Wednesday, February 3, 2010

'मियांदाद को अपने घर बुला कर उसकी खातिरदारी करने के बाद कम से कम शिवसेनाप्रमुख को शाहरुख की देशभक्ति पर सवाल उठाने का हक नहीं

जहां शिवसेना ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों की तारीफ करने की वजह से शाहरुख खान के खिलाफ अपना अभियान तेज कर रखा है, वहीं अब यह सवाल उठ गया है कि शिवसेनाप्रमुख बाल ठाकरे ने पाकिस्तानी क्रिकेटर जावेद मियांदाद को अपने घर क्यों बुलाया? बुधवार को यहां से प्रकाशित एक अंग्रेजी अखबार में मियांदाद के ठाकरे के आवास मातोश्री जाने की खबर छपने के बाद यह मामला गरमा गया है। मामला 2004 का है, मगर मौजूदा माहौल में इसने शिवसेना के शाहरुख विरोधी अभियान पर सवाल उठा दिया है। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि 'मियांदाद को अपने घर बुला कर उसकी खातिरदारी करने के बाद कम से कम शिवसेनाप्रमुख को शाहरुख की देशभक्ति पर सवाल उठाने का हक नहीं रह गया है।' शिवसेना सांसद भरत कुमार राउत ने इसे पुराना मामला बताते हुए कहा है कि 'मियांदाद पाकिस्तानी क्रिकेटर के रूप में नहीं बल्कि व्यक्तिगत रूप में ठाकरे से मिलने आए थे। ठाकरे ने उन्हें नहीं बुलाया था, खुद उन्होंने बाला साहेब से मिलने की इच्छा जताई थी।' राउत ने कहा कि 'साहेब मातोश्री में हर किसी से मिलते हैं। इसलिए मियांदाद से भी मिले तो इसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है।'

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