Tuesday, January 27, 2009

कोकिला बैन के साथ आम मुंबईकर का सपना भी पूरा होगा

अंबानी हॉस्पिटल बनने से आम मुंबईकर को लाभ होगा, कोकिला बैन के साथ आम मुंबईकर का सपना भी पूरा होगा

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चह्वाण ने रिलाइंस अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप की सामाजिक पहल पर बने कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल और मेडिकल रिसर्च सेंटर का मुंबई के उपनगर अंधेरी में सोमवार को उद्घाटन किया। कोकिलाबेन ने उद्घाटन भाषण में कहा कि धीरूभाई हमेशा एक विश्वस्तरीय हॉस्पिटल बनाने का सपना देखते थे। आज यह हॉस्पिटल हकीकत बन गया है। इस मौके पर कोकिलाबेन ने अपने नाम पर उद्घाटित हॉस्पिटल को 75 करोड़ रुपये का दान भी दिया।

Monday, January 26, 2009

गर्व है हेमन्त करकरे पर सभी मुंबईकरों को, मिला अशोक चक्र

गर्व है हेमन्त करकरे पर सभी मुंबईकरों को, मिला अशोक चक्र
2 महीने पहले मुंबई पर हुए आतंकवादी हमलों के दौरान वीरता दिखाने के लिए देश का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'अशोक चक्र' पाने वाले एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे मालेगांव ब्लास्ट की जांच करने वाले महत्वपूर्ण पुलिस अधिकारी थे। जॉइंट पुलिस कमिश्नर करकरे मुंबई सीएसटी, ताज और ओबेरॉय होटेल पर पिछले साल 26 नवंबर को पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले में शहीद हुए थे। मुम्बई हमलों के दिन रात 9:40 बजे करकरे को सीएसटी स्टेशन पर आतंकवादी हमले की सूचना मिली। उन्होंने तुरंत वहां पुलिस बल भेजा और खुद एक छोटे दल के साथ कामा अस्पताल की ओर आए, क्योंकि तब तक आतंकवादी वहां पहुंच चुके थे। आतंकवादियों और पुलिस दल के बीच हुई मुठभेड़ में करकरे गंभीर रूप से घायल हो गए, उन्होंने कार्रवाई जारी रखते हुए एक आतंकवादी को घायल कर दिया। करकरे के अलावा महाराष्ट्र पुलिस के एसीपी अशोक काम्टे को भी अशोक चक्र दिया गया है। पश्चिमी इलाके में 10 आतंकवादियों के हमले के बाद वहां पहुंची पुलिस टीम में काम्टे शामिल थे। आतंकवादियों ने भागने की कोशिश की, लेकिन काम्टे ने पुलिस जीप में उनका पीछा किया, लेकिन आतंकवादियों ने उन पर घात लगाकर हमला बोल दिया, जिससे काम्टे गंभीर रूप से जख्मी हो गए। वह घायलावस्था में भी लड़ते रहे और एक आतंकवादी को घायल करने में सफल रहे। महाराष्ट्र पुलिस के इंस्पेक्टर और एन्काउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से मशहूर विजय सालस्कर भी मुम्बई ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों से लोहा लेते हुए घायल हो गए थे। वह उसी वाहन पर सवार थे, जिस पर काम्टे थे और जिस पर आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला किया था। मरणोपरांत अशोक चक्र पाने वालों में महाराष्ट्र पुलिस के एएसआई तुकाराम ओंबले का नाम भी शामिल है, जो 26 नवंबर की रात डी. बी. मार्ग थाने पर नाइट ड्यूटी पर थे। आधी रात एक वायरलेस संदेश आया कि 2 आतंकवादी एक कार में मरीन ड्राइव की ओर जा रहे हैं। ओंबले ने तत्काल अवरोधक लगाए, ताकि आतंकवादियों की कार रोकी जा सके। जैसे ही कार रुकी, भीतर बैठे एक आतंकवादी ने गोलियां चलानी शुरू कर दीं। ओंबले कार के बांई ओर आए और एक आतंकवादी पर कूद पड़े, ताकि उसकी एके-47 राइफल छीनी जा सके। इस दौरान वह गंभीर रूप से घायल हो गए और शहीद हो गए। दिल्ली के बटला हाउस में एक फ्लैट में छिपे तीन आतंकवादियों पर काबू करने पुलिस दल के साथ पहुंचे दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए। उन्हें भी अशोक चक्र से सम्मानित किया गया है।

