Thursday, November 7, 2013

नारायण साई के विरार स्थित आश्रम को आखिरकार तोड़ दिया

नाबालिग लड़की से यौन संबंधों को लेकर विवादों में चल रहे आसाराम और उसके बेटे नारायण साई के विरार स्थित आश्रम को आखिरकार तोड़ दिया गया। गुरुवार को वसई-विरार महानगरपालिका और महसूल विभाग की ओर से की गई संयुक्त कार्रवाई में आ‌श्रम को ध्वस्त किया गया। हालांकि, इस दौरान प्रसाशन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर रखे थे। सुरक्षा के लिए विरार पुलिस के 20 जवानों और दो अधिकारियों के अलावा कई अन्य विभागों से जुड़े अधिकारी मौजूद थे।

पुलिस सूत्रों के अनुसार कार्रवाई के दौरान पुलिस द्वारा फरार चल रहे नारायण साईं की तलाश भी की जा रही थी। गुरुवार की सुबह करीब 11 बजे कुम्भारपाडा के पास करीब 3 एकड़ में फैले आश्रम पर वसई विरार महानगरपालिका और महसूल विभाग की संयुक्त कार्रवाई कर आश्रम को तोड़ दिया गया। आश्रम की 10 एकड़ के सरकारी जमीन के करीब 3 एकड़ में जमीन पर नारायण साईं का आश्रम बना हुआ था।
हालांकि, नारायण साईं के इस आश्रम को तोड़ने के लिए स्थानीय लोगों ने 29 अक्टूबर को वसई के तहसील कार्यालय के बाहर एक दिन के लिए धरना दिया था। धरना दे रहे लोगों ने तहसीलदार से जल्द से जल्द इस अवैध आश्रम को तोड़ने की मांग की थी, जिसके बाद सारा सरकारी महकमा सकते में आ गया और आश्रम को तोड़ दिया गया। गौरतलब है कि हाल ही में इस आश्रम पर गुजरात पुलिस के दल ने छापा मारकर यहां बने गुप्त तहखाने का भी खुलासा किया था और कार्रवाई के दौरान नारायण साईं के बार में भी पता किए।
 

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