Monday, January 4, 2016

अहिंसा की शिक्षा

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि सभी धर्म हमें सत्य के मार्ग पर चलने और अहिंसा की शिक्षा देते हैं। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति इसकी वास्तविक ताकत है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया को आगे का रास्ता दिखा सकता है।
हमारे संतों की पुरातन शिक्षा को पहले घर में अपनाना होगा। फिर उसे बाहर फैलाना होगा। उन्होंने कहा कि खराब इरादों वाले पापी लोग सभी समय रहे हैं। उन्हें रहने से रोका नहीं जा सकता। इसी तरह अच्छे लोग भी सभी समय रहे हैं। अच्छा काम करने में डरना नहीं चाहिए। समस्याओं का हल ढूंढ़ते समय निडर होना चाहिए।

वह यहां एक जैन समाज के समारोह में संबोधित कर रहे थे। भागवत ने कहा कि निडर होने के लिए न केवल शारीरिक सामर्थ्य बल्कि विनम्रता की ताकत भी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत को वास्तव में महान बनाने के लिए युवाओं को उसी तरह विकसित करना होगा। उन्हें मूल्यों की शिक्षा देनी होगी।

No comments:

Post a Comment