सभी मुंबईकरों को नाज़ है उनपर, जिन्हे यह सम्मान मिला, हमारी शुभकामनाएं

सभी मुंबईकरों को नाज़ है उनपर, जिन्हे यह सम्मान मिला, हमारी शुभकामनाएं
पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री सम्मानों के लिए नामों का ऐलान कर दिया गया है। ओलिंपिक
में पहला इंडिविजुअल गोल्ड मेडल जीतने वाले अभिनव बिंद्रा को पद्म भूषण दिया जा रहा है। क्रिकेट खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी और हरभजन सिंह के अलावा बिलियर्ड्स खिलाड़ी पंकज आडवाणी को पद्मश्री मिलेगा। ऐक्ट्रेस ऐश्वर्या रॉय, गायक उदित नारायण, ऐक्टर अक्षय कुमार को भी पद्मश्री देने का फैसला किया गया है। नई दिल्ली। इस साल देश की इन अनमोल हस्तियों को पद्म अलंकरण के लिए चुना गया है। पद्म विभूषण (10) सिविल सर्विस : डॉ. चंद्रिका प्रसाद श्रीवास्तव (महाराष्ट्र)। पर्यावरण संरक्षण : सुंदरलाल बहुगुणा (उत्तराखंड)। साहित्य एवं शिक्षा : प्रो. डी. पी. चट्टोपाध्याय (प. बंगाल)। मेडिसिन : प्रो. जसबीर सिंह बजाज (पंजाब), डॉ. पुरुषोत्तम लाल (यूपी)। पब्लिक अफेयर्स : गोविंद नारायण (यूपी)। साइंस ऐंड इंजीनियरिंग : डॉ. अनिल काकोडकर (महाराष्ट्र), जी. माधवन नायर (कर्नाटक)। सामाजिक कार्य :सिस्टर निर्मला (प.बंगाल)। ट्रेड ऐंड इंडस्ट्री : डॉ. ए. एस. गांगुली (महाराष्ट्र)। पद्म भूषण (30) कला : जी. सिवराम कृष्णमूर्ति उर्फ कृष्णा (आंध्र प्रदेश), प्रो. रामलाल. सी. मेहता (गुजरात), शमशाद बेग (महाराष्ट्र), वी. पी. धनंजयन और शांता धनंजयन (तमिलनाडु), डॉ. वैद्यनाथन गणपति स्थापति (तमिलनाडु)। सिविल सर्विस: एस. के. मिश्रा (हरियाणा)। जर्नलिजम : शेखर गुप्ता (दिल्ली)। साहित्य व शिक्षा : प्रो. ए. एस. मेनन (केरल), सी. के. प्रहलाद (एनआरआई), डी. जयकांथन (तमिलनाडु), डॉ. इशर जज आहलूवालिया (दिल्ली), कुंवर नारायण (दिल्ली), प्रो. मिनोरू हारा (विदेशी), रामचंद्र गुहा (कर्नाटक)। मेडिसिन : डॉ. ब्रजेंद्र कुमार राव (दिल्ली), वैद्य देवेंद्र त्निगुणा (दिल्ली), डॉ. खालिद हमीद (एनआरआई)। नैशनल सिक्यूरिटी अफेयर्स : ले. जनरल (रिटा.) सतीश नांबियार (दिल्ली)। पब्लिक अफेयर्स : डॉ. इंदरजीत कौर बारठाकुर (मेघालय), डॉ. किरीट शांतिलाल पारिख (दिल्ली)। साइंस ऐंड इंजीनियरिंग : डॉ. भक्त. बी. रथ (एनआरआई), कांजिवरम श्रीरंगाचारी शेषाद्री (तमिलनाडु), डॉ. गुरदीप सिंह रंधावा (दिल्ली), सैम पित्रोदा (दिल्ली), प्रो. सर्वज्ञ सिंह कटियार (यूपी), प्रो. थॉमस कैलाथ (एनआरआई)। सामाजिक कार्य : डॉ. नागनाथ नायकवाडी (महाराष्ट्र), डॉ. सरोजनी वरदप्पन (तमिलनाडु)। खेल : अभिनव बिंद्रा (पंजाब)। ट्रेड ऐंड इंडस्ट्री : अनिल मणिभाई नाइक (महाराष्ट्र)। पद्मश्री कला : थीलकन (केरल), ए. विवेक (तमिलनाडु), ऐश्वर्या राय बच्चन (महाराष्ट्र), अक्षय कुमार (महाराष्ट्र), डॉ. अमीना अहमद आहूजा (दिल्ली), अरुणा साईराम (तमिलनाडु), देवयानी चैमौट्टी (विदेशी), गीता कपूर (दिल्ली), गोविंद राम निर्मलकर (छत्तीसगढ़), गुरुमायुम गौर किशोर शर्मा (दिल्ली), हशमत उल्ला खान (जम्मू-कश्मीर), हेलन खान (महाराष्ट्र), हेमी बावा (दिल्ली), पंडित हृदयनाथ मंगेशकर (महाराष्ट्र), इरावथम