Friday, February 25, 2011

पश्चिम रेल प्रशासन ने ताबड़तोड़ डैमेज कंट्रोल का काम करना शुरू किया।

एनबीटी में गुरुवार को छपी जगजीवन राम हॉस्पिटल में करोड़ों की बरबाद हो रही मशीनों और मरीज
ों की बदहाली की खबर पर संज्ञान लेते हुए पश्चिम रेल प्रशासन ने ताबड़तोड़ डैमेज कंट्रोल का काम करना शुरू किया। बिना बिस्तरों के मरीजों को बेडों पर शिफ्ट कर दिया गया और कैथ लैब के कंस्ट्रक्शन के काम को तेजी से आगे बढ़ाने का काम शुरू कर दिया गया। पश्चिम रेल के प्रवक्ता शरत चंद्रायन ने कहा कि हमारे वार्ड के रेनोवेशन का काम चालू है और अस्थाई रूप से कुछ इंतजाम किए गए हैं। जब दो महीनों के अंदर कैथ लैब का निर्माण हो जाएगा तो मरीजों को कोई दिक्कत नहीं आएगी। श्री चंद्रायन ने यह भी बताया कि बगल में ही दूसरे हास्पिटल के निर्माण का शिलान्यास रखा जा चुका है और 6 से 8 महीनों के भीतर वह भी ऑपरेशनल हो जाएगा। हालांकि इसका एक मतलब यह भी हुआ कि करोड़ों रुपये की जो मशीनें खाली पड़ी हैं, वो अभी कम से कम 8 महीने वैसी पड़ी रहेंगी। एक सवाल के जवाब में श्री चंद्रायन ने माना कि मशीनों को मंगाने में थोड़ी जल्दबाजी हो गई है, मगर ऐसा नहीं है कि मशीनें खराब हो रही हों। उन्होंने कहा कि इसमें से कई मशीनों का उपयोग हो रहा है।

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