Friday, March 13, 2009

दहिसर में मर्डर केस में १६ वर्ष की युवती फंसी

दहिसर क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे हत्याकांड की गुत्थी सुलझाई है, जिसमें 16 साल की लड़की गुड़िया भी शामिल थी। पुलिस ने उसके साथ ऑटो ड्राइवर दिनेश चतुर्वेदी उर्फ मनोज दुबे को भी गिरफ्तार किया है। दोनों ने 4 मार्च की रात वसई में एलआईसी एजेंट रत्नाकर कोंडलकर की हत्या कर दी थी। सीनियर इंस्पेक्टर मिलिंद खेतले के अनुसार इस हत्या की एफआईआर वसई के नवघर मणिकपुर पुलिस स्टेशन में दर्ज है। क्राइम ब्रांच सूत्रों का दावा है कि गुड़िया को शराब की लती थी और वह 35 साल के ऑटो चालक दिनेश के साथ अक्सर घूमती रहती थी। वारदात वाले दिन भी दोनों साथ- साथ थे। उस दिन भी गुड़िया और दिनेश ने शराब पी और फिर दोनों खाना खाने के लिए दहिसर इलाके में एक चाइनीज स्टॉल पर गए। वहां उनकी रत्नाकर से मुलाकात हुई। रत्नाकर दिनेश को अच्छी तरह पहचानता था और जब उसने दिनेश को लड़की के साथ देखा, तो वह भी दिनेश के साथ हो लिया। बाद में तीनों दिनेश के ऑटो में बैठकर वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे से वसई पहुंचे। वहां गुड़िया ने रत्नाकर से पैसे मांगे। जब रत्नाकर ने गुड़िया को पैसे नहीं दिये, तो दोनों के बीच कहासुनी हो गई। बाद में गुड़िया ने रत्नाकर पर हमला कर दिया। जिसमें रत्नाकर घायल हो कर नीचे गिर गया। इस पर दिनेश को लगा कि रत्नाकर पुलिस में शिकायत दर्ज करा देगा, इसलिए दिनेश ने भी पत्थर से रत्नाकर पर हमला बोल दिया। इसमें रत्नाकर की मौत हो गई। इसके बाद नवघर मणिकपुर पुलिस ने तो मामले की जांच शुरू की ही, दहिसर क्राइम ब्रांच ने भी इसकी पड़ताल शुरू कर दी। उसी प्रक्रिया में मंगेश सुवेर् नामक पुलिस कमीर् को दोनों हत्यारों की टिप मिली और इसके बाद गुड़िया व दिनेश को गिरफ्तार कर लिया गया।

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