मादेवन (तमिलनाडु), के. पी. उदयभानू (केरल), डॉ. कन्नेगंटी ब्रह्मनंदम (आंध्र प्रदेश), प्रो. किरण सेठ (दिल्ली), कुमार शानू भट्टाचार्जी (महाराष्ट्र), प्रो. डॉ. लीला ओमचेरी (दिल्ली), मट्टानूर शंकरनकुट्टी मरार (केरल), निरंजन गोस्वामी (पश्चिम बंगाल), भाई निर्मल सिंह खालसा (पंजाब), पेनाज मसानी (महाराष्ट्र), प्रकाश एन. दुबे (महाराष्ट्र), डॉ. प्रतापादित्य पाल (एनआरआई), राम किशोर छिपा (राजस्थान), साओली मित्रा (पश्चिम बंगाल), स्केनड्रोवेल सियमलियेह (मरणोपरांत)(मेघालय), डॉ. सुब्रमण्यम कृष्णस्वामी (तमिलनाडु), सुरेश दत्ता (पश्चिम बंगाल), तफाजुल्ल अली (मरणोपरांत)(असम), उदित नारायण (महाराष्ट्र), वडक्का मानालथ गोविंदन उर्फ कलामंडलम गोपी (केरल)। सिविल सर्विस: एस. बी. घोष दास्तिदार। कॉमेंट्री ऐंड ब्रॉडकास्टिंग : अमीन सयानी (महाराष्ट्र)। जर्नलिजम : अभय छजलानी (मध्य प्रदेश)। साहित्य और शिक्षा : डॉ. ए. शंकर रेड्डी (दिल्ली), आलोक मेहता (एडिटर्स गिल्ड के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ पत्रकार, दिल्ली), डॉ. बनानजे गोविंदाचार्य (कर्नाटक), डॉ. बिरेंदनाथ दत्ता (असम), गेशे नवांग सैमटेन (विदेशी), प्रो. जलीस अहमद खान तारें (पुडुचेरी), जयंत महापात्र (उड़ीसा), डॉ. जॉन रालस्टन मार (विदेशी), लालथंगफाला सायलो (मिजोरम), लक्ष्मण बापू माणे (महाराष्ट्र), डॉ. मथूर कृष्णमूर्ति (कर्नाटक), नॉरेडेन शेरिंग (सिक्किम), डॉ. पंचपाकेसा जयरामन (एनआरआई), प्रो. राम शंकर त्रिपाठी (उत्तर प्रदेश), प्रो. (डॉ.) रणबीर चंदर सोबती (चंडीगढ़), डॉ. रवींद नाथ श्रीवास्तव (बिहार), शमसुर रहमान फारुकी (उत्तर प्रदेश), शशी देशपांडे (कर्नाटक), सनी वर्के (एनआरआई), सुरेश गुंडु अमोनकर (गोवा), डॉ. उत्पल बनर्जी (दिल्ली)। मेडिसिन : डॉ. ए. के. गुप्ता (तमिलनाडु), डॉ. अलमपुर साईबाबा गौड़ (आंध्र), डॉ. अरविंद लाल (दिल्ली), डॉ. अशोक के. वैद्य (दिल्ली), डॉ. अशोक कुमार ग्रोवर (दिल्ली), डॉ. बालस्वरूप चौबे (महाराष्ट्र), डॉ. डी. एस. राणा (हिमाचल), डॉ. गोविंदन विजयराघवन (केरल), डॉ. कल्याण बनजीर् (दिल्ली), पी. आर. कृष्णकुमार (तमिलनाडु), डॉ. शिवरामन (तमिलनाडु), डॉ. शेक खादर नूरदीन (तमिलनाडु), डॉ. थनीकांचलम सदागोपान (तमिलनाडु), डॉ. यश गुलाटी (दिल्ली)। पब्लिक अफेयर्स : के. अशुंगबा संगतम (नगालैंड), डॉ. श्यामला पप्पू (दिल्ली)। हिमालयन ग्लेशियर पर रिसर्च : प्रोफेसर सईद इकबाल हसनैन (दिल्ली)। साइंस ऐंड इंजीनियरिंग : गोरीपार्थी नरसिंह राजू यादव (आंध्र), प्रो. प्रमोद टंडन (मेघालय)। सोशल र्वक्स : बंसीलाल राठी (मध्य प्रदेश), बिलकीस लतीफ (आंध्र), चेरिल कृष्ण मेनन (एनआरआई), रेव जोसेफ परेरा (महाराष्ट्र), के. विश्वनाथन (केरल), कीपू त्सेरिंग लेपचा (सिक्किम), श्याम सुंदर महेश्वरी (राजस्थान), सुनील कांति राय (प. बंगाल)। खेल : बलबीर खुल्लर (पंजाब), हरभजन सिंह (पंजाब), महेंद सिंह धोनी (झारखंड), पंकज आडवाणी (कर्नाटक)। टेक्नॉलजी सल्यूशंस : सुरिंदर मेहता (दिल्ली)। टेड ऐंड इंडस्ट्री : अरुणमुगम शक्तिवेल (तमिलनाडु), डॉ. भावगुथू रघुराम शेट्टी (एनआरआई) और आर. के. कृष्ण कुमार (महाराष्ट्र)।

