांग लगा दी। घटना के चलते शेवंता के घर वालों को गहरा मानसिक आघात पहुंचा है।

Thursday, March 4, 2010

'हिंदुस्तान सबका है।'आशा भोंसले

जानी मानी गायिका आशा भोंसले ने मुम्बई और महाराष्ट्र में इन दिनों हावी संकीर्ण क्षेत्रीय भावनाओं से अपने आप को दूर रखते हुए कहा है कि 'हिंदुस्तान सबका है।'आशा भोंसले ने पिछले दिनों एक मराठी टीवी चैनल द्वारा पुणे में आयोजित एक सांस्कृतिक संध्या के दौरान इस सवाल के जवाब में यह बात कही कि बाहर से आने वाले लोगों की वजह से मुम्बई बदसूरत होती जा रही है। इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे भी उपस्थित थे। आशा जी ने कहा 'लोग मुम्बई आते हैं, क्योंकि हिंदुस्तान सबका है। जो यहां कड़ी मेहनत करते हैं, समृद्ध हो जाते हैं। मैंने भी सफलता हासिल करने के लिए अपने क्षेत्र में लगन के साथ कठिन परिश्रम किया। मैंने विभिन्न भाषाओं में गाने गाए लेकिन मुझे फक्र है कि मैं मराठी हूं।'सुरों की मलिका की इस टिप्पणी पर शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने खुद को अलग रखा। उन्होंने मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे का नाम लिए बिना कहा, 'जो समारोह में मौजूद थे उन्हें प्रतिक्रिया व्यक्त करनी चाहिए।' समारोह में शामिल अन्य अतिथियों में राज भी थे। इससे पूर्व शिवसेना 'मुंबई सबके लिए' टिप्पणी पर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर तथा उद्योगपति मुकेश अंबानी की आलोचना कर चुकी है।

'हिंदुस्तान सबका है।'आशा भोंसले

जानी मानी गायिका आशा भोंसले ने मुम्बई और महाराष्ट्र में इन दिनों हावी संकीर्ण क्षेत्रीय भावनाओं से अपने आप को दूर रखते हुए कहा है कि 'हिंदुस्तान सबका है।'आशा भोंसले ने पिछले दिनों एक मराठी टीवी चैनल द्वारा पुणे में आयोजित एक सांस्कृतिक संध्या के दौरान इस सवाल के जवाब में यह बात कही कि बाहर से आने वाले लोगों की वजह से मुम्बई बदसूरत होती जा रही है। इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे भी उपस्थित थे। आशा जी ने कहा 'लोग मुम्बई आते हैं, क्योंकि हिंदुस्तान सबका है। जो यहां कड़ी मेहनत करते हैं, समृद्ध हो जाते हैं। मैंने भी सफलता हासिल करने के लिए अपने क्षेत्र में लगन के साथ कठिन परिश्रम किया। मैंने विभिन्न भाषाओं में गाने गाए लेकिन मुझे फक्र है कि मैं मराठी हूं।'सुरों की मलिका की इस टिप्पणी पर शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने खुद को अलग रखा। उन्होंने मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे का नाम लिए बिना कहा, 'जो समारोह में मौजूद थे उन्हें प्रतिक्रिया व्यक्त करनी चाहिए।' समारोह में शामिल अन्य अतिथियों में राज भी थे। इससे पूर्व शिवसेना 'मुंबई सबके लिए' टिप्पणी पर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर तथा उद्योगपति मुकेश अंबानी की आलोचना कर चुकी है।

