Sunday, January 10, 2010

अंग्रेजों के जमाने में बनाए गई रॉय चेम्बर शनिवार की दोपहर गिर पड़ी।

अंग्रेजों के जमाने में बनाए गई रॉय चेम्बर शनिवार की दोपहर गिर पड़ी। इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। इस बिल्डिंग में कुल 80 परिवार रहते थे और 15 दुकानें थीं। डाकयार्ड रेलवे स्टेशन के ठीक सामने स्थित रॉय चेम्बर की रिपेयरिंग का काम म्हाडा बोर्ड ने शुरू किया था। बिल्डिंग के कुछ हिस्से की रिपेयरिंग भी हो गई थी, परंतु बिल्डिंग का दूसरा छोर खतरनाक होता जा रहा था। पिछले दो-तीन दिन से लगातार बिल्डिंग के कुछ हिस्से गिर रहे थे। म्हाडा ने बिल्डिंग को खतरनाक बताते हुए खाली करने का नोटिस चिपका दिया था। शुक्रवार को बिल्डिंग का कुछ हिस्सा गिर पड़ा। उसके बाद म्हाडा के अधिकारियों ने भायखला पुलिस के सहयोग से पूरी बिल्डिंग खाली करा ली, परंतु देर रात फिर से लोग बिल्डिंग में आ गए। शनिवार की सुबह बिल्डिंग के छोटे-छोटे टुकड़े गिरने लगे, तब इसे फिर खाली कराने का काम शुरू हुआ और 12 बजे तक फिर से बिल्डिंग में रहने वालों को निकाल दिया गया। एक बीमार वृद्ध महिला को म्हाडा के लोगों ने निकाला। खाली कराने के कुछ समय बाद ही बिल्डिंग का खतरनाक हिस्सा अचानक ही गिर पड़ा। बिल्डिंग गिरने के बाद वहां पर पहुंचे शिवसेना के नगरसेवक यशवंत जाधव ने बताया कि पूरी की पूरी बिल्डिंग ही गिरी है, लेकिन शुक्र है कि अधिकारियों की सतर्कता के चलते कोई हताहत नहीं हुआ। इस बिल्डिंग में 80 परिवार रहते थे और कुछ भी हो सकता था। साथ ही, यशवंत ने आरोप लगाया कि म्हाडा ने समय से ध्यान दिया होता तो इस हादसे को रोका जा सकता था और लोग इस तरह से परेशान नहीं होते। वॉर्ड ऑफिसर प्रकाश पाटील ने बताया कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है और प्रभावित परिवारों को म्हाडा अपने ट्रांजिट कैम्प में भेज रही है।

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