Friday, January 23, 2009

ए टी एस झूठ का गट्ठड

ए टी एस झूठ का गट्ठड
अभिनव भारत (एबी) की अध्यक्ष हिमानी सावरकर ने शुक्रवार को महाराष्ट्र एटीएस के इस बयान को झूठ का पुलिंदा करार दिया है कि मालेगांव विस्फोट कांड की साजिश पर लेफ्टिनंट कर्नल प्रसाद पुरोहित ने भोपाल में अप्रैल 2008 में उनकी मौजूदगी में चर्चा की थी। एटीएस ने पिछले महीने यहां हिमानी सावरकर से पूछताछ की थी। मालेगांव विस्फोट के आरोपी के खिलाफ आरोपपत्र में हिमानी के हवाले से कहा गया है कि वह 'एबी' सदस्यों की बंद कमरे में हुई बैठक से बाहर आ गई थीं क्योंकि वह हिंसक तरीके अपनाए जाने के खिलाफ थीं।
उन्होंने बताया- एटीएस उनसे की गई पूछताछ के आधार पर गुमराह करने वाले बयान दे रहा है। सावरकर ने कहा- जब मैं जवाब दे रही थी तो उसे एक कम्प्यूटर पर रेकॉर्ड किया जा रहा था लेकिन मुझे मेरे बयान की कॉपी नहीं दिखायी गई और मैंने कभी उस पर साइन नहीं किए। सावरकर ने कहा कि उन्होंने केवल एक (भोपाल में अभिनव भारत की आम सभा) में भाग लिया था, किसी बंद कमरे में हुई बैठक में नहीं, जिसमें कथिततौर पर आरोपी द्वारा मालेगांव में आरडीएक्स के इस्तेमाल पर विचार विमर्श किया गया। आरोपपत्र में उसके गवाह होने का उल्लेख करते हुए एटीएस ने सावरकर को मामले में आरोपी नहीं बनाया है।