Saturday, February 27, 2010

बजट में टैक्सपेयर्स को बड़ी राहत

वित्त मंत्री ने बजट में टैक्सपेयर्स को बड़ी राहत दी है। टैक्स स्लैब में बदलाव का ऐलान करते हुए उन्होंने कहा कि इससे 60 % टैक्स पेयर्स को राहत मिलेगी। अब वित्त मंत्री के नए ऐलान के अनुसार , अब 1 लाख 60 हजार रुपये से ज्यादा और 5 लाख रुपये तक की आमदनी पर 10 परसेंट टैक्स लगेगा। 5 लाख रुपये से 8 लाख रुपये तक की आमदनी पर 20 परसेंट टैक्स लगेगा और 8 लाख रुपये से ज्यादा की आमदनी पर 30 परसेंट टैक्स लगेगा। अब तक इंडिविजुअल को 1 लाख 60 हजार रुपये तक की आमदनी पर कोई टैक्स नहीं लगता है। 1 लाख 60 हजार रुपये से ज्यादा और 3 लाख रुपये तक की आमदनी पर 10 परसेंट टैक्स लगता है। 3 लाख रुपये से 5 लाख रुपये तक की आमदनी पर 20 परसेंट टैक्स लगता है और 5 लाख रुपये से ज्यादा की आमदनी पर 30 परसेंट टैक्स लगता है। नए टैक्स स्लैब से 3 लाख रुपये तक की सालाना आमदनी वालों को तो कोई फायदा नहीं होगा लेकिन इससे अधिक आमदनी वालों को काफी फायदा होगा। इतना ही नहीं , इनकम टैक्स की धारा 80 सी के तहत 1 लाख रुपये के निवेश पर अब तक टैक्स छूट है। अब वित्त मंत्री ने कहा है कि यदि कोई व्यक्ति इस निवेश के अलावा साल में 20 हजार रुपये का लॉन्ग टर्म इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड खरीदता है तो उसे इस खरीद पर टैक्स छूट मिलेगी। बजट में इनकम टैक्स के नए स्लैब इस प्रकार रखे गए हैं आम इंडिविजुअल टैक्सपेयर 1,60,000 रुपये तक : शून्य 1,60,001 रुपये से 5 लाख रुपये : 10 प्रतिशत 5,00,001 रुपये से 8,00,000 रुपये : 20 प्रतिशत 8,00,001 रुपये से अधिक : 30 प्रतिशत महिला टैक्सपेयर 1,90,000 रुपये तक : शून्य 1,90,001 रुपये से 5 लाख रुपये : 10 प्रतिशत 8,00,001 रुपये से अधिक : 30 प्रतिशत सीनियर सिटिजन 2,40,000 रुपये तक : शून्य 2,40,001 रुपये से 5 लाख रुपये : 10 प्रतिशत 8,00,001 रुपये से अधिक : 30 प्रतिशत

Tuesday, February 23, 2010

मैं यूपी में ही जाकर रहूं क्योंकि मैं महाराष्ट्र का नहीं हूं।

शाहरुख खान बनाम शिव सेना का मामला अभी ठीक से ठंडा भी नहीं पड़ा है कि है कि 'मराठी बनाम खान' का नया मामला सामने आ गया है। बिग बॉस-3 के चर्चित पार्टिसिपेंट कमाल खान ने आरोप लगया है कि मुंबई एयरपोर्ट पर मराठी अधिकारियों ने उनके साथ बदतमीजी की। कमाल खान ने कहा कि रविवार की रात दुबई से लौटने के दौरान मुंबई एयरपोर्ट पर मुझे ऐसा महसूस कराया गया है जैसे कि मैं देशद्रोही हूं। उन्होंने कहा कि उनके नाम के पीछे भी खान सरनेम लगा होना इस सारे हादसे की जड़ है। कमाल का कहना है कि वहां उन्हें इमिग्रेशन अधिकारियों ने घेर लिया। इनमें से 99 प्रतिशत अधिकारी मराठी थे। मुझसे धक्का-मुक्की की गई, गाली दी गई और मुंबई छोड़ कर जाने को कहा गया। ऐक्टर ने कहा,'अधिकारियों ने मुझसे पूछा कि मेरे पासपोर्ट पर यूपी का ऐड्रेस क्यों है। मैंने जवाब दिया कि इसलिए कि मैं वहीं का हूं और यह पासपोर्ट भी वहीं के आफिस से जारी किया गया है। इस पर एक अफसर ने मुझे सलाह दी कि मैं दिल्ली या यूपी के किसी हवाई अड्डे पर जाऊं।' कमाल ने कहा कि फिर मुझसे पूछा गया कि मैंने अपने गांव का नाम फुलास बताया है और फॉर्म में हुलास क्यों लिखा हुआ है। मैंने कहा कि इस गलती को दुरुस्त करते हुए मैं दूसरा फॉर्म भर देता हूं। पर चूंकि मैं 20 साल से अपने गांव नहीं गया हूं, इसलिए वहां का पिन कोड नंबर भूल गया। इस पर मुझसे फिर कहा गया कि मैं यूपी में ही जाकर रहूं क्योंकि मैं महाराष्ट्र का नहीं हूं। कमाल के मुताबिक इस बीच दो-तीन अफसरों ने उन्हें घेर लिया। एक ने तो यह तक कहा कि मुझे लगाओ दो-तीन थप्पड़ और नशे की तस्करी के आरोप में जेल में डाल दो। मैंने उनसे कहा कि आप यह कर सकते हैं तो कर दिखाइए। इस हंगामे के बाद कुछ सीनियर अफसरों के बीच-बचाव करने के बाद तड़के साढ़े चार बजे कमाल को जाने दिया गया।

