Tuesday, June 2, 2009

जब तक हमले बंद नहीं होते तब तक विरोध करना चाहिये

भारतीय छात्रों पर नस्ली हमले से नाराज शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने कहा है कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को तब तक आईपीएल क्रिकेट टीमों से हटा दिया जाना चाहिए जब तक हमले बंद नहीं होते। ठाकरे ने शिवसेना के मुखपत्र में लिखे अपने संपादकीय में कहा, 'यह बातें तत्काल की जानी चाहिए। भारत में निवेश करने वाली ऑस्ट्रेलियाई कंपनियों के प्रमुखों को बुलाकर कहा जाना चाहिए कि हमला बंद होने तक व्यापार के लिए माहौल सौहार्दपूर्ण नहीं रहेगा।' शिवसेना प्रमुख ने यह भी कहा कि, 'आईपीएल टीमों से ऑस्ट्रेलियाई खिलाडि़यों को हटाया जाना चाहिए। टीम मालिकों विजय माल्या, शाहरुख खान और प्रीति जिंटा को ऐसा करके अपने राष्ट्रवाद को दर्शाना चाहिए।' ठाकरे ने कहा, 'इस बात से कोई मतलब नहीं होना चाहिए कि आईपीएल टीम में कोई खिलाड़ी कितना बड़ा है। उसे हटाया जाना चाहिए और कहा जाना चाहिए कि उन्हें टीम में रखना तब तक असंभव है जब तक कि उनके देश की धरती पर निर्दोष भारतीयों का रक्त बहाना जारी रहेगा।' ठाकरे ने अभिनेता और मित्र अमिताभ बच्चन की भी सराहना की जिन्होंने इस मुद्दे पर अपना विरोध दर्ज कराते हुए क्वीन्सलैंड विश्वविद्यालय से डिग्री लेने से इनकार कर दिया था। ठाकरे ने कहा, 'अमिताभ ने जो कुछ भी किया वह सही था। उन्होंने सिर्फ शब्दों से ही विरोध दर्ज कराकर मामले को खत्म नहीं किया बल्कि क्वीन्सलैंड विश्वविद्यालय को जताया कि भारतीयों पर हमला हमारे देश के सभी नागरिकों का अपमान है।'

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