Wednesday, February 12, 2014

महाराष्ट्र सदन'और शिवाजी पार्क के 'कृष्ण कुंज' के बीच बुधवार को संदेशों का सिलसिला अनवरत जारी

एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे को मनाने का काम मुंबई के ऐक्टिंग पुलिस कमिश्नर हेमंत नगराले को सौंपा गया। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने नगराले की मार्फत दिल्ली से चार बार संदेशे भिजवाए। देर रात मुख्यमंत्री और राज के बीच बातचीत होने की खबर है, मगर इसकी पुष्टि नहीं हो सकी।
दिल्ली के 'महाराष्ट्र सदन'और शिवाजी पार्क के 'कृष्ण कुंज' के बीच बुधवार को संदेशों का सिलसिला अनवरत जारी रहा। दिल्ली में मुख्यमंत्री को यह पूरा विश्वास था कि वे राज को आंदोलन रोकने के लिए मना लेंगे। उन्होंने इसीलिए महाराष्ट्र सदन में शाम 4.30 बजे बुलाई प्रेस कान्फ्रेंस शाम 7.30 बजे तक कि लिए टाल दी। इधर, राज ने अपने निवास पर शाम 6 बजे पत्रकारों को बुलवा रखा था।
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, पत्रकार उनके ड्राइंग रूम में लगभग घंटे भर उनका इंतजार कर रहे थे और भीतर कार्यवाहक पुलिस कमिश्नर के माध्यम से उनकी सरकार से बातचीत चल रही थी। राज ने पत्रकारों के बताया कि दो-तीन दिन में मामले का हल निकालने जैसा कोई ठोस आश्वासन नहीं मिलता, तब तक उनका आंदोलन रद्द करने का सवाल ही नहीं उठता। यह तर्क उन्होंने जरूर मान लिया कि 12वीं कक्षा की प्रैक्टिकल परीक्षाओं को देखते हुए सभी शहरों को आंदोलन से बाहर रखा जाएगा। राज ने 21 तारीख को चौपाटी से मंत्रालय तक मार्च का आयोजन करने की घोषणा की है। वैसे, इसी तारीख से 12वीं कक्षा की लिखित परीक्षा शुरू हो रही है। उम्मीद यही की जा रही है कि राज का विशालकाय मोर्चा आजाद मैदान में रोक लिया जाएगा। जहां सभा करके वे अपना शक्ति प्रदर्शन करेंगे।
वैसे एमएनएस कार्यकर्ताओं की आक्रामक शैली को देखते हुए बुधवार के हाइवे बंद को शांतिपूर्ण रखना एक तरह की चुनौती से कम नहीं कहा जा सकता। मंगलवार को ही छिटपुट तोड़फोड़ की खबरें आनी शुरू हो गई थीं, लेकिन 'राज साहेब के आदेश' के बाद इस बार कुल मिलाकर आंदोलन शांतिपूर्ण रहने की उम्मीद है। राज ठाकरे ने सुबह ही अपने पार्टी के माहिम कार्यालय में आयोजित बैठक में आंदोलन को 'जहां तक हो सके' शांतिपूर्ण रखने की सलाह दी। उन्होंने किसी भी तरह की हिंसात्मक गतिविधि से बचने की सलाह भी दी, ताकि पुलिस को गिरफ्तारी करके आपराधिक मुकदमे दर्ज करने का मौका न मिलने पाए।

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