Thursday, February 18, 2010

यह केवल शाहरुख की फिल्म पर हमला नहीं, बल्कि व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर हमला है

यही सवाल कर रहे हैं देशभर में रहने वाले मराठी। पाकिस्तानी टीम के सपोर्ट वाले शाहरुख के बयान को लेकर शिवसेना और एमएनएस ने भले मुंबई को 'जंग' का मैदान बना दिया है। लेकिन देश के अन्य हिस्सों में रहने वाले महाराष्ट्रियन का मानना है कि ठाकरे परिवार का यह रवैया व्यक्तिगत स्वतंत्रता का हनन है। अगर वह शाहरुख की किसी बात से सहमत नहीं भी हैं, तो उन्हें ऐसा कर मराठियों को बदनाम करने का कोई हक नहीं है। पिछले चार सालों से दिल्ली में रह रहे साहिल जोशी का कहना है, जब मैं मुंबई छोड़कर दिल्ली आया, तो मुझे यहां भी अपनापन मिला। लेकिन अगर शिवसेना और एमएनएस इसी तरह की हरकत करते रहे तो वह मराठी मानुष को बदनाम करेंगे। शाहरुख को किसी भी मुद्दे पर अपनी राय रखने का पूरा अधिकार है और सिर्फ उन्हें ही नहीं, किसी को भी यह अधिकार है। मैं उनके साथ हूं। पिछले 10 वर्षों से दिल्ली में रह रहे नासिक के वरिष्ठ पत्रकार कहते हैं कि यह शिवसेना की मुंबई म्युनिसिपल कॉरपोरेशन में सत्ता बचाने की कवायद से ज्यादा और कुछ नहीं है। यह शर्मनाक है कि ठाकरे परिवार सेल्फ प्रोक्लेम्ड सेंसर बोर्ड बन गया है और मातोश्री नया थिएटर। शाहरुख देशभक्त हैं या नहीं, यह तय करने का अधिकार ठाकरे परिवार को किसने दिया। जहां तक मेरी जानकारी है शाहरुख के पिता जाने-माने स्वतंत्रता सेनानी थे। शिवसेना इस देशभक्ति को नजरअंदाज नहीं कर सकती। यह केवल शाहरुख की फिल्म पर हमला नहीं, बल्कि व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर हमला है, जो कि असंवैधानिक है।
एक मल्टी नैशनल कंपनी में काम करने वाले अचिन जावडेकर कहते हैं कि मैं शाहरुख का फैन नहीं हूं, फिर भी मुझे यह मंजूर नहीं कि शिवसेना या एमएनएस किसी की फिल्म रोकने जैसा काम करे। यह बेहूदापन है। ठाकरे परिवार ऐसे सिर्फ अपने स्वार्थ साध रहा है और मराठी मानुष का कोई भला नहीं कर रहा है। ऐसा ही सोचना प्रिया वानखड़े का भी है। वह कहती हैं कि मुंबई या महाराष्ट्र ठाकरे परिवार की जागीर नहीं है, जो वह अपनी दादागिरी थोप रहे हैं। अगर उन्हें शाहरुख की बातों से आपत्ति है, तो वह फिल्म ना देखें। किसी और को रोकने का उन्हें कोई अधिकार नहीं। शिवसेना से राज्य सभा सांसद भारत कुमार राउत सफाई में कहते हैं कि पार्टी के किसी भी नेता ने सिनेमा बंद करने को नहीं कहा। हमने सिर्फ बहिष्कार की अपील की है। महाराष्ट्र सरकार ने पांच-छह हजार पुलिसकर्मी सिनेमाघरों की सुरक्षा में लगा दिए हैं, उसके बाद भी अगर सिनेमा मालिक फिल्म दिखाने को तैयार नहीं और लोग देखने को, तो यह लॉ ऐंड ऑर्डर की विफलता है। जहां तक शाहरुख की फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन की बात है, तो शाहरुख से माफी की मांग करना भी शिवसैनिकों की फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन है।

