Friday, May 7, 2010

उनके बोलने की शैली, हाव-भाव और तौर-तरीके सभी अपनी पिता से मेल खाते हैं।

महाराष्ट्र विधानसभा के लिए पहली बार चुने गये विधायकों के लिए बजट सत्र एक नया अनुभव है। विधानसभा की बैठकों में उनकी भूमिका के बारे में बता रहे हैं हमारे प्रमुख संवाददाता अनुराग त्रिपाठी: अमित देशमुख केंद्रीय मंत्री विलासराव देशमुख के पुत्र एक दशक से राजनीति में सक्रिय हैं, लेकिन विधानसभा के लिए पहली बार चुने गए हैं। सोमवार को वे जब अपने पहले भाषण के लिए खड़े हुए उनके बोलने की शैली, हाव-भाव और तौर-तरीके सभी अपनी पिता से मेल खाते हैं। बस, शरमाते समय अपने अभिनेता भाई रितेश देशमुख से मेल खाते हैं। प्रणति शिंदे विधानसभा की बैठकों में लगातार उपस्थिति का कोई रिकार्ड बनाये जाए तो इसमें दूसरे केंद्रीय मंत्री सुशीलकुमार शिंदे का नाम जरूर शामिल करना पड़ेगा। बेहद शांत और सौम्य छोटी की कद-काठी की प्रणति फिलहाल बोलने की बजाये सुनने में विश्वास कर रही हैं। अपने सोलापुर शहर में बढ़ती बीमारियों पर वे जमकर बोलीं और विधायकों ने भी जमकर बेंच पीटते हुए इसका स्वागत किया।

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