Tuesday, March 23, 2010

अस्पतालों व सरकारी इमारतों से भी हेलिकॉप्टर उड़ेंगे।

अब वह दिन दूर नहीं जब महानगर के ऊंचे टावरों से हेलिकॉप्टर उड़ते दिखाई दें। यही नहीं अस्पतालों
व सरकारी इमारतों से भी हेलिकॉप्टर उड़ेंगे। बीएमसी की सुधार समिति में हेलिपैड का प्रस्ताव लाया जा रहा है परंतु इस प्रस्ताव के सामने एक अहम रुकावट केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश का वह बयान है जिसमें उन्होंने मुम्बई में हेलिकॉप्टर उड़ाने का एक तरह से विरोध किया था। हालांकि यह मामला अभी भी कोर्ट में चल रहा है, फिर भी लगता है बीएमसी व राज्य सरकार हेलिपैड बनाने पर एकमत हैं। मुम्बई महानगर के टावरों पर हेलिपैड बनाने की मांग कई सालों से की जा रही है। यह मांग उस समय और जोर पकड़ ली जब अंबानी बंधुओं ने अपने बिल्डिंगों पर हेलिपैड बनाना शुरू किया वह भी बिना बीएमसी की अनुमति के। बीएमसी ने उन जुर्माना भी लगाया। मुम्बई के बिल्डिंगों पर हेलिपैड बनाने के लिए डेवलपमेंट रूल्स में बदलाव के लिए प्रस्ताव ला रही है। प्रस्ताव के मुताबिक मुम्बई के ऊंचे टावर या फिर बिल्डिंग पर हेलिपैड बनाया जा सकेगा। हेलिकॉप्टर में प्राधिकरण द्वारा तय की गई जगह पर फ्यूल भरा जाएगा। प्रस्ताव के मुताबिक, हेलिपैड सिर्फ प्राइवेट बिल्डिंगों पर ही नहीं बल्कि सरकारी इमारतों के साथ-साथ अस्पतालों पर भी बनेंगे। हेलिपैड बनाने वालों को लगभग 40 तरह के एनओसी लेने होंगे।

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