Thursday, January 22, 2009

मुंबईकर वही है जो मुंबई केलिए सोचता है

हम पूरी मुंबई केलिए सोचे, केवल एक तबके केलिए नहीं, मुंबईकर वही है जो मुंबई केलिए सोचता है
गैर-मराठी भाषी लोगों के खिलाफ खड़ी हुई शिवसेना के निशाने पर अब कन्नड़ भाषी हैं। महाराष्ट्र के साथ सीमा विवाद पर कर्नाटक के रुख का विरोध करते हुए शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को शहर के एक सिनेमाहॉल पर हमला कर वहां हो रहे कन्नड़ फिल्म के प्रदर्शन को रोक दिया। पुलिस ने कहा कि शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने शहर के बीचों-बीच मौजूद रतन सिनेमा से फिल्म के पोस्टर हटा दिए। इस बीच, शिवसेना नेता अरविंद सावंत ने कहा कि जब तक मसले का हल नहीं निकल जाता, तब तक पार्टी कार्यकर्ता कन्नड़ फिल्मों के प्रदर्शन को लेकर विरोध जारी रखेंगे। कुछ दिन पूर्व पार्टी ने कर्नाटक जाने वाली राज्य परिवहन की बसों पर हमला कर दिया था। कार्यकर्ताओं ने बस पर लिखे कन्नड़ शब्द मिटा कर उस पर बेलगाम, धारवाड़ और निपानी को महाराष्ट्र में शामिल करने की अपनी मांग से जुड़े नारे भगवा रंग में पोत दिए थे। पुलिस ने कहा कि आज की घटना को लेकर मामला दर्ज कर लिया गया है, लेकिन अब तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है।

Sunday, January 18, 2009

मुंबई मेराथान में कीनिया के धावक ही आगे रहे

मुंबई मेराथान में कीनिया के धावक ही आगे रहे
Kenneth Mugara set a new course record to win the men's title of the Standard Chartered Mumbai Marathon 2009, as Kenya swept the first Arjun Rampal with physically challenged पर्तिसिपन्ट्स three places of the first international sporting event here after the November 26 terror attacks in the city, PTI reported. ( Watch ) Mugara finished the race in 2 hours 11 minutes and 51 seconds ahead of compatriots David Tarus (2 hours 12 minutes and 2 seconds) and two time winner John Kelai (2 hours 12 minutes and 23 seconds). The earlier record timing of 2 hours 12 minutes and 3 seconds was set by Kenya's Daniel Rono in 2006. About 150 elite foreign athletes, including 52 women, took part in the full Marathon that has attracted 2,500 entrants. The Marathon is a USD 2,50,000 prize money affair. Several thousands of Mumbaikars enthusiastically turned out for the marathon. The race started amidst heavy presence of police throughout the route. Besides Mumbai police, private security guards and volunteers were also deployed. Watch towers were erected and CCTVs were installed at strategic locations on the 42.19-km-long route between Chhatrapati Shivaji Terminus in South Mumbai and Bandra Reclamation in western suburb. Leading Mumbaikars in the run were many celebrities like Anil Ambani, Milind Soman, Arjun Rampal, Vinay Pathak, Shreyas Talpade, Rahul Bose, Om Puri, Tara Sharma, Lillete Dubey, Dolly Thakore, Anand Mahindra, Amit Chandra, Archana Chandra, Sanjeev Kapoor and Annabelle Mehta. The event brand ambassadors were John Abraham, three-time Olympic champions Gabriela Szabo and Gail Devers, and famous Moroccan long distance runner Hicham El Guerrouj, the spokesman said. The Mumbai Police and traffic police, the Municipal Corporation of Greater Mumbai (MCGM), the state government, the Indian Navy and other agencies were actively involved to make the event safe and successful

