Tuesday, March 31, 2009

राज-पूनम मुलाकात को लेकर शिवसेना पशोपेश में थी।

जब से बीजेपी के दिवंगत नेता प्रमोद महाजन की बेटी पूनम राव ने राज ठाकरे से मुलाकात की है तब से वे शिवसेना के लिए 'अछूत' बन गई हैं, वह उन्हें दरकिनार करने लगी है। बीजेपी में भी, उत्तर भारतीय पूनम से दूर होने लगे हैं। दोनों ही पार्टियों के कई कार्यकर्ताओं ने पूनम के साथ मिलकर चुनाव प्रचार में जाने से इंकार कर दिया है। उत्तर-पूर्व लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवारी हासिल करने के लिए पूनम ने एड़ी चोटी का दम लगा दिया था। महाराष्ट्र बीजेपी के दिग्गज नेता व उनके रिश्तेदार गोपीनाथ मुंडे ने भी उन्हें उत्तर-पूर्व सीट से टिकट दिलाने के लिए मुम्बई से दिल्ली तक जुगाड़ लगाई लेकिन पार्टी ने वह सीट नहीं दी। यद्यपि पार्टी उन्हें उत्तर-मध्य यानी कांग्रेस की प्रिया दत्त के सामने उम्मीदवारी देने को तैयार थी, लेकिन पूनम प्रिया के सामने चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं हुई। पार्टी ने जब उत्तर-पूर्व से किरीट सोमैया का नाम घोषित कर दिया, तबसे ही मुंडे और पूनम दोनों ही पार्टी से बेहद नाराज हैं। पार्टी से अनबन चल ही रही थी, इस बीच पूनम ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे से मुलाकात की। उसी दिन पूनम के भाई राहुल महाजन ने भी अपने घर पत्रकारों को बुलाकर बीजेपी के प्रति अपनी और अपने परिवार की नाराजगी जाहिर कर दी। राहुल ने बागी तेवर दिखाते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने की धमकी तक दे दी। पूनम ने भले ही राज से मुलाकात को महज पारिवारिक करार दिया हो, लेकिन राजनीतिक हल्कों ने इसे गंभीरता से लिया। राज-पूनम मुलाकात को लेकर शिवसेना पशोपेश में थी। दोनों की मुलाकात से शिवसैनिक बेहद ही खफा है। शिवसेना के एक बडे़ नेता कहते हैं कि स्व. महाजन के सामने जब कभी ऐसी स्थिति पैदा हुई तब वे सीधे मातोश्री आकर शिवसेना प्रमुख से सलाह लिया करते थे, लेकिन उन्हीं की बेटी-बेटे हैं, जो शिवसेना के दुश्मन नम्बर एक से मिलते हैं। इस पर भी महाजन परिवार उम्मीद करता है कि शिवसैनिक उनके साथ चुनाव प्रचार के लिए आएं। इसी तरह से शिवसेना के कई और शाखा प्रमुख, विभाग प्रमुख, उपनेता है जिन्होंने पूनम के साथ चुनाव प्रचार के लिए मना कर दिया है। इन्होंने मन बना लिया है कि अगर पूनम प्रचार के लिए उनके क्षेत्र में आई तो वे गांव चले जाएंगे या फिर शिवसेना के दूसरे उम्मीदवार के प्रचार में चले जाएंगे। कमोवेश, यही आलम बीजेपी में उत्तर भारतीय, गुजराती, मारवाड़ी और जैन कार्यकर्ताओं के बीच है। बीजेपी पार्टी सूत्र बताते हैं कि पूनम से लोग अब कतराने लगे हैं। अगर, खुदा ना खास्ता प्रिया दत्त के सामने पूनम चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो गई तब उनके साथ चुनाव प्रचार करने में बहुत दिक्कतें आएंगी।

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