Wednesday, June 4, 2014

सम्मान यात्रा - अंतिम यात्रा

दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे का केंद्रीय मंत्री बनने पर पर्ली में मंगलवार को सम्मान होना था, लेकिन नियति की क्रूर विडंबना ही है कि इस जगह से बुधवार को उनकी अंतिम यात्रा निकलेगी। महाराष्ट्र बीजेपी मुख्यालय में इसको लेकर कार्यकर्ता विलाप करते देखे गए।
' साहेब, आपल्याला जीवंत पाहयचा होता आम्हाला। आता तुमचे निष्प्राण देह नेन्याची वेल आली आमच्यावर'- कहते हुए उनके आंसू निकल आए। अपने मुंडे साहेब को जीता-जागता पर्ली ले जाने आया था। अब उनका पार्थिव देह ले जाने का वक्त आन पड़ा है। मुंडे तड़के इसी समारोह के लिहाज से दिल्ली में एअरपोर्ट से निकले थे। पहले मुंबई फिर विशेष विमान से पर्ली जाने का इरादा था। दिल्ली के कार ऐक्सिडेट ने यह हालात बदल दिए। उनके निधन की खबर पर्ली पहुंचते ही कार्यकर्ता फूट-फूट कर रो पड़े। पर्ली, बीड और मराठवाड़ा के ज्यादातर इलाकों में लोगों ने अपनी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे।
मोदी सरकार में मुंडे को केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री बनाए जाने के बाद से उनके चुनाव क्षेत्र पर्ली में जश्न का वातावरण था। अपना उत्साह व्यक्त करने के लिए पर्ली के लोगों ने मंगलवार को गोपीनाथ मुंडे के भव्य सार्वजनिक सत्कार का कार्यक्रम आयोजित किया था। मंत्री बनने के बाद मुंडे का यह पहला सत्कार कार्यक्रम था। मुंडे की भी यही इच्छा थी कि उनका पहला सत्कार पर्ली के लोगों के हाथों हो। अपने चुनाव क्षेत्र से प्रेम की वजह से मुंडे दिल्ली से सुबह जल्दी मुंबई आने के लिए निकले थे, लेकिन उनकी यह यात्रा अधूरी ही रह गई।

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