Sunday, February 14, 2010

'मेरा कोई रुख नहीं है, कोई वैचारिक मुद्दा नहीं है। मैं सिर्फ एक ऐक्टर हूं। शाहरुख खान

अपनी फिल्म 'माई नेम इज खान' के प्रीमियर के लिए शाहरुख खान भले ही बर्लिन की सर्द हवाओं में हैं लेकिन उनका ध्यान मुंबई की 'गर्मी' पर है। मुंबई में तनाव खत्म करने को लेकर पहल करते हुए शाहरुख ने कहा कि उन्हें अहंकार नहीं है और वह शिवसेना सुप्रीमो से मिलकर गलतफहमी दूर करेंगे। शाहरुख खान ने कहा, 'मैं ईमानदारी से यह कह सकता हूं कि निजी स्तर पर मेरे सभी से अच्छे संबंध हैं और जहां किसी विचारधारा की बात है तो हम चर्चा करेंगे और बातों को सुलझाएंगे।' बॉलिवुड ऐक्टर ने कहा 'मैं बाला साहब और उद्धव ठाकरे को अच्छी तरह जानता हूं। अगर कोई गलतफहमी है तो मैं इसे दूर करूंगा। न तो मुझे अहंकार है और न ही झूठा आत्मसम्मान।' शाहरुख ने कहा, 'फिल्म माई नेम इज खान का अपना कोई रुख नहीं है। इसमें केवल समस्याएं दिखाई गई हैं। जब मैं राजनीति में शामिल होऊंगा तो मेरा एक रुख होगा। इंशाअल्लाह, मेरे वक्तव्यों को लेकर कोई मसला नहीं रहेगा, हम बातचीत से विवाद सुलझा सकते हैं।' अपनी फिल्म के प्रदर्शन पर थियेटरों पर किए गए हमले पर शाहरुख ने कहा, 'मेरा कोई रुख नहीं है, कोई वैचारिक मुद्दा नहीं है। मैं सिर्फ एक ऐक्टर हूं। यदि मेरे बयान से किसी को दुख पहुंचा है तो मैं माफी चाहता हूं। मैं लोगों को खुश करने के धंधे से जुड़ा हुआ हूं।' उन्होंने कहा, 'फिल्म में, थिएटर में, असल जिंदगी में और नजरिए में हमेशा ऐसी विचाराधाराएं होती हैं जिनमें मतभेद होते हैं। हमें उन्हें स्वीकार करना चाहिए और उसके साथ शांतिपूर्ण ढंग से जीना चाहिए। शाहरुख ने कहा, 'काफी कुछ लिखा गया, काफी कुछ बोला गया है और मेरे शहर मुंबई व मेरे देश सहित दुनिया में मौजूद हर व्यक्ति के प्रति सम्मान दर्शाते हुए मैं सिर्फ यही कहना चाहूंगा कि अब मैं लाल कालीन पर चलना चाहता हूं, थोड़ी शैम्पेन पीना चाहता हूं, फिल्म का लुत्फ उठाना चाहता हूं और खुश रहना चाहता हूं। इंशा अल्लाह, आखिर में सब कुछ ठीक हो जाएगा।'

