Saturday, July 10, 2010

सभी मंत्रियों को महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद के संबंध में सुप्रीम कोर्ट में सरकार के रुख पर इस्तीफा दे देना चाहिए।

केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल महाराष्ट्र के मंत्रियों पर निशाना साधते हुए शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने कहा है कि सभी मंत्रियों को महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद के संबंध में सुप्रीम कोर्ट में सरकार के रुख पर इस्तीफा दे देना चाहिए। ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र सामना में एक संपादकीय में कहा है सरकार में महाराष्ट्र के जितने मंत्री हैं, उनमें से किसी में भी इतनी हिम्मत नहीं है कि वह महाराष्ट्र के गौरव के मुद्दे पर इस्तीफा दे दें। ठाकरे ने कहा है से कम इस्तीफा देने की धमकी तो दो। अपनी जेबों में त्यागपत्र तो रखो। दोनों प्रदेशों के बीच पिछले 50-55 साल से सीमा विवाद है। उन्होंने लिखा है पवार को क्रिकेट महाराष्ट्र से ज्यादा प्यारा है। मुरली देवड़ा अंबानी और तेल कंपनियों से जुड़े हैं। प्रफुल्ल पटेल को भी पूंजीवादियों से लेना-देना है। महाराष्ट्र पिछले छह साल से कर्नाटक के मराठीभाषी जिलों जैसे गुलबर्गा और बेलगाम पर अपना दावा कर रहा है। इस मुद्दे पर हाल ही में केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा था कि सिर्फ इसलिए कि इन प्रदेशों के लोग मराठी बोलते हैं, इन्हें महाराष्ट्र में मिलाने का तर्क इसका कोई आधार नहीं हो सकता।

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