Monday, July 4, 2011

महंगाई ने खाना-पीना और जीना सब मुश्किल कर दिया

महंगाई ने खाना-पीना और जीना सब मुश्किल कर दिया है। ऊपर से मॉनसून का इफेक्ट किचन के बजट को डांवाडोल किए दे रहा है। मॉनसून में सब्जियों की आवक घटने से किचन में सब्जियों की कमी तो महसूस की ही जा रही है, लेकिन जो सब्जी आ भी रही है उसके लिए ज्यादा दाम चुकाने पड़ रहे हैं। कौन सी सब्जियों के दाम बढ़े हैं, किस-किस सब्जी के दाम घटे हैं और किस के दाम स्थिर हैं इसी पर पेश है वाशी की थोक सब्जी मंडी से हमारी रिपोर्ट:- बरसात का मौसम आ जाने से जहां कुछ सब्जियों के भाव काफी कम कम हो गए हैं, तो कई सब्जियों के भाव आसमान छूने लगे हैं। वाशी थोक मंडी में इस दिनों रोज करीब 400 से 500 गाडि़यों में सब्जियों की आवक हो रही है। वाशी थोक मंडी के व्यापारी ज्ञानेश्वर ढेंबरे के अनुसार जिन सब्जियों पर बरसात की मार पड़ी है, उनके दाम लगभग 40 से 50 फीसदी बढ़ गए हैं और जिन सब्जियों की आवक बढ़ गई है, उनके दाम 20 से 30 फीसदी तक कम हो गए हैं। थोक व्यापारियों का कहना है कि कम मात्रा में आ रही सब्जियों के दाम अभी और ऊपर उठेंगे। वाशी थोक मंडी से ठाणे शहर के कई उपनगरों में सब्जी लाकर बेचने वाले खुदरा व्यापारी लालजी राजाराम गुप्ता ने बताया कि डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों से खुदरा व्यापारियों को भारी नुकसान होता है। ऊपर से सेल्स-मैन की कमी और उनका भी लगातार बढ़ता खर्च बजट बिगाड़ देता है। नहीं बिक सकीं सब्जियों को फेंकने से भी खुदरा कारोबारियों को घाटा उठाना पड़ता है। यदि सरकार जगह-जगह कोल्ड स्टोरेज स्थापित कर दे, तो नुकसान को कम किया जा सकता है। बारिश की मार से जिन सब्जियों की आवक थोक मंडी में घट गई है, उनमें ककड़ी, लौकी, टमाटर, धनिया, फूल गोभी, पालकी, मेथी, प्याज, सूरन, भिंडी, शिमला मिर्च और हरी मटर जैसी सब्जियां शामिल हैं। थोक व्यापारियों के अनुसार जल्द ही यदि इन सब्जियों की आवक नहीं बढ़ी, तो कीमतों में फिर से 20 से 40 फीसदी तक की वृद्धि हो जाएगी। इस समय जिन सब्जियों की पर्याप्त मात्रा में आवक हो रही है , उनमें गाजर , बैंगन , शेंगा ( सहिजन ), कोंहड़ा ( भोपला ) लाल , परवर कलकत्ता , घेवडा हरा और गवार शामिल हैं। व्यापारियों के अनुसार यदि मांग और आपूर्ति में संतुलन इसी तरह बना रहा , तो इनके दाम भी या तो स्थिर रहेंगे , या फिर घट जाएंगे। तोंडली ( कुनुरु ), पापड़ी , बींस , अदरक , करेला , चवली , कच्ची मूंगफली , तरोई , नेनुआ ( गलका ) आदि सब्जियां शामिल हैं। फिलहाल , इन सब्जियों के भाव थोक मंडी में स्थिर रहने की स्थिति दिख रही है।

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