Friday, January 16, 2009

शिक्षा के मंदिर नशेबाजी के अड्डे

उत्तराखंड के स्कूलों जाने वाले बच्चों का दर्द कम होने का नाम नहीं ले रहा है। उन्हें स्कूल में शारीरिक व मानसिक हिंसा का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही शिक्षा के मंदिर नशेबाजी के अड्डे बन गए हैं, यहां प्राइमरी सेक्शन के बच्चे भी नशा करना सिख जाते हैं। यह बात संयुक्त राष्ट्र संघ को भेजी गई उत्तराखंड राज्य की वैकल्पिक बाल स्थिति रिपोर्ट में साफ की गई है। यूनिक मीडिया एप्रोच फॉर न्यू जेनरेशन नाम के किशोरों के समूह ने 'जैसा हमने देखा' शीर्षक से अपनी दूसरी रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र संघ को भेजी है, जिसमें बच्चों को घर और स्कूलों में होने वाली शारीरिक व मानसिक हिंसा की स्थिति का आकलन किया गया है। यह रिपोर्ट दिसंबर 2008 में तैयार की गई है। इसमें बताया गया है कि उत्तराखंड में स्कूलों में बच्चों के खिलाफ शारीरिक व मानसिक हिंसा बड़े पैमाने पर हो रही है। छोटी-छोटी बातों पर बच्चों को बुरी तरह पीटा जा रहा है। पिटाई के डर से बच्चे स्कूलों से कतरा रहे हैं। स्कूलों में बड़ी कक्षाओं के छात्रों का छोटी कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों के साथ दादागिरी करते हैं। स्कूल प्रशासन इस समस्या को लगभग नजरअंदाज करते हैं। अभिभावक भी इस ओर ध्यान नहीं देते। बच्चों में नशे का चलन जोर पकड़ रहा है। स्कूलों में बच्चे खुलेआम नशा करते हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि प्राइमरी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र भी नशे की चपेट में हैं। स्मोकिंग, गुटका और शराब स्कूलों में भी चलने लगी है। सुधार और परामर्श की व्यवस्था के नाम पर मारपीट ही अकेला साधन है, जिससे सुधार के बजाय बच्चे ज्यादा बिगड़ रहे हैं। रिपोर्ट में बच्चों ने व्यवस्था में सुधार के लिए शिक्षकों और स्कूलों के वातावरण में बदलाव की बात कही है। शारीरिक एवं मानसिक हिंसा पर आधारित इस रिपोर्ट में छात्रों ने कुछ पीडि़त छात्रों पर कहा कि स्टडी के माध्यम से भी इन समस्याओं का गहराई से बताने का प्रयास भी किया है।

Tuesday, January 13, 2009

एच डी एफ सी बैंको की सभी शाखाओं में फार्म मिलना एक बडी कवायत,

आम मुंबईकर को घर केलिए पहले आवेदन फार्म मिलना एक चुनौती, एच डी एफ सी बैंको की सभी शाखाओं में फार्म मिलना एक बडी कवायत,
The 1,088 Higher Income Group (HIG) flats constructed by Maharashtra Housing Area and Development Authority (Mhada) at Versova will cost more as the authority wants to make up for the losses due to the delay, the burden of which it will pass on to the customers. The project has been ready for the last two years, but the sale was stayed by the court due to a litigation. Mhada had earlier planned to sell the flats for Rs 4,360 per sq ft, but may raise the prices up to Rs 5,000 per sq ft. The board plans to come up with advertisements for the sale of these flats by December. Mhada chairman Amarjit Manhas said, "MHADA has always earned a 25% profit from HIG flats. In this case, the SC has just lifted the stay on the sale of flats. We have lost a lot of money as our funds were locked up. We intend to pass on the losses to the buyers." The complex has 16 towers of 14 and 15 storeys and the costs have risen over Rs 150 crore.Said a senior official of Mhada, "We had acquired the Versova plot in 1964 for mass housing. During the same time, Oshiwara Land Development Corporation Pvt Ltd staked its claim on the land. When the matter reached the high court, it allowed Mhada to develop the land, however it also directed not to create any third party interest and accordingly an undertaking was taken from Mhada." "In 1997, the state cabinet decided to allot 50% of the disputed land to Apna Ghar co-operative housing society supported by Oshiwara Land Development Corporation. After a lot of correspondence and according to the directions of the government, consent terms were filed in the high court as action of the government," he added. Mhada started the construction of HIG flats in 2004 after seeking the opinion of the Advocate-General. The Oshiwara Land Development Corporation urged the high court to restrain Mhada from sale of flats. Following this, a stay was issued, the official said. Now, the matter has reached the SC and the stay has been lifted. Besides this, nearly 1,500 flats at Sion, Vikhroli, Malad, Ghatkopar, Dahisar, Goregaon, Malad and Borivli will also be sold by draws. "We will soon sell them by issuing lotteries. Most of them are meant for middle and higher income groups," said Manhas.

आम मुंबईकर को चाहिये एक छोटा सा घर

आम मुंबईकर को चाहिये एक छोटा सा घर
MUMBAI: In what appears to be a ray of hope for the average Mumbaikar waiting to buy a home in the city, Mhada may soon form joint ventures with private developers to construct low- and middle-income group projects on private land. Real estate players, facing a slowdown in sales due to the economic crisis, may find Mhadas partnership offer lucrative to stay afloat. Sources in the government said Mhadas offer for joint ventures stems from the land crunch it faces in Mumbai. Most of the open land Mhada had was either used up or encroached upon, leading to long-winding litigation. In these circumstances, the Mhada authorities believe they need to locate private land to develop mass housing schemes in Mumbai. To this effect, Mhada has sought amendment to Section 33(5) of the Development Control Rules, which specifically deal with the agencys land. A state official says it is proposed that Mhada or an agency (read developer) appointed by it should be allowed construction over private open land with a higher FSI of 2.5. Incidentally, chief minister Vilasrao Deshmukh on Monday explicitly invited private developers to partner with state agencies to create mass housing stock. Deshmukh said the state wanted to construct at least 10 lakh affordable homes in Mumbai and other big cities of Maharashtra. Gautam Chatterjee, vice-president and CEO of Mhada, confirmed the proposal to join hands with private developers to construct mass housing projects at reasonable rates. "Mhada will offer higher FSI for the entire plot of the private developer as its equity for the project. In return, Mhada will get LIG and MIG flats built by the developer on 60% land while the developer can reserve building rights over the remaining 40% space,'' he said. Explaining the proposal, Chatterjee said if a developer came up with a 10-acre plot, then the LIG and MIG flats with Mhada specifications would come up on 6 acres. Mhada will allot these flats right from the construction stage instead of handing over the keys post-completion. The marketing will be similar to private schemes, enabling the buyer to get involved in the construction right from the start, he said. The private builder will have the right to construct premium flats on the remaining 4 acres, said officials. Officials in the state urban development department said Mhada's joint venture project could pass through only if the amendment to Section 33(5) was cleared. "We have received close to 390 suggestions and objections to the proposed amendment. We hope the amendment comes through as it will help in the construction of mass housing stock to a large extend,'' said a department official