Sunday, November 15, 2009

सचिन सरीखा बनें नेक नैनों का तारा

राज ठाकरे जैसे कट्टरपंथी नेता जब मराठी मानुष के नाम पर राजनीति करते हैं , तो अक्सर प्रसिद्ध मराठी हस्तियों की राय पूछी जाती है। ज्यादातर हस्तियां इस बात से कन्नी काटती रही हैं। लेकिन सचिन तेंडुलकर ने इस मुद्दे पर बोलने की हिम्मत दिखाई है। हालांकि , सेफ खेलते हुए उन्होंने बीच का रास्ता अपनाया है। सचिन तेंडुलकर ने कहा है कि मुंबई भारत की है। उन्होंने कहा कि मैं मराठी हूं , मुझे मराठी होने पर गर्व है लेकिन मुंबई पूरे भारत की है और मैं भारत के लिए खेलता हूं। तेंडुलकर 15 नवंबर को क्रिकेट में अपने 20 साल पूरे कर रहे हैं। इसके लिए आजकल वह कई कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं। ऐसे ही एक कार्यक्रम में जब उनसे मराठी मानुष के मुद्दे पर पूछा गया तो उन्होंने यह बात कही। सचिन ने कहा कि मैं मराठी हूं और इस पर मुझे गर्व है , लेकिन मैं भारतीय भी हूं। मुंबई में शुक्रवार को मीडिया से मुखातिब सचिन तेंडुलकर ने बहुत की खूबसूरती से पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए। वे हिंदी , मराठी और अंग्रेजी में सवालों के जवाब ठीक उसी तरह दे रहे थे जैसे क्रिकेट के मैदान में शॉट खेलते हैं। करीब दो दशक पहले कराची के नैशनल स्टेडियम में सर्दियों की एक सुबह सचिन ने अपने सपनों सरीखे क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी।
कवि की चुटकी : सचिन सरीखा बनें नेक नैनों का तारा बकौल सचिन वह लम्हा उनके क्रिकेट जीवन का सबसे खुशगवार क्षण था। सचिन तेंडुलकर कहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण ( डेब्यू ) उनके लिए एक सपने जैसा था , जिसे आज भी वह जी रहे हैं। सचिन यहीं नहीं रुकते। जब बात क्रिकेट और देश की हो रही हो तो सचिन चुप भी कैसे रहें। उन्होंने कहा , '' भारतीय क्रिकेट टीम की कैप पहनने के बाद मैंने जो कुछ भी हासिल किया वह सब देश के लिए था। क्रिकेट को पसंद करने वालों का प्यार मेरे लिए सबसे अहम है। आप को अपनी कामयाबी की खुशी बांटने के लिए लोगों की जरूरत महसूस होती है और मेरे पास एक अरब से ज़्यादा लोग हैं और ये मेरे लिए काफी है। '' कामयाबी का मंत्र क्या है ? सचिन ने इस सवाल का जवाब दिया कि घर में एक अलिखित नियम था : लोगों को भूत ( जो बीत गया ) के बारे में बात करने दो , आप सिर्फ आगे की सोचो। सचिन ने इस मौके पर पूरे धीरज के साथ मीडिया के सवालों का घंटों सामना किया। जितनी देर वह मीडिया से मुखातिब रहे , आमतौर पर , उतनी देर में वह क्रिकेट मैदान पर सैकड़ा ठोक देते हैं। लेकिन मास्टर ब्लास्टर घबराए नहीं और सवालों के सटीक जवाब दिए।

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