Wednesday, February 25, 2009

मुंबई में यह होता है तो डर काहे का

विदेशों में भारतीय परेशान , यदि मुंबई में यह होता है तो डर काहे का

न्यू जीलैंड के दक्षिणी शहर इनवरकारगिल में पढ़ाई कर रहे भारतीय स्टूडंट्स को स्थानीय लोगों के नस्ली अपशब्दों का शिकार होना पड़ रहा है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इन्हें 'आतंकवादी' तक कहा गया है। अखबार 'द साउथलैंड टाइम्स' के मुताबिक नस्लभेदी टिप्पणी के शिकार लोगों में से चार सिख हैं, जिन्होंने पगड़ी पहन रखी थी। कुछ अनजान लोगों ने उनको अरब या मुस्लिम समझने की भूल की। इनमें से एक जसदीप सिंह ने अखबार को बताया कि सुरक्षा के लिए उसने अपने धर्म के नियमों के खिलाफ बाल कटा लिए हैं, ताकि पगड़ी न पहननी पड़े। जसदीप ने कहा कि उसने अपने अभिभावकों को इसके बारे में नहीं बताया है। इससे उनको धक्का लगेगा और वे नाराज होंगे। पिछले महीने ही एक तकनीकी इंस्टिट्यूट में पढ़ने पहुंचे 25 स्टूडंट्स में से पांच ने कहा कि पिछले 12 दिनों में नस्ली छींटाकशी की 16 घटनाएं हुईं। जसमाल सिंह ने कहा कि अपशब्द कहने वाले ज्यादातर लोगों की उम्र 20 वर्ष के आसपास है। स्टूडंट्स ने इसके बाद से शाम ढलने पर शहर में घूमना बंद कर दिया है। संस्थान के मैनेजर भारत गुप्ता ने कहा कि इन घटनाओं के बाद पुलिस से संपर्क किया गया। साउथलैंड के पुलिस कमांडर बेरी टेलर ने कहा कि यदि इस तरह की घटनाओं में आम समुदाय शामिल होगा तो उन्हें काफी निराशा होगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि एक छोटा तबका ही इन घटनाओं में शामिल होगा।

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