Wednesday, February 3, 2010

'मियांदाद को अपने घर बुला कर उसकी खातिरदारी करने के बाद कम से कम शिवसेनाप्रमुख को शाहरुख की देशभक्ति पर सवाल उठाने का हक नहीं

जहां शिवसेना ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों की तारीफ करने की वजह से शाहरुख खान के खिलाफ अपना अभियान तेज कर रखा है, वहीं अब यह सवाल उठ गया है कि शिवसेनाप्रमुख बाल ठाकरे ने पाकिस्तानी क्रिकेटर जावेद मियांदाद को अपने घर क्यों बुलाया? बुधवार को यहां से प्रकाशित एक अंग्रेजी अखबार में मियांदाद के ठाकरे के आवास मातोश्री जाने की खबर छपने के बाद यह मामला गरमा गया है। मामला 2004 का है, मगर मौजूदा माहौल में इसने शिवसेना के शाहरुख विरोधी अभियान पर सवाल उठा दिया है। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि 'मियांदाद को अपने घर बुला कर उसकी खातिरदारी करने के बाद कम से कम शिवसेनाप्रमुख को शाहरुख की देशभक्ति पर सवाल उठाने का हक नहीं रह गया है।' शिवसेना सांसद भरत कुमार राउत ने इसे पुराना मामला बताते हुए कहा है कि 'मियांदाद पाकिस्तानी क्रिकेटर के रूप में नहीं बल्कि व्यक्तिगत रूप में ठाकरे से मिलने आए थे। ठाकरे ने उन्हें नहीं बुलाया था, खुद उन्होंने बाला साहेब से मिलने की इच्छा जताई थी।' राउत ने कहा कि 'साहेब मातोश्री में हर किसी से मिलते हैं। इसलिए मियांदाद से भी मिले तो इसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है।'

युवा विवादित मुद्दों के समाधान के लिए पहल करें।

आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक और अध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने युवाओं से आह्वान किया है कि विवादित मुद्दों के समाधान के लिए वे पहल करें। वर्ल्ड ऑर्गनाइजेशन ऑफ स्टूडेंट एंड यूथ (वूजी)के तीसरे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में श्री श्री रविशंकर ने कहा कि दुनिया में सभी स्तरों पर संघर्ष बढ़ रहे हैं। इसकी वजह से मानवता दांव पर है। आध्यात्मिक गुरु ने कहा कि हमें इन संघर्षों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाना होगा। दो दिनों तक चलने वाले इस सम्मेलन में 50 से अधिक देशों के प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। इससे पहले उद्घाटन सत्र में पूर्व विदेश सचिव शशांक ने कहा कि अगर हम आतंकवाद को हराना चाहते हैं तो हमें संघर्षरत समुदायों और देशों के बीच बातचीत की प्रक्रिया मजबूत करनी होगी। उन्होंने कहा कि वूजी जैसे संगठनों को इन मुद्दों पर युवाओं को संवेदनशील बनाने की जिम्मेदारी उठानी होगी, क्योंकि आज की युवा पीढ़ी कल जब नेतृत्व संभालेगी तो इनका समाधान बेहतर तरीके से निकाल पाएगी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुनील आंबेकर ने कहा कि उच्च शिक्षा के लिए भारत आने वाले विदेशी छात्रों की भारतीय संस्कृति और परंपार की सटीक जानकारी देने के लिए वूजी पिछले 25 सालों से काम कर रहा है। वूजी के चेयरमैन सुशील पंडित ने कहा कि युद्ध किसी समस्या का समाधान नहीं है। हमें सभी विवादित मुद्दों का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से